वर्तमान समय में अगर आप आधुनिक भारत के एक ऐसे छात्र हैं जो एक अच्छे कैरियर के साथ-साथ कुछ अलग करना चाहते हैं तो आप एग्रीकल्चर कोर्स कर सकते हैं। मौजूदा समय में हर युवा यही चाहता है कि अपने जीवन में कुछ ऐसा करें जिसमें आगे बढ़ने के अवसर के साथ-साथ कुछ नया करने का मौका भी मिले। इस कोर्स को करने के बाद जहां आपको एक अच्छा कैरियर बनाने के विकल्प मिलेंगे तो वही आपका भविष्य भी सुरक्षित रहेगा।
आज के इस आर्टिकल में हम एग्रीकल्चर कोर्स क्या है। एग्रीकल्चर कोर्स में कैरियर के विकल्प कौन-कौन से हैं के बारे में जानकारी देंगे। साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि इस कोर्स को करने के लिए कितनी योग्यता की आवश्यकता होनी चाहिए एवं कोर्स का पाठ्यक्रम। साथ ही एग्रीकल्चर कोर्स से जुड़ी हुई प्रत्येक जानकारी हम आपको देंगें। यदि आप एग्रीकल्चर कोर्स करके अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आप पूरा अवश्य पढ़िएगा।
एग्रीकल्चर कोर्स क्या है ? (What is Agriculture Course in Hindi)
एग्रीकल्चर कोर्स कला, विज्ञान और व्यवसाय का एक मिश्रण है जिसमें पशु या पौधे से संबंधित एवं खेती करने के बारे में पढ़ाया जाता है। इसके अंतर्गत कृषि रसायन, मृदा विज्ञान, फसल उत्पादन, डेरी विज्ञान और पशुपालन, मत्स्य पालन, बागवानी आदि विषयों पर शिक्षा दी जाती है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एग्रीकल्चर शब्द एक लैटिन शब्द है जो कि दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जैसे –
Ager + Culture= Agriculture
इस प्रकार Ager का अर्थ होता है मिट्टी और Culture का अर्थ होता है संस्कृति।
प्रचलित एग्रीकल्चर कोर्स
यदि आप 12वीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद एग्रीकल्चर में कैरियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आप एग्रीकल्चर कोर्स में स्नातक कर सकते हैं।
स्नातक एग्रीकल्चर कोर्स
- बीटेक इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग
- बीटेक इन एग्रीकल्चरल इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी
- बीटेक इन एग्रीकल्चर एंड डेरी टेक्नोलॉजी
- बीटेक इन एग्रीकल्चरल एंड फूड इंजीनियरिंग
- बीएससी इन एग्रीकल्चर
- बीएससी ऑनर्स इन एग्रीकल्चर
- बीएससी इन डेरी साइंस
- बीएससी इन फिशरीज साइंस
- बीएससी इन प्लांट साइंस
- बीबीए इन एग्रीकल्चर मैनेजमेंट
सर्टिफिकेट एग्रीकल्चर कोर्स
इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि अगर कोई छात्र दसवीं कक्षा या बारहवीं कक्षा के बाद एग्रीकल्चर कोर्स के अंदर सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स करना चाहता है तो कर सकता है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सर्टिफिकेट कोर्स 1-2 वर्ष के बीच का समय लगता है।
- सर्टिफिकेट इन एग्रीकल्चर साइंस
- सर्टिफिकेट इन फूड एंड बेवरेज सर्विस
- सर्टिफिकेट इन बायोफर्टिलाइजर प्रोडक्शन
डिप्लोमा एग्रीकल्चर कोर्स
डिप्लोमा कोर्स 3 साल तक के होते हैं लेकिन बहुत सारे संस्थान में कोर्स के आधार पर यह 1 से लेकर 3 साल तक के बीच में भी हो सकते हैं। अगर आपको डिप्लोमा कोर्स करने में रुचि है तो निम्नलिखित कोर्स आप कर सकते हैं
- डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर
- डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एंड एलाइड प्रैक्टिस
- डिप्लोमा इन फूड प्रोसेसिंग
वर्तमान परिदृश्य
वर्तमान समय में एग्रीकल्चर कोर्स की तरफ वह युवा अत्यधिक आकर्षित हो रहे हैं जो अपने जीवन में कुछ नया करना चाहते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि हमारा देश भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां की लगभग आधी से भी ज्यादा आबादी एग्रीकल्चर फील्ड से जुड़ी हुई है। यही कारण है जिसकी वजह से भारत एग्रीकल्चर के क्षेत्र में संसार भर में दूसरे स्थान पर आता है।
आज की युवा पीढ़ी भी पढ़ लिखकर इस क्षेत्र में अपना भविष्य बना रही हैं इसलिए क्षेत्र में आगे बढ़ने के अत्यधिक मौके हैं। एग्रीकल्चर कोर्स ना केवल आपको एक सुरक्षित भविष्य देता है बल्कि साथ में यह एहसास भी कराता है कि आप अपने देश की मिट्टी से जुड़े हुए हैं।
एग्रीकल्चर कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षाएँ
एग्रीकल्चर कोर्स में प्रवेश लेने के लिए बहुत सारे संस्थान और कॉलेज प्रवेश परीक्षा लेते हैं और जो छात्र इस प्रवेश परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें उस संस्थान या कॉलेज में पढ़ने का मौका दिया जाता है। साथ ही आपको इस बात की जानकारी भी दे दें कि एग्रीकल्चर कोर्स के लिए जो प्रवेश परीक्षा करवाई जाती हैं उनमें अधिकतर प्रश्न 12वीं कक्षा के साइंस विषय पर आधारित होते हैं। छात्रों को जो प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है उन परीक्षाओं के नाम इस प्रकार हैं –
- बीएचयू यूईटी (BHU UET)
- एपी ईएएमसीईटी (AP EAMCET)
- सीजी पीएटी (CG PAT)
- एसएएटी (SAAT)
- यूपीसीएटीईटी (UPCATET)
- औयूएटी (OUAT)
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एग्रीकल्चर के अंडरग्रैजुएट कोर्स में एडमिशन लेने के लिए ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जामिनेशन सबसे पॉपुलर परीक्षा है जिसके अंतर्गत जो छात्र पास हो जाते हैं उन्हें एग्रीकल्चर के अंडर ग्रैजुएट प्रोग्राम में दाखिला दिया जाता है।
ऑल इंडिया एंटरेंस एग्जामिनेशन (All India Entrance Examination) की परीक्षा प्रक्रियाँ
- इसके अंतर्गत कैंडिडेट को कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट देना होता है जो कि 2 ½ घंटे की होती है।
- इस प्रवेश परीक्षा में गणित, फिजिक्स, केमिस्ट्री जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न आते हैं।
- प्रत्येक प्रश्न के के लिए 4 अंक दिए जाते हैं लेकिन यदि किसी प्रश्न का उत्तर गलत होगा तो उसके लिए एक अंक काट लिया जाता है।
- यह परीक्षा 600 अंकों की होती है।
- इस परीक्षा में एमसीक्यू प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।
एग्रीकल्चर कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है ?
एग्रीकल्चर कोर्स के लिए वह छात्र जो इसमें स्नातक करना चाहते हैं उनको संस्थान द्वारा आयोजित प्रवेश प्रक्रिया को पास करना होता है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) के द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान (ICAR) परिषद की अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा (AIEEA-All India Entrance Examination) करवाई जाती है। इस प्रवेश परीक्षा में जो कैंडिडेट पास हो जाते हैं उन्हें भारत के विभिन्न संस्थानों और कॉलेजों में एग्रीकल्चरल कोर्स में एडमिशन दे दिया जाता है।
एग्रीकल्चर कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए ?
- कैंडिडेट भारत का नागरिक होना चाहिए।
- कैंडिडेट को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा बारहवीं साइंस विषय के साथ पास होना चाहिए।
- कक्षा 12वीं में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
- सभी आरक्षित वर्ग के कक्षा 12वीं में 40% अंक होने चाहिए।
- कैंडिडेट की आयु कम से कम 16 साल होनी चाहिए।
फीस
एग्रीकल्चर कोर्स करने के लिए किसी भी प्राइवेट संस्थान में आपको 20 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक सालाना देने पड़ सकते हैं जबकि यदि आप इस कोर्स को किसी गवर्नमेंट कॉलेज से करेंगे तो उसके लिए आपको लगभग 10,000 से लेकर 15,000 रुपए प्रतिवर्ष देने होंगे।
एग्रीकल्चर कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है ?
एग्रीकल्चर कोर्स 4 साल का एक अंडर ग्रैजुएट कोर्स है जिसके 6 सेमेस्टर होते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर का पाठ्यक्रम निम्नलिखित है-
सेमेस्टर -1
- फंडामेंटल्स ऑफ एग्रोनॉमी-1
- इंट्रोडक्टरी एग्रो मेट्रोलॉजी एंड क्लाइमेट चेंज
- लाइव स्टॉक प्रोडक्शन एंड मैनेजमेंट
- रूरल सोशियोलॉजी एंड एजुकेशनल साइकोलॉजी
- फंडामेंटल्स ऑफ हॉर्टिकल्चर
- कंप्रीहेंशन एंड कम्युनिकेशन स्किल्स इन इंग्लिश
- इंट्रोडक्टरी माइक्रोबायोलॉजी
- फंडामेंटल्स ऑफ सॉइल साइंस
- एग्रीकल्चरल हेरिटेज
- इंट्रोडक्टरी बायोलॉजी
- एलिमेंट्री मैथमेटिक्स
- ह्यूमन वैल्यू एंड एथिक्स
- हुमन वैल्यूज एंड एथिक्स
- डेमोक्रेसी इलेक्शन एंड गुड गवर्नेंस
- फिजिकल एजुकेशन एंड योगा
सेमेस्टर 2
- फंडामेंटल्स ऑफ एग्रोनॉमी-2
- फंडामेंटल्स ऑफ क्रॉप फिजियोलॉजी
- फंडामेंटल्स ऑफ एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स
- सोइल एंड वॉटर कंजर्वेशन इंजीनियरिंग
- फंडामेंटल्स आफ एंटोंमोलॉजी
- फंडामेंटल्स ऑफ एग्रीकल्चरल एक्सटेंशन एजुकेशन
- फंडामेंटल्स ऑफ जेनेटिक्स
- फंडामेंटल्स ऑफ प्लांट पैथोलॉजी
- इंडक्शन टू फॉरेस्ट्री
- एजुकेशनल टूर
- कम्युनिकेशन स्किल्स एंड पर्सनैलिटी डेवलपमेंट
सेमेस्टर 3
- क्रॉप प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी-1 (खरीफ क्रॉप्स)
- रेनफेड एग्रीकल्चर एंड वाटर शेड मैनेजमेंट
- फंडामेंटल्स ऑफ प्लांट बायोकेमेस्ट्री एंड बायोटेक्नोलॉजी
- फार्म मशीनरी एंड पावर
- इंसेक्ट इकोलॉजी एंड इंटीग्रेटेड पेस्ट मैनेजमेंट
- फंडामेंटल्स ऑफ प्लांट ब्रीडिंग
- प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी फॉर वेजिटेबल्स एंड स्पाइसेज
- प्रिंसिपल ऑफ इंटीग्रेटेड डिजीज मैनेजमेंट
- स्टैटिसटिकल मैथड्स
- एग्री इन्फॉर्मेटिक्स
- एनवायरमेंटल स्टडीज एंड डिजास्टर मैनेजमेंट
सेमेस्टर 4
- क्रॉप प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी-3 (रबी क्रॉप्स)
- फार्मिंग सिस्टम एंड सस्टेनेबल एग्रीकल्चर
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ ऑर्गेनिक फार्मिंग
- लाइवस्टोक ब्रीडिंग एंड न्यूट्रिशन
- रिन्यूएबल एनर्जी एंड ग्रीन टेक्नोलॉजी
- एग्रीकल्चर फाइनेंस एंड कोऑपरेशन
- पेस्ट ऑफ हॉर्टिकल्चरल क्रॉप्स एंड देयर मैनेजमेंट
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ सीड टेक्नोलॉजी
- प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी फॉर फ्रूट एंड प्लांटेशन क्रॉप्स
- प्रॉब्लेमेटिक साइंस एंड देयर मैनेजमेंट
- एग्रीकल्चरल जर्नलिज्म
- बायो-फर्टिलाइजर्स, बायो-कॉन्ट्रोल एजेंट्स एंड बायो पेस्टिसाइड्स
सेमेस्टर 5
- प्रैक्टिकल क्रॉप प्रोडक्शन-1 (खरीफ क्रॉप्स)
- द टेक्नोलॉजी ऑफ मिल्क एंड मिल्क प्रोडक्ट्स
- इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट
- एग्रीकल्चरल मार्केटिंग ट्रेड एंड प्राइसेज
- पेस्ट्स ऑफ क्रॉप्स एंड स्टोर्ड ग्रेन एंड देयर मैनेजमेंट
- प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी फॉर औरनामेंटल क्रॉप मैप एंड लैंडस्कैपिंग
- एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट एंड बिजनेस कम्युनिकेशन
- वीड मैनेजमेंट
- एग्रीबिजनेस मैनेजमेंट
- फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स
समेस्टर 6
- प्रैक्टिकल क्रॉप प्रोडक्शन-2 (रबी क्रॉप्स)
- जियो इनफॉर्मेटिक्स एंड नैनोटेक्नोलॉजी एंड प्रेसीजन फार्मिंग
- फार्म मैनेजमेंट प्रोडक्शन एंड रिसोर्स
- शीप गोट एंड पोल्ट्री प्रोडक्शन
- इकोनॉमिक्स प्रोटेक्टेड कल्टीवेशन एंड सेकेंडरी एग्रीकल्चर
- मैनेजमेंट ऑफ बेनिफिशियल इंसेक्ट्स
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ फूड साइंस एंड न्यूट्रिशन
- डिसीजन ऑफ फील्ड एंड हॉर्टिकल्चर क्रॉप्स एंड देयर मैनेजमेंट
- सिस्टम स्टिमुलेशन एंड एग्रो एडवाइजरी
- हाई टेक हॉर्टिकल्चर, लैंडस्कैपिंग
भारत में एग्रीकल्चर कोर्स करने के लिए कॉलेज की सूची:
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (Banaras Hindu University)
- पंजाब यूनिवर्सिटी (Punjab University)
- दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University)
- पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (Punjab agricultural University)
- विश्व भारती यूनिवर्सिटी (Visva bharati University)
- उत्तर बंगा कृषि विश्वविद्यालय (Uttar Banga krishi vishwavidyalaya)
- भारतीय कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग (bhartiya college of agriculture and agricultural engineering
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (Chandigarh University)
- इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (Indira Gandhi krishi vishwavidyalaya)
- जवाहरलाल नेहरू कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय (jawaharlal Nehru krishi vigyan Vishvavidyalaya)
- गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी (Govind ballabh pant University of Agriculture and Technology)
एग्रीकल्चर कोर्स की संदर्भ पुस्तकें और अध्ययन सामग्री
- हिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर बाय एमएस रंधवा (History of agriculture by M.S. Randhawa)
- द फ्यूचर ऑफ इंडियन एग्रीकल्चर वाई के अलाघ (The Future of Indian agriculture by Y.K. Alagh)
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ एग्रोनॉमी बाय एसआर रेड्डी (Principles of agronomy by SR Reddy)
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ प्लांट ब्रीडिंग बाय आरडब्ल्यू अलार्ड (principle of plant breeding by R.W. Alard)
- द नेचर एंड प्रॉपर्टीज ऑफ सोइल बाय एनसी ब्रैडी एंड रे वेल (the nature and properties N.C. Brady and Ray Weil)
- लैंड एंड वॉटर मैनेजमेंट इंजीनियरिंग बाय वीवीएन मूर्ति (land and water management engineering by V.V.N Murty)
- प्लांट फिजियोलॉजी बाय आर के सिन्हा (Plant Physiology by R.K. Sinha)
एग्रीकल्चर कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है ?
इस समय कृषि क्षेत्र में अच्छे और प्रशिक्षित अभ्यर्थियों की बहुत अधिक आवश्यकता है। भारत जैसे कृषि प्रधान देश में एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद क्षेत्र में कैरियर के अनेकों विकल्प मिल जाते हैं। यहां जानकारी के लिए बता दें कि अगर किसी ने एग्रीकल्चरल कोर्स किया है तो वह किसी भी सरकारी और निजी संगठन में नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है।
एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद उम्मीदवारों को विभिन्न प्रकार के कैरियर बनाने के विकल्प मिल जाते हैं जैसे खाद्य शोधकर्ता, फसल विशेषज्ञ,मिट्टी सर्वेक्षक, फार्म प्रबंधक, एग्रीकल्चर इंजीनियर, कृषि शोधकर्ता, खाद्य सूक्ष्म जीव विज्ञानी इत्यादि।
वेतन
एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद आपका सैलरी पैकेज इस बात के ऊपर डिपेंड करता है कि आपने कौन सी कंपनी ज्वाइन की है। आपके स्किल और आपकी जॉब रोल पर आप का वेतनमान काफी हद तक निर्भर करता है। लेकिन इस इंडस्ट्री में फ्रेशर को शुरुआती वेतनमान 18,000 से लेकर 25,000 रुपए तक हर महीने मिलता है। वही इस फील्ड में जो लोग चार-पांच साल से हैं उनको सालाना 5 लाख रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक का वेतनमान मिलता है।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स
एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद कोई भी कैंडिडेट किसी भी प्राइवेट सेक्टर में जॉब के लिए आवेदन कर सकता है। इस फील्ड में विभिन्न प्रकार की जॉब बहुत आसानी से मिल सकती हैं क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद आप एग्रीकल्चर ऑफिसर, असिस्टेंट प्लांटेशन मैनेजर, मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव, प्लांट ब्रीडर, सीड टेक्नोलॉजिस्ट, एग्रीकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर इत्यादि का काम कर सकते हैं।
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्राइवेट सेक्टर में बहुत सारी ऐसी कंपनियां है जो बेहतरीन कैंडिडेट की तलाश में रहते हैं जैसे खाद और उर्वरक कंपनी, फार्मिंग इंडस्ट्री कंसल्टेंट्स, सीड इंडस्ट्रीज, एनजीओ, फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज, डेरी इंडस्ट्रीज आदि।
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स
एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में भी बहुत सारी जॉब उपलब्ध होती हैं। जितने भी कृषि से संबंधित विभाग हैं वहां पर आप नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। आईसीएआर के सारे अनुसंधान केंद्र, स्टेट एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, मृदा जांच केंद्र, राष्ट्रीय बीज निगम, राज्य कृषि और पशुपालन मंत्रालय व विभाग, जल एवं पर्यावरण मंत्रालय, मौसम विभाग आदि सरकारी सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने आपको जानकारी दी कि एग्रीकल्चर कोर्स क्या है, एग्रीकल्चर कोर्स करने के लिए कितनी योग्यता की आवश्यकता होती है। साथ ही हमने बताया एग्रीकल्चर कोर्स करने के बाद आप कौन-कौन सी नौकरियां कर सकते हैं। इसके अलावा एग्रीकल्चर से जुड़ी हुई तमाम जानकारी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल अवश्य पसंद आएगा। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और जानने वालों के साथ शेयर जरूर करें।