ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स (Diploma in Jewellery Design) कैसे करें पूरी जानकारी

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स (Diploma in Jewellery Design) कैसे करें पूरी जानकारी। अगर आप एक ऐसे छात्र हैं जिसको ज्वेलरी डिजाइन करने का शौक है और आप में काफी रचनात्मकता है तो आप इस क्षेत्र में अपना सुनहरा कैरियर बना सकते हैं।

तो यदि आप 12वीं के बाद इस इंडस्ट्री को ज्वाइन करने के लिए कोई डिप्लोमा कोर्स ढूंढ रहे हैं या उससे संबंधित जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें। क्योंकि इस पोस्ट में हम आपको इस फील्ड के बारे में सभी महत्वपूर्ण बातें बताएंगे जो आपके कैरियर के लिए काफी अधिक लाभदायक होंगी। इसलिए हमारे इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक सारा पढ़ें और जानें कि आप 12वीं के बाद कैसे ज्वेलरी डिजाइनर बन सकते हैं। 

ज्वेलरी डिजाइन कोर्स क्या है (What is diploma in Jewellery Design in Hindi)

यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप ज्वेलरी डिजाइन का डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं तो इसके अंतर्गत आपको मुख्य रूप से ज्वेलरी के स्टाइल के अलावा पैटर्न को सेट करना सिखाया जाता है। इस प्रकार जब कैंडिडेट कोर्स को पूरा कर लेता है तो वह सिल्वर, गोल्ड, पर्ल, प्लैटिनम जैसी धातुओं को उत्कृष्ट तरीके से तराशना सीख जाता है।

छात्र को विभिन्न धातुओं से अनेकों प्रकार के डिजाइन और पैटर्न बनाना आ जाता है और वह क्लाइंट की डिमांड के अनुसार खूबसूरत गहने बनाना सीख जाता है। 

अवधि (Duration) 

अब यहां हम आपको जानकारी दे दें कि ज्वैलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने की अवधि 1 साल तक की होती है। यहां बता दें कि हर संस्थान में एग्जामिनेशन टाइप अलग अलग होता है जैसे कि कहीं पर सेमेस्टर सिस्टम है और कहीं पर ईयर वाइज परीक्षा ली जाती है। इस तरह से जब छात्र एग्जाम में पास हो जाते हैं तो उन्हें ज्वेलरी डिजाइन का डिप्लोमा दे दिया जाता है। 

ज्वेलरी डिजाइन कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance test for diploma in Jewellery Design course)

ज्वैलरी डिजाइन कोर्स करने के लिए हर कॉलेज या इंस्टिट्यूट का अलग-अलग प्रोसीजर होता है। जैसे कि कुछ संस्थानों में तो छात्रों को मेरिट बेस्ड एडमिशन मिल जाता है तो वहीं कुछ कॉलेजों में एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करने के बाद ही स्टूडेंट्स को दाखिला मिल पाता है। यहां आपको बता दें कि इस कोर्स में दाखिला लेने के लिए कुछ कॉलेज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा भी रखते हैं। 

ज्वेलरी डिजाइन कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (What is the admission process for diploma in Jewellery Design course)

ज्वैलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए छात्रों के लिए जरूरी है कि वह सबसे पहले अपनी स्कूल की पढ़ाई पूरी करें यानी कि 12वीं के बाद ही उन्हें इस कोर्स में दाखिला मिल सकता है। हर साल हमारे देश के विभिन्न कॉलेजों और प्राइवेट इंस्टिट्यूट में संबंधित कोर्स में एडमिशन की प्रक्रिया होती है जहां पर कैंडिडेट को सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और उसके बाद अगर उसके कॉलेज में एंट्रेंस टेस्ट के बाद एडमिशन की प्रक्रिया है तो उसे प्रवेश परीक्षा को पास करनी होती है।

इसी तरह जिन इंस्टिट्यूट्स में किसी प्रकार का एंट्रेंस एग्जाम नहीं होता वहां पर कैंडिडेट को डायरेक्ट एडमिशन दे दिया जाता है। इसलिए जिस कॉलेज से आप अपना यह कोर्स करना चाहते हैं पहले उसके बारे में सारी जानकारी मालूम कर लें जिससे कि आपको दाखिले में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो सके। 

योग्यता

ज्वैलरी डिजाइन कोर्स के लिए कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यता का होना बहुत जरूरी है जैसे कि – 

  • कैंडिडेट ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा या फिर इसके समकक्ष पढ़ाई की हो। 
  • छात्र के 12वीं में मिनिमम 45% अंक आने चाहिए।
  • कैंडिडेट में क्रिएटिव स्किल्स होने चाहिए।
  • ज्वेलरी डिजाइन में रुचि होनी चाहिए। 

फीस (fees)

ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए कैंडिडेट को जो फीस देनी पड़ती है वह पूरी तरह से कॉलेज के ऊपर डिपेंड करती है। यहां बताते चलें कि देश के जो बड़े-बड़े संस्थान हैं वहां पर छात्रों को ज्यादा फीस देनी पड़ सकती है और अगर कैंडिडेट किसी सरकारी कॉलेज में अपना दाखिला लेता है तो वहां पर उसे कम फीस देनी होती है।

अगर हम एक एवरेज फीस की बात करें तो इसके लिए कैंडिडेट को 50 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक की फीस देनी पड़ सकती है। लेकिन सही फीस का अनुमान आपको संस्थान से संपर्क करने पर ही मालूम हो सकेगा।  

भारत में ज्वेलरी डिजाइन कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do Jewellery Design course in India)

भारत में ज्वैलरी डिजाइन कोर्स करने के लिए बहुत सारे कॉलेज है जहां पर कैंडिडेट अपना दाखिला लेकर इसकी पढ़ाई कर सकते हैं जैसे कि – 

  • एएएफटी स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइन उत्तर प्रदेश (AAFT School of fashion design Uttar Pradesh)
  • अमोर डिजाइन इंस्टीट्यूट गुजरात (Amor design Institute Gujarat)
  • क्रिएशंस स्कूल ऑफ़ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी महाराष्ट्र (Creations School of Design and Technology Maharashtra)
  • डी समर अकैडमी पंजाब (De Samar academy Punjab)
  • दिल्ली इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन एंड टेक्नोलॉजी दिल्ली (Delhi Institute of Fashion And Technology Delhi) 
  • एलेन स्कूल ऑफ आर्ट एंड डिजाइन राजस्थान (Ellen school of art and design Rajasthan) 
  • एक्सटीरियर इंटीरियर प्राइवेट लिमिटेड कोलकाता (Exterior interior Private Limited Kolkata)
  • फ्लोरेंस अकैडमी ऑफ़ फैशन डिजाइन एंड लैंग्वेज न्यू दिल्ली (Florence academy of fashion, design and language New Delhi)
  • गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर (Guru Nanak Dev University Amritsar)
  • इंटीरियर एंड फैशन डिजाइन इंस्टीट्यूट कर्नाटक (Interior and fashion design Institute Karnataka) 

ज्वेलरी डिजाइन कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of Jewellery Design course)

ज्वेलरी डिजाइन के डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत छात्रों को निम्नलिखित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाता है जिसकी जानकारी इस तरह से है – 

  • डिजाइन (Design)
  • मैन्युफैक्चरर (Manufacturer) 
  • हिस्ट्री ऑफ आर्ट एंड ज्वेलरी (History of Art and jewellery) 
  • बेसिक डिजाइन क्रिएशन (Basic design creation)
  • रिंग्स, ब्रेसलेट एंड एक्सेसरीज क्रिएशन (Rings, bracelets and accessories creation) 
  • मैन्युफैक्चरिंग ऑफ़ प्रेशियस एंड कॉस्टयूम ज्वैलरी  (Manufacturing of precious and costume jewellery) 
  • जेमोलॉजी (Gemmology)
  • डिजाइनर कलेक्शन (Designer collection) 
  • मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग (Marketing and processing) 
  • एनवायरमेंटल स्टडीज (Environmental studies)
  • डायमंड ग्रेडिंग (Diamond grading) 
  • पर्सनालिटी डेवलपमेंट (Personality development)
  • योग (Yoga) 
  • बेसिक डिजाइनिंग ऑन कोरल (Basic designing on Corel) 
  • मर्चेंडाइजिंग (Merchandising) 
  • रिटेल मैनेजमेंट (Retail management)
  • ब्रांडिंग (Branding) 
  • कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication skills)
  • इंडियन मार्केट (Indian market) 
  • इंटरनेशनल मार्केट  (International market)

ज्वेलरी डिजाइन कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after Jewellery Design course)

जो कैंडिडेट ज्वैलरी डिजाइन कोर्स में डिप्लोमा प्राप्त कर लेते हैं उनके सामने कैरियर के अनेकों अवसर आते हैं जहां पर वह विभिन्न सेक्टर्स में अपनी योग्यता के अनुसार काम कर सकते हैं जैसे कि – 

  • ज्वेलरी डिजाइनिंग कंपनीज (Jewellery designing companies)
  • कल्चरल एंड आर्ट्स जॉब्स (Cultural and arts jobs)
  • गारमेंट्स एंड डिजाइन फॉर्म्स  (Garments and design firms)
  • कॉलेजेस एंड यूनिवर्सिटीज (Colleges and universities)
  • प्रेशियस स्टोंस कंसलटेंसीज (Precious stones consultancies) 
  • मॉडल मेकिंग जॉब्स (Model making jobs)
  • जेम्स व्होलेसलिंग यूनिट्स (Gem wholesaling units)
  • ज्वेलरी हाउसेज (Jewellery houses) 
  • लैबोरेट्रीज (Laboratories) 
  • एंटीक हाउसेज (Antique houses)
  • ऑक्शन हाउसेज (Auction houses)

वेतन (salary)

आप यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को कैरियर की शुरुआत में ही 25,000 से लेकर 40,000 रुपए तक का वेतनमान मिल जाता है। जैसे-जैसे उसे एक्सपीरियंस गेन होता रहता है वैसे वैसे उसकी सैलरी भी बढ़ने लगती है। वहीं अगर कैंडिडेट को किसी बड़ी जगह पर काम करने का अवसर मिल जाता है तो तब उसे और भी ज्यादा सैलरी पैकेज मिलता है। 

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)

जो कैंडिडेट ज्वैलरी डिजाइन का कोर्स कर लेते हैं उनको प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स के बहुत सारे चांस मिलते हैं जैसे कि – 

  • ज्वेलरी डिजाइनर (jewellery designer)
  • क्वालिफाइड डायमंड ग्रेडर (qualified diamond grader)
  • प्रोडक्शन मैनेजर (production manager)
  • ब्रांड मैनेजर (Brand manager)
  • विजुअल मर्चेंडाइज (Visual merchandise)
  • रिटेल स्टोर मैनेजर (Retail store manager)
  • क्वालिटी कंट्रोलर (Quality controller) 
  • एंटरप्रेन्योर (entrepreneur) 
  • जेम ग्राइंडर एंड पोलिशर (gem grinder and polisher) 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)

गवर्नमेंट सेक्टर में भी ज्वेलरी डिजाइनर को काम करने के बहुत सारे मौके मिल जाते हैं जैसे कि – 

  • गवर्नमेंट स्कूल्स (Government schools)
  • कॉलेजेस (Colleges) 
  • यूनिवर्सिटीज़ (Universities)
  • गवर्नमेंट इंस्टिट्यूट्स (Government institutes)
  • गवर्मेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (Government research and development organisations) 
  • म्यूजियम्स (Museums) 
  • गवर्मेंट ज्वेलरी हाउसेज (Government jewellery houses) 

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स (diploma in Jewellery Design) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख के माध्यम से हमने आपको जानकारी दी कि ज्वेलरी डिजाइन कोर्स क्या है और इसकी अवधि कितनी होती है। इसके अलावा इस पोस्ट के द्वारा हमने आपको यह भी बताया कि इसके लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या है। साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए छात्रों में कितनी योग्यता होनी चाहिए और इसके लिए कितनी फीस कैंडिडेट को देनी पड़ सकती है। 

इसके अलावा इस आर्टिकल में हमने आपको यह जानकारी भी दी कि भारत में ज्वेलरी डिजाइन कोर्स करने के कौन कौन से कॉलेज हैं और इस कोर्स का पाठ्यक्रम भी हमने आपको बताया। साथ ही हमने आपको यह  भी बताया कि जब कैंडिडेट अपना कोर्स पूरा कर लेता है तो उसे कैरियर की कौन-सी संभावनाएं प्राइवेट और गवर्नमेंट में मिलती हैं। अंत में हमारी बस आपसे यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद ज्वेलरी डिजाइन में डिप्लोमा करना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

This Post Has One Comment

  1. संजय यादव

    यह डिजाइन हमको भी सिखना है बहुत अच्छा है
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