नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कोर्स (diploma in industrial electronics) कैसे करें पूरी जानकारी। हमारे देश में हर छात्र का यही सपना होता है कि वो कोई ऐसा काम करे जिसमें रोजगार के बेहतरीन अवसर होने के साथ-साथ आगे बढ़ने के मौके भी हों। तो ऐसे में कैंडिडेट इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकता है।
लेकिन जो कैंडिडेट इस इंडस्ट्री में जाना चाहते हैं उन्हें पहले इससे संबंधित कोई डिप्लोमा कोर्स करना होगा जिससे कि वह इस फील्ड में अच्छी तरह से काम कर सकें। लेकिन अगर आप एक ऐसे स्टूडेंट है जिसको इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में ठीक प्रकार से जानकारी नहीं है तो आप हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा जरूर पढ़ें। क्योंकि इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप 12वीं के बाद इस इंडस्ट्री में अपना कैरियर कैसे बना सकते हैं।
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स क्या है? (What is diploma in industrial electronics in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स को औद्योगिक इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से भी जाना जाता है और जो कैंडिडेट इस इंडस्ट्री में जाना चाहते हैं उन्हें तब इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा हासिल करना होता है।
बताते चलें कि इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित सभी बातों की जानकारी और ट्रेनिंग उत्कृष्ट तरीके से दी जाती है। अब यहां आपको बता दें कि इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट को इंडस्ट्रियल कंट्रोल और ऑटोमेशन सिस्टम की जानकारी अच्छे तरीके से आ जाती है।
साथ ही बता दें कि रोबोट सिस्टम्स, डिजिटल और पावर इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रूमेंट से संबंधित ट्रेनिंग भी छात्रों को दी जाती है। इस प्रकार से कैंडिडेट के अंदर स्किल्स आ जाते हैं कि वह इलेक्ट्रिक, एयर कंडीशनिंग, फ्लूइड, सिक्योरिटी इत्यादि की प्रोग्रामिंग, मैनेज करना और इंस्टॉलेशन सीख जाता है।
अवधि (duration)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स की अवधि 3 साल की होती है और यह कोर्स कैंडिडेट जब पास कर लेते हैं तो उसके बाद वह इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स से संबंधित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर हासिल करते हैं।
प्रवेश परीक्षा
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स का डिप्लोमा कोर्स करने के लिए हर कॉलेज का एडमिशन प्रोसेस अलग-अलग है। यहां हम आपको बता दें कि कुछ संस्थानों या कॉलेजों में एंट्रेंस टेस्ट के बाद ही छात्रों को इस कोर्स के अंदर दाखिला मिलता है। तो वहीं कुछ ऐसे संस्थान भी है जहां पर कैंडिडेट को बारहवीं कक्षा के अंकों के आधार पर बिना किसी प्रवेश परीक्षा के दाखिला दे दिया जाता है। इसलिए छात्रों को चाहिए कि वह जिस भी कॉलेज से यह कोर्स करना चाहते हैं उसके बारे में पहले सारी जानकारी हासिल कर लें।
प्रवेश प्रक्रिया
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स करने के लिए प्रवेश प्रक्रिया हर कॉलेज की अलग अलग होती है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि कुछ कॉलेजों में एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है तो कुछ में बिना एंट्रेंस टेस्ट के दाखिला दे दिया जाता है। लेकिन सबसे जरूरी है कि छात्र सबसे पहले अपनी 12वीं कक्षा साइंस और मैथमेटिक्स जैसे विषयों के साथ पास करें। फिर जब कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो जाए तो वहां पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाएं। इस प्रकार पंजीकरण करवाने के बाद छात्र अपना दाखिला ले सकते हैं।
योग्यता
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए किसी भी छात्र में निम्नलिखित योग्यताओं का होना जरूरी है जो कि इस प्रकार से है –
- छात्र ने मिनिमम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट के पास 12वीं में गणित के साथ-साथ विज्ञान विषय होना चाहिए।
- छात्र को इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में रूचि होने चाहिए।
- कैंडिडेट को अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी जरूरी है।
फीस (fees)
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि इस कोर्स के लिए जो फीस देनी पड़ती है वह इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि आपका कॉलेज कौन सी जगह पर है और कितना रिप्यूटेड है। साथ ही बता दें कि जो निजी संस्थान होते हैं वहां इस कोर्स को करने के लिए काफी अधिक फीस देनी पढ़ सकती है। इस प्रकार से इस कोर्स की जो एवरेज फीस होती है वह 1 लाख रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक हो सकती है। लेकिन सही फीस का पता आपको एडमिशन के दौरान ही पता चलता है।
भारत में इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do art and craft course in India)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक डिप्लोमा कोर्स करने के लिए कॉलेज है जहां पर आप दाखिला लेकर इस कोर्स को कर सकते हैं। यहां निम्नलिखित हम उन सभी कॉलेजों के नाम बता रहे हैं जो इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक में बेहतरीन ट्रेनिंग प्रोवाइड करते हैं –
- जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी दिल्ली (Jamia millia islamia university Delhi)
- इंटीग्रल यूनिवर्सिटी लखनऊ (Integral University Lucknow)
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University)
- एनआईएमएस यूनिवर्सिटी जयपुर (NIMS University Jaipur)
- सेंट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज राजपुर (Central India Institute of management studies Rajpur)
- गवर्नमेंट इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स सिकंदराबाद (Government institute of electronics Secunderabad)
- स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग हैदराबाद (State board of Technical Education and training Hyderabad)
- भारती विद्यापीठ्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी महाराष्ट्र (Bharati Vidyapeeth’s Institute of Technology Maharashtra)
- रीजनल पॉलिटेक्निक कॉलेज जम्मू एंड कश्मीर (Regional Polytechnic College Jammu and Kashmir)
- विवेकानंद एजुकेशन सोसायटीज पॉलिटेक्निक महाराष्ट्र (Vivekanand education society’s Polytechnic Maharashtra)
- कोंटाई पॉलिटेक्निक कॉलेज वेस्ट बंगाल (Kontai Polytechnic College West Bengal)
- धार पॉलिटेक्निक कॉलेज मध्य प्रदेश (Dhar Polytechnic College Madhya Pradesh)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of industrial electronics course)
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स के डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत आपको कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं उनकी जानकारी इस प्रकार से है –
- फर्स्ट एलाइड कोर्स (First allied course)
- लैंग्वेज कोर्स (Language course)
- कोर कोर्स ( core course)
- एनवायरमेंटल स्टडीज (Environmental studies)
- वैल्यू एजुकेशन (Value education)
- स्किल बेस्ड इलेक्टिव (Skill based elective)
- नॉन मेजर इलेक्टिव (Non major elective)
- मेजर बेस्ड इलेक्टिव (Major based elective)
- एक्सटेंशन एक्टिविटीज (Extension activities)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after industrial electronics course)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कोर्स कर लेते हैं तो उनको निम्नलिखित जगह पर काम करने की संभावनाएं होती हैं जो कि इस प्रकार से हैं –
- कॉलेज (Colleges)
- यूनिवर्सिटीज (Universities)
- इकोसिस एफिशियंसीज प्राइवेट लिमिटेड मुंबई (Ecosys efficiencies Private Limited Mumbai)
- माकेब टेक्नोलॉजी पुणे (Makeb Technology Pune)
- शाइन प्लेसमेंट कानपुर (Shine placements Kanpur)
- ट्रिम्बल नेविगेशन लिमिटेड इंडिया (Trimble navigation Limited India)
- श्री रायेश्वर इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड इनफार्मेशन गोवा (Shree Rayeshwar Institute of engineering and information Goa)
वेतन (salary)
जो छात्र इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स का कोर्स कर लेते हैं उसके बाद जब वो नौकरी करते हैं तो उनकी शुरुआती सैलरी इस बात के ऊपर सबसे ज्यादा डिपेंड करती है कि वह कैसी कंपनी में नौकरी कर रहा है और किस जगह पर उसे काम करने का मौका मिला है। वैसे अगर देखा जाए तो इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को उनके कैरियर की शुरुआत में 20,000 से लेकर 30,000 रुपए तक का वेतनमान मिल सकता है जो कि अनुभव होने के बाद और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को प्राइवेट सेक्टर में बहुत सी जॉब करने के मौके मिल जाते हैं जैसे कि –
- टेक्नोलॉजिस्ट (Technologist)
- इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल्स टेक्नोलॉजिस्ट (Instrumentation and controls technologist)
- लीड टेक्नोलॉजिस्ट (Lead technologist)
- मार्केटिंग वेब टेक्नोलॉजिस्ट (Marketing web technologist)
- इलेक्ट्रिशियन टेक्नीशियन (Electrician technician)
- टीचर (Teacher)
- ट्यूटर (Tutor)
- फर्मवेयर टेक स्पेशलिस्ट (Firmware tech specialist)
- असिस्टेंट डायरेक्टर (Assistant director)
- लेक्चरर या प्रोफेसर (Lecturer or professor)
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)
इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को जैसे प्राइवेट सेक्टर में बहुत सारी नौकरी मिल जाती है ठीक वैसे ही उसे गवर्मेंट सेक्टर में भी काम करने के अवसर मिल सकते हैं। यहां बता दें कि हर साल संबंधित क्षेत्र के लिए सरकार वैकेंसीज़ निकालती रहती है। इस तरह से आप वहां पर अप्लाई करके सरकारी विभागों में काम के मौके पर सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कोर्स (diploma in industrial electronics) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख में हमने आपको जानकारी दी कि इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स डिप्लोमा कोर्स क्या होता है और इस कोर्स की अवधि के बारे में भी बताया। साथ ही हमने इस आर्टिकल में आपको यह भी जानकारी दी कि इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स मे डिप्लोमा कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है।
इसके अलावा इस लेख के माध्यम से हमने आपको यह भी बताया कि इस कोर्स के करने के लिए किसी भी छात्र में कितनी योग्यता का होना अनिवार्य है और इसके लिए कितनी फीस का भुगतान करना पड़ सकता है। साथ ही हमने आपको भारत में इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में डिप्लोमा कोर्स करवाने वाले कॉलेजों के बारे में भी बताया और इसके अंतर्गत छात्रों को जो सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं वह भी हमने बताए। इस आर्टिकल में हमने आपको यह भी बताया कि जो छात्र इस कोर्स को कर लेते हैं उनके सामने फिर प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं होती हैं। अंत में हमारे आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं।