नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे 12th के बाद टीचर कोर्स लिस्ट के बारे में। टीचिंग प्रोफेशन बहुत ही ज्यादा रिस्पेक्ट फुल माना जाता है और समाज में सभी लोग एक टीचर को बहुत ही ज्यादा सम्मान की दृष्टि से देखते हैं। इसीलिए आज बहुत से स्टूडेंट 12वीं के बाद टीचर बनना पसंद करते हैं। लेकिन शिक्षक बनने के लिए कौन सा कोर्स किया जाए इसको भी लेकर विद्यार्थियों में बहुत कन्फ्यूजन रहती है। पर आपको हम बता दें कि अगर आप टीचिंग लाइन में जाना चाहते हैं तो इसके लिए 12th के बाद टीचर कोर्स बहुत से हैं जिनमें आप एडमिशन ले सकते हैं। उन सभी टीचिंग कोर्स के बारे में हम आज के अपने इस पोस्ट में जानकारी देने वाले हैं इसलिए इसे पूरा पढ़ें।
12th के बाद बेस्ट टीचर कोर्स
12th के बाद कैंडिडेट को टीचर बनने के लिए बहुत सारे कोर्स करने के ऑप्शन मिल जाते हैं। जिनमें से किसी एक को आप अपनी पसंद और सुविधा के अनुसार कर सकते हैं। यहां आपको जानकारी दे दें कि अगर आप टीचिंग जैसे चैलेंजिंग और बेहतरीन प्रोफेशन में जाना चाहते हैं तो इसके लिए आप 12वीं के बाद सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कर सकते हैं। यहां आपको हम जानकारी के लिए 12th के बाद टीचर कोर्स लिस्ट के बारे में बताएंगे जो आपको एक बेहतरीन शिक्षक बनाने में मददगार साबित होंगे। उन सभी कोर्सेज के बारे में सारी जानकारी निम्नलिखित इस प्रकार से है –
बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स
12th के बाद टीचर कोर्स अगर आप करना चाहते हैं तो बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स काफी अच्छा है। आपको बता दें कि इस कोर्स की ड्यूरेशन 4 साल होती है और इसे 4 एकेडमिक ईयर्स में डिवाइड किया गया है। इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट इस योग्य हो जाते हैं कि वह टीचिंग में अपना कैरियर बना सकते हैं। यहां बता दें कि यह एक डुएल डिग्री कोर्स है जिसमें कैंडिडेट को बैचलर ऑफ आर्ट्स के साथ-साथ बैचलर ऑफ एजुकेशन की डिग्रियां मिल जाती हैं।
यहां बता दें कि अगर कैंडिडेट सेंट्रल गवर्नमेंट स्कूल में टीचिंग करना चाहते हैं तो तब उन्हें अपना कोर्स पूरा करने के बाद सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट- सीटीईटी (Central Teacher Eligibility Test– CTET) को क्रैक करके टीचर बन सकते हैं।
बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए योग्यता
बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए छात्रों में जो योग्यता होनी चाहिए वह इस प्रकार से है –
- छात्र ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मिनिमम 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम में पास की हो।
- 12वीं में छात्र ने कम से कम 50% तक अंक हासिल किए हो।
- कैंडिडेट को बच्चों को पढ़ाने में रुचि होनी चाहिए।
बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स के बाद सैलरी
बीए बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने का मौका मिलता है जहां पर उन्हें काफी अच्छा वेतन मिल जाता है। यहां बता दें कि एक टीचर को शुरुआत में ही जो वेतनमान मिलता है वह स्कूल और लोकेशन के ऊपर डिपेंड करता है। वैसे आमतौर पर एक टीचर को हर महीने 20 हजार रुपए से लेकर 35 हजार रुपए तक सैलरी मिल जाती है।
बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स
टीचिंग में कैरियर बनाने वाले छात्रों को बता दें कि 12th के बाद टीचर कोर्स अगर वो करना चाहते हैं तो वह इस पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। यहां बता दें कि ऐसे कैंडिडेट जिन्होंने 12वीं कक्षा तक साइंस विषय की पढ़ाई की हो उनके लिए यह एक बेहतरीन कोर्स है जो उनको टीचर बनने का अवसर देता है।
बता दें कि इसकी अवधि 4 साल की है जिसके बाद कैंडिडेट को 2 डिग्रियां मिलती हैं एक तो बैचलर ऑफ साइंस की और दूसरी बैचलर ऑफ एजुकेशन की। साथ ही बताते चलें कि इसके बाद कैंडिडेट सीटीईटी (CTET) या फिर टीईटी (TET) जैसी परीक्षाओं को पास करने के बाद सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट स्कूल्स में बच्चों को पढ़ा सकते हैं।
बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए योग्यता
बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में कुछ योग्यता होनी चाहिए जैसे कि –
- छात्र ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से बारहवीं कक्षा पास की हो।
- 12वीं क्लास कैंडिडेट ने साइंस स्ट्रीम से पास की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट ने मिनिमम 50% तक अंक हासिल किए हो।
बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स के बाद सैलरी
बीएससी बीएड इंटीग्रेटेड कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को जो सैलरी मिलती है वह पूरी तरह से इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि उसे प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने का अवसर मिला है या फिर सरकारी में। इस प्रकार से कैंडिडेट को उसके कैरियर की शुरुआत में 20,000 से लेकर 35,000 तक का वेतनमान मिल जाता है। लेकिन कुछ स्कूलों में उन्हें इससे भी ज्यादा सैलरी पैकेज मिल सकता है।
बीएलएड कोर्स
12th के बाद टीचर कोर्स बीएलएड (B.EL.Ed.) भी किया जा सकता है। बता दें कि इसका पूरा नाम बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन (Bachelor of Elementary Education) है। साथ ही जानकारी दे दें कि यह एक एलिमेंट्री टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम है जिसकी अवधि 4 साल की है। यह कोर्स कैंडिडेट को एक प्राइमरी टीचर बनने के लिए ट्रेनिंग देता है। इस प्रकार से जब कैंडिडेट इस 4 साल के कोर्स को पूरा कर लेते हैं तो अगर वह चाहते हैं कि वह सरकारी स्कूलों में पढ़ाएं तो तब उन्हें इसके लिए सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट देना होता है।
बीएलएड कोर्स करने के लिए योग्यता
बीएलएड कोर्स करने के लिए छात्रों में कुछ योग्यता होनी चाहिए जिसके बारे में हम निम्नलिखित जानकारी दे रहे हैं –
- कैंडिडेट ने कम से कम बारहवीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास की होनी चाहिए।
- छात्र ने कम से कम 50% अंक हासिल किए हों।
- कैंडिडेट को बच्चों को पढ़ाने में रूचि होनी चाहिए।
बीएलएड के बाद सैलरी
बीएलएड करने के बाद कैंडिडेट को सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ाने का अवसर मिलता है जहां पर उन्हें जो सैलरी मिलती है वह उनकी योग्यता और स्कूल की लोकेशन के ऊपर डिपेंड करती है। लेकिन अगर एक शुरुआती सैलरी की बात की जाए तो कैंडिडेट को हर महीने 20,000 से लेकर 35,000 रुपए तक आसानी के साथ मिल जाते हैं, जो बाद में एक्सपीरियंस हासिल होने के बाद और भी अधिक हो जाती है। इसके अलावा हर स्कूल का सैलरी पैकेज अलग अलग हो सकता है जहां पर कैंडिडेट को इससे भी ज्यादा का वेतन हर महीने प्राप्त हो सकता है।
डीएलएड कोर्स
डीएलएड (D.EL.ED) का पूरा नाम डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (Diploma in Elementary Education) है। बता दें कि यह 12th के बाद टीचर कोर्स 2 साल की अवधि का होता है। यह कोर्स डीएलएड का एक अच्छा ऑल्टरनेट है। यहां जानकारी के लिए बता दें कि यह पाठ्यक्रम कैंडिडेट को इस योग्य बनाता है कि वह एलिमेंट्री स्कूल के बच्चों को पढ़ा सके। डीएलएड प्रोग्राम पूरा करने के बाद कैंडिडेट अगर चाहे तो वह सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट या टीईटी परीक्षा में शामिल होकर सेंट्रल गवर्नमेंट और स्टेट गवर्नमेंट के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में टीचिंग कर सकते हैं।
डीएलएड कोर्स करने के लिए योग्यता
डीएलएड करने के लिए किसी कैंडिडेट में जो योग्यता होनी चाहिए वह इस प्रकार से है –
- विद्यार्थी ने किसी भी स्ट्रीम में मिनिमम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
- 12वीं क्लास में छात्र ने कम से कम 50% अंक हासिल किए हों।
डीएलएड इंटीग्रेटेड कोर्स के बाद सैलरी
डीएलएड कोर्स करने के बाद किसी भी कैंडिडेट को जो सैलरी मिलती है वह सबसे ज्यादा उसकी योग्यता और लोकेशन के ऊपर निर्भर करती है। लेकिन देखा जाए तो टीचिंग लाइन में कैंडिडेट को स्टार्टिंग सैलेरी 20 हजार रुपए से लेकर 35 हजार रुपए तक मिल सकती है।
एनटीटी कोर्स
12th के बाद टीचर कोर्स लिस्ट में एनटीटी (NTT) को भी शामिल किया जा सकता है क्योंकि यह एक बहुत अच्छा कोर्स है। आपको बता दें कि एनटीटी का पूरा नाम नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (Nursery Teacher Training) है और इस प्रोग्राम को करने के बाद कैंडिडेट प्री प्राइमरी लेवल के बच्चों को पढ़ाने के योग्य हो जाते हैं। यहां आपको बता दें कि इस कोर्स की अवधि 1 साल की होती है। इस टीचिंग प्रोग्राम को वो कैंडिडेट करते हैं जिन्हें छोटे-छोटे बच्चों के साथ समय बिताना और उनको पढ़ाना अच्छा लगता है।
एनटीटी कोर्स करने के लिए योग्यता
एनटीटी कोर्स करने के लिए छात्रों में निम्नलिखित योग्यता का होना अत्यंत जरूरी है जैसे कि –
- छात्र ने कम से कम किसी भी विषय में 12वीं कक्षा पास की हो।
- कैंडिडेट को छोटे बच्चों के साथ समय व्यतीत करना पसंद हो।
एनटीटी कोर्स के बाद सैलरी
एनटीटी प्रोग्राम पूरा करने के बाद कैंडिडेट को जो सैलरी पैकेज मिलता है वह इस बात के ऊपर डिपेंड करता है कि उसे नौकरी किसी प्राइवेट स्कूल में मिली है या फिर सरकारी स्कूल में। लेकिन अगर हम एक एवरेज सैलेरी की बात करें तो कैंडिडेट को नौकरी की शुरुआत में ही हर महीने 15,000 से लेकर 25,000 तक का वेतन मिल जाता है।
जेबीटी कोर्स
12वीं पास करने के बाद जेबीटी टीचिंग प्रोग्राम भी काफी अच्छा कोर्स है। जेबीटी (JBT) का पूरा नाम जूनियर बेसिक ट्रेनिंग (Junior Basic Training) है और यह दो साल की अवधी का कोर्स है। इस प्रोग्राम को वह स्टूडेंट करते हैं जो लोअर एलिमेंट्री लेवल स्कूल्स में बच्चों को पढ़ाना पसंद करते हैं। साथ ही साथ यह भी जानकारी दे दें कि जेबीटी टीचिंग कोर्स बिल्कुल डीएलएड टीचिंग कोर्स के जैसा होता है। इस प्रकार से जब कैंडिडेट इस प्रोग्राम को पूरा कर लेते हैं तो तब उनको एलिमेंट्री लेवल स्कूल्स, नर्सरी स्कूल्स इत्यादि में टीचर बनने का मौका मिलता है।
जेबीटी कोर्स करने के लिए योग्यता
जेबीटी टीचर प्रोग्राम करने के लिए किसी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यता का होना अत्यंत जरूरी है –
- छात्र ने कम से कम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट ने किसी भी रिकॉग्नाइज्ड बोर्ड से 12वीं में 50% अंक हासिल किए हों।
जेबीटी करने के बाद सैलरी
जेबीटी करने के बाद एक टीचर को जो सैलरी मिलती है वह उसकी योग्यता के साथ-साथ स्कूल के ऊपर भी डिपेंड करती है। लेकिन देखा जाए तो अगर एक एवरेज सैलेरी की बात करें तो कैंडिडेट को हर महीने 20,000 से लेकर 35,000 रुपए तक का वेतन हर महीने आसानी के साथ मिल जाता है।
बीटीसी कोर्स
बीटीसी भी 12th के बाद टीचिंग कोर्स है जो कि उन छात्रों के लिए बहुत अच्छा है जो टीचर बनना चाहते हैं। बीटीसी (BTC) का पूरा नाम बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (Basic Training Certificate) है। साथ ही बता दें कि इस कोर्स की अवधि 2 साल की होती है। इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट प्राइमरी टीचर, नर्सरी टीचर, एलिमेंट्री स्कूल टीचर, असिस्टेंट प्रोफेसर इत्यादि के पद पर काम कर सकते हैं।
बीटीसी इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए योग्यता
बीटीसी इंटीग्रेटेड कोर्स करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताएं होना अत्यंत जरूरी है जैसे कि –
- छात्र ने मिनिमम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
- 12वीं क्लास में कैंडिडेट के पास साइंस सब्जेक्ट्स हों।
- छात्र ने कम से कम 50% तक अंक हासिल किए हों।
बीटीसी करने के बाद सैलरी
बीटीसी टीचर प्रोग्राम पूरा करने के बाद कैंडिडेट को उनकी योग्यता के आधार पर शुरुआत में ही 20,000 से लेकर 30,000 रुपए तक का वेतन आसानी के साथ मिल जाता है जो कि बाद में एक्सपीरियंस गेन करने के बाद और भी बढ़ जाता है।
बीपीएड कोर्स
12वीं के बाद बीपीएड टीचिंग कोर्स भी किया जा सकता है। यहां बताते चलें कि बीपीएड (B.P.Ed) का पूरा नाम बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (Bachelor of Physical Education) है और इसको बीपीई कोर्स (BPE Course) के नाम से भी जाना जाता है। यहां बताते चलें कि यह 3 वर्षीय अंडर ग्रैजुएट डिग्री प्रोग्राम है जिसमें फिजिकल एजुकेशन के ऊपर फोकस किया जाता है। इस प्रकार से कोर्स करने के बाद कैंडिडेट छात्रों को फिजिकल एजुकेशन की ट्रेनिंग देने में सक्षम हो जाते हैं।
बीपीएड कोर्स करने के लिए योग्यता
बीपीएड कोर्स करने के लिए छात्र में निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए –
- छात्र ने किसी भी स्ट्रीम में 12वीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से पास की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट ने 12वीं क्लास में कम से कम 50% अंक हासिल किए हो।
बीपीएड कोर्स के बाद सैलरी
बीपीएड कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को शुरुआत में जो सैलरी मिलती है वह उसकी योग्यता के ऊपर डिपेंड करती है। यहां आपको बता दें कि इस प्रकार से फिजिकल इंस्ट्रक्टर को हर महीने 20 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक सैलरी पैकेज मिल जाता है।
डीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स
12th के बाद टीचर कोर्स लिस्ट में डीएड स्पेशल एजुकेशन (D.ed Special Education) 2 साल का एक अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम है। यहां बता दें कि इस प्रोग्राम में कैंडिडेट को ऐसे स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है जो फिजिकली चैलेंज्ड होते हैं। इस टीचिंग प्रोग्राम में अधिकतर वही कैंडिडेट दाखिला लेते हैं जिनको डिफरेंटली-एबल्ड बच्चों को एजुकेट करना पसंद होता है।
डीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स करने के लिए योग्यता
डीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स करने के लिए किसी भी छात्र में कुछ योग्यता होना जरूरी है जैसे कि –
- छात्र ने कम से कम 12वीं कक्षा पास की हो।
- कैंडिडेट ने मिनिमम 50% तक अंक हासिल किए हों।
- छात्रों को फिजिकली चैलेंज्ड बच्चों को पढ़ाना अच्छा लगता हो।
डीएड स्पेशल एजुकेशन के बाद सैलरी
डीएड स्पेशल एजुकेशन कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को स्टार्टिंग में जो वेतन मिलता है वह 15 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक के बीच में हो सकता है। इस प्रकार कुछ वर्षों का अनुभव हासिल करने के बाद और भी ज्यादा वेतन बढ़ जाता है।
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स (Diploma in Early Childhood Education Course) 12th के बाद कोर्स किया जा सकता है। यहां आपको बता दें कि इस कोर्स की अवधि 1 साल की होती है और इस प्रोग्राम को पूरा करने के बाद कैंडिडेट आंगनवाड़ी, हेल्थ केयर सेंटर, डे केयर सेंटर, चिल्ड्रन हॉस्पिटल, प्ले स्कूल और एनजीओ इत्यादि में रोजगार के अवसर हासिल करते हैं। यह कोर्स हमारे देश भारत में विभिन्न प्राइवेट और सरकारी संस्थानों से किया जा सकता है।
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स करने के लिए योग्यता
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताओं का होना आवश्यक है –
- विद्यार्थी में कम से कम 12वीं कक्षा किसी भी विषय में पास की हो।
- छात्र ने 12वीं में कम से कम 50% तक अंक हासिल किए हों।
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स के बाद सैलरी
डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट को कैरियर की स्टार्टिंग में हर महीने 15,000 से लेकर 25,000 तक मिल जाते हैं। इस तरह से जब उसे कुछ एक्सपीरियंस हो जाता है तो तब उसे इससे भी ज्यादा का सैलरी पैकेज मिल जाता है।