नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स (diploma in commercial art) कैसे करें पूरी जानकारी। कुछ छात्रों में बहुत ज्यादा क्रिएटिविटी होती है जिसकी वजह से वह किसी ऐसी इंडस्ट्री को ज्वाइन करना चाहते हैं जहां पर उनकी कला में और ज्यादा निखार आए। ऐसा करके वह अपना शानदार कैरियर बनाने के साथ साथ अपनी हॉबी भी पूरी कर लेते हैं।
कमर्शियल आर्ट मौजूदा समय में एक काफी पॉपुलर फील्ड बन चुकी है क्योंकि इस क्षेत्र में कैंडिडेट को अच्छी सैलरी और ग्रोथ दोनों ही बहुत जल्दी मिलती हैं। अगर आप भी एक ऐसे छात्र हैं जो 12वीं के बाद कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं और उससे संबंधित जानकारी ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जाने सभी महत्वपूर्ण बातें।
कमर्शियल आर्ट कोर्स क्या है? (What is diploma in commercial art in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको हम बता दें कि कमर्शियल आर्ट को आमतौर पर एडवरटाइजिंग आर्ट के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी कला है जिसके माध्यम से गुड्स एंड सर्विसेज ग्राहकों को बेची जाती हैं। यह कोर्स उन लोगों के लिए एक अच्छा कैरियर विकल्प साबित हो सकता है जिनको एडवरटाइजिंग की दुनिया में काम करने की इच्छा होती है।
इस डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत छात्रों को सिखाया जाता है कि वह किस तरह से किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को सेल, प्रमोट करने के अलावा किस तरह से लोगो डिजाइन, एडवर्टाइजमेंट, ब्रोचर्स, बुक कवर, प्रोडक्ट पैकेजिंग इत्यादि कर सकते हैं।
अवधि
यहां जानकारी के लिए आपको बता दें कि कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स की अवधि 2 साल तक की होती है। साथ ही बताते चलें कि इस कोर्स का पैटर्न सेमेस्टर वाइज रखा गया है। जिससे कि छात्रों को पूरा कोर्स ठीक प्रकार से समझ में आ जाए और उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।
प्रवेश परीक्षा
अब यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के लिए किसी भी तरह का कोई एंट्रेंस टेस्ट नहीं होता है। लेकिन हमारे देश में कुछ संस्थान ऐसे भी हैं जो अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा रखते हैं। इसलिए जब कैंडिडेट इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन के लिए संस्थान से संपर्क करता है तो तब उसे एडमिशन से संबंधित सारी जानकारी मिल जाती है।
प्रवेश प्रक्रिया
जो छात्र कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं उन्हें चाहिए कि वह सबसे पहले अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी करें और उसके बाद जब कॉलेजों में एडमिशन स्टार्ट हो जाएं तो अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। बताते चलें कि रजिस्ट्रेशन के लिए कैंडिडेट ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यमों का इस्तेमाल कर सकता है। इस डिप्लोमा पाठ्यक्रम में एडमिशन लेने के लिए कैंडिडेट को बिल्कुल भी प्रॉब्लम नहीं होती। बस आप में स्किल होने चाहिए।
योग्यता
कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में जो योग्यता होती है उसकी जानकारी इस प्रकार से है –
- कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मिनिमम 10+2 किया होना चाहिए।
- छात्र ने 12वीं कक्षा में कम से कम 45% अंक हासिल किए हो।
- कैंडिडेट में क्रिएटिविटी होनी चाहिए।
- अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी जरूरी है।
फीस (fees)
कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए कैंडिडेट को जो फीस देनी पड़ती है वह निर्भर करती है कि वह अपना कोर्स कौन से संस्थान से कर रहा है। क्योंकि अगर कैंडिडेट किसी प्राइवेट इंस्टिट्यूट से अपना कोर्स करेगा तो तब उसे ज्यादा फीस देनी पड़ती है। लेकिन अगर एक एवरेज फीस की बात करें तो इस कोर्स के लिए कैंडिडेट को 10,000 से लेकर 50,000 रुपए तक की फीस हर साल देनी पड़ सकती है।
भारत में कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do commercial art course in India)
भारत में कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के लिए बहुत सारे कॉलेज हैं जहां से आप इस डिप्लोमा कोर्स को आसानी के साथ कर सकते हैं। यहां हम आपकी जानकारी के लिए कुछ कॉलेजों के नाम दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से हैं –
- इंटरनेशनल वुमन पॉलिटेक्निक (International women Polytechnic)
- जानकी देवी वोकेशनल सेंटर न्यू दिल्ली (Janki Devi vocational centre New Delhi)
- खाजानी वूमंस पॉलिटेक्निक दिल्ली (khazani women’s Polytechnic Delhi)
- सर जेजे इंस्टिट्यूट ऑफ़ अप्लाइड आर्ट मुंबई (Sir J.J Institute of applied art Mumbai)
- जामिया मिलिया इस्लामिया न्यू दिल्ली (Jamia millia islamia New Delhi)
- फैकल्टी ऑफ फाइन आर्ट बीएचयू वाराणसी (Faculty of fine art BHU Varanasi)
- राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan vishwavidyalay)
- भारतीय कला महाविद्यालय महाराष्ट्र (Bharati Kala Mahavidyalaya Maharashtra)
- एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन पुणे (MIT Institute of design Pune)
- हिमांशु आर्ट इंस्टीट्यूट न्यू दिल्ली (Himanshu art Institute New Delhi)
कमर्शियल आर्ट कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of commercial art course)
जो लोग कमर्शियल आर्ट का डिप्लोमा कोर्स करने के इच्छुक हैं उन्हें यहां जानकारी के लिए बता दें कि इसके अंतर्गत आपको निम्नलिखित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा जो कि इस प्रकार से है –
- पोट्रेट्स (Portraits)
- फ्री हैंड स्केचेज (Free hand sketches)
- लैंडस्केप (Landscape)
- ऑब्जेक्ट्स ड्रॉइंग (Objects drawing)
- स्टिल लाइफ (Still life)
- मॉडर्न आर्ट (Modern art)
- पर्सपेक्टिव स्टडी (Perspective study)
- कैलीग्राफी (Calligraphy)
- इलस्ट्रेशंस (Illustrations)
- कैरीकेचर (Caricature)
- पोस्टर डिजाइनिंग (Poster designing)
- नेचर स्टडी (Nature study)
- लाइव स्टडी (Life study)
- मीडियम्स यूज्ड (Mediums used)
- पब्लिकेशन डिजाइन एंड लेआउट (Publication design and layout)
- आर्ट डायरेक्शन एंड ब्रांडिंग (Art direction and branding)
- सब्जेक्ट फाइल्स एंड पोर्टफोलियो (Subject files and portfolio)
- स्पेशलाइजेशन इन एनी टू मीडियम्स (Specialisation in any two mediums)
- कंप्यूटर एप्लीकेशंस (Computer applications)
- डीटेल्ड वर्क रिलेटेड टू न्यूजपेपर एजेंसी (Detailed work related to newspaper agency)
- डीटेल्ड वर्क रिलेटेड टू पब्लिशिंग हाउस (Detailed work related to publishing house)
- हाउ टू सेल योर आर्ट फॉर कमर्शियल परपज (How to sell your art for commercial purpose)
कमर्शियल आर्ट कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after commercial art course)
कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के बाद किसी भी कैंडिडेट के सामने उसकी योग्यता के आधार पर कैरियर बनाने की संभावनाएं काफी अच्छी हो सकती हैं। यहां जानकारी के लिए बता दें कि कैंडिडेट निम्नलिखित जगहों पर अपना काम कर सकता है –
- पब्लिशिंग हाउसेस (Publishing houses)
- आर्ट स्टूडियो (Art studios)
- एडवरटाइजिंग कंपनीज (Advertising companies)
- फ्रीलांस प्रोजेक्ट्स (Freelance projects)
- फैशन हाउसेस (Fashion houses)
- टीचिंग (Teaching)
- फोटोग्राफी (Photography)
- टेलीविजन इंडस्ट्री (Television industry)
- कॉरपोरेट बिजनेस (Corporate business)
- मैन्युफैक्चरिंग फॉर्म्स (Manufacturing firms)
- एमएनसीज (MNCs)
वेतन (salary)
किसी भी कैंडिडेट को कमर्शियल आर्टिस्ट बनने के बाद हर महीने जो सैलरी पैकेज मिलता है वह पूरी तरह से इस बात के ऊपर डिपेंड करता है कि उसके स्किल क्या है और वह कौन सी कंपनी में नौकरी कर रहा है। यहां बताते चलें कि अगर एक एवरेज सैलेरी की बात करें तो कैंडिडेट को नौकरी की शुरुआत में 20 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक का वेतनमान मिल जाता है। लेकिन अगर कैंडिडेट को किसी अच्छी कंपनी में काम करने का अवसर मिल जाता है तो तब उसे इससे भी ज्यादा सैलरी मिल सकती है।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)
एक कमर्शियल आर्टिस्ट को नौकरी करने के बहुत सारे अवसर अनेकों क्षेत्रों मिल जाते हैं। इसलिए कैंडिडेट को इस फील्ड में जॉब ढूंढने के लिए ज्यादा समस्या नहीं होती और कैंडिडेट प्राइवेट सेक्टर में काफी अच्छे पदों पर नौकरी हासिल कर सकता है जैसे कि –
- जूनियर आर्ट डायरेक्टर (Junior art director)
- पैकेजिंग डिजाइनर (Packaging designer)
- कॉरपोरेट डिजाइनर (Corporate designer)
- एडवरटाइजिंग डिजाइनर (Advertising designer)
- ब्रांड एंड आईडेंटिटी डिजाइनर (Brand and identity designer)
- इलस्ट्रेशन एंड कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट (Illustration and concept artist)
- मैगजीन डिजाइनर (Magazine designer)
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)
कमर्शियल आर्ट कोर्स करने के बाद कैंडिडेट को प्राइवेट सेक्टर में अच्छी नौकरी मिलने के साथ-साथ गवर्नमेंट सेक्टर में भी काम करने के मौके मिल जाते हैं। इस प्रकार को कैंडिडेट को उसके स्किल के आधार पर स्कूल, कॉलेज, म्यूजियम इत्यादि में जॉब मिल जाती है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स (diploma in commercial art) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि कमर्शियल आर्ट क्या होता है और इस कोर्स की अवधि कितनी होती है। साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि इस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या है। इसके अलावा इस पोस्ट में हमने आपको यह भी बताया कि जो छात्र कमर्शियल आर्ट में डिप्लोमा कोर्स हासिल करना चाहते हैं उनमें कितनी योग्यता होनी चाहिए और इस कोर्स के लिए कितनी फीस छात्रों को देनी पड़ सकती है।
इस लेख में हमने आपको भारत में कमर्शियल आर्ट के कॉलेजों के बारे में भी बताया और इस कोर्स के पूरे पाठ्यक्रम की जानकारी भी हमने आपको दी। साथ ही हमने इस आर्टिकल में आपको यह भी बताया कि इस कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद आपके सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या संभावनाएं होंगी और वहां आपको हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है। अंत में हमारी आपसे बस यह रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद कमर्शियल आर्टिस्ट बनना चाहते हैं।