ह्यूमन राइट्स कोर्स (Diploma in Human Rights) कैसे करें पूरी जानकारी

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ह्यूमन राइट्स कोर्स (Diploma in Human Rights) कैसे करें पूरी जानकारी। ह्यूमन राइट्स आज एक ऐसा क्षेत्र बन चुका है जहां पर युवाओं के लिए काम करने के बहुत सारे अवसर मौजूद हैं। आज जहां एक और पूरी दुनिया टेक्नोलॉजी के माध्यम से आगे बढ़ रही है तो वहीं दूसरी और ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनके मूलभूत अधिकारों का हनन करके उनका शोषण किया जाता है। तो ऐसे लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए बहुत सारे गवर्नमेंट और नॉन गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन दुनिया भर में काम कर रहे हैं। ऐसे में आप इस फील्ड में बेहतरीन भविष्य बना सकते हैं। तो ह्यूमन राइट्स के डिप्लोमा कोर्स के बारे में सारी जानकारी हासिल करने के लिए हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़ें। 

ह्यूमन राइट्स कोर्स क्या होता है? (What is diploma in human rights in hindi)

ह्यूमन राइट्स में डिप्लोमा एक ऐसा पाठ्यक्रम है जिसमें छात्रों को फंडामेंटल राइट्स के बारे में पढ़ाया जाता है जो कि हर इंसान को प्रकृति के द्वारा जन्म के समय प्रदान किए जाते हैं। इसको हिंदी में मानव अधिकार के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार स्टूडेंट्स को इस पाठ्यक्रम में मानव अधिकारों की संपूर्ण जानकारी दी जाती है जैसे कि – जीवन जीने का अधिकार, स्वतंत्रता, शिक्षा और कानून के समक्ष समानता, अपनी बात व्यक्त करने के लिए स्पीच देने का अधिकार, धर्म का अधिकार, आस्था और विश्वास का अधिकार इत्यादि। कुल मिलाकर इस डिप्लोमा कोर्स में छात्रों को सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकारों के बारे में शिक्षा दी जाती है। इस प्रकार से जो लोग इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं उनके पास विभिन्न क्षेत्रों में कैरियर के कई विकल्प अवेलेबल होते हैं। 

अवधि (duration) 

अब यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि ह्यूमन राइट्स में डिप्लोमा कोर्स करने के लिए 3 साल की अवधि होती है। जब कैंडिडेट सफलतापूर्वक मानव अधिकार से संबंधित इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद उन्हें इस क्षेत्र में काम करने के अच्छे अवसर मिल जाते हैं। 

ह्यूमन राइट्स कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance test for diploma in human rights course)

अब आपको यहां हम जानकारी दे दें कि जो छात्र 12वीं के बाद ह्यूमन राइट्स कोर्स में डिप्लोमा करना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेना होता है। भारत में ऐसे बहुत सारे कॉलेज और इंस्टिट्यूट है जहां पर छात्रों को उनके द्वारा कंडक्ट कराए जाने वाले एंट्रेंस टेस्ट में शामिल होना पड़ता है। इसके अलावा कुछ प्राइवेट संस्थानों में बिना किसी प्रवेश परीक्षा के स्टूडेंट्स को इस पाठ्यक्रम में दाखिला मिल जाता है। 

ह्यूमन राइट्स कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (What is the admission process for diploma in human rights course)

जो कैंडिडेट ह्यूमन राइट्स कोर्स करना चाहते हैं उन्हें हम यहां जानकारी दे दें कि इसके लिए आपको सबसे पहले 12वीं कक्षा किसी भी सब्जेक्ट में पास करनी होगी। उसके बाद देशभर में इस कोर्स से संबंधित रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो जाती है। तो छात्र को चाहिए कि अपने पसंदीदा कॉलेज या इंस्टिट्यूट में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा दें। पंजीकरण के बाद अगर उस कॉलेज में प्रवेश परीक्षा ली जाती है तो कैंडिडेट को उसमें शामिल होना पड़ता है। लेकिन प्राइवेट कॉलेजों में बिना एंट्रेंस टेस्ट के दाखिला आसानी के साथ मिल जाता है।

ह्यूमन राइट्स कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (What should be the qualification for diploma in human rights course)

ह्यूमन राइट्स कोर्स करने के लिए छात्रों में निम्नलिखित योग्यता का होना जरूरी है जो कि इस तरह से है – 

  • छात्र ने कम से कम 10+2 पास किया हो।
  • कैंडिडेट की इच्छा शक्ति दृढ़ होनी चाहिए।
  • लोगों के प्रति दया भाव होना चाहिए।
  • छात्र के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए जिससे कि वह सभी तरह के लोगों से बात कर सके। 

फीस (fees)

ह्यूमन राइट्स कोर्स के लिए जो फीस देनी होती है वह हर कॉलेज में अलग अलग हो सकती है। छात्रों को कहीं पर ज्यादा फीस तो कहीं पर कम फीस देनी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सरकारी और निजी कॉलेजों में फीस के मानदंड अलग-अलग निर्धारित किए गए हैं। इस प्रकार से देखा जाए तो इस पोस्ट के लिए आपको तकरीबन 20,000 से लेकर 1 लाख रुपए तक की फीस देनी पड़ती है। लेकिन वास्तविक फीस के बारे में ठीक से जानकारी आपको एडमिशन के दौरान ही पता चलती है। 

भारत में ह्यूमन राइट्स कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do human rights course in India)

भारत में ह्यूमन राइट्स कोर्स करने के लिए बहुत सारे कॉलेज और इंस्टिट्यूट्स हैं जहां पर मानव अधिकार में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की बहुत अच्छी पढ़ाई कराई जाती है उनके नाम इस प्रकार से हैं – 

  • भारतीय विद्यापीठ यूनिवर्सिटी पुणे (Bhartiya Vidyapeeth University Pune)
  • नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी गौतम बुध नगर (Noida international University Gautam Buddh Nagar) 
  • इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (Indira Gandhi National Open University) 
  • जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी दिल्ली (Jamia millia islamia university Delhi)
  • बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी वाराणसी (Banaras Hindu University Varanasi)
  • मुंबई यूनिवर्सिटी मुंबई (Mumbai University Mumbai) 
  • सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी राजकोट गुजरात (Saurashtra University Rajkot Gujarat)
  • एचपी यूनिवर्सिटी शिमला हिमाचल प्रदेश (HP University Shimla Himachal Pradesh) 

ह्यूमन राइट्स कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of human rights course)

ह्यूमन राइट्स का डिप्लोमा कोर्स करने के लिए छात्रों को जो सब्जेक्ट्स पढ़ाए जाते हैं उनके बारे में जानकारी हम निम्नलिखित दे रहे हैं जो कि इस तरह से हैं –

  • कांसेप्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स (Concept of human rights)
  • थ्योरीज़ ऑफ राइट्स (Theories of rights)
  • कांस्टीट्यूशनल प्रोस्पेक्टिव (Constitutional perspective)
  • कांस्टीट्यूशनल मैकेनिस्म फॉर एनफोर्समेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स (Constitutional mechanism for enforcement of human rights)
  • ह्यूमन राइट्स मूवमेंट इन इंडिया (Human rights movements in India) 
  • सोसाइटल एंड पॉलीटिकल प्रॉब्लम्स ऑफ ह्यूमन राइट्स इन इंडिया (Societal and political problem of human rights in India)
  • स्टेट्यूटरी मेकैनिज्म फॉर एनफोर्समेंट ऑफ ह्यूमन राइट्स इन इंडिया (Statutory mechanism for enforcement of human rights in India) 
  • नेशनल कमिशन एंड कमिटीज फॉर एससी/एसटी, माइनॉरिटीज कमिशन,वुमन कमीशन (National Commission and committees for SCs/STc, minorities Commission, women Commission)
  • कंज्यूमर राइट्स एंड कोर्ट्स (consumer rights and courts) 
  • कांसेप्ट एंड एप्रोचेस (Concepts and approaches)
  • थियोरेटिकल एंड एप्रोचेज टू सोशल प्रॉब्लम्स एंड सोशल चेंजेस (Theoretical approaches to social problems and social changes)
  • सोशल प्रॉब्लम्स (Social problems)
  • प्रॉब्लम्स ऑफ वर्किंग क्लासेस (problems of working classes)
  • ऑफेंस इंवाल्विंग ह्यूमन राइट्स (Offence involving human rights) 
  • एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ क्रिमिनल जस्टिस एंड रिफॉर्म्स (Administration of criminal justice and reforms)
  • राइट टू लीगल एड पनिशमेंट एंड ह्यूमन राइट्स (Rights to legal aid, punishments and human rights) 
  • एनवायरमेंट मीनिंग एंड कंसर्न फॉर एनवायरमेंट (Environment meaning and concern for environment)
  • हिस्टॉरिकल पर्सपेक्टिव (Historical perspective)
  • एनवायरमेंट थ्रेट्स टू इंडिया (Environment threats to India)
  • इंडिस्क्रिमिनेट इंडस्ट्रियल एक्सप्लोजन (Indiscriminate industrial explosion)
  • राइट्स टू क्लीन एनवायरमेंट (Rights to clean environment) 
  • ग्लोबलाइजेशन ऑफ द राइट (Globalisation of the right) 
  • इशू ऑफ एनवायरमेंटल प्रोटक्शन इन डेवलपिंग कंट्रीज (Issue of environmental protection in developing countries) 
  • नेशनल रिजाइम ऑफ एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन (National regime of environment protection)

ह्यूमन राइट्स कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after human rights course)

ह्यूमन राइट्स में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद इस क्षेत्र में कैरियर के काफी अच्छे अवसर कैंडिडेट को मिल सकते हैं। जहां पर वह कई नेशनल और इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन के साथ काम कर सकते हैं। इस प्रकार से निम्नलिखित जगहों पर एक मानवाधिकार प्रोफेशनल को काम के अवसर मिलते हैं जैसे कि –

  • नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन (National Human rights Commission)
  • स्टेट ह्यूमन राइट कमीशन (State Human right Commission)
  • नेशनल एंड स्टेट कमिशन ऑफ चिल्ड्रन (National and state Commission of children)
  • लेबर वेलफेयर (Labour welfare)
  • यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (United nations development programme)
  • यूनाइटेड नेशंस हुमन राइट्स कमिशन (United nations Human rights Commission)
  • एशियन सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स डॉक्यूमेंटेशन सेंटर (Asian Centre for human rights documentation centre)
  • रेड क्रॉस ऑर्गेनाइजेशन (Red Cross organisation) 

वेतन (salary)

मानव अधिकार के डिप्लोमा कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद इस क्षेत्र में कैंडिडेट को काफी अच्छा वेतन मिल जाता है। यहां जानकारी दे दें कि ह्यूमन राइट्स प्रोफेशनल को शुरुआत में ही 20,000 से लेकर 30 हजार रुपए हर महीने आसानी के साथ मिल सकते हैं। इसके अलावा अगर कैंडिडेट किसी गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन के साथ जुड़कर काम करते हैं तो वहां पर उन्हें और ज्यादा अच्छी सैलरी मिलती है। इसी प्रकार से अगर कैंडिडेट को किसी इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन के साथ काम करने का मौका मिल जाता है तो तब उसकी सैलरी लाखों रुपए तक भी हो सकती है। 

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)

ह्यूमन राइट्स का डिप्लोमा कोर्स करने के बाद एक प्रोफेशनल को प्राइवेट क्षेत्र में भी बहुत सारे जॉब के अवसर मिल जाते हैं। इस प्रकार से निम्नलिखित पदों पर काम कर सकता है – 

  • कोऑर्डिनेटर- ह्यूमन राइट्स एडवोकेसी प्रोग्राम (coordinator- Human rights advocacy program)
  • सीनियर मैनेजर ह्यूमन रिसोर्सेस (Senior manager human resources) 
  • कंसलटेंट (consultant)
  • पैरोल ऑफिसर (Payroll officer)
  • एग्जीक्यूटिव (Executive)
  • चीफ ह्यूमन रिसोर्सेज ऑफिसर (Chief human resources officer) 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)

ह्यूमन रिसोर्सेज मे डिप्लोमा करने के बाद कैंडिडेट को उसकी योग्यता के आधार पर गवर्नमेंट सेक्टर में भी काम करने के मौके मिल जाते हैं। यहां बता दें कि हमारे देश में ऐसे बहुत सारे सरकारी संगठन है जहां पर कैंडिडेट काम के लिए अपना आवेदन दे सकते हैं। इसके लिए साल भर अनेकों पदों पर रिक्तियां निकलती रहती हैं जहां पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की जाती है।

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल ह्यूमन राइट्स में डिप्लोमा कोर्स (Diploma in Human Rights) कैसे करें पूरी जानकारी। इसमें हमने आपको जानकारी दी कि ह्यूमन राइट्स कोर्स क्या होता है और इसकी अवधि कितनी है। इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी दी कि इसके लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है। इस लेख में हमने आपको यह भी बताया कि ह्यूमन राइट्स मे डिप्लोमा कोर्स करने के लिए कितनी योग्यता का होना अनिवार्य है और इसके लिए कितने रुपए तक की फीस देनी पड़ती है। साथ ही साथ हमने यह भी जानकारी दी कि भारत में मानव अधिकार के पाठ्यक्रम के लिए कौन कौन से कॉलेज और संस्थान अच्छे हैं तथा वहां पर छात्रों को क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। 

इसके अलावा हमने आपको यह भी बताया कि जब छात्र इसमें डिप्लोमा हासिल कर लेते हैं तो उसके बाद उनके सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं होती हैं। इस पोस्ट में हमने आपको यह भी बताया कि हर महीने मानव अधिकार प्रोफेशनल को कितने रुपए तक का सैलरी पैकेज मिलता है। अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद ह्यूमन राइट्स में डिप्लोमा करना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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