दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे बीटीटीएम कोर्स (BTTM Course) कैसे करें पूरी जानकारी। बहुत से छात्र घूमना-फिरना पसंद करते हैं। इसीलिए वह किसी ऐसे क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं जहां नौकरी के साथ-साथ उनका शौक भी पूरा हो जाए।
लेकिन अगर कोई छात्र ट्रैवल इंडस्ट्री में अपना कैरियर बनाना चाहता है तो इसके लिए उसे सही नॉलेज के साथ-साथ सही गाइडेंस भी मिलना बहुत जरूरी है। क्योंकि कई बार ऐसा होता है कि स्टूडेंट्स को कोर्स के बारे में ठीक से पता नहीं होता जिसकी वजह से वह इस फील्ड में कैरियर नहीं बना पाते।
अगर आप 12वीं के बाद बीटीटीएम कोर्स करना चाहते हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट पर सारा पढ़ें। इस लेख में हम आपको बीटीटीएम से संबंधित सारी डिटेल्स विस्तार से बताएंगे।
बीटीटीएम कोर्स क्या है? (what is BTTM course in Hindi)
सबसे पहले हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि बीटीटीएम (BTTM) का पूरा नाम क्या है? तो दोस्तों इसका फुल फॉर्म बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट (Bachelor of Tourism and Travel Management) है। यहां आपको बता दें कि यह एक अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम है जिसको छात्र 12वीं के बाद कर सकते हैं।
इस पाठ्यक्रम में स्टूडेंट्स को ट्रैवल और ज्योग्राफी का काफी अच्छा ज्ञान प्रदान किया जाता है। बताते चलें कि इस कोर्स में छात्रों को ट्रैवल मैनेजमेंट के साथ-साथ उनके कम्युनिकेशन स्किल्स को भी इंप्रूव किया जाता है। इस प्रकार से जब छात्र अपना कोर्स पूरा कर लेते हैं तो उनको एक अच्छे सैलरी पैकेज वाली नौकरियां आराम से मिल जाती हैं।
अवधि (duration)
बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट कोर्स की अवधि 4 साल की होती है। साथ ही बता दें कि पूरे 4 साल में 8 सेमेस्टर होते हैं। इस प्रकार से जो कैंडिडेट सभी सेमेस्टर्स में पास हो जाते हैं उन्हें बीटीटीएम की डिग्री मिल जाती है जिसके बाद वे ट्रैवल इंडस्ट्री में काम करने योग्य हो जाते हैं।
बीटीटीएम कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (entrance test for BTTM course)
जो विद्यार्थी 12वीं के बाद बीटीटीएम कोर्स करना चाहते हैं इसके लिए उन्हें एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होना पड़ता है। यहां आपको बता दें कि इसके लिए कुछ प्रवेश परीक्षाएं नेशनल लेवल की होती है तो वहीं कुछ कॉलेज भी अपना एंट्रेंस टेस्ट अलग से रखते हैं।
बताते चलें कि ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट के ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए जो सबसे पॉपुलर एंट्रेंस एग्जाम हैं उनके बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
- आईईएलटीएस (IELTS)
- आईटीएम एंट्रेंस टेस्ट (ITM entrance test)
- यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (University entrance test)
- एमसीसी एंट्रेंस टेस्ट (MCC entrance test)
- जीएटीए (GATA)
बीटीटीएम कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (what is the admission process for BTTM course)
बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट प्रोग्राम में जो छात्र प्रवेश लेना चाहते हैं इसके लिए उन्हें निम्नलिखित प्रोसेस को फॉलो करना होता है –
- सबसे पहले स्टूडेंट्स को चाहिए कि वो जिस भी कॉलेज से अपना कोर्स करना चाहते हैं वहां पर एंट्रेंस एग्जाम के लिए अप्लाई करें।
- उसके बाद कॉलेज के द्वारा छात्र को एंट्रेंस टेस्ट के लिए बुलाया जाता है जिसमें कैंडिडेट को शामिल होना जरूरी होता है।
- उसके बाद जिस कॉलेज में असला लेने के लिए छात्र ने प्रवेश परीक्षा दी होगी, वहां पर स्टूडेंट्स को उनके एंट्रेंस टेस्ट के अंकों के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाता है।
- इस प्रकार से जो भी स्टूडेंट्स सबसे काबिल होते हैं उन्हें प्रवेश परीक्षा में सफल होने पर कॉलेज में दाखिला मिल जाता है।
योग्यता (Qualification for BTTM course)
जो स्टूडेंट्स बीटीटीएम कोर्स करना चाहते हैं उनमें इस पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने के लिए निम्नलिखित योग्यता का होना जरूरी है –
- छात्र ने किसी की मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा या उसके समकक्ष पास की हो।
- विद्यार्थी ने 12वीं में कम से कम 45% से लेकर 50% तक अंक हासिल किए हों।
- कुछ कॉलेजों में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना जरूरी है।
- स्टूडेंट्स के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए।
फीस (Fees)
आप यहां आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि 12वीं के बाद ट्रैवल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन कोर्स करने के लिए कैंडिडेट को फीस कॉलेज के अनुसार देनी पड़ती है। बताते चलें कि अगर कैंडिडेट सरकारी कॉलेज से अपना कोर्स करते हैं तो तब उन्हें काफी कम फीस देनी पड़ती है।
लेकिन प्राइवेट इंस्टीट्यूट से कोर्स करने पर स्टूडेंट को बहुत ज्यादा फीस का भुगतान करना पड़ सकता है। यहां हम आपको बता दें कि इस पूरे पाठ्यक्रम के लिए विद्यार्थियों को एक लाख से लेकर 6 लाख से ज्यादा तक शुल्क देना पड़ता है।
भारत में बीटीटीएम कोर्स करने के लिए कॉलेज (college to do BTTM course in India)
भारत में 12वीं के बाद बीटीटीएम कोर्स करने के लिए जो कॉलेज सबसे अच्छे हैं उनके नाम इस प्रकार से हैं –
- एनआईएमएस यूनिवर्सिटी जयपुर (NIMS University Jaipur)
- गुलजार ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट लुधियाना (Gulzar group of Institute Ludhiana)
- लिव ग्लोबल इंस्टीट्यूट मुंबई (Liv Global Institute Mumbai)
- चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेस लांडरां मोहाली (Chandigarh group of colleges Landran Mohali)
- एमिटी यूनिवर्सिटी गुड़गांव (Amity University Gurgaon)
- जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली (Jamia Millia Islamia New Delhi)
- एसईए ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस बेंगलुरू (SEA Group of institutions Bangalore)
- इंस्टीट्यूट ऑफ हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट ऋषिकेश (Institute of hospitality Management Rishikesh)
- ग्लोबल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अमृतसर (Global Institute of Management Amritsar)
- उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी हल्द्वानी (Uttarakhand Open University Haldwani)
- मार्टिन लूथर क्रिश्चियन यूनिवर्सिटी शिलांग (Martin Luther Christian University Shillong)
बीटीटीएम कोर्स का पाठ्यक्रम/सब्जेक्ट क्या क्या है (what are the syllabus/subjects of BTTM course)
12वीं के बाद बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट के ग्रेजुएट प्रोग्राम में छात्रों को जो सिलेबस पढ़ाया जाता है वह इस प्रकार से है –
फर्स्ट ईयर सिलेबस (1st year syllabus)
- फॉरेन लैंग्वेजेस (Foreign languages)
- इंडियन ज्योग्राफी (Indian geography)
- रिलिजियस टूरिज्म (Religious tourism)
- एनवायरमेंटल स्टडीज (Environmental studies)
- फील्ड वर्क प्रोजेक्ट (Field work project)
- कल्चरल टूरिज्म ऑफ इंडिया (Cultural tourism of India)
- एप्लीकेशन ऑफ कंप्यूटर (Application of computers)
- बेसिक्स ऑफ टूरिज्म (Basics of tourism management)
- नेचुरल टूरिज्म प्रोडक्ट (Natural Tourism products)
- एप्लीकेशन ऑफ कंप्यूटर लैब (Applications of computers lab)
- वर्ल्ड ज्योग्राफी ऑफ टूरिज्म (World geography of tourism)
- टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन (Tourism Organizations)
- हिस्टॉरिकल टूरिज्म प्रोडक्ट्स ऑफ़ इंडिया (Historical tourism products of India)
- ट्रैवल एजेंसी टूर ऑपरेटर (Travel agency tour operator)
- इंटरनेशनल टूरिज्म बिजनेस (International tourism business)
- फंडामेंटल्स आफ अकाउंटिंग (fundamentals of accounting)
सेकंड ईयर सिलेबस (2nd year syllabus)
- हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट टूरिज्म (Hospitality Management in tourism)
- ऑटोमेशन इन ट्रैवल टूरिज्म (Automation in travel and tourism)
- इफेक्टिव लिसनिंग (Effective listening)
- टूरिज्म ट्रेंड्स इन इंडिया (Tourism trends in India)
- ट्रैवल डॉक्यूमेंटेशन (Travel documentation)
- फंडामेंटल्स आफ अकाउंटिंग (Fundamentals of accounting)
- ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट (transport management)
- टूर पैकेजिंग मैनेजमेंट (Tour Packaging management)
- प्रिंसिपल्स ऑफ मैनेजमेंट (Principles of management)
- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग प्रोजेक्ट (Industrial training project)
- टूरिज्म प्लैनिंग (Tourism planning)
- एयरलाइन ऑपरेशंस मैनेजमेंट इकोनॉमिक्स ऑफ टूरिज्म (Airline operations management economics of tourism)
- कार्गो मैनेजमेंट (Cargo management)
- मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम (Management information system)
- कॉपिंग स्ट्रैटेजिस (Coping strategies)
- ग्रुप डायनॉमिक्स (Group dynamics)
थर्ड ईयर सिलेबस (3rd year syllabus)
- इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग प्रोजेक्ट (Industrial training project)
- इकोटूरिज्म (Ecotourism)
- सोशियोलॉजी ऑफ टूरिज्म (Sociology of tourism)
- टूरिस्ट बिहेवियर (Tourist behaviour)
- कॉरपोरेट कम्युनिकेशन (Corporate communication)
- मैनेजरियल अकाउंटिंग (Managerial accounting)
- इंटरपर्सनल कम्युनिकेशन (Interpersonal communication)
- टूरिज्म (Tourism)
- हॉस्पिटैलिटी (Hospitality)
फोर्थ ईयर सिलेबस (4th year Syllabus)
- माइस मैनेजमेंट (Mice management)
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट (Human Resource Management)
- एम्पलाईेबिलिटी स्किल्स (Employability skills)
- डेस्टिनेशन मैनेजमेंट (Destination management)
- एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (Entrepreneurship development)
- टूरिज्म एनवायरमेंटल लॉ (Tourism environmental law)
- बेसिक्स ऑफ रेवेन्यू मैनेजमेंट (Basics of revenue management)
- वर्कप्लेस कम्युनिकेशन (Workplace communication)
- रिसर्च मेथाडोलॉजी (Research methodology)
- टूरिज्म टेक्नोलॉजी (Tourism Technology)
- रिलेशनशिप मैनेजमेंट (Relationship management)
- रिसर्च प्रोजेक्ट (Research project)
बीटीटीएम कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएं क्या है (what are the career prospects after BTTM course)
बीटीटीएम कोर्स करने के बाद छात्रों के सामने नौकरी के काफी अच्छे अवसर होते हैं क्योंकि टूरिज्म इंडस्ट्री में योग्य कैंडिडेट्स की डिमांड काफी ज्यादा रहती है। बता दें कि जब छात्र अपना टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट का ग्रेजुएशन का कोर्स पूरा कर लेते हैं उसके बाद में उन्हें निम्नलिखित क्षेत्रों में काम करने का अवसर मिलता है –
- ट्रैवल एजेंसी (Travel agencies)
- टूरिज्म कंपनीज (Tourism companies)
- आईटी कंपनीज (IT companies)
- स्कूल्स (Schools)
- कॉलेजेस (Colleges)
- होटल्स (Hotels)
- रेस्टोरेंट्स (Restaurants)
वेतन (salary)
जो छात्र बीटीटीएम कोर्स पूरा कर लेते हैं उन्हें उसके बाद सैलरी काफी अच्छी मिलती है। बता दें कि कैंडिडेट का वेतन उनकी योग्यता और कंपनी के ऊपर डिपेंड करता है।
बता दें कि इस इंडस्ट्री में शुरुआत में हर महीने 20,000 से लेकर 25,000 तक सैलरी आसानी से मिल जाती है। साथ ही बता दें कि आज ऐसे बहुत सारे कैंडिडेट हैं जो ट्रैवल इंडस्ट्री में लाखों रुपए कमा रहे हैं।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector)
बीटीटीएम में ग्रेजुएशन करने के बाद छात्रों को प्राइवेट सेक्टर में जो नौकरियां मिलती हैं उनके पदों के बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
- रीक्रिएशन मैनेजर (Recreation manager)
- ट्रांसपोर्ट एडमिनिस्ट्रेटर (transport administrator)
- टूरिज्म मैनेजर (tourism manager)
- ट्रैवल कंसलटेंट (travel consultant)
- इवेंट्स मैनेजर (events manager)
- टूर ऑपरेटर (Tour operator)
- होलीडे ट्रैवल एजेंट (Holiday travel agent)
- ट्रैवल राइटर (Travel writer)
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)
जो छात्र 12वीं के बाद बीटीटीएम कोर्स करने के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में नौकरी करना चाहते हैं। उन्हें हम बता दें कि सरकारी विभाग में भी बहुत सारी नौकरियां निकलती रहती हैं। इसलिए कैंडिडेट गवर्नमेंट जॉब निकलने पर अप्लाई कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल बीटीटीएम कोर्स (BTTM Course) कैसे करें पूरी जानकारी। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि बीटीटीएम कोर्स क्या है और इस पाठ्यक्रम की अवधि कितने साल की होती है। इसके अलावा हमने आपको यह डिटेल्स भी दी कि बीटीटीएम करने के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है।
इस लेख के द्वारा हमने आपको यह डिटेल्स भी दी कि बैचलर ऑफ टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट कोर्स में दाखिला लेने के लिए किसी भी स्टूडेंट में कितनी योग्यता होनी जरूरी है और कॉलेज में एडमिशन लेने पर उन्हें कितनी फीस देनी पड़ती है। इसके साथ साथ हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको यह भी डिटेल्स दी कि हमारे देश भारत में बीटीटीएम कोर्स करने के लिए कौन कौन से कॉलेज अच्छे हैं और वहां पर छात्रों को क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। इसके अलावा हमने आपको यह डिटेल्स भी दी कि टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट के इस ग्रैजुएट प्रोग्राम को करने के बाद कैंडिडेट के सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं होती हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह डिटेल्स भी दी कि जब स्टूडंट अपना यह कोर्स पूरा कर लेते हैं तो तब उन्हें नौकरी करने पर हर महीने कितनी सैलरी मिल सकती है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा बताए गई सारी डिटेल्स आपके लिए काफी उपयोगी रही होगी। इसलिए अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि हमारे इस पोस्ट को अपने उन सभी दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद बीटीटीएम कोर्स (BTTM Course) कैसे करें के बारे में डिटेल जानना चाहते हैं।