टीचर की तैयारी कैसे करें?

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे टीचर की तैयारी कैसे करें के बारे में सारी जानकारी। आज के समय में ही नहीं बल्कि पुराने समय से ही बहुत से लोगों को टीचर बनना बहुत ज्यादा पसंद होता है। कुछ लोग समाज को शिक्षित करना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोग टीचर इसलिए बनते हैं क्योंकि एक शिक्षक को काफी ज्यादा सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।

लेकिन टीचर बनना इतना आसान नहीं होता क्योंकि इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप यह डिसाइड करें कि आपको कौन से विषय का टीचर बनना है और कौन से लेवल का शिक्षक आप बनना चाहते हैं। इसके अलावा और भी बहुत सी चीजें होती हैं जो टीचर बनने के लिए जानना जरूरी है। 

यदि आप एक ऐसे छात्र हैं जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना कैरियर टीचिंग में बनाना चाहते हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़े और जानें शिक्षक बनने से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें। 

टीचर क्या होता है?

सबसे पहले यहां हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि टीचर वह व्यक्ति होता है जो लोगों को पढ़ाने का काम करता है और उनकी मानसिक हेल्थ को बेहतर बनाता है। इतना ही नहीं हर छात्र अपने शिक्षक को अपना मार्गदर्शक मानते हुए अपनी जिंदगी में बहुत सी जगह पर कामयाबी हासिल करता है।

इसीलिए एक गुरु को हर इंसान की जिंदगी में सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है। अगर आप भी इस प्रोफेशन में जाना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि आप पहले अपने आप को इस काबिल बनाएं कि आप लोगों को बेहतरीन तरीके से शिक्षित कर सकें। 

टीचर बनने की तैयारी कैसे करें?

यहां आपको हम बता दें कि अगर आप एक ऐसे कैंडिडेट हैं जो टीचर बनना चाहते हैं तो इसके लिए आपके अंदर कुछ योग्यता होने के साथ-साथ आपकी इंटरेस्ट के बारे में भी आपको क्लीयरली पता होना चाहिए। क्योंकि कई बार लोग टीचर तो बनना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं होता कि वह कौन से सब्जेक्ट में टीचिंग करना चाहते हैं।

तो यदि आपके मन में भी यह सवाल है कि टीचर बनने की तैयारी कैसे करें तो इसके लिए आपको सबसे पहले अपनी इंटरेस्ट को देखना होगा। इसलिए सबसे पहले आप अपने फेवरेट सब्जेक्ट को चुनें और उसमें मन लगाकर पढ़ाई करें। 

यहां हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि टीचर बनने के लिए केवल एक ही तरीका नहीं होता क्योंकि टीचर कई प्रकार के होते हैं जिसकी वजह से उम्मीदवार को यह निर्णय लेना होगा कि उनको कैसा टीचर बनना है यानी कि 12वीं के बाद टीचिंग कोर्स करना है या फिर ग्रेजुएशन के बाद।

यहां निम्नलिखित हम आपको शिक्षक बनने के प्रोसेस के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो कि आपके लिए काफी उपयोगी होगी –  

एनटीटी टीचर 

एनटीटी का पूरा नाम नर्सरी टीचर ट्रेनिंग होता है और यहां आपको बता दें कि जिन कैंडिडेट्स को छोटे बच्चों के साथ खेलना समय बिताना पसंद होता है वे इस कोर्स को कर सकते हैं। अगर आपको भी एनटीटी टीचर बनना है तो आप इस कोर्स को कर सकते हैं। 

एनटीटी टीचर बनने के लिए योग्यता

एनटीटी टीचर बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यता होनी जरूरी है जैसे कि – 

  • इच्छुक उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं तक पढ़ाई की हो।
  • कैंडिडेट ने नर्सरी टीचर ट्रेनिंग का कोर्स किया होना चाहिए। 
  • उम्मीदवार के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए। 

एनटीटी टीचर की सैलरी 

जो एनटीटी टीचर होते हैं उन्हें जो सैलरी मिलती है वह इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि कैंडिडेट को निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने का अवसर मिला है या फिर सरकारी स्कूल में। बताते चलें कि एक नर्सरी टीचर को हर महीने 15 हजार रुपए से लेकर 25 हजार रुपए तक वेतन मिल जाता है। 

जेबीटी/प्राइमरी टीचर 

जो कैंडिडेट जेबीटी/प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं उन्हें जानकारी के लिए बता दें कि जेबीटी का फुल फॉर्म जूनियर बेसिक ट्रेनिंग होता है। इस टीचर ट्रेनिंग कोर्स को वही कैंडिडेट करते हैं जो लोअर एलिमेंट्री लेवल स्कूलों में पढ़ाना चाहते हैं। साथ ही बताते चलें कि प्राइमरी टीचर बनने के लिए आप चाहें तो डीएड (D.Ed) या फिर डीएलएड (D.El.Ed) कोर्स भी कर सकते हैं। 

जेबीटी/प्राइमरी टीचर बनने के लिए योग्यता 

जेबीटी टीचर बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताएं होना अत्यंत जरूरी है – 

  • कैंडिडेट ने कम से कम बारहवीं कक्षा किसी मान्यता प्राप्त संस्थान या बोर्ड से पास की हो। 
  • उम्मीदवार ने जेबीटी का 2 वर्षीय कोर्स किया होना चाहिए। 
  • सरकारी स्कूल में टीचिंग करने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने पीआरटी (PRT) एग्जाम पास किया हो।
  • उम्मीदवार की आयु कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 35 वर्ष तक होनी चाहिए। 
  • कैंडिडेट को कंप्यूटर की जानकारी होने के साथ-साथ इंग्लिश की जानकारी भी होनी चाहिए। 

जेबीटी/प्राइमरी टीचर की सैलरी 

अब आपको बता दें कि प्राइमरी टीचर को हर महीने उसकी योग्यता के अनुसार जो वेतन मिलता है वह 20 हजार रुपए से लेकर 35 हजार रुपए तक हो सकता है। इसके साथ-साथ बता दें कि अगर कैंडिडेट को किसी सरकारी स्कूल में टीचिंग करने का अवसर मिलता है तो तब उसे सरकार कुछ अन्य सुविधाएं भी प्रदान करती है। 

टीजीटी/सेकेंडरी टीचर 

सेकेंडरी टीचर या फिर टीजीटी टीचर बनने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने बीएड (B.ed) किया हो। यहां आपको बताते चलें कि टीजीटी का पूरा नाम ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर होता है और इस तरह से छठी कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम टीजीटी करता है। इस प्रकार से अगर आपको सेकेंडरी लेवल के बच्चों को पढ़ाना पसंद है तो आप b.ed कर सकते हैं। 

टीजीटी/सेकेंडरी टीचर बनने के लिए योग्यता 

जो कैंडिडेट सेकेंडरी टीचर बनना चाहते हैं इसके लिए उनमें निम्नलिखित योग्यताएं होना जरूरी है – 

  • कैंडिडेट ने किसी भी मानयता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो। 
  • ग्रेजुएशन में छात्र ने 50% तक अंक हासिल किए हों। 
  • कैंडिडेट की आयु 21 से 40 तक के बीच में होनी चाहिए। 
  • इच्छुक उम्मीदवार ने b.ed का कोर्स किया हो। 
  • सरकारी स्कूल में पढ़ाने के लिए जरूरी है कि टीचर ने सीटीईटी या फिर टीईटी परीक्षा पास की हो। 

टीजीटी/सेकेंडरी टीचर की सैलरी 

अब आपको यहां बता दें कि जो टीजीटी टीचर होते हैं उन्हें जो सैलरी मिलती है वह इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि वह किसी सरकारी स्कूल में टीचर हैं या फिर किसी प्राइवेट स्कूल में क्योंकि दोनों जगह पर ही अलग-अलग सैलरी पैकेज उनको मिलेगा। वैसे अगर एक एवरेज सैलेरी की बात की जाए तो कैंडिडेट को स्टार्टिंग में 20 से लेकर 35 हजार रुपए तक की सैलरी मिल सकती है। 

पीजीटी टीचर 

अगर कोई कैंडिडेट पीजीटी टीचर बनना चाहता है तो इसके लिए जरूरी है कि उसने पोस्ट ग्रेजुएशन करने के साथ-साथ b.ed की डिग्री हासिल की हो। यहां बताते चलें कि पीजीटी का पूरा नाम पोस्ट ग्रेजुएट टीचर होता है और अगर कोई कैंडिडेट किसी सरकारी स्कूल में पीजीटी शिक्षक के तौर पर काम करना चाहता है तो जरूरी है कि उसने पीजीटी एग्जाम क्लियर किया हो। 

पीजीटी टीचर बनने के लिए योग्यता 

पीजीटी टीचर बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए – 

  • इच्छुक उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएशन किया हो।
  • कैंडिडेट बीएड डिग्री धारक होना चाहिए। 
  • उम्मीदवार की आयु मिनिमम 21 वर्ष तक होनी चाहिए और अधिकतम आयु 40 वर्ष तक होनी चाहिए। 
  • सरकारी टीचर बनने के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने सीटीईटी या फिर टीईटी एग्जाम पास किया हो। 

पीजीटी टीचर की सैलरी 

अब यहां आपको हम बता दें कि जो एक पोस्ट ग्रेजुएट टीचर होता है उसे हर महीने जो सैलरी मिलती है वह 44,900 रुपए से लेकर 1,42400 रुपए तक होती है। यहां बता दें कि यह वेतन उसे सातवें वेतन आयोग के अनुसार दिया जाता है और यह हर राज्य में अलग-अलग हो सकता है।  

टीचर बनने के लिए परीक्षाएं

जो कैंडिडेट टीचर बनना चाहते हैं और टीचर की तैयारी कैसे करें की जानकारी ढूंढ रहे हैं तो उन्हें हम बता दें कि टीचिंग के लिए अलग-अलग परीक्षाएं होती हैं। यहां निम्नलिखित हम आपको जानकारी के लिए सभी परीक्षाओं के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से है – 

सीटीईटी परीक्षा (CTET Exam)

यहां बता दें कि यह एक नेशनल लेवल की परीक्षा है जिसको सीबीएसई के द्वारा कंडक्ट करवाया जाता है। इस परीक्षा का पूरा नाम सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (Central Teacher Eligibility Test) होता है और यह हर साल 2 बार आयोजित होती है। इस परीक्षा में वे लोग भाग लेते हैं जो पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं। 

अगर आप भी टीचर की तैयारी कैसे करें के बारे में जानना चाहते हैं तो हम बता दें कि इसके लिए आप पहले यह निश्चय करें कि आपको प्राइमरी स्टेज के पेपर में भाग लेना है या फिर एलिमेंट्री स्टेज के। 

जानकारी दे दें कि अगर आप पहली कक्षा से लेकर पांचवी कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं तो तब आपको प्राइमरी स्टेज पेपर-1 में शामिल होना पड़ेगा। वहीं अगर आप कक्षा छठी से लेकर आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं तो तब आपको एलीमेंट्री स्टेज पेपर-2 में  भाग लेना होगा। 

साथ ही बता दें कि यह दोनों पेपर ही 150-150 अंकों के होते हैं जिसमें कैंडिडेट से मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं। इनमें किसी भी तरह की कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। 

टीईटी एग्जाम (TET Exam) 

यहां आपको हम सबसे पहले बता दें कि टीईटी का पूरा नाम टीचर एबिलिटी टेस्ट (Teacher Ability Test) होता है। तो जो कैंडिडेट यह जानकारी लेना चाहते हैं कि टीचर की तैयारी कैसे करें उससे पहले उन्हें परीक्षा पैटर्न समझना जरूरी है। जिससे कि वह अपनी तैयारी ठीक तरह से कर सके और अपने लक्ष्य में सफल हो सकें। 

यहां बता दें कि इस एग्जाम में दो तरह के पेपर होते हैं पहला उनके लिए जो लोअर प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं और दूसरा उनके लिए जो अप्पर प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं। इस तरह से जो कैंडिडेट लोअर प्रायमरी टीचर यानी कि पेपर-1 में भाग लेते हैं इसके लिए उन्हें 150 अंकों का पेपर हल करना होता है जिसके लिए उन्हें ढाई घंटे का समय मिलता है। 

ठीक इसी तरह से जो कैंडिडेट अप्पर प्रायमरी टीईटी एग्जाम में भाग लेते हैं यानी पेपर-2 में भाग लेते हैं उनको भी परीक्षा के लिए ढाई घंटे का समय मिलता है और यह एग्जाम 150 अंको का होता है। 

निष्कर्ष 

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल टीचर की तैयारी कैसे करें के बारे में जानकारी। इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि टीचर क्या होता है और टीचर बनने के लिए तैयारी कैसे करें। साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि सबसे पॉपुलर एनटीटी, टीजीटी और पीजीटी टीचर बनने के लिए कैंडिडेट में कितनी योग्यता होनी चाहिए एवं हमने यह भी बताया कि हर महीने टीचर को कितना वेतन मिलता है। 

इसके अलावा इस पोस्ट में हमने आपको यह भी जानकारी भी दी कि टीचर की तैयारी के लिए कौन-कौन सी परीक्षाएं सबसे पॉपुलर हैं जिनमें पास होना जरूरी होता है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह आर्टिकल आपके लिए जरूर उपयोगी रहा होगा। इसलिए अंत में हमारी आपसे रिक्वेस्ट है कि हमारे इस पोस्ट को अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो टीचर की तैयारी कैसे करें के बारे में जानकारी ढूंढ रहे हैं। 

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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