बीएमएस कोर्स कैसे करें पूरी जानकारी

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे बीएमएस कोर्स (BMS Course)  कैसे करें पूरी जानकारी। बहुत से छात्र जिनको प्रबंधन और बिजनेस के क्षेत्र में रूचि होती है उनके लिए यह एक बेस्ट कोर्स है। इसीलिए 12वीं के बाद बहुत से छात्र इस पाठ्यक्रम में एडमिशन लेते हैं। लेकिन कई बार विद्यार्थियों को यह मालूम नहीं होता कि वे किस तरह से कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। 

इस वजह से स्टूडेंट्स अपने फेवरेट कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाते। तो अगर आप भी एक से स्टूडेंट है जिसने 12वीं पास कर ली है और 12वीं के बाद बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं। तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें कि आप किस प्रकार से इस कोर्स को कर सकते हैं। 

बीएमएस कोर्स क्या है? (what is BMS course in Hindi)

यहां सबसे पहले आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि बीएमएस कोर्स क्या होता है। तो दोस्तों बीएमएस (BMS) का पूरा नाम बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (Bachelor of Management studies) है। बताते चलें कि यह एक मैनेजमेंट का अंडरग्रैजुएट कोर्स है। इसको वह छात्र कर सकते हैं जो मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। 

साथ ही बता दें कि जब कैंडिडेट अपना यह कोर्स पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद उन्हें मैनेजमेंट और बिजनेस जैसे क्षेत्रों की काफी अच्छी जानकारी हो जाती है। इतना ही नहीं कोर्स पूरा करने के बाद विद्यार्थियों को जॉब के भी काफी अच्छे मौके मिल जाते हैं।

अवधि (duration)

जो छात्र बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं उन्हें हम जानकारी के लिए बता दें कि यह कोर्स 3 साल तक का होता है। साथ ही बता दें कि इस कोर्स को 6 सेमेस्टर में बांटा गया है। जो कैंडिडेट सभी सेमेस्टर में पास हो जाते हैं उन्हें बैचलर ऑफ मैनेजमेंट की डिग्री मिल जाती है। 

बीएमएस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (entrance test for BMS course)

12वीं के बाद बीएमएस के लिए छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट पास करना होता है। यहां बता दें कि भारत में बहुत से संस्थानों में इस कोर्स के लिए बहुत सी परीक्षाएं आयोजित करवाई जाती हैं। लेकिन इसके लिए जो सबसे पॉपुलर एंट्रेंस एग्जाम हैंके बारे में जानकारी निम्नलिखित इस प्रकार है – 

डीयू जेएटी एग्जाम (Du JAT Exam) 

यह एग्जाम दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीएमएस पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए करवाया जाता है। इसका पूरा नाम दिल्ली यूनिवर्सिटी जॉइंट एडमिशन टेस्ट है और यह एक नेशनल लेवल एंट्रेंस एग्जाम है। इस एंट्रेंस टेस्ट को एनटीए (NTA) यानी कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) के द्वारा कंडक्ट करवाया जाता है। 

बताते चलें कि इसमें उम्मीदवारों से क्वांटिटेटिव एबिलिटी, रिजनिंग, जनरल इंग्लिश, एनालिटिकल एबिलिटी, बिजनेस एंड जनरल अवेयरनेस पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। साथ ही बताते चलें कि यह परीक्षा ऑनलाइन मोड द्वारा कंडक्ट करवाई जाती है और इसके लिए विद्यार्थियों को 2 घंटे का टाइम दिया जाता है।

एमयूसीएमएटी (MUCMAT) 

यहां आपको बता दें कि मुंबई यूनिवर्सिटी कॉमन मैनेजमेंट एंटरेंस टेस्ट हर साल मुंबई यूनिवर्सिटी के द्वारा कंडक्ट करवाया जाता है। बताते चलें कि यह एक स्टेट लेवल का एग्जाम है। इस एंट्रेंस टेस्ट में छात्रों से 100 क्वेश्चन पूछे जाते हैं और उसके लिए उन्हें 2 घंटे का टाइम मिलता है। 

बता दें कि कैंडिडेट से क्वानटेटिव एप्टीट्यूड, वर्बल एबिलिटी, रीडिंग कंप्रीहेंशन, जनरल अवेयरनेस, लॉजिकल और इंजीनियरिंग पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। 

एआईएमए यूजीएटी (AIMA UGAT) 

ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन के द्वारा यह अंडरग्रैजुएट ऐडमिशन टेस्ट छात्रों का लिया जाता है। जानकारी के लिए बता दें कि यह एंट्रेंस टेस्ट साल में एक बार कंडक्ट करवाया जाता है। 

इसमें भाग लेने वाले छात्रों से इंग्लिश लैंग्वेज, जनरल इंटेलिजेंस, रीजनिंग, सर्विस एप्टिट्यूड, साइंटिफिक एप्टिट्यूड जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। इस तरह से जो उम्मीदवार इस एंट्रेंस टेस्ट में पास हो जाते हैं उन्हें बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के पाठ्यक्रम में दाखिला मिल जाता है। 

अन्य एंट्रेंस टेस्ट 

इसके अलावा कुछ दूसरे अन्य एंट्रेंस टेस्ट भी है जो बीएमएस में एडमिशन के लिए कंडक्ट करवाए जाते हैं

  • एनपीएटी (NPAT)
  • एफईएटी (FEAT)
  • सीयूईटी (CUET)
  • आईपीएमएटी (IPMAT) 
  • एयूएमएटी (AUMAT) 

बीएमएस कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (what is the admission process for BMS course)

जो छात्र 12वीं के बाद बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं इसके लिए उन्हें एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करना होता है। यहां जानकारी के लिए बता दें कि अगर कैंडिडेट किसी गवर्नमेंट कॉलेज से अपना कोर्स करना चाहता है तो तब उसके लिए जरूरी है कि वह एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करे।

लेकिन जो स्टूडेंट्स एंट्रेंस टेस्ट में फेल हो जाते हैं तो तब ऐसे में वह प्राइवेट कॉलेज से अपना कोर्स कर सकते हैं। लेकिन आपको हम बताते चलें कि प्राइवेट कॉलेज में छात्रों को ज्यादा फीस देनी पड़ सकती है। 

बीएमएस कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (what should be the qualification for BMS course)

बीएमएस कोर्स करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यता का होना अनिवार्य है – 

  • छात्र ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा पास की हो। 
  • 12वीं क्लास में विद्यार्थी ने मिनिमम 50% तक अंक हासिल किए हो। 
  • छात्र ने एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया हो। 

फीस (Fees) 

अब यहां आपको हम बता दें कि जो कैंडिडेट 12वीं के बाद बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं, इसके लिए उन्हें जो कोर्स फीस देनी होती है वह उनके कॉलेज के ऊपर डिपेंड करती है। 

लेकिन अगर हम एक एवरेज फीस की बात करें तो छात्रों को इसके लिए 35,000 से लेकर एक लाख रुपए तक की फीस देनी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि प्राइवेट कॉलेजों और सरकारी कॉलेजों में फीस का अंतर होता है।

भारत में बीएमएस कोर्स करने के लिए कॉलेज (college to do BMS course in India)

12वीं के बाद जो स्टूडेंट्स बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं लेकिन उनको अच्छे कॉलेजों के बारे में पता नहीं है तो उसके बारे में हमें जानकारी निम्नलिखित दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से है – 

  • दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) 
  • मुंबई यूनिवर्सिटी (Mumbai University)
  • क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बेंगलोर (Christ University Bangalore)
  • गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली (Guru Gobind Singh Indraprastha University Delhi)
  • भारती विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी पुणे (Bharati Vidyapeeth deemed University Pune)
  • हल्दिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट हल्दिया (Haldia Institute of Management Haldia)
  • केजे सोमैया कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स मुंबई (KJ Somaiya College of Arts and Commerce Mumbai) 
  • भारत कॉलेज ऑफ़ आर्ट्स एंड कॉमर्स थाने (Bharat College of Arts and Commerce Thane) 
  • जेवियर्स कॉलेज कोलकाता (Xavier’s College Kolkata)
  • शहीद सुखदेव कॉलेज आफ बिजनेस स्टडीज दिल्ली (Shaheed Sukhdev College of Business studies Delhi) 

बीएमएस कोर्स का पाठ्यक्रम/सब्जेक्ट क्या क्या है (what are the syllabus/subjects of BMS course) 

बीएमएस करने वाले छात्रों को हम जानकारी के लिए बता दें कि इसके अंतर्गत उन्हें जो सिलेबस पढ़ाया जाता है जो इस प्रकार से है – 

  • लैंग्वेज (Language)
  • फंडामेंटल्स ऑफ मैनेजमेंट एंड ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर (Fundamentals of Management and organisational behaviour) 
  • स्टैटिसटिक्स ऑफ बिजनेस डिसीजंस (Statistics of  business decisions)
  • मैनेजरियल इकोनॉमिक्स (Managerial economics)
  • बिजनेस अकाउंटिंग (Business accounting)
  • मैक्रोइकोनॉमिक्स  (Macroeconomics)
  • प्रिंसिपल्स ऑफ़ मार्केटिंग (Principles of marketing)
  • मैनेजमेंट अकाउंटिंग (Management accounting) 
  • बिजनेस रिसर्च (Business research)
  • इंटरडिसीप्लिनरी कोर्सेज (Interdisciplinary courses)
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (Human Resource Management)
  • फाइनेंशियल मैनेजमेंट (Financial management)
  • क्वानटेटिव टेक्निक्स फॉर मैनेजमेंट (Quantitative technique for management) 
  • लीगल एस्पेक्ट्स आफ बिजनेस (Legal aspects of business) 
  • बिजनेस पॉलिसी एंड स्ट्रेटजी (Business policy and strategy) 
  • इलेक्टिव्स/स्पेशलाइजेशंस (Electives/ Specializations)

बीएमएस कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएं क्या है (what are the career prospects after BMS course)

जो छात्र बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज का कोर्स पूरा कर लेते हैं उन्हें जूनियर लेवल पर रोजगार के मौके मिलते हैं। आपको बताते चलें कि कैंडिडेट को प्राइवेट के साथ-साथ गवर्नमेंट सेक्टर में भी काम करने के मौके मिल जाते हैं। इस तरह से कैंडिडेट निम्नलिखित क्षेत्रों में एक अच्छा कैरियर बना सकते हैं जैसे कि – 

  • टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (Tata consultancy Services)
  • हिंदुस्तान युनिलीवर (Hindustan Unilever)
  • आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank)
  • यस बैंक (Yes Bank)
  • जोमैटो (Zomato)
  • सोनी (Sony)
  • गोदरेज (Godrej)
  • रिलायंस (Reliance) 
  • होंडा (Honda) 

वेतन (salary)

बीएमएस करने के बाद कैंडिडेट को जो वेतन मिलता है वह लोकेशन के हिसाब से होता है। यहां बता दें कि इसके अलावा अभ्यर्थी की योग्यता के ऊपर भी उसकी सैलरी डिपेंड करती है। 

लेकिन आमतौर पर इस क्षेत्र में उम्मीदवार को हर महीने 25,000 से लेकर 40,000 तक शुरुआत में मिल जाते हैं। इसके अलावा जब उनका एक्सपीरियंस बढ़ जाता है तो तब उन्हें कंपनी और भी ज्यादा सैलरी देती है।  

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector)

बीएमएस करने के बाद कैंडिडेट को नौकरी करने के काफी अच्छे चांस मिल जाते हैं। यहां बता दें कि कैंडिडेट को प्राइवेट सेक्टर में निम्नलिखित पदों पर काम करने का अवसर मिलता है – 

  • रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैनेजर (Research and development Manager)
  • बिजनेस कंसलटेंट (Business consultant)
  • मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स (Management Accountants) 
  • प्रोडक्शन मैनेजर (Production Manager)
  • मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)
  • इनफॉरमेशन सिस्टम मैनेजर (Information system Manager) 
  • बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन प्रोफेसर (Business Administration Professor) 
  • बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन रिसर्चर (Business Administration Researcher) 
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर (Human Resource Manager) 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)

जिस तरह से कैंडिडेट को बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडी के बाद प्राइवेट सेक्टर में अच्छी नौकरी मिल जाती हैं ठीक इसी तरह से कैंडिडेट चाहें तो सरकारी नौकरी भी कर सकते हैं। आपको हम बताते चलें कि गवर्नमेंट सेक्टर्स में बीएमएस ग्रैजुएट्स के लिए कई नौकरियां निकलती हैं। 

इसलिए कैंडिडेट रेगुलरली एंप्लॉयमेंट न्यूज़ इत्यादि चेक करते रहें और जैसे ही सरकारी नौकरी की रिक्तियां निकले तो उसके लिए अप्लाई कर दें। इसके अलावा आपको जानकारी के लिए बता दें कि छात्र बहुत से कॉन्पिटिटिव एग्जाम में भी पास होने के बाद सरकारी नौकरियां कर सकते हैं। 

निष्कर्ष 

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल बीएमएस कोर्स (BMS Course) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख के द्वारा हमने आपको बताया कि बीएमएस कोर्स क्या होता है और इसकी अवधि कितनी है। साथ ही साथ हमने आपको यह भी बताया कि बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में एडमिशन लेने की प्रवेश परीक्षा और प्रक्रिया क्या है।

इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी भी दी कि इस पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए कैंडिडेट में कितनी योग्यता होनी चाहिए और हमने फीस के बारे में भी बताया। इसके साथ ही साथ हमने आपको भारत के उन कॉलेजों के बारे में भी बताया जहां पर बीएमएस कोर्स करवाया जाता है। इस लेख में हमने आपको यह भी बताया कि बीएमएस में छात्रों को क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। 

इसके अलावा हमने आपको यह भी डिटेल्स दी कि बीएमएस कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को  प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या क्या संभावनाएं होती हैं। इसके अलावा हमने आपको यह भी जानकारी दी कि इस पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद अभ्यर्थियों को हर महीने कितना वेतन मिल सकता है। हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा बताई गई सारी डिटेल्स काफी उपयोगी लगीं होंगी। इसलिए अंत में हमारी आपसे छोटी सी रिक्वेस्ट है कि हमारे इस आर्टिकल को अपने सभी दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद बीएमएस कोर्स करना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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