डीएलएड कोर्स (DLED Course) कैसे करें पूरी जानकारी

अगर आपको छोटे-छोटे बच्चों से प्यार है और आप उनके साथ अपना अधिक से अधिक समय बिताना चाहते हैं तो इसके लिए आप डीएलएड कोर्स करके अपने इस सपने को पूरा कर सकते हैं। यह एक बहुत अच्छा कोर्स है जो आपको इस बात का मौका देता है कि आप एक शिक्षक बन सके।

यहां आपको यह भी बता दें कि मौजूदा समय में यदि आप एक अच्छे टीचर बनने की योग्यता रखते हैं तो आपका कैरियर ग्राफ बहुत तेजी के साथ ऊपर जाएगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप 2 वर्षीय टीचिंग कोर्स कर सकते हैं जो कि आपको कैरियर के बहुत सारे ऑप्शन देगा। तो डीएलएड कोर्स के बारे में सारी जानकारी जानने के लिए आप इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।

डीएलएड कोर्स क्या है? (What is DLED Course in Hindi)

डीएलएड कोर्स प्राइमरी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने के लिए एक टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम है जिसको करने के बाद प्राइमरी टीचर बना जा सकता है। प्राइमरी लेवल के बच्चे बहुत छोटे होते हैं और उन को पढ़ाने का काम बहुत जिम्मेदारी का होता है। एक बच्चा पहले अपने घर में शिक्षा लेता है और उसके बाद फिर वह स्कूल में आता है जहां पर उस बच्चे को उचित और उत्तम शिक्षा मिलनी आवश्यक होती है।

डीएलएड कोर्स में अगर आप प्रवेश ले लेते हैं तो उस कोर्स में आपको बच्चों को पढ़ाने का डिप्लोमा कोर्स करवाया जाता है। डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन यानि डीएलएड कोर्स करने के बाद आप टीचर बनकर छोटे बच्चों को शिक्षा दे सकते हैं।  

वर्तमान परिदृश्य

शिक्षक वह होता है जो किसी भी इंसान का जीवन सवार सकता है और उसे सही मार्ग दिखा कर उसे एक जिम्मेदार नागरिक बनाता है। इसीलिए वर्तमान समय में शिक्षकों की मांग हर दिन बढ़ती ही जा रही है क्योंकि एक अच्छा शिक्षक मिलना अत्यंत कठिन कार्य होता है जो कि वास्तव में अपने छात्रों का ठीक प्रकार से मार्गदर्शन करता है। 

आज प्राइवेट स्कूलों के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में तो शिक्षकों की आवश्यकता है ही लेकिन इसके साथसाथ ही शिक्षकों की मांग विभिन्न प्रकार के कोचिंग सेंटर, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट आदि में भी अत्यधिक बढ़ गई है। ऐसा लग रहा है कि टीचरों की यह मांग आने वाले सालों में और भी ज्यादा तेजी के साथ बढ़ेगी क्योंकि हमारा देश शिक्षा को काफी महत्व देता है और हर नागरिक का यह अधिकार होता है कि वह शिक्षा हासिल करे। इसलिए अगर आपका इरादा टीचर बनने का है तो डीएलएड कोर्स आपके लिए उत्तम रहेगा जो कि एक डिप्लोमा कोर्स है और 2 साल के बाद आप एक टीचर बन सकते हैं।   

डीएलएड कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा

यदि आपने डीएलएड का कोर्स करना है तो इसके लिए आपको प्रवेश प्रक्रिया को पास करना पड़ेगा। जिस तरह से अन्य प्रवेश परीक्षाओं में मेरिट लिस्ट के आधार पर कट ऑफ मार्क्स पर चयन किया जाता है उसी तरह से डीएलएड कोर्स की भी प्रक्रिया है। इस बात का भी ध्यान रखें कि अगर आपने प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए हैं तो फिर इसके लिए आपको अत्यधिक फीस नहीं देनी होगी और आपको बिना किसी परेशानी के किसी भी गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन मिल जाएगा। 

डीएलएड कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है ?

डीएलएड कोर्स करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया का देना अत्यंत आवश्यक है। यह प्रवेश परीक्षा उस समय अत्यंत आवश्यक है जब आपको किसी सरकारी कॉलेज से इस कोर्स को करना हो। यहां यह भी बता दें कि हर प्राइवेट संस्थान की प्रवेश प्रक्रिया अलग अलग है जो कि एक दूसरे से भिन्न है। 

योग्यता

डीएलएड कोर्स के लिए न्यूनतम योग्यता इस प्रकार से है

  • शैक्षणिक योग्यताकिसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 10-2 पास होना चाहिए।
  • कक्षा 12वीं में कम से कम 50% अंक होने चाहिए। 
  • एससी और एसटी एवं विकलांग वर्ग के लिए 5%-5% की छूट अंक में दी गई है। 
  • आयु सीमान्यूनतम आयु कम से कम 18 साल और अधिकतम आयु 35 साल होनी चाहिए।
  • डीएलएड कोर्स के लिए महिला और पुरुषों दोनों के लिए आयु सीमा एक ही रखी गई है। 

फीस

यदि आपका एडमिशन किसी सरकारी कॉलेज में हो जाता है तो आपको इस कोर्स को करने के लिए अधिक फीस का भुगतान नहीं करना होगा। कोई भी सरकारी कॉलेज डीएलएड कोर्स के कम से कम 10,000 रुपए का फीस भुगतान लेता है।

लेकिन यदि आपने अपना दाखिला किसी प्राइवेट कॉलेज में लिया है तो इसके लिए आपको इस कोर्स के लिए कम से कम 41 हजार रुपए तक भरने पड़ सकते हैं। लेकिन पूरी तरह से प्राइवेट संस्थान की फीस उस कॉलेज में संपर्क करने पर ही आपको पता चलेगी क्योंकि हर संस्थान या कॉलेज के अलग-अलग रूल्स, रेगुलेशन, और फीस निर्धारित होती है। 

भारत में डीएलएड कोर्स करने के लिए कॉलेज की सूची:

डीएलएड कोर्स करने के लिए बहुत सारे सरकारी और प्राइवेट कॉलेज है जहां से आप इस कोर्स को कर सकते हैं। लेकिन इस बात को अच्छी तरह से समझ लीजिए कि यदि आप किसी अच्छे कॉलेज से इस कोर्स को करेंगे तो आपको बहुत ही आसानी से किसी भी प्राइमरी स्कूल में शिक्षक की नौकरी मिल जाएगी। यहां आपकी जानकारी के लिए हम यह भी बता दें कि यह कोर्स 2 साल का होता है जिसको करने के बाद प्राइमरी लेवल के बच्चों को शिक्षा दे सकेंगे। आइए जानते हैं वह कौन से कॉलेज है जहां से आप डीएलएड कोर्स करके शिक्षक बन सकते हैं। 

  • यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई (University of Mumbai)
  • बुद्धा कॉलेज ऑफ एजुकेशन करनाल (Buddha College of Education Karnal)
  • जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी (Jaipur National University)
  • एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा (Amity University Noida)
  • एसजीटी यूनिवर्सिटी गुड़गांव (SGT University Gurgaon)
  • आईई भोपाल (I E Bhopal)
  • पीआर ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूट ऑफ लखनऊ (PR group of Institute of Lucknow) 
  • एचजीएम आजम कॉलेज ऑफ एजुकेशन पुणे (HGM Azam College of Education Pune)
  • अमर भारतीय महाविद्यालय ग्वालियर (Amar bhartiya mahavidyalaya Gwalior)
  • आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी भोपाल (RKDF University Bhopal) 

डीएलएड कोर्स का पाठ्यक्रम क्या-क्या है ?

डीएलएड कोर्स में क्योंकि प्राइमरी बच्चों को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है इसलिए इस कोर्स के अंदर बच्चों से जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारी दी जाती है ताकि एक शिक्षक अपने स्टूडेंट को उचित रूप से एजुकेशन दे सके। यह कोर्स क्योंकि 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है इसलिए कोई भी कैंडिडेट सफलतापूर्वक इस कोर्स को पूरा करके टीचर बन सकता है। 

पहले साल का पाठ्यक्रम 

  • चाइल्डहुड एंड द डेवलपमेंट ऑफ चिल्ड्रन (childhood and the development of children)
  • कंटेंपरेरी सोसायटी (Contemporary Society)
  • टुवर्ड्स अंडरस्टैंडिंग द सेल्फ (Towards understanding the self)
  • पेडगोजी ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज (Pedagogy of English language)

दूसरे साल का पाठ्यक्रम 

  • कॉग्निशन, सोशियो कल्चरल कॉन्टेक्स्ट (cognition, socio-cultural context)
  • गाइडेंस एंड काउंसलिंग (guidance and counselling) 
  • लीडरशिप एंड चेंज (leadership and change) 
  • पेडगोजी आफ एनवायरमेंटल स्टडीज (Pedagogy environmental studies)
  • स्कूल हेल्थ एंड एजुकेशन (School, health and education)
  • फाइन आर्ट्स एंड एजुकेशन (fine arts and education)

डीएलएड कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है ?

डीएलएड कोर्स पूरा करने के बाद आप को शिक्षक बनने के अलावा और भी अन्य क्षेत्रों में अपना कैरियर बनाने के विकल्प मिलेंगे। जानकारी के लिए बता दें डीएलएड कोर्स करने के बाद सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में टीचर की नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसके अलावा आप ट्यूटर, होम ट्यूटर, शिक्षा सलाहकार, कंटेंट राइटर, आर्टिकल राइटर इत्यादि भी बनकर अपने कैरियर में आगे बढ़ सकते हैं। 

वेतन

डीएलएड कोर्स करने के बाद किसी भी टीचर का वेतन इस बात के ऊपर निर्भर करता है कि वह सरकारी स्कूल में पढ़ा रहा है या फिर प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहा है। चाहे वह गवर्नमेंट स्कूलों में पढ़ाई कराए या फिर किसी प्राइवेट स्कूल में उसे बहुत अच्छी सैलरी मिलती है। प्राइवेट स्कूल में अगर आपको जॉब मिलेगी तो आपकी सैलरी इस बात के ऊपर निर्भर करेगी कि वह स्कूल कितना प्रतिष्ठित है क्योंकि प्राइवेट स्कूल में अलग-अलग वेतनमान मिलता है। वहीं सरकारी स्कूल की बात करें तो यहां पर 2025 हजार रुपए महीना एक प्राइमरी टीचर को आराम से मिल जाते हैं।  

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स

जब कोई भी कैंडिडेट इस कोर्स को पूरा कर लेता है तो उसको प्राइवेट सेक्टर में अनेको जॉब मिल जाती है क्योंकि मौजूदा समय में सभी मां बाप अपने बच्चों की पढ़ाई पर बहुत ध्यान देते हैं और उसके लिए उनको अच्छे से अच्छे कोचिंग सेंटर में पढ़ाई करवाते हैं या फिर होम ट्यूटर की सहायता लेते हैं। इस तरह से क्षेत्र के अंदर आप विभिन्न प्रकार के नौकरियां करने के अवसर पा सकते हैं। आज भी बहुत से ऐसे टीचर है जो स्कूल की नौकरी भी करते हैं और अपना कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं। 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स

सफलतापूर्वक प्राइमरी टीचर का कोर्स करने के बाद आप प्राइवेट जॉब करने के साथ-साथ गवर्नमेंट सेक्टर में भी विभिन्न प्रकार की जॉब हासिल कर सकते हैं। इसके अलावा आप  कैरियर काउंसलर बन सकते हैं और अपना स्वयं का निजी कोचिंग सेंटर भी खोल सकते हैं।  

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि कैसे आप डीएलएड में एडमिशन ले कर अपने टीचर बनने के सपने को पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स से जुड़ी हुई हर छोटी बड़ी बात हमने आपको विस्तार पूर्वक बताई है ताकि आपको किसी प्रकार की कोई उलझन ना रहे। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सारी उचित जानकारी दे दी है और हमें आशा है कि आपको हमारा आर्टिकल अवश्य पसंद आएगा। हमारे इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें। 

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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