पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स (Diploma in Petroleum Engineering) कैसे करें पूरी जानकारी

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स (Diploma in Petroleum Engineering) कैसे करें पूरी जानकारी। इंजीनियरिंग इंडस्ट्री सालों से छात्रों का पसंदीदा क्षेत्र रहा है जिसमें अधिकतर स्टूडेंट्स अपना कैरियर बनाने के इच्छुक होते हैं। इंजीनियरिंग की बात की जाए तो इसकी कई ब्रांच हैं जिनमें से एक पैट्रोलियम इंजीनियरिंग भी है। इसमें कैरियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स इसलिए आकर्षित होते हैं क्योंकि इस फील्ड में अट्रैक्टिव सैलेरी पैकेज और रोजगार के अवसर भी बेहिसाब मिल जाते हैं। अगर आप भी पैट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स करने में रुचि रखते हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़ें क्योंकि इस लेख के द्वारा हम आपको कोर्स और उसके बाद कैरियर से जुड़ी हुई सारी जानकारी विस्तारपूर्वक बताएंगे।

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स क्या है? (What is diploma in petroleum engineering in hindi)

यहां आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि पैट्रोलियम इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत प्रोडक्शन, ड्रिलिंग, पेट्रोलियम केमिस्ट्री, टेक्निकल कम्युनिकेशन, पैट्रोलियम इंजीनियरिंग साइंस, पेट्रोलियम सेफ्टी फंडामेंटल्स और जियोलॉजी इत्यादि के बारे में छात्रों को पढ़ाई करवाई जाती है। इसके अलावा विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम में अनेकों नए डेवलपमेंट्स और उनका यूसेज करना भी सिखाया जाता है। इस तरह से जो कैंडिडेट इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं वो पैट्रोलियम इंडस्ट्री में अपना बेहतरीन भविष्य बना सकते हैं। 

अवधि (duration) 

जो छात्र पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा करना चाहते हैं उन्हें हम यहां जानकारी के लिए बता दें कि इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष की होती है। बता दें कि यह कोर्स 6 सेमेस्टर में डिवाइड होता है। इस प्रकार से जब कैंडिडेट परीक्षा में पास हो जाता है तो उसको यह डिप्लोमा मिल जाता है। ‌

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance test for diploma in petroleum engineering course)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम को क्वालीफाई करना जरूरी होता है। जो स्टूडेंट्स प्रवेश परीक्षा में सफल हो जाते हैं उन्हें फिर इस डिप्लोमा पाठ्यक्रम में दाखिला मिल जाता है। निम्नलिखित हम आपको जानकारी दे रहे हैं की कौन-कौन सी प्रवेश परीक्षाएं पैट्रोलियम इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स के लिए कंडक्ट करवाई जाती हैं –

  • जेईई सीयूपी- ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश (JEECUP- Joint Entrance Examination Council of Uttar Pradesh) 
  • एपी पॉलिसेट- आंध्र प्रदेश पॉलिटेक्निक कॉमन एंटरेंस टेस्ट (AP POLYCET- Andhra Pradesh Polytechnic Common Entrance Test) 
  • देल्ही सीईटी – देल्ही कॉमन एंटरेंस टेस्ट (Delhi CET- Delhi Common Entrance Test) 
  • टीएस पॉलिसेट – तेलंगना पॉलिटेक्निक कॉमन एंटरेंस टेस्ट (TS POLYCET- Telangana Polytechnic Common Entrance Test) 
  • झारखण्ड पीईसीई -झारखंड पॉलिटेक्निक एंट्रेंस कॉन्पिटिटिव एग्जाम (Jharkhand PECE-Jharkhand Polytechnic Entrance Competitive Exam) 
  • केसीईटी – कर्नाटक डिप्लोमा कॉमन एंट्रेंस टेस्ट  (KCET -Karnataka Diploma Common Entrance Test)
  • पंजाब जेईटी- पंजाब ज्वाइंट एंटरेंस टेस्ट (Punjab JET- Punjab Joint Entrance Test)
  • एमपी पीपीटी- मध्य प्रदेश प्री पॉलिटेक्निक टेस्ट (MP PPT- Madhya Pradesh Pre Polytechnic Test)
  • एचएसटीएस डीईटी – हरियाणा डिप्लोमा एंटरेंस टेस्ट (HSTES DET- Haryana Diploma Entrance Test)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (What is the admission process for diploma in petroleum engineering course)

जो छात्र पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा करना चाहते हैं उन्हें हम यहां बता दें कि इसके लिए उनको सबसे पहले 10वीं या 12वीं कक्षा साइंस जैसे सब्जेक्ट के साथ पास करनी होगी। इस प्रकार से पास होने के बाद अगर वो किसी टॉप कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं तो तब उन्हें एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होगा। फिर प्रवेश परीक्षा में पास होने के बाद कैंडिडेट अपने पसंदीदा कॉलेज या संस्थान में दाखिला ले सकते हैं। लेकिन अगर कोई स्टूडेंट एंट्रेंस टेस्ट में फेल हो जाता है तो ऐसे में उसे बिल्कुल भी निराश नहीं होना चाहिए क्योंकि वह अपना कोर्स फिर देश के किसी प्राइवेट कॉलेज या इंस्टिट्यूट से कर सकता है। 

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (What should be the qualification for diploma in petroleum engineering course)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए छात्र में निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए – 

  • कैंडिडेट ने मिनिमम दसवीं कक्षा पास की होनी चाहिए। 
  • छात्र ने दसवीं कक्षा 10 विज्ञान के साथ-साथ मैथमेटिक्स जैसे सब्जेक्ट पढ़े हो। 
  • कैंडिडेट के दसवीं कक्षा में कम से कम 55% अंक आने चाहिए। 

फीस (fees)

अब यहां आपको हम बता दें कि इस कोर्स के लिए छात्रों को जो फीस देनी पड़ती है वह तकरीबन 45 हजार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक हो सकती है। साथ ही बता दें कि हर कॉलेज की फीस अलग-अलग होती है इसलिए छात्रों को सही फीस की जानकारी एडमिशन के दौरान ही पता चलती है। 

भारत में पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do petroleum engineering course in India)

भारत में पेट्रोलियम इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कोर्स करने के लिए बहुत सारे कॉलेज है जिनके नाम हम आपको बता रहे हैं – 

  • डीपीसी पॉलिटेक्निक कॉलेज सालेम तमिल नाडु (DPC Polytechnic College Salem Tamil Nadu)
  • निम्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी स्कूल जयपुर (NIMS Engineering and Technology School Jaipur)
  • वीईएलएस इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड एडवांस्ड स्टडीज चेन्नई (VELS Institute of Science, technology and advanced studies Chennai) 
  • नंधा पॉलिटेक्निक कॉलेज एरोड तमिल नाडु (Nandha Polytechnic College erode Tamil Nadu
  • आदित्य इंजीनियरिंग कॉलेज सूरमपालेम आंध्र प्रदेश (Aditya Engineering College surampalem Andhra Pradesh)
  • भगवती यूनिवर्सिटी अजमेर (Bhagwati University Ajmer)
  • पंडित दीनदयाल पैट्रोलियम यूनिवर्सिटी गुजरात (Pandit Deendayal Petroleum University Gujarat)
  • शहीद माहीलाल इंस्टीट्यूट पलवल हरियाणा (Shaheed Mahilal Institute Palwal Haryana)
  • एएमईटी यूनिवर्सिटी (AMET University) 

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of petroleum engineering course)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स में छात्रों को जो सिलेबस पढ़ाया जाता है उसके बारे में हम निम्नलिखित जानकारी दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से है – 

  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स  (Engineering mathematics) 
  • इंजीनियरिंग ड्रॉइंग  (Engineering drawing)
  • इंजीनियरिंग केमिस्ट्री (Engineering chemistry)
  • इंजीनियरिंग फिजिक्स (Engineering physics)
  • इंजीनियरिंग मैकेनिक्स (Engineering mechanics)
  • अप्लाइड मैथमेटिक्स (Applied mathematics)
  • फ्लूड मैकेनिक्स (Fluid mechanics)
  • पैट्रोलियम इंजीनियरिंग (Petroleum engineering)
  • ड्रिलिंग ऑपरेशंस (Drilling operations)
  • माइनिंग ऑपरेशंस (Mining operations)
  • रिजर्वॉयर इंजीनियर (Reservoir engineering)
  • वेल डिजाइन (Well design)
  • वाटर डिस्पोजल एंड वाटर इंजेक्शन (Water disposal and water injection) 
  • फ्लो कंट्रोल (Flow control) 
  • पैट्रोलियम रिफायनिंग (Petroleum refining)
  • पेट्रोलियम प्रोडक्शन (Petroleum production) 
  • ऑफशोर स्ट्रक्चर (Offshore structure)
  • कम्युनिकेशन स्किल्स (Communication skills)
  • कंप्यूटर एप्लीकेशंस (Computer applications) 
  • प्रोजेक्ट वर्क (Project work) 

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after petroleum engineering course)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स को करने के बाद एक प्रोफेशनल व्यक्ति को नौकरी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता और वह अपनी योग्यता के अनुसार निम्नलिखित कंपनियों में काम हासिल कर सकता है – 

  • आईओसीएल (IOCL)
  • एचपीसीएल (HPCL)
  • गेल (GAIL)
  • ओएनजीसी (ONGC)
  • आईजीएल (IGL) 
  • ऑयल एजेंसीज (Oil Agencies) 
  • गैस एजेंसीज (Gas Agencies) 
  • केमिकल इंजीनियरिंग कॉलेजेस (chemical engineering colleges)

वेतन (salary)

पैट्रोलियम इंडस्ट्री में काम करने वाले प्रोफ़ेशनल को जो सैलरी पैकेज मिलता है वह कंपनी और उसके स्किल्स के अनुसार होता है। इस प्रकार से कैरियर की शुरुआत में ही तकरीबन 20,000 से लेकर 60,000 रुपए तक का वेतनमान कैंडिडेट को मिल सकता है। इसके अलावा जब उसे कुछ वर्षों का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब इस क्षेत्र में वह हर महीने एक लाख रुपए से भी ज्यादा वेतन प्राप्त कर सकता है। 

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स को करने के बाद एक प्रोफेशनल व्यक्ति को प्राइवेट सेक्टर में अनेकों प्रकार की नौकरियां मिल जाती हैं जहां पर वह काम कर सकता है जैसे कि – 

  • फील्ड ऑपरेटर (field operator)
  • प्रोजेक्ट मैनेजर (project manager)
  • टेस्टिंग इंजीनियर (testing engineer)
  • प्रोसेस ऑपरेटर (process operator)
  • पेट्रोलियम जियोलॉजिस्ट (petroleum geologist)
  • पेट्रोलियम सर्विस टेक्निशियन (petroleum service technician)
  • मैनेजर्स इन पैट्रोलियम इंडस्ट्रीज (managers in petroleum industries) 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)

पैट्रोलियम इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स को करने के बाद एक काबिल प्रोफेशनल को निजी सेक्टर में काम के साथ-साथ गवर्नमेंट सेक्टर में भी नौकरी के बहुत सारे मौके मिलते हैं जहां पर वह काम कर सकता है। यहां बता दें कि हर साल संबंधित क्षेत्र में कॉलेजों, यूनिवर्सिटियों, पैट्रोलियम कॉरपोरेशन सेक्टर्स, रिसर्च सेंटर्स इत्यादि में नौकरियों के लिए रिक्तियां निकलती हैं। जहां पर इच्छुक उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं। 

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल पैट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स (Diploma in Petroleum Engineering) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख में हमने आपको बताया कि पैट्रोलियम इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स क्या होता है और इसकी कितनी अवधि होती है। साथ ही हमने आपको बताया कि इसके लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या है। इसके अलावा हमने इस लेख के द्वारा आपको यह जानकारी भी दी कि पैट्रोलियम इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए कितनी योग्यता होनी चाहिए और इसके लिए छात्रों को कितने रुपए तक की फीस का भुगतान करना होता है। साथ ही साथ हमने यह जानकारी भी दी कि हमारे देश भारत में इसके लिए कौन कौन से कॉलेज और संस्थान सबसे अच्छे हैं और वहां पर क्या-क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। 

इस आर्टिकल में हमने आपको यह भी बताया कि पेट्रोलियम इंजीनियरिंग कोर्स में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद किसी भी कैंडिडेट के सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं हो सकती हैं। अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो पैट्रोलियम इंजीनियरिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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