नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स (diploma in Materials Management) कैसे करें पूरी जानकारी। यह एक ऐसा वोकेशनल कोर्स है जिसमें एंप्लॉयमेंट की संभावनाएं बहुत ज्यादा होती हैं। उद्योग धंधे से जुड़ा यह कोर्स आप को रोजगार के बेस्ट चांस प्रोवाइड कर सकता है। हर दिन इस सेक्टर में निजी और सरकारी जगहों पर योग्य लोगों की डिमांड जबरदस्त बढ़ रही है।
ऐसे में अगर आप मटीरियल्स मैनेजमेंट के काम से जुड़ना चाहते हैं तो इसके लिए जरूरी है कि पहले आप इससे संबंधित डिप्लोमा करें। पर अगर आपको यह मालूम नहीं है कि आप किस प्रकार से मैटेरियल मैनेजमेंट का डिप्लोमा कर सकते हैं और किस तरह से इस इंडस्ट्री में रोजगार हासिल कर सकते हैं तो हमारे आज के इस लेख को सारा पढ़ें और जानें इसके बारे में सभी महत्वपूर्ण बातें।
मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स क्या होता है? (What is diploma in materials management in hindi)
यहां आपको सबसे पहले हम जानकारी के लिए बता दें कि मटीरियल्स मैनेजमेंट को हिंदी में सामग्री प्रबंधन के नाम से जाना जाता है। इस डिप्लोमा कोर्स में छात्रों को कंपनी के मटीरियल्स के विविध प्रकार के रूपो के बारे में रूबरू किया जाता है जैसे कि परचेसिंग, स्टोर मैनेजमेंट। इसके अलावा बता दें कि यह एक स्पेशलाइज्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम है जोकि सामग्री प्रबंधन के ऊपर आधारित होता है। इस कोर्स के अंदर विद्यार्थियों को यह भी बताया जाता है कि किस प्रकार से मटीरियल कॉस्ट उद्योग धंधे में कंपटीशन करने में मददगार है।
इस प्रकार से जब छात्र इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं तो उसके बाद उन्हें यह समझ आ जाती है कि मटीरियल की इंपॉर्टेंस क्या होती है और किसी भी कंपनी की ग्रोथ करने के लिए इसका किस तरह से रख-रखाव किया जा सकता है। साथ ही साथ उनको एक ऑर्गेनाइज्ड बिजनेस की समझ भी आ जाती है।
अवधि (duration)
मटीरियल्स मैनेजमेंट के डिप्लोमा कोर्स को करने में अगर आप रुचि रखते हैं तो यहां आपको हम जानकारी के लिए बता दें कि इस कोर्स की अवधि 1 साल तक की होती है। इस प्रकार से जब आप इस कोर्स को कर लेते हैं तो उसके बाद आप प्रोडक्शन की प्रोसेस के साथ साथ सप्लाई चैन मैनेजमेंट में ट्रेंड हो जाते हैं।
प्रवेश परीक्षा
मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स में डिप्लोमा करने के लिए आपको जानकारी दे दें कि इसके लिए बहुत से कॉलेजों में छात्रों का एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है तो वहीं कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जहां पर मेरिट बेस्ड एडमिशन प्रोसेस होता है। इसके अलावा ऐसे और भी बहुत सारे पॉलिटेक्निक और प्राइवेट इंस्टिट्यूट्स भी हैं जहां पर छात्रों को कोई एंट्रेंस टेस्ट नहीं देना होता क्योंकि उनके जो 12वीं कक्षा में अंक आते हैं उसके आधार पर ही उनको दाखिला मिल जाता है।
प्रवेश प्रक्रिया
मटीरियल्स मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए सबसे पहले आपको चाहिए कि आप अपनी 12वीं कक्षा किसी भी विषय में पास करें। उसके बाद जिस भी कॉलेज में आपको दाखिला लेना है वहां पर अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा दें।
उसके बाद अगर उस शिक्षा संस्थान में प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिला दिया जाता है तो तब आपको एंट्रेंस एग्जाम में भाग लेना होगा। इस प्रकार से जब आप उसमें सफल हो जाते हैं तो आपको एडमिशन मिल जाता है। इसके अलावा जो निजी कॉलेजेस हैं वहां पर आपको डायरेक्ट दाखिला मिल सकता है।
योग्यता
अगर आप मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स में डिप्लोमा हासिल करना चाहते हैं तो इसके लिए बता दें कि इच्छुक उम्मीदवारों में निम्नलिखित योग्यताओं का होना अत्यंत अनिवार्य है जो कि इस प्रकार से हैं –
- छात्र ने मिनिमम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए।
- छात्र मेहनती और एक्टिव होना चाहिए।
- अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी जरूरी है।
फीस (fees)
मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स के डिप्लोमा प्रोग्राम को करने के लिए अगर आप यह जानना चाहते हैं इसके लिए कितने रुपए तक की फीस देनी पड़ती है। तो यहां आपको हम जानकारी दे दें कि जो इस पाठ्यक्रम की फीस है वह हर इंस्टिट्यूट और संस्थान के ऊपर अलग-अलग निर्भर करती है। लेकिन अगर एक एवरेज फीस की बात करें तो फिर आपको 50,000 से लेकर 1 लाख रुपए तक की फीस का भुगतान करना पड़ सकता है।
भारत में मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do materials management course in India)
भारत में मटीरियल्स मैनेजमेंट के डिप्लोमा प्रोग्राम को करने के लिए बहुत सारे कॉलेज हैं जहां पर आप अपना दाखिला लेकर अपना यह कोर्स कर सकते हैं। यहां हम आपको जानकारी देने के लिए कुछ बेहतरीन कॉलेजों के नाम बता रहे हैं जो कि इस प्रकार से हैं –
- ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज चेन्नई तमिलनाडु (All India Institute of Management studies Chennai Tamil Nadu)
- एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट नागपुर महाराष्ट्र (Apex Institute of Management Nagpur Maharashtra)
- अरुणोदय यूनिवर्सिटी अरुणाचल प्रदेश (Arunodaya University Arunachal Pradesh)
- एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ फायर सेफ्टी महाराष्ट्र (Asian Institute of fire safety Maharashtra)
- भाभा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंस अलवर (Bhabha Institute of Management Science Alwar)
- शहीद भगत सिंह कॉलेज ऑफ महाराष्ट्र एंड टेक्नोलॉजी फरीदाबाद (Shaheed Bhagat Singh College of Management and Technology Faridabad)
- बॉम्बे एकेडमी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज मुंबई महाराष्ट्र (Bombay academy of Management studies Mumbai Maharashtra)
- सेंट्रल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज जबलपुर (Central India Institute of Management studies Jabalpur)
- इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड रूरल टेक्नोलॉजी इलाहाबाद (Institute of engineering and rural technology Allahabad)
- फार्च्यून इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी गुजरात (Fortune Institute of Management and Technology Gujarat)
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मटीरियल मैनेजमेंट कोलकाता (Indian Institute of material Management Kolkata)
- साईं एकेडमी नोएडा (Sai Academy Noida)
मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of materials management course)
मटीरियल्स मैनेजमेंट के डिप्लोमा में कॉलेजों या संस्थानों में जो सिलेबस पढ़ाया जाता है उसके बारे में जानकारी इस तरह से है –
- ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर (Organisational behaviour)
- परचेसिंग मैनेजमेंट (Purchasing management)
- स्टोर्स मैनेजमेंट (Stores management)
- मटीरियल्स मैनेजमेंट (Materials management)
- इन्वेंटरी मैनेजमेंट (Inventory management)
मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after materials management course)
मटीरियल्स मैनेजमेंट का डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद प्रोफेशनल लोगों के सामने कैरियर की बहुत सारी संभावनाएं आती है जहां पर वो निम्नलिखित विभागों में काम कर सकते हैं –
- एकेडमिक इंस्टीट्यूशंस (Academic institutions)
- डिफेंस सेक्टर (Defence sector)
- पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन (Public transportation)
- कॉरपोरेट हाउसेस (Corporate houses)
- रेलवेज (Railways)
- सप्लाई चैन इंडस्ट्रीज (Supply chain industries)
वेतन (salary)
मटीरियल्स मैनेजमेंट में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद जो प्रोफेशनल कैंडिडेट होते हैं उन्हें शुरुआत में ही काफी आकर्षक वेतनमान मिल जाता है जो कि लगभग 25,000 से लेकर 40,000 तक के बीच में हो सकता है। इसके अलावा अगर कैंडिडेट की किसी अच्छी कंपनी में नौकरी लग जाती है तो तब उसको इससे भी ज्यादा सैलेरी पैकेज मिल जाता है। साथ ही बता दें कि जब व्यक्ति को कुछ वर्षों का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब उसे इस इंडस्ट्री में और भी ज्यादा वेतन मिल सकता है।
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)
सामग्री प्रबंधन का डिप्लोमा करने के बाद जो योग्य कैंडिडेट होते हैं उनको प्राइवेट सेक्टर में भी काम करने के बहुत सारे मौके मिलते हैं जहां पर वे अपनी योग्यता के आधार पर निम्नलिखित पदों पर काम कर सकते हैं –
- मटीरियल हैंडलर (Material handler)
- रिसर्च एसोसिएट (Research associate)
- वेंडर डेवलपमेंट ऑफिसर (Vendor development Officer)
- ट्रेनी साइंटिस्ट (Trainee scientist)
- जूनियर साइंटिस्ट (Junior scientist)
- मटीरियल साइंस मैनेजर (Material science manager)
- असिस्टेंट मैनेजर रॉ मैटेरियल (Assistant manager raw material)
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)
मटीरियल्स मैनेजमेंट का डिप्लोमा हासिल करने के बाद जिस प्रकार से एक योग्य प्रोफेशनल को प्राइवेट सेक्टर में काम करने के मौके मिल जाते हैं गसी तरह से उसे गवर्नमेंट सेक्टर में भी नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं। यहां बता दें कि हर साल सामग्री प्रबंधन के क्षेत्र से जुड़ी हुई बहुत सारी नौकरियां सरकारी विभागों में निकलती हैं जहां पर इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल मटीरियल्स मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स (diploma in Materials Management) कैसे करें पूरी जानकारी। इसमें हमने आपको जानकारी दी कि मटीरियल्स मैनेजमेंट का डिप्लोमा कोर्स क्या है और इसकी अवधि कितनी होती है। साथ ही हमने आपको जानकारी दी कि सामग्री प्रबंधन के इस डिप्लोमा कोर्स को करने के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है। इसके अलावा इस लेख के माध्यम से हमने आपको यह भी बताया कि जो छात्र इस पाठ्यक्रम को करने में रुचि रखते हैं उनमें कितनी योग्यता होनी चाहिए एवं कोर्स की फीस के बारे में भी हमने आपको बताया।
इस आर्टिकल में हमने आपको यह भी बताया कि हमारे देश भारत में मटीरियल्स मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए कौन कौन से कॉलेज अच्छे हैं और वहां पर छात्रों को क्या सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं। साथ ही हमने आपको यह भी बताया कि सामग्री प्रबंधन का यह पाठ्यक्रम करने के बाद आपके सामने गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं हो सकती हैं। अंत में हमारी आपसे बस यही एक छोटी सी रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह सारी जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद मटीरियल्स मैनेजमेंट में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं।