दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे बीएसडबल्यू कोर्स (BSW Course) कैसे करें पूरी जानकारी। कुछ छात्र 12वीं के बाद समाज सेवक बनना चाहते हैं। इसीलिए वह बीएसडब्ल्यू कोर्स में दाखिला लेते हैं। लेकिन बहुत से विद्यार्थियों को इस पाठ्यक्रम के बारे में ठीक से डिटेल्स पता नहीं होतु जिसकी वजह से वो इस पाठ्यक्रम में दाखिला लेने में असमर्थ रहते हैं।
परंतु स्टूडेंट्स को अगर सही मार्गदर्शन मिल जाए तो वे अपना कोर्स पूरा करने के साथ-साथ अच्छे नौकरी के अवसर भी हासिल कर लेते हैं।अगर आप भी एक ऐसे कैंडिडेट हैं जो 12वीं के बाद बीएसडब्ल्यू कोर्स करना चाहते हैं और उसके बारे में डिटेल्स जानना चाहते हैं। तो उसके लिए हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें सभी महत्वपूर्ण बातें।
बीएसडबल्यू कोर्स क्या है? (what is BSW course in Hindi)
सबसे पहले यहां आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि बीएसडब्ल्यू (BSW) का पूरा नाम बैचलर ऑफ सोशल वर्क (Bachelor of social work) है। साथ ही बता दें कि यह एक अंडर ग्रेजुएट लेवल का कोर्स है। इस ग्रैजुएट प्रोग्राम को अधिकतर वही कैंडिडेट करते हैं जो सोशल वर्क करना चाहते हैं।
बता दें कि इस पाठ्यक्रम में दाखिला लेने वाले छात्रों को सामाजिक कल्याण और लोगों की हेल्प करने की तकनीकों के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा स्टूडेंट्स को यह सिखाया जाता है कि सामाजिक विकास कैसे किया जाता है और विभिन्न सोशल समस्याओं के साथ किस तरह से निपटा जा सकता है। इस प्रकार से जो कैंडिडेट यह कोर्स पूरा कर लेते हैं तो वो कुशल सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर काम करते हैं।
अवधि (duration)
बैचलर ऑफ सोशल वर्क कोर्स की अवधि 3 साल तक की होती है। बता दें कि इसमें छह सेमेस्टर होते हैं। साथ ही बताते चलें कि जो छात्र सफलतापूर्वक सभी एग्जाम्स में पास हो जाते हैं उन्हें फिर बीएसडब्ल्यू की डिग्री मिल जाती है।
बीएसडबल्यू कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (entrance test for BSW course)
जो कैंडिडेट बीएसडब्ल्यू कोर्स करना चाहते हैं उन्हें इसके लिए एंट्रेंस टेस्ट में भाग लेना होता है। यह आपको जानकारी के लिए बता दें कि अधिकतर जो सरकारी कॉलेज हैं वहां पर एडमिशन के लिए छात्रों को एंट्रेंस टेस्ट पास करना होता है। बताते चलें कि हर कॉलेज का एंट्रेंस एग्जाम एक दूसरे से थोड़ा अलग हो सकता है जिसके बारे में छात्रों को जानकारी रजिस्ट्रेशन के समय मिल जाती है।
बीएसडबल्यू कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (what is the admission process for BSW course)
बीएसडब्ल्यू कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट को निम्नलिखित प्रोसेस को फॉलो करना होता है –
- सबसे पहले कैंडिडेट को चाहिए कि वह जिस भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से कोर्स करना चाहता है उसकी ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर अपना एप्लीकेशन फॉर्म सबमिट कर दें।
- उसके बाद कैंडिडेट को संबंधित कॉलेज या यूनिवर्सिटी के द्वारा एंट्रेंस एग्जाम के लिए आमंत्रित किया जाता है।
- जो स्टूडेंट्स एंट्रेंस टेस्ट में पास हो जाते हैं उन्हें फिर उनके फेवरेट कॉलेज में दाखिला मिल जाता है।
- इसके अलावा आपको बता दें कि बहुत से कॉलेजों में छात्रों को डायरेक्ट एडमिशन भी दिया जाता है। बता दें कि ऐसे में छात्रों को फिर एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होता।
योग्यता (what should be the qualification for BSW course)
जो विद्यार्थी बीएसडब्ल्यू कोर्स करना चाहते हैं इसके लिए उनमें निम्नलिखित योग्यता होनी जरूरी है –
- छात्र ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा पास की हो।
- 12वीं में छात्र के 50% अंक होने चाहिए।
- जो कैंडिडेट आरक्षित श्रेणी के हैं उनके एंट्रेंस में बैठने के लिए कम से कम 40% अंक होने चाहिए।
- छात्र के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए और उसे कंप्यूटर की जानकारी भी होना जरूरी है।
- विद्यार्थी के मन में लोगों के प्रति दया भाव होना चाहिए।
फीस (Fees)
बैचलर ऑफ सोशल वर्क की फीस इस बात के ऊपर डिपेंड करती है कि छात्र अपना कोर्स प्राइवेट कॉलेज से करना चाहते हैं या फिर गवर्नमेंट कॉलेज से। अगर कोई कैंडिडेट सरकारी कॉलेज से कोर्स करता है तो तब उसे काफी कम फीस देनी पड़ती है।
बताते चलें कि इसके लिए स्टूडेंट्स को 10 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक फीस का भुगतान करना पड़ता है। लेकिन जो प्राइवेट कॉलेज होते हैं वहां पर छात्रों को इससे कई गुना ज्यादा शुल्क देना पड़ता है।
भारत में बीएसडबल्यू कोर्स करने के लिए कॉलेज (college to do BSW course in India)
भारत में बीएसडब्ल्यू के ग्रेजुएट प्रोग्राम को करने के लिए बहुत सारे कॉलेज हैं जैसे कि –
- एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा (Amity University Noida)
- मद्रास स्कूल ऑफ सोशल वर्क (Madras School of social work)
- इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (Indira Gandhi National Open University)
- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल वर्क (National Institute of social Work)
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (Aligarh Muslim University)
- जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia)
- पारूल यूनिवर्सिटी (Parul University)
- यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई (University of Mumbai)
- मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज चेन्नई (Madras Christian College Chennai)
- पटना यूनिवर्सिटी (Patna University)
बीएसडबल्यू कोर्स का पाठ्यक्रम/सब्जेक्ट क्या क्या है (what are the syllabus/subjects of BSW course)
बैचलर ऑफ सोशल वर्क डिग्री प्रोग्राम में छात्रों को जो विषय पढ़ाए जाते हैं उनके बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
बीएसडब्ल्यू फर्स्ट ईयर सिलेबस
- इंट्रोडक्शन टू सोशल वर्क (Introduction to social work)
- सोशल वर्क इंटरवेंशन विद कम्युनिटीज (Social Work intervention with communities)
- इंट्रोडक्शन टो फैमिली एजुकेशन (Introduction to family education)
- सब्सटेंस एब्यूज (Substance abuse)
- ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंस (Humanities and social science)
- इंट्रोडक्शन टू एचआईवी/ एड्स (Introduction to HIV/AIDS)
- काउंसलिंग (Counselling)
- मेथाडोलॉजी फॉर अंडरस्टैंड सोशल रियलिटी (Methodology to understand social reality)
बीएसडब्ल्यू सेकंड ईयर सिलेबस
- बेसिक्स एंड इमरजेंस ऑफ सोशल वर्क (Basics and emergence of social work)
- साइकॉलजी कॉन्सेप्ट्स ऑफ ह्यूमन बिहेवियर (Psychology concepts of human behaviour)
- फील्ड वर्क (Field work)
- साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Science and Technology)
- रेलीवेंस आफ साइकोलॉजी इन सोशल वर्क (Relevance of psychology in social work)
- सोशल प्रॉब्लम्स एंड सर्विसेज (Social problems and services)
- बेसिक कांसेप्ट ऑफ सोशल साइकोलॉजी (Basic concept of social psychology)
- इंट्रोडक्शन टू सोशल केस वर्क (Introduction to social case work)
- कंटेंपरेरी सोशल प्रॉब्लम्स एंड सोशल डिफेंस (Contemporary social problems and social defence)
बीएसडब्ल्यू थर्ड ईयर सिलेबस
- करंट इश्यूज इन कम्युनिटी एंड ऑर्गेनाइजेशन (Current issues in community and Organization)
- सेक्सुअल हेल्थ एजुकेशन (Sexual health education)
- रोल ऑफ एनजीओ (Role of NGOs)
- अप्रोचिज़ इन सोशल वर्क (Approaches in social work)
- एक्चुअल इंफॉर्मेशन ऑफ सब्सटेंस अब्यूज, रेलीवेंस एंड इंप्लीकेशंस (Actual information of substance abuse, relevance and implications)
- डेवलपिंग स्किल्स एंड कंपटेंस फॉर इंटरवेंशन ऑफ स्ट्रैटेजिस (Developing skills and competence for intervention of strategies)
- एंपावरमेंट ऑफ वूमेन (Empowerment of women)
- कॉग्निटिव एंड साइकोएनालिटिकल टेक्निक्स (Cognitive and psychoanalytical techniques)
- कल्चरल एंड सोशल वैल्यूज इन फैमिली लाइफ (Cultural and social values in family life)
बीएसडबल्यू कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएं क्या है (what are the career prospects after BSW course)
बीएसडब्ल्यू ग्रेजुएट्स नौकरी के बहुत सारे अवसर मिल जाते हैं। बताते चलें कि आज हमारे देश में योग्य सोशल वर्कर्स की डिमांड काफी बढ़ गई है। इस तरह से कैंडिडेट को प्राइवेट सेक्टर के साथ-साथ सरकारी सेक्टर में भी कैरियर बनाने के मौके मिलते हैं।
बता दें कि आज सोशल वर्कर्स की डिमांड विभिन्न प्राइवेट और सरकारी संगठनों में काफी ज्यादा बढ़ गई है। इस प्रकार से बीएसडब्ल्यू ग्रैजुएट्स को नौकरी के काफी बेहतरीन मौके मिल जाते हैं।
वेतन (salary)
जो छात्र बैचलर ऑफ साइंस का कोर्स पूरा कर लेते हैं और उसके बाद जब नौकरी करते हैं तो उन्हें काफी अच्छा वेतन मिलता है। बता दें कि कैंडिडेट को कैरियर की शुरुआत में 20 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक सैलरी मिल जाती है।
इसके अलावा जब उनका एक्सपीरियंस बढ़ जाता है तो तब उन्हें और भी ज्यादा वेतन मिलता है। इतना ही नहीं अगर कैंडिडेट को इंटरनेशनल लेवल पर काम करने का मौका मिलता है तो तब हर महीने एक लाख रुपए से भी ज्यादा सैलेरी पैकेज मिल सकता है।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector)
बैचलर ऑफ सोशल वर्क के ग्रैजुएट्स को प्राइवेट सेक्टर में बहुत सारी नौकरियां करने का मौका मिलता है जहां पर वह निम्नलिखित पदों पर काम कर सकते हैं –
- क्रिमिनोलॉजी स्पेशलिस्ट (Criminology Specialist)
- लेबर वेलफेयर स्पेशलिस्ट (Labor Welfare Specialist)
- सोशल वर्कर (Social Worker)
- कंसलटेंट (Consultant)
- रिसर्चर (Researcher)
- टीचर (Teacher)
- एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (Executive Officer)
- ट्रेनी ऑफिसर (Trainee Officer)
- सोशल सिक्योरिटी ऑफिसर (Social Security Officer)
- प्रोबेशनरी ऑफिसर (Probationary Officer)
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)
जो कैंडिडेट बैचलर ऑफ सोशल वर्क में डिग्री हासिल करने के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में काम करना चाहते हैं उन्हें निम्नलिखित सरकारी विभागों में काम करने का मौका मिल जाता है –
- गवर्नमेंट हॉस्पिटल (Govt Hospital)
- काउंसलिंग सेंटर (Counselling Center)
- ओल्ड एज होम (Old Age Home)
- एच आर इंडस्ट्रीज डिपार्टमेंट (HR Industries Department)
- एनजीओ (NGO)
- ह्यूमन राइट्स एजेंसी (Human Rights Agency)
- जेल (Jail)
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल बीएसडबल्यू कोर्स (BSW Course) कैसे करें पूरी जानकारी। इस पोस्ट के द्वारा हमने आपको बताया कि बीएसडब्ल्यू कोर्स क्या होता है और इसकी अवधि कितने साल तक की होती है। इसके साथ ही साथ हमने आपको यह डिटेल्स भी दी कि बैचलर ऑफ सोशल वर्क करने के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है।
इस लेख के द्वारा हमने आपको यह भी डिटेल्स बताईं कि बीएसडब्ल्यू कोर्स में एडमिशन लेने के लिए किसी भी विद्यार्थी में कितनी योग्यता का होना जरूरी है और कॉलेजों में इसके लिए कितनी फीस का भुगतान करना होता है। इसके अलावा हमने आपको यह डिटेल्स भी दीं कि हमारे देश भारत में इसके लिए कौन कौन से कॉलेज अच्छे हैं और वहां पर छात्रों को क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। साथ ही साथ हमने आपको यह भी बताया कि बीएसडब्ल्यू का डिग्री प्रोग्राम करने के बाद स्टूडेंट्स के सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं होती हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको यह डिटेल्स भी दीं कि जब छात्र अपना बैचलर ऑफ सोशल वर्क प्रोग्राम पूरा कर लेते हैं तो तब उसके बाद नौकरी करने पर उन्हें हर महीने कितनी सैलरी मिलती है। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे द्वारा बताई गई सारी डिटेल्स आपके लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी रही होगी। इसलिए अंत में हमारी आपसे छोटी सी रिक्वेस्ट है कि हमारे इस पोस्ट को अपने उन सभी दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद बीएसडब्ल्यू कोर्स करना चाहते हैं और उसके बारे में डिटेल्स ढूंढ रहे हैं।