बीडीओ अधिकारी (BDO Officer) कैसे बनें पूरी जानकारी

हर इंसान का सपना होता है कि वह एक बड़ा ऑफिसर बने और इसके लिए वह काफ़ी मेहनत भी करता है। बीडीओ जैसा बड़ा अधिकारी बनना हर व्यक्ति चाहता है परंतु आजकल कंपटीशन इतना ज़्यादा है कि सरकारी नौकरी मिल पाना बहुत अधिक कठिन हो गया है। 

परंतु अत्यधिक कंपटीशन के होने के बाद भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो बीडीओ ऑफिसर बनने के अपने सपने को दिन-रात कड़ी मेहनत करके पूरा करते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि BDO Officer बनने के लिए आपको मेहनत करने के साथ-साथ इसके बारे में सारी जानकारी होना भी अनिवार्य है। 

बीडीओ अधिकारी कौन होता है? (BDO Officer in Hindi)

सबसे पहले आपको हम बताएंगे कि बीडीओ अधिकारी कौन होता है? आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। बता दें कि बीडीओ अधिकारी वह होता है जो जन विकास से संबंधित सभी जन कल्याणकारी योजनाओं को लागू करता है। इसके अलावा अपने क्षेत्र में डवलपमेंट की ज़िम्मेदारी भी बीडीओ अधिकारी की ही होती है। 

बीडीओ अधिकारी का फुल फॉर्म क्या है ? (BDO Full form) 

बीडीओ ऑफिसर की फुल फॉर्म होती है – Block Development Officer यानी खंड विकास अधिकारी। बता दें कि बीडीओ अधिकारी का मुख्य कार्य प्रत्येक जिले के ब्लॉक्स में सरकारी योजनाओं की जांच करना और उनको लोगों के कल्याण के लिए लागू करना होता है।  

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए ? (Eligibility criteria) 

अगर आप बीडीओ अधिकारी बनना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि उसके लिए आपको एक परीक्षा देनी होगी। परंतु उस परीक्षा को देने के लिए आपका योग्य होना भी अत्यंत अनिवार्य है। यदि किसी कैंडिडेट के पास परीक्षा में शामिल होने लायक योग्यता नहीं है तो फिर वह उस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता। 

Block Development Officer या खंड विकास अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवार के पास आवेदन करने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास होने की डिग्री होनी चाहिए। अगर कोई कैंडिडेट ग्रेजुएट नहीं है तो फिर वह BDO Officer के लिए होने वाली परीक्षा में नहीं बैठ सकता। 

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए शिक्षा आवश्यकताएँ (Education requirements) 

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए आपके पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से स्नातक होना चाहिए। इसके लिए आपको किसी विशेष विषय में ग्रेजुएट होना आवश्यक नहीं है। जिन लोगों ने अपना ग्रेजुएशन मेडिकल, इंजीनियरिंग, आर्ट्स, कॉमर्स, विज्ञान आदि में किया है वह भी बीडीओ अधिकारी बन सकते हैं।

आयु सीमा

खंड विकास अधिकारी या बीडीओ ऑफिसर बनने के लिए जो भी व्यक्ति आवेदन करना चाहता है उसकी आयु न्यूनतम 21 साल और अधिकतम 40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। ‌

इसके अलावा सभी आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को इसमें आवेदन करने के लिए अधिकतम आयु सीमा में छूट दी गई है। बता दें कि ओबीसी के लिए 3 वर्ष की छूट दी गई है तो वही एससी व एसटी उम्मीदवारों के लिए 5 वर्ष की छूट निर्धारित है। तो अगर आप ग्रेजुएट है और आपके पास योग्यता है तो आप बीडीओ अधिकारी बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।  

बीडीओ अधिकारी के लिए शारीरिक आवश्यकताएँ

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए महिला और पुरुष दोनों की योग्यताएं और आयु भिन्न-भिन्न होती हैं। उसी के आधार पर उनका चयन होता है। नीचे हम आपको महिला पुरुष दोनों के बारे में आपको जानकारी दे रहे हैं। 

पुरुष

  • पुरुषों की आयु 21 से 40 के बीच में होनी चाहिए।
  • इसके अलावा ओबीसी वर्ग को आयु में 3 साल की छूट दी गई है।
  • एससी और एसटी वर्ग को आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट दी गई है। 

महिला

  • बीडीओ के आवेदन के लिए महिलाओं की न्यूनतम आयु 21 साल और अधिकतम आयु 35 साल होनी अनिवार्य है। 
  • ऐसी महिलाएं जो 12 हफ्तों या उससे अधिक समय से गर्भवती हैं वह इस परीक्षा में नहीं बैठ सकती। 
  • इसके साथ ही वह महिलाएं जिन्होंने किसी ऐसे व्यक्ति से शादी की है जो पहले से शादीशुदा हो और उसकी पत्नी भी जिंदा हो वह भी इस परीक्षा में बैठने के लिए योग्य नहीं है। 

भारत में बीडीओ अधिकारी बनने के लिए शीर्ष कोचिंग सेंटर्स के नाम

यदि आप बीडीओ अधिकारी बनना चाहते हैं और इसकी तैयारी कर रहे हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में यदि आप कोचिंग लेना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे उत्तम पटना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बीडीओ का चयन बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन के एग्जाम के माध्यम से होता है। तो बीडीओ की शीर्ष कोचिंग के लिए पटना सबसे बेस्ट है। इसके अलावा आप अपने जनरल नॉलेज को मजबूत करें। उसके लिए आप रोज न्यूज़ पेपर पढ़ सकते हैं और दूसरे अन्य प्रकार के ज्ञान बढ़ाने वाले आर्टिकल पढ़ सकते हैं। 

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए पुस्तकें और अध्ययन सामग्री 

बीडीओ अधिकारी बनने के लिए आपको काफी पुस्तकें और अध्ययन सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी ताकि आप अपनी तैयारी ठीक प्रकार से कर सकें। हम आपको बता दें कि आप अपनी तैयारी कैसे कर सकते हैं। आपको अपनी जनरल नॉलेज को बहुत अच्छा करना है ताकि जब आपसे कोई भी जनरल नॉलेज का सवाल पूछा जाए तो आप उसका जवाब तुरंत दे दे। 

निम्नलिखित विषयों को आपने बहुत अच्छी तरह से पढ़ना है ताकि आप की तैयारी में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं रह सके:

  • जनरल स्टडीज
  • पॉलिटिकल साइंस
  • इकोनॉमिक्स 
  • करंट अफेयर्स 
  • जनरल इंग्लिश 
  • जनरल एबिलिटी 
  • मैथ्स 
  • जनरल हिंदी 

परीक्षाएँ:-

प्रारंभिक परीक्षा

जितने भी लोगों ने बीडीओ अधिकारी के लिए अप्लाई किया है उन सभी आवेदनकर्ताओं को लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा देनी होती है। यह एक लिखित परीक्षा होती है जिसको पास करना अत्यंत आवश्यक होता है।

वह कैंडिडेट जो लिखित परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें फिर आगे मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। ध्यान रहे कि यदि कोई आवेदक रिटन एग्जाम में फेल हो जाता है तो उसे फ़िर आगे मुख्य परीक्षा के लिए नहीं बुलाया जाता। इसलिए अगर आप इस परीक्षा में बैठ रहे हैं तो ध्यान पूर्वक और बहुत अच्छी तरह से समझ कर अपनी परीक्षा दे ताकि आपका सिलेक्शन हो सके।

बता दें कि इस परीक्षा में 2 पेपर देने होते हैं और इन दोनों पेपरों के लिए समय अवधि 2 घंटे की होती है। 

  • पेपर 1– इस परीक्षा में जनरल स्टडीज पर आधारित प्रश्न होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस परीक्षा में 150 प्रश्नों को हल करना होता है जिसके 200 अंक दिए जाते हैं। 
  • पेपर 2– इस परीक्षा में कैंडिडेट को 33% अंक प्राप्त करने होते हैं क्योंकि यह एक क्वालीफाइंग पेपर होता है। इसमें सीएसटी पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। 200 अंक की इस परीक्षा में 100 प्रशन होते हैं।  

मुख्य परीक्षा

वह परीक्षार्थी जो प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लेते हैं उन्हें मुख्य परीक्षा के लिए चुना जाता है। मुख्य परीक्षा में अभ्यर्थियों को चार अनिवार्य प्रश्न पत्र हल करने होते हैं। इसके साथ ही कैंडिडेट जो दो वैकल्पिक विषय चुनता है उनमें भी चार प्रश्नपत्र करने होते हैं। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अनिवार्य प्रश्न पत्रों में सामान्य हिंदी, निबंध के लिए दो प्रश्न पत्र 150-150 अंकों के करने होते हैं। इसी तरह सामान्य अध्ययन के भी दो प्रश्नपत्र कराए जाते हैं जो 200-200 अंक के होते हैं। 

साक्षात्कार

अगर किसी कैंडिडेट ने प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों को पास कर लिया है तो फिर उस कैंडिडेट को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इसमें कैंडिडेट से अनेकों प्रकार के सवाल पूछे जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य अभ्यर्थियों की योग्यता और उनकी तर्क शक्ति का आंकलन करना होता है। यदि साक्षात्कार के दौरान कैंडिडेट सभी सवालों के जवाब भली-भांति और सटीक देता है तो फिर उसका सिलेक्शन हो जाता है। साक्षात्कार के बाद लोक सेवा आयोग द्वारा एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है जिसमें चुने गए सभी कैंडिडेट को बीडीओ अधिकारी के लिए नियुक्त करने की घोषणा कर दी जाती है।

बीडीओ अधिकारी के कार्य  

  • बीडीओ ऑफिसर अपने क्षेत्र के विकास कार्यों व योजनाओं की देखरेख करते हैं।
  • बीडीओ अधिकारी अपने क्षेत्र से संबंधित गांव के जिला प्रमुख एवं प्रधान, मंत्री और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के राज्य लेवल के अधिकारियों के द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार काम करते हैं।
  • इसके अलावा अपने क्षेत्र के संबंधित गांवों के सीईओ (CEO) , district collector , MLA आदि स्टेट लेवल के अधिकारियों के मुताबिक अपना कार्य करते हैं। 
  • BDO अधिकारी सभी ग्रामीण विकास की योजनाओं से जुड़े हुए सारे कार्यों को पूरा करने में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह अपने क्षेत्र में ग्रामीण लोगों के लिए विभिन्न योजनाओं जैसे:- निर्धन आवास, वृद्धावस्था पेंशन, कृषि योजना आदि से जुड़े हुए महत्वपूर्ण कार्यों को सुचारू रूप से चलाते हैं।
  • बीडीओ ऑफिसर को ब्लॉक लेवल पर किए जा रहे कार्यों और नीतियों में केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ क्रियान्वयन में मदद करनी होती है।  
  • यदि क्षेत्र में किसी को कोई समस्या या परेशानी है तो वह उस समस्या के निवारण के लिए बीडीओ अधिकारी को लिखित एप्लीकेशन दे सकते हैं। इस तरह से खंड विभाग अधिकारी द्वारा हर प्रकार की समस्या पर फौरन एक्शन लिया जाता है। 
  • बीडीओ अधिकारी का मुख्य कार्य निरंतर अपने क्षेत्र में विकास करना भी होता है। 

बीडीओ अधिकारी के वेतन

अगर आप BDO Officer बनने का सोच रहे हैं और आपके अंदर पर्याप्त योग्यता भी है तो आपको इसकी सैलरी भी पता होनी चाहिए। बीडीओ अधिकारी को हर माह 9,300 से लेकर 34,800 रुपए तक का वेतनमान मिलता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रत्येक राज्य के बीडीओ अधिकारी का वेतन अलग-अलग होता है। इसके अलावा सरकार की तरफ से दी गई अन्य सुविधाएं बिल्कुल फ्री होती है उनके लिए कोई भी पैसा नहीं देना होता। 

निष्कर्ष 

तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि बीडीओ अधिकारी कौन होता है और आप कैसे BDO अधिकारी बन सकते हैं।बीडीओ अधिकारी बनने की पूरी जानकारी में आपने जाना : 

  • बीडीओ अधिकारी कौन होता है और BDO कैसे बने एवं इसको बनने की योग्यता। 
  • बीडीओ अधिकारी के कार्य क्या क्या है
  • बीडीओ के लिए आवश्यक सिलेबस।
  • बीडीओ बनने के लिए शारीरिक आवश्यकताएं कौन सी है।
  • BDO अधिकारी महिला/ पुरुष 

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

Leave a Reply