एस्ट्रोनॉमर (Astronomer) कैसे बनें?

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि एस्ट्रोनॉमर कैसे बनें? कुछ बच्चों का बचपन से ही सपना होता है कि वह पढ़ लिख कर एस्ट्रोनॉमर बनें क्योंकि इस क्षेत्र में कैंडिडेट को रोजगार के अवसर बहुत ज्यादा मिल जाते हैं और सैलरी पैकेज भी अच्छा मिलता है।

परंतु इस इंडस्ट्री में काम करने के लिए कैंडिडेट को चाहिए इस क्षेत्र के बारे में पहले सारी जानकारी हासिल करें और उसके बाद अपनी मेहनत और लगन के साथ इस फील्ड में एंट्री करें। लेकिन हमेशा छात्रों को सारी सही बातें मालूम नहीं होती है जिसकी वजह से वह अपने लक्ष्य को हासिल करने से चूक जाते हैं और अगर आप भी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो एस्ट्रोनॉमर बनना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में। 

एस्ट्रोनॉमर क्या है (what is Astronomer in Hindi) 

यहां आपको हम सबसे पहले यह जानकारी दे दें कि एक एस्ट्रोनॉमर एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो कि चंद्रमा, सितारों, प्लेनेट, गैलेक्सी , सैटेलाइट और सभी आकाशीय चीजों के बारे में अध्ययन करने का काम करता है तथा हिंदी में इसको खगोल विज्ञानी के नाम से भी जाना जाता है। इस फील्ड में काम करने के लिए कैंडिडेट का मैथमेटिक्स और फिजिक्स बहुत ही ज्यादा मजबूत होना चाहिए। इस तरह से एस्ट्रोनॉमर आकाश से संबंधित सभी चीजों के बारे में रिसर्च वर्क करते हैं। 

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एस्ट्रोनॉमर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो छात्र एस्ट्रोनॉमर बनना चाहते हैं उन्हें जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले कैंडिडेट अपनी 12 वीं कक्षा को साइंस जैसे सब्जेक्ट में पास करें। उसके बाद कैंडिडेट को चाहिए कि वह बीएससी की डिग्री प्राप्त करे। अपने ग्रेजुएशन के लिए आप फिजिक्स, मैथमेटिक्स जैसे विषयों का चयन करें। फिर छात्र को चाहिए कि पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेकर अपनी पढ़ाई पूरी करें और उसके बाद अगर पीएचडी कर ली जाए तो आपके लिए काफी बेस्ट रहेगा। इस तरह से आप एस्ट्रोनॉमर बन सकते हैं।

योग्यता

  • कैंडिडेट ने फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषय में स्नातक किया होना चाहिए।
  • या कैंडिडेट ने एमएससी किया होना चाहिए।
  • या फिर छात्र ने बीई या बीटेक किया हो।
  • कैंडिडेट को गणित और भौतिकी की अच्छी जानकारी होनी चाहिए।
  • कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए एवं कंप्यूटर की जानकारी होनी आवश्यक है। 
  • निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। 

आयु सीमा 

  • जिस समय छात्र बीएससी के कोर्स में दाखिला ले तो उस समय उसकी आयु कम से कम 17 साल तक होनी जरूरी है।
  • अधिकतम आयु सीमा में छात्रों को छूट सरकार के नियम अनुसार दी गई है। 

एस्ट्रोनॉमर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

जो छात्र एस्ट्रोनॉमर बन जाते हैं उनके सामने कैरियर के बहुत सारे अवसर उपलब्ध होते हैं जहां पर वह काम कर सकते हैं। बता दें कि वह कमर्शियल और नॉन कमर्शियल रिसर्च वर्क कर सकते हैं, डेवलपमेंट एंड रिसर्च लैबोरेट्रीज में काम कर सकते हैं, प्लैनेटेरियम, साइंस पार्क इत्यादि में भी नौकरी के लिए आवेदन दे सकते हैं। इसके अलावा कैंडिडेट को निम्नलिखित क्षेत्रों में भी काम मिल सकता है –

  • इसरो (ISRO) 
  • वीएसएससी (VSSC) 
  • स्पेस फिजिक्स लैबोरेट्रीज 
  • स्पेस एप्लीकेशंस सेंटर्स 
  • एबीएए (ABAA)

वेतन 

जो कैंडिडेट एस्ट्रोनॉमर बन जाते हैं शुरुआत में ही काफी अच्छा वेतन मिल जाता है जो कि लगभग 50,000 रुपए तक हो सकता है। इस तरह से जब उसे इस क्षेत्र में काम करते हुए कुछ सालों का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब वह इससे भी ज्यादा का सैलरी पैकेज हर महीने हासिल कर सकता है। 

एस्ट्रोनॉमर के कार्य 

  • विभिन्न उपकरणों जैसे कि दूरबीन इत्यादि का प्रयोग करके सितारों, चंद्रमा, ग्रहों और गैलेक्सीयों के बारे में रिसर्च करना। 
  • सौरमंडल में वस्तुओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करना। 
  • ब्लैक होल, ब्रह्मांड की उत्पत्ति, समय की प्रकृति के अलावा न्यूट्रॉन तारों व आकाशगंगा के बारे में रिसर्च करना। 
  • सिद्धांतों के बारे में परीक्षण करने का काम करते हैं। ‌
  • मैथमेटिक्स घटनाओं से डेटा जमा करके सौर मंडल के ग्रहों के अस्तित्व की तरफ इशारा करने वाली सूचनाओं का गहन विश्लेषण करते हैं। 

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल एस्ट्रोनॉमर कैसे बनें? इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि एस्ट्रोनॉमर क्या होता है और इसके बनने के लिए छात्र में कितनी योग्यता की आवश्यकता होती है। साथ ही साथ इस लेख के द्वारा हमने आपको यह जानकारी भी दी कि एस्ट्रोनॉमर बनने की प्रक्रिया क्या होती है और इस पद पर काम करते हुए कैंडिडेट को कौन-कौन से कार्य करने होते हैं।

इससे जब कैंडिडेट खगोल विज्ञानी बन जाता है तो हमने यह भी बताया कि उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है। यह कहना उचित होगा कि अगर कोई कैंडिडेट आकाश के बारे में जानकारी और रुचि रखता है तो उसे इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहिए।

अंत में हमारी आपसे यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद जो एस्ट्रोनॉमर बनना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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