इकोलॉजिस्ट (Ecologist) कैसे बनें?

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इकोलॉजिस्ट (Ecologist) कैसे बनें? आज के समय में ऐसे बहुत सारे विद्यार्थी हैं जिनको पर्यावरण और उससे जुड़े हुए घटकों के बारे में अध्ययन करना काफी पसंद होता है। इसी वजह से ऐसे छात्र इसी क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना पसंद करते हैं।

लेकिन किसी भी कैरियर में कोई भी व्यक्ति केवल तभी सफल हो सकता है जब वह उसके बारे में सारी महत्वपूर्ण बातों की जानकारी हासिल करे। इस तरह से कैंडिडेट के उसकी पसंदीदा इंडस्ट्री में काम करने के मौके बढ़ जाते हैं। यदि आप भी एक इकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं और उससे संबंधित खास बातों की जानकारी ढूंढ रहे हैं, तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें कि आप किस प्रकार से 12वीं के बाद इकोलॉजिस्ट बन सकते हैं। 

इकोलॉजिस्ट क्या होता है (what is  Ecologist in Hindi) 

यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि इकोलॉजिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल है जो पर्यावरण और पर्यावरण के विभिन्न घटकों के और उनके बीच संबंधों का ठीक प्रकार से अध्ययन करते हैं। चाहे फिर वह घटक जीवित हो या फिर निर्जीव।

इस तरह से इकोलॉजिस्ट यह जांच करता है कि एक कंपोनेंट के कार्यों का प्रभाव दूसरे पर किस तरह से पड़ता है  जैसे बारिश, पोलूशन और टेंपरेचर परिवर्तन इत्यादि। बता दें कि इकोलॉजिस्ट यह पता लगाते हैं कि पर्यावरण पर शहरीकरण , जनसंख्या और प्रदूषण का  प्रभाव किस तरह से पड़ता है। 

Also read: आर्ट कंजरवेटर (Art Conservator) कैसे बनें?

इकोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो कैंडिडेट इकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले उनको अपनी 12वीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी जैसे विषयों में 50% अंकों के साथ पास करनी होती है। इसके बाद फिर कैंडिडेट को चाहिए कि वह अपना एडमिशन इकोलॉजी के डिग्री कोर्स में ले लें। उसे चाहिए कि अपना ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद वह इकोलॉजी में एमएससी करें। फिर कैंडिडेट की इच्छा के ऊपर है कि वह या तो नौकरी के लिए अपना आवेदन दे दे या फिर वह इकोलॉजी में पीएचडी कर ले। 

योग्यता

  • छात्र ने इकोलॉजी में बीएससी किया हो।
  • या छात्र ने इकोलॉजी में एमएससी की डिग्री हासिल की हो।
  • या फिर कैंडिडेट ने इकोलॉजी में पीएचडी किया हो। 
  • अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी चाहिए। 

आयु सीमा 

  • कैंडिडेट की आयु कम से कम 17 साल तक की होनी चाहिए। 
  • आरक्षित वर्ग की श्रेणी को आयु सीमा में छूट सरकार के नियम अनुसार दी गई है।

इकोलॉजिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

जो कैंडिडेट इकोलॉजिस्ट बन जाते हैं उनके सामने नौकरी करने के बहुत सारे अवसर मौजूद होते हैं क्योंकि आज हमारे देश में पर्यावरण से संबंधित कई क्षेत्रों में इकोलॉजिस्ट की बहुत ज्यादा मांग है। इस तरह से से कैंडिडेट को कृषि, वानिकी, प्रकृति संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, क्षेत्रीय विकास, पर्यावरण शिक्षा जैसे बहुत सारे क्षेत्रों में काम करने का मौका मिल जाता है। इसके अलावा भी कैंडिडेट को निम्नलिखित जगह पर काम करने के मौके मिलते हैं जैसे कि- 

  • कृषि विभाग
  • एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूटस 
  • नेशनल पार्क बोर्ड
  • प्रकृति संरक्षण के प्रांतीय विभागों 
  • प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशंस 

वेतन 

जो कैंडिडेट इकोलॉजिस्ट के तौर पर काम करते हैं उनकी सैलरी उनकी एकेडमिक क्वालीफिकेशन के साथ-साथ इस बातों पर निर्भर करती है कि वह कौन से विभाग में काम कर रहे हैं। वैसे एवरेज सैलेरी जो कैंडिडेट को मिलती है वह लगभग 25,000 से लेकर 35,000 रुपए तक हो सकती है।  

इकोलॉजिस्ट के कार्य 

इकोलॉजिस्ट को इस पद पर रहते हुए जो काम करने पड़ते हैं वह काफी महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी वाले होते हैं जिनकी जानकारी इस तरह से है- 

  • जितने भी सजीव और निर्जीव घटक पर्यावरण में मौजूद हैं उन सब के बीच में संबंध स्थापित करने के लिए सुझाव देना।
  • लिविंग कंपोनेंट्स और उनके पर्यावरण पर प्रभाव बारे में रिसर्च करते हैं। 
  • अपनी जानकारी और ज्ञान के द्वारा यह सभी जीव जंतुओं और पेड़ पौधों को सुरक्षित रखने का काम करते हैं। 
  • भौतिक कारणों की वजह से जो भी प्रभाव पर्यावरण पर पड़ते हैं उनके लिए सुझाव देने का कार्य।
  • अचानक से आने वाली बारिश, समुद्री तूफान और तापमान में वृद्धि के कारणों के बारे में पता लगाना। 
  • पृथ्वी पर मौजूद सभी जंतुओं और पेड़ पौधों के बीच में जो संबंध स्थापित है उसको और मजबूत करना। 
  • वातावरण में हो रहे परिवर्तन को देखते हुए उसे सुरक्षित रखने के लिए उचित कार्य करने के साथ-साथ सुझाव देना। 

निष्कर्ष 

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल इकोलॉजिस्ट (Ecologist) कैसे बनें? इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि इकोलॉजिस्ट क्या होता है और इसके बनने के लिए किसी छात्र में कितनी योग्यता की आवश्यकता होनी चाहिए। इसके अलावा हमने यह भी जानकारी दी कि इकोलॉजिस्ट बनने की प्रक्रिया क्या है और इस पद पर काम करने वाले कैंडिडेट को हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है।

इसके साथ हमने यह भी जानकारी दी कि इकोलॉजिस्ट को कौन-कौन से कार्य करने पड़ते हैं। वैसे अगर देखा जाए अगर आपकी रूचि पर्यावरण और जीव जंतुओं में बहुत ज्यादा है तो आप इस क्षेत्र में काफी अच्छा कैरियर बना सकते हैं।

अंत में हमारी आपसे यह रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद इकोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

Leave a Reply