दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें और कहाँ से करे महत्वपूर्ण जानकारी। आज के समय में बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जो अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते। या फिर किसी वजह से 12वीं के बाद स्टूडेंट आगे कॉलेज में एडमिशन लेने में असमर्थ होते हैं। कारण चाहे कोई भी हो लेकिन विद्यार्थी की एजुकेशन रुक जाती है।
ऐसे में अगर कोई कैंडिडेट अपनी पढ़ाई दोबारा से शुरू करना चाहता है या फिर बिना कॉलेज जाए अपनी शिक्षा पूरी करना चाहता है तो उसके लिए ओपन यूनिवर्सिटी सबसे बेस्ट होती है। डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के लिए हमारे देश में बहुत सारे शिक्षा संस्थान हैं।
लेकिन कुछ लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता जिसकी वजह से वह कभी भी अपनी अधूरी पढ़ाई को कंप्लीट नहीं कर पाते। अगर आप भी एक ऐसे स्टूडेंट है जो डिस्टेंस लर्निंग मोड से स्टडी करना चाहते हैं तो हमारा आज का यह लेख सारा पढ़ें। इस आर्टिकल में हम आपको डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें के बारे में सभी महत्वपूर्ण डिटेल्स देंगे।
डिस्टेंस लर्निंग क्या है?
डिस्टेंस लर्निंग को डिस्टेंस एजुकेशन के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी शिक्षा प्रणाली है जिसके तहत कोई भी व्यक्ति या किसी भी आयु के व्यक्ति घर पर रह कर शिक्षा पूरी कर सकता है। अगर कोई विधार्थी डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते है तो वह डिस्टेंस एजुकेशन शिक्षा प्रणाली के तहत घर पर रह कर आसानी से अपनी शिक्षा पूरी कर सकता है। इसके लिए विधार्थी को डिस्टेंस यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने होते है जिसे डिस्टेंस लर्निंग यूनिवर्सिटी भी कहते है।
पाठ्यक्रम फीस
अगर हम डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन की फीस की बात करें तो अलग-अलग यूनिवर्सिटी में कोर्स के फीस भी अलग होते है। लेकिन एक औषत फीस की बात करें तो 5 से 50000 हजार खर्च करके कोई भी कोर्स कर सकते है। अधिक जानकारी के लिए आप जिस भी कॉलेज में प्रवेश लेना चाहते है उसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप कोर्स की फीस डिटेल्स की जानकारी ले सकते है।
पाठ्यक्रम मान्यता
डिस्टेंस लर्निंग से ग्रजुएशन की मान्यता की बात करें तो इस डिग्री की वैल्यू किसी रेगुलर क्लास डिग्री के सामान ही होती है। डिस्टेंस एजुकेशन कोर्स डिग्री से इसके समतुल्य किसी भी नौकरी पद के लिए आप आवेदन कर सकते है। ऐसा कही नहीं लिखा होता कि इस पोजीशन के लिए डिस्टेंस एजुकेशन डिग्री वाले आवेदन नहीं कर सकते है।
डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कोर्स
जो छात्र डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं उन्हें हम बता दें कि इसके लिए डिस्टेंस यूनिवर्सिटीज में बहुत सारे कोर्स करवाए जाते हैं। यहां आपकी जानकारी के लिए हम कुछ मोस्ट पॉपुलर डिस्टेंस लर्निंग ग्रेजुएशन कोर्स के बारे में डिटेल्स दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से है –
- बैचलर ऑफ आर्ट्स (Bachelor of Arts)
- बैचलर ऑफ एजुकेशन (Bachelor of Education)
- बैचलर ऑफ लॉ (Bachelor of law)
- बैचलर ऑफ कॉमर्स (Bachelor of Commerce)
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (Bachelor of Computer Application)
- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (Bachelor of Business Administration)
- बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इनफॉरमेशन साइंस (Bachelor of library and information science)
- बैचलर ऑफ सोशल वर्क (Bachelor of social work)
- बैचलर ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Bachelor of Information Technology)
- बीएससी (BSc)
- बीएससी योग एंड नेचुरोपैथी (BSc yoga and naturopathy)
योग्यता
जो कैंडिडेट डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं इसके लिए उनमें निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए –
- छात्र ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा या उसके समकक्ष पास किया हो।
- इसके लिए किसी भी तरह की अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है। इसलिए किसी भी आयु का व्यक्ति दाखिला ले सकता है।
- वहीं कुछ यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया भी होती है जिसके बारे में आवेदन के समय छात्रों को पता चल जाता है।
प्रवेश
किसी भी ओपन यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस लर्निंग ग्रेजुएशन करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया बहुत ही आसान होती है। यहां आपको बता दें कि विद्यार्थी अगर चाहें तो ऑनलाइन या फिर ऑफलाइन माध्यम से दाखिला ले सकते हैं। इसके अलावा बता दें कि हर यूनिवर्सिटी की प्रवेश प्रक्रिया थोड़ी अलग अलग हो सकती है।
जैसे कि इग्नू से जो कैंडिडेट ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो अगर वह 12वीं पास नहीं है तो तब उन्हें बैचलर प्रिपेटरी प्रोग्राम पास करना होता है। जबकि कुछ ओपन यूनिवर्सिटीज में डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है।
डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें
जो छात्र डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कैसे करें के बारे में सर्च कर रहे है वो इसके लिए निम्नलिखित प्रोसेस को स्टेप बाय स्टेप फॉलो करें –
- सबसे पहले जरूरी है कि छात्र यह डिसाइड करें कि उन्हें कौन सी ओपन यूनिवर्सिटी से अपना कोर्स करना है।
- उसके बाद छात्र अपनी पसंदीदा और चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
- वेबसाइट के होम पेज पर एक एडमिशन का लिंक मिलेगा उस पर क्लिक कर दें।
- उसके बाद छात्रों के सामने एक एप्लीकेशन फॉर्म खुलकर आएगा। उसमें अपनी सारी डिटेल्स ठीक प्रकार से भर दें।
- सारी जानकारी ठीक से भरने के बाद एप्लीकेशन फीस का भी भुगतान कर दें।
- उसके बाद अपने एप्लीकेशन फॉर्म को ऑनलाइन सबमिट कर दें।
- छात्रों को चाहिए कि अपने आवेदन पत्र का प्रिंटआउट जरूर निकाल कर रख लें।
- उसके कुछ दिन बाद छात्र अपने एडमिशन स्टेटस के बारे में ऑनलाइन जानकारी हासिल कर सकते हैं।
- फिर एडमिशन कंफर्म होने के बाद यूनिवर्सिटी के द्वारा छात्रों को स्टडी मैटेरियल प्रोवाइड कर दिया जाता है।
- इस प्रकार से छात्र बहुत आसानी के साथ डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर सकते हैं।
टॉप 10 डिस्टेंस एजुकेशन यूनिवर्सिटी के नाम
अब आपको यहां हम भारत की टॉप 10 डिस्टेंस एजुकेशन यूनिवर्सिटी के बारे में डिटेल्स बताएंगे। बता दें कि अगर छात्र 12वीं के बाद डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो निम्नलिखित यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। सभी टॉप 10 डिस्टेंस लर्निंग यूनिवर्सिटी के नाम इस प्रकार से हैं –
1, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (Indira Gandhi National Open University) को इग्नू (IGNOU) के नाम से भी जाना जाता है। यह यूनिवर्सिटी टॉप डिस्टेंस लर्निंग यूनिवर्सिटीज में से एक है। इसीलिए जब बात डिस्टेंस एजुकेशन की आती है तो इग्नू का नाम सबसे पहले आता है। बताते चलें कि यह हमारे देश की एक बेहद प्रतिष्ठित ओपन यूनिवर्सिटी है और इस यूनिवर्सिटी से स्टूडेंट्स ऑलमोस्ट सभी प्रकार के कोर्स कर सकते हैं। इसके साथ साथ इग्नू की यह विशेषता भी है कि अगर किसी कारणवश किसी कैंडिडेट ने अपनी बेसिक यानी कि फॉर्मल एजुकेशन पूरी नहीं की है तो तब भी वह इग्नू के माध्यम से अपनी शिक्षा जारी रख सकता है।
2, सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी
सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी (Sikkim Manipal University) भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। आपको बता दें कि यह यूनिवर्सिटी यूजीसी द्वारा अप्रूव है और इसे भारत सरकार द्वारा मान्यता दी गई है। सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए ग्रेजुएट, अंडर ग्रैजुएट, डिप्लोमा कोर्स करवाए जाते हैं। ऐसे में अगर किसी स्टूडेंट ने 12वीं पास कर ली है तो यहां से वो डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर सकते हैं।
3, अन्नामलाई यूनिवर्सिटी
अन्नामलाई यूनिवर्सिटी भी भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस यूनिवर्सिटी का पूरा नाम डायरेक्टरेट ऑफ डिस्टेंस एजुकेशन अन्नामलाई यूनिवर्सिटी है। इस विश्वविद्यालय से छात्र 200 से भी अधिक कोर्स कर सकते हैं जो कि पूरी तरह से अप्रूव्ड है। यहां आपको बताते चलें कि यह हमारे देश भारत की पहली डिस्टेंस लर्निंग यूनिवर्सिटी है जहां से विद्यार्थियों को बहुत से ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री कोर्स करवाए जाते हैं।
4, पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी
पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी भी हमारे देश की टॉप 10 डिस्टेंस एजुकेशन यूनिवर्सिटी में से एक है। यहां जानकारी दे दें कि यह एक स्टेट गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी है जो विद्यार्थियों को बहुत से कोर्स करने के अवसर देती है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के अलावा मैनेजमेंट कोर्स करवाने में इसकी खास पहचान है। इसलिए अगर स्टूडेंट्स डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं।
5, मध्य प्रदेश भोज यूनिवर्सिटी
मध्य प्रदेश भोज यूनिवर्सिटी भी हमारे देश भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। इस ओपन यूनिवर्सिटी की खास बात यह है कि यह ऐसे लोगों को भी शिक्षा हासिल करने का अवसर देती है जो शिक्षा से दूर है। इसीलिए जो छात्र गांव देहात में रहते हैं या फिर फिजिकली डिसएबल हैं उनको मध्य प्रदेश भोज यूनिवर्सिटी विशेषतौर पर एजुकेशन हासिल करने में मदद करती है। यहां से विद्यार्थियों को अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, डिप्लोमा जैसे बहुत से कोर्स करने का मौका मिलता है।
6, सिंबायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग
सिंबोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग भी एक काफी जाना माना नाम है जहां से कैंडिडेट बहुत से कोर्स कर सकते हैं। यहां आपको बता दें कि ब्लेंडेड लर्निंग मेथडोलॉजी को सिंबोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से ही इंट्रोड्यूस किया गया था। इस फैकल्टी की जो सबसे खास बात है वह यह है कि यहां पर सभी पाठ्यक्रमों का कोर्स मैटेरियल टाइम टू टाइम अपडेट किया जाता है। तो इसलिए 12वीं के बाद छात्र अगर चाहे तो सिंबोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कंप्लीट कर सकते हैं।
7, जामिया मिलिया इस्लामिया
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी भी हमारे देश भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। यहां बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया से रेगुलर कोर्स भी छात्र करते हैं। तो वहीं यह यूनिवर्सिटी डिस्टेंस लर्निंग मोड से भी छात्रों को पढ़ने का मौका देती है। बताते चलें कि यहां से स्टूडेंट्स ग्रेजुएट और अंडर ग्रेजुएट कोर्स कर सकते हैं। तो ऐसे में अगर आप डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो जामिया एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
8, दिल्ली यूनिवर्सिटी
दिल्ली यूनिवर्सिटी भी हमारे देश की टॉप 10 डिस्टेंस एजुकेशन यूनिवर्सिटी में से एक है। यहां जानकारी के लिए बता दें कि इसे एसओएल यानी कि स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग भी कहा जाता है। बताते चलें कि अगर कोई कैंडिडेट रेगुलर कॉलेज से बीए, बीकॉम नहीं कर पाता तो तब वह एसओएल के माध्यम से पढ़ाई कर सकता है। बता दें कि यह यूनिवर्सिटी छात्रों के बीच काफी पॉपुलर है। इसी वजह से हर साल लाखों स्टूडेंट्स जो डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करना चाहते हैं वह इसमें दाखिला लेते हैं।
9, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी भी हमारे देश भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। शुरुआत में इसका नाम संस्कृत यूनिवर्सिटी रखा गया था लेकिन बाद में इसका नाम कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी कर दिया गया था। बता दें कि यह ओपन विश्वविद्यालय यूजीसी से रिकॉग्नाइज्ड है और इसलिए यहां से पढ़ाई करना छात्रों के लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आपको बताते चलें कि इस यूनिवर्सिटी से छात्र को अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट जैसे बहुत से कोर्स करवाए जाते हैं। साथ ही साथ बता दें कि इस विश्वविद्यालय में तकरीबन 171 से भी ज्यादा कोर्स विद्यार्थियों के लिए रखे गए हैं।
10, वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी
वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी भी हमारे देश भारत की टॉप 10 यूनिवर्सिटी में से एक है। यहां आपको बता दें कि इस यूनिवर्सिटी को पहले कोटा ओपन यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता था। बताते चलें कि इस यूनिवर्सिटी से छात्र ह्यूमैनिटीज, कॉमर्स, लाइब्रेरी साइंस इत्यादि जैसे विषयों में ग्रेजुएशन कर सकते हैं। बता दें कि वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी के बहुत सारे स्टडी सेंटर भारत के अलग-अलग शहरों में है जहां से छात्र बिना किसी समस्या के डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन कर सकते हैं।
डिस्टेंस लर्निंग के फायदे
डिस्टेंस लर्निंग कोर्स करने के एक नहीं बहुत सारे फायदे हैं। बता दें कि बहुत से ऐसे छात्र होते हैं जो किसी भी वजह से अपनी शिक्षा को पूरा नहीं कर पाते तो ऐसे में उनके लिए यह एक बेहद बेस्ट ऑप्शन है। इस प्रकार से विद्यार्थी अपनी अधूरी शिक्षा को पूरा कर सकते हैं और फिर उन्हें जॉब भी अच्छी मिल जाती है।
आज के समय में एक अच्छी नौकरी हासिल करने के लिए और सोसाइटी में अच्छा स्टेटस बनाने के लिए एजुकेशन बहुत जरूरी है। अगर किसी स्टूडेंट ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी हो तो तब उसे ना तो लोग अच्छी नजर से देखते हैं और ना ही उसे कोई अच्छी जॉब भी हासिल हो पाती है।
डिस्टेंस लर्निंग छात्रों के लिए काफी अच्छा विकल्प हो सकता है अधूरी शिक्षा को पूरा करने का। साथ ही बता दें कि डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन करने के बाद छात्रों को जो डिग्री या फिर सर्टिफिकेट मिलते हैं वह पूरी तरह से रेगुलर यूनिवर्सिटी की तरह ही होते हैं।
डिस्टेंस लर्निंग के नुकसान
डिस्टेंस लर्निंग से पढ़ाई करने वाले छात्र हप्ते में सिर्फ दो दिन ही क्लास कर सकते है। या फिर घर पर रह कर ही पढ़ाई करनी पड़ती है। जिसके कारण छात्रों को अधिक मेहनत और स्वय ही पढ़ाई करने से मानसिक और शारीरिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन की पढ़ाई ज्यादातर लोग सिर्फ डिग्री हासिल करने के उदेश्य से करते है। जिसके कारण वह ज्ञान प्राप्त करने के बजाय सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए पढ़ाई करते है। इस कारण से उनके पास अपने पाठ्यक्रम की जानकारी कम होती है।