नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (Air traffic controller) कैसे बनें? आजकल विमान इंडस्ट्री में अधिकतर युवा अपना कैरियर बनाना चाहते हैं क्योंकि इस में उम्मीदवार को शुरुआत में ही बहुत ही आकर्षक वेतन और सुविधाएं मिलती हैं।
यहां आपको बता दें कि अगर आपको भी एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनना है तो इसके लिए आपको यह जान लेना जरूरी है कि हवाई जहाज में जो यात्री यात्रा करते हैं उनकी यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाने का कार्य एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ऑफिसर का ही होता है। अगर आप भी इस प्रकार का जिम्मेदारी उठाने वाला काम करना पसंद करते हैं तो इस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं लेकिन अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर क्या है? (what is Air traffic controller)
दोस्तों, यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर क्या होता है? तो यहां बता दें कि विमान को लैंडिंग के समय और एक टेक ऑफ के समय रास्ता दिखाने का कार्य एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का होता है जिसे एटीसी (ATC) भी कहते हैं।
यहां यह भी जान लीजिए कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का कार्य विमानों को आसमान में रास्ता दिखाने का भी होता है और यह रडार के माध्यम से और टावर की खिड़कियों के द्वारा आसमानी ट्रैफिक पर अपनी नजर बनाए रखते हैं और यदि इन्हें किसी प्रकार कि किसी घटना का आभास होता है तो यह फौरन पायलट को सूचित करने के साथ-साथ दूसरे अन्य सुरक्षा दलों को भी सूचित करते हैं।
एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का कार्य बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण तो होता ही है बल्कि उससे ज्यादा जिम्मेदारी का भी होता है। अगर कोई कैंडिडेट इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहता है तो उसे इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है?
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए आपको भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली लिखित परीक्षा को पास करना होगा और उसके साथ साथ आपको अन्य चरणों में भी पास होना होगा जैसे कि वॉइस टेस्ट, साक्षात्कार, मेडिकल टेस्ट इत्यादि। यहां आपको यह भी बता दें कि जब आप चयन परीक्षा में पास हो जाएंगे तो फिर उसके बाद आपको ट्रेनिंग को पूरा करना होता है।
योग्यता
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए उम्मीदवार में निम्नलिखित योग्यताओं का होना अत्यंत जरूरी है जो कि इस प्रकार से हैं-
- कैंडिडेट ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएससी फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषय के साथ पास की हो।
- या फिर कैंडिडेट ने बीटेक किया हो।
- या फिर उम्मीदवार ने बीई किया हो
- या फिर दूरसंचार या रेडियो इंजीनियरिंग में स्नातक किया हो।
- कैंडिडेट के ग्रेजुएशन में 60% अंक होने अनिवार्य हैं।
आयु सीमा
- कैंडिडेट की मिनिमम आयु 21 साल और अधिकतम आयु 27 साल होनी चाहिए।
- जो कैंडिडेट ओबीसी कैटेगरी के हैं उनकी अधिकतम आयु 30 साल तक होनी चाहिए।
- इसके अलावा जो कैंडिडेट रिजर्व्ड कैटेगरी के हैं उनकी अधिकतम आयु 32 साल तक हो।
शारीरिक योग्यता
यहां आपको बता दें कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए महिलाओं और पुरुषों में निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए-
- कैंडिडेट की आंखों की दृष्टि 6/6 होनी चाहिए और यदि किसी कैंडिडेट के चश्मा लगा है तो तब उसकी नजर 6/6 होना जरूरी है।
- कैंडिडेट को कलर ब्लाइंडनेस नहीं होना चाहिए।
- कानों में सुनने की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
- कैंडिडेट की आवाज बिल्कुल साफ होनी चाहिए यानी कि बोलने में तुतलाहट बिल्कुल भी नहीं हो।
- कैंडिडेट को कोई गंभीर या फिर लंबे समय से चली आ रही कोई बीमारी नहीं हो।
- इस पोस्ट पर काम करने के लिए कैंडिडेट का किसी भी प्रकार का फिजिकल मेजरमेंट नहीं होता है।
फीस
अब आपको यहां बता दें कि एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त और टॉप इंस्टिट्यूट से कोर्स करने के लिए कितने रुपए तक की फीस देनी पड़ेगी क्योंकि यदि आप एटीसी बनना चाहते हैं तो आपको इससे संबंधित कोर्स अनिवार्य करना होगा। लेकिन इस कोर्स के लिए फीस इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि आपने कौन से संस्थान से अपना कोर्स करने का फैसला लिया है।
यहां आपको बता दें कि किसी प्रतिष्ठित संस्थान से यदि आप कोर्स करेंगे तो उसके लिए आपको लगभग 50 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की फीस पूरे कोर्स के लिए देनी होगी। लेकिन यहां इस बात को समझ लीजिए कि सही फीस का अनुमान आपको सिर्फ उस समय ही लगेगा जब आप इंस्टिट्यूट में दाखिला लेने के लिए जाएंगे।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए टॉप इंस्टिट्यूट के नाम
हमारे देश में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के लिए बहुत सारे टॉप संस्थान है जहां से आप इसे संबंधित कोर्स में दाखिला लेकर अपने एटीसी के सपने को पूरा कर सकते हैं। निम्नलिखित हम कुछ टॉप इंस्टिट्यूट के नाम बता रहे हैं जो कि इस तरह से हैं-
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रुड़की (Indian Institute of Technology, Roorkee)
- एसआरएम यूनिवर्सिटी आंध्र प्रदेश (SRM University, Andhra Pradesh)
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (Birla Institute of Technology and science, Pilani)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी दिल्ली, दिल्ली (Indian Institute of Technology Delhi, Delhi)
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा (Amity University, Noida)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी खरगपुर (Indian Institute of Technology, Kharagpur)
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर (Lovely Professional University Jalandhar)
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कानपुर (Indian Institute of Technology, Kanpur)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलोर (Indian Institute of science, Bangalore)
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के पाठ्यक्रम क्या क्या है?
- नेवीगेशन एंड मेट्रोलॉजी (Navigation and Metrology)
- रूल्स ऑफ द एयर (Rules of the air)
- ह्यूमन फैक्टर्स (Human factors)
- मिलिट्री एविएशन (Military aviation)
- इक्विपमेंट एंड सिस्टम्स (Equipment and systems)
- एयर स्पेस मैनेजमेंट (Airspace management)
- एनवायरमेंटल प्रोटक्शन (Environmental protection)
- सिक्योरिटी (Security)
- (एयरस्पेस यूजर्स) Airspace users
- रेगुलेटर रोल (Regulator Role)
- एटीसी लाइसेंसिंग (ATC licensing)
- सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम्स (Safety management systems)
- टावर फैमिलियर फैमिलियारिस्टेशन (Tower familiaristation)
- एसीएस राडर फैमिलियारिस्टेशन (ACS radar familiaristation)
- अप्रोच फैमिलियारिस्टेशन (Approach familiaristation)
- कोऑपरेशन बिटवीन टीडब्ल्यूआर एंड एपीपी यूनिट्स (Co-operation between TWR and APP units)
- कोऑपरेशन बिटवीन एसईसी एंड एपीपी फैमिलियारिस्टेशन (Co-operation between ACC and APP familiaristation)
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के कैरियर संभावनाएं क्या है?
जब कोई कैंडिडेट एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बन जाता है तो उसके बाद उसे आकर्षक वेतन के साथ हवाई अड्डे, भारतीय वायु सेना, भारतीय नौसेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड,विमान निर्माता कंपनियों में नौकरी करने के अवसर मिल जाते हैं।
वेतन
अब आपको बता दें कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के बाद किसी कैंडिडेट को हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल जाता है। तो जानकारी दे दें कि शुरुआत में कैंडिडेट को 16,400 रुपए से लेकर 40,500 की सैलरी मिलने के अलावा 6,000 रुपए से 24,000 रुपए तक के दूसरे अन्य भत्ते भी मिलते हैं जैसे कि रेंटिंग भत्ता, तनाव भत्ता इत्यादि। तो इस प्रकार एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को 62,000 रुपए से लेकर 80,000 रुपए तक वेतन हर महीने मिलता है।
एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के कार्य
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि एक एयर ट्रैफिक कंट्रोलर के कार्य बहुत ही ज्यादा जिम्मेदारी वाले होते हैं जिनको करने के लिए उसे अपनी सूझबूझ और योग्यता का इस्तेमाल करना होता है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर कौन-कौन से कार्य करता है जो कि इस प्रकार से हैं-
- हवाई अड्डे पर हवाई जहाज के सुरक्षित आगमन और प्रस्थान की जिम्मेदारी का कार्य।
- हवाई जहाज की लैंडिंग और टेक ऑफ के समय पायलटों की सुरक्षा के लिए हाईटेक संचार उपकरण और रडार के साथ उन्हें निर्देश देते हैं।
- इसके अलावा हवाई अड्डे पर सभी हवाई यातायात की देखभाल और संचालन का कार्य।
- हवाई अड्डे पर पायलटों को टेकऑफ और लैंडिंग के समय निर्देश देने का कार्य।
- विमान की निगरानी करना और पायलट से संचार बनाए रखना व विमान का मार्गदर्शन करना।
- विमान इमरजेंसी होने पर बचाव टीमों को सूचित और स्तर्क करने का कार्य।
निष्कर्ष
दोस्तों, यह था हमारा आज का आर्टिकल एयर Air traffic controller कैसे बनें? इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको जानकारी दी कि आप किस प्रकार से एटीसी बन सकते हैं और इसीलिए हमने आपको बताया कि इस पद के लिए आप में कितनी योग्यता की जरूरत होती है और इसके साथ-साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि इससे संबंधित कोर्स करने के लिए आप भारत के कौन से टॉप संस्थानों में दाखिला ले सकते हैं।
साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर बनने के बाद आपको हर महीना कितना वेतनमान मिल जाएगा। इसके अलावा इस पोस्ट से संबंधित जो भी अनिवार्य बातें थी वह हमने आपको बता दी है। इसलिए अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।