नुमिस्मैटिस्ट (Numismatist) कैसे बनें?

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि नुमिस्मैटिस्ट (Numismatist) कैसे बनें? अगर आप भी पुराने सिक्को को इकट्ठा करने में रुचि रखते हैं तो आप नुमिस्मैटिस्ट बन सकते हैं। लेकिन अगर आप इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने में रुचि रखते हैं तो सबसे अधिक जरूरी है कि आपको इससे जुड़ी हुई सभी जानकारी होनी चाहिए।

कई बार बहुत सारे छात्र इंटेलिजेंट होने के बावजूद भी अपने पसंदीदा क्षेत्र में नहीं जा पाते जिसका कारण होता है अज्ञानता एवं सही गाइडेंस की कमी। परंतु अगर छात्र सही दिशा में और पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद अपना कैरियर चुनते हैं तो वह निसंदेह सफल होते हैं। तो इसीलिए अगर आप 12वीं के बाद नुमिस्मैटिस्ट बनना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में। 

नुमिस्मैटिस्ट क्या होता है (what is Numismatist in Hindi) 

यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि नुमिस्मैटिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो प्राचीन सिक्कों को जमा करने का कार्य करता है जैसे कि टोकन, पेपर मनी, सिक्के इत्यादि। इसके साथ साथ प्राचीन सिक्कों का अध्ययन और विश्लेषण करने का काम भी करता है इसीलिए इसको कॉइन ग्रेडर के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही साथ यह भी बता दें कि एक नुमिस्मैटिस्ट यानी मुद्रा शास्त्री करेंसी डेवलपमेंट के विभिन्न चरणों को भी अपनी नजर में रखता है जिससे सिक्कों के निर्माण में परिवर्तन को ट्रैक किया जा सके। 

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नुमिस्मैटिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो छात्र 12वीं के बाद नुमिस्मैटिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले चाहिए कि वह अपनी 12वीं कक्षा किसी भी विषय में पास कर लें और उसके बाद वह अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई हिस्ट्री, आर्कोलॉजी, इनफॉरमेशन मैनेजमेंट, लैटिन, इंग्लिश लिटरेचर इत्यादि जैसे विषयों में करें। फिर अगर कैंडिडेट चाहे तो वह इस फील्ड से जुड़ा हुआ कोई कोर्स किसी भी अच्छे संस्थान से कर सकता है। इस तरह से कोर्स करने के बाद वह नुमिस्मैटिस्ट के रूप में काम करने लगता है। 

योग्यता 

  • कैंडिडेट ने अपना ग्रेजुएशन हिस्ट्री, आर्ट , लैटिन , इंग्लिश लिटरेचर , आर्कलॉजी जैसे विषयों में क्या होना चाहिए। 
  • उम्मीदवार को प्राचीन सिक्कों से संबंधित पूरी जानकारी होना जरूरी है।
  • सिक्कों का विश्लेषण करने में निपुण होना चाहिए। 

आयु सीमा 

  • इच्छुक उम्मीदवार की आयु कम से कम 20 वर्ष तक होनी चाहिए।
  • नुमिस्मैटिस्ट बनने के लिए अधिकतम आयु सीमा नहीं रखी गई है इसलिए किसी भी आयु तक कैंडिडेट इस फील्ड में काम कर सकता है। 

नुमिस्मैटिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

नुमिस्मैटिस्ट बनने के बाद कोई भी छात्र नौकरी करने के विभिन्न अवसर प्राप्त कर सकता है जहां पर वह अनेकों गवर्नमेंट विभागों के अलावा कॉरपोरेट ऑर्गेनाइजेशन में एंशिएंट करेंसी और मुद्राओं से संबंधित काम कर सकता है। इसके अलावा आर्कोलॉजी डिपार्टमेंट, म्यूजियम, हिस्टोरिकल प्लेसिस इत्यादि में भी अपना कैरियर बना सकता है। 

वेतन 

जब कोई कैंडिडेट नुमिस्मैटिस्ट बन जाता है तो उसे उसके कैरियर की शुरुआत में हर महीने काफी अट्रैक्टिव सैलरी पैकेज मिल जाता है जो कि तकरीबन 30,000 से लेकर 35,000 रुपए तक हो सकता है। लेकिन कुछ वर्षों का अनुभव हासिल करने के बाद कैंडिडेट ज्यादा वेतन आसानी के साथ हासिल कर सकता है। इसके अलावा अगर किसी व्यक्ति को किसी विदेश में नौकरी करने का मौका मिल जाता है तो तब वहां उसकी सैलरी बहुत ही ज्यादा अच्छी होती है। 

नुमिस्मैटिस्ट के कार्य 

नुमिस्मैटिस्ट के पद पर काम करने वाले व्यक्ति को सिक्कों से संबंधित बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य करने होते हैं जैसे कि – 

  • प्राचीन सिक्कों का विश्लेषण करने के अलावा उनकी ग्रेडिंग करना।
  • आने वाली नई पीढ़ियों के लिए सिक्कों के निर्माण में परिवर्तन के ट्रेक को रखने की जिम्मेदारी होती है। 
  • मुद्राओं की घटनाओं के विभिन्न चरणों पर अपनी नजर बनाए रखता है। 
  • सिक्कों का अध्ययन करता है।
  • हर सिक्के को समझना और पढ़ना।

निष्कर्ष 

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल नुमिस्मैटिस्ट (Numismatist) कैसे बनें? इस आर्टिकल में हमने आपको जानकारी दी कि नुमिस्मैटिस्ट कैसे बनें और इसके लिए किसी भी छात्र में कितनी योग्यता होनी आवश्यक है। इसके अलावा हमने इस लेख के माध्यम से आपको यह भी बताया कि नुमिस्मैटिस्ट बनने की पूरी प्रक्रिया क्या होती है और जब कोई कैंडिडेट नुमिस्मैटिस्ट बन जाता है तो उसे हर महीने कितने रुपए तक का सैलरी पैकेज मिलता है एवं उसे नुमिस्मैटिस्ट के रूप में कौन-कौन से कार्य करने होते हैं।

इसके अलावा दूसरी बातों की जानकारी भी हमने इस पोस्ट के द्वारा आपको दे दी है जो कि आपके लिए काफी हेल्पफुल रही होगी। वैसे अगर देखा जाए अगर किसी व्यक्ति को सिक्के कलेक्ट करने का शौक हो तो वह इस क्षेत्र में कामयाबी के साथ अपना कैरियर बना सकता है।

अंत में हमारा आपसे यही निवेदन है कि अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद नुमिस्मैटिस्ट बनना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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