पब्लिक हेल्थ कोर्स (Diploma in Public Health Course) कैसे करें पूरी जानकारी

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे पब्लिक हेल्थ कोर्स (Diploma in Public Health) कैसे करें पूरी जानकारी। ऐसे कैंडिडेट जो 12वीं के बाद हेल्थ सेक्टर में जाना चाहते हैं उनके लिए यह एक बहुत ही अच्छा कोर्स है। इस डिप्लोमा कोर्स को करने के बाद छात्रों को हेल्थ इंडस्ट्री में अनेकों जॉब आसानी के साथ मिल जाती हैं। इसी वजह से आज इस क्षेत्र में काम करने के लिए लोगों की संख्या और डिमांड बढ़ती ही जा रही है। यदि आप भी 12वीं के बाद पब्लिक हेल्थ में डिप्लोमा कोर्स करने के इच्छुक हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़ें और जानें इस कोर्स को करने के बारे में सारी जानकारी। 

पब्लिक हेल्थ कोर्स क्या है? (What is diploma in public health in Hindi)

अब यहां आपको सबसे पहले हम आपको जानकारी दे दें कि पब्लिक हेल्थ में डिप्लोमा एक ऐसा हॉस्पिटल और हेल्थ केयर मैनेजमेंट का कोर्स है जिसको डीपीएच (DPH) के नाम से भी जाना जाता है। इस कोर्स के अंतर्गत कैंडिडेट को पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट के बारे में ट्रेनिंग देने के साथ-साथ उनमें अनेकों पब्लिक हेल्थ स्किल्स भी डिवेलप किए जाते हैं। इस प्रकार से इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को पब्लिक को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में काफी आसानी हो जाती है। 

अवधि (duration) 

जो कैंडिडेट पब्लिक हेल्थ कोर्स करना चाहते हैं तो उनको यहां जानकारी के लिए बता दें कि इस डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1 या 2 साल की होती है। लेकिन अगर कोई कैंडिडेट चाहे तो वह 3 साल का बैचलर डिग्री कोर्स भी संबंधित क्षेत्र में कर सकता है। 

पब्लिक हेल्थ कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा (Entrance test for diploma in public health course)

पब्लिक हेल्थ कोर्स में हर कॉलेज और संस्थान का अलग-अलग प्रोसीजर होता है। यहां बता दें कि जितने भी इंस्टिट्यूट्स और कॉलेज हैं उन सब में केवल योग्य छात्रों को ही दाखिला दिया जाता है। इसलिए ही वो सिलेक्शन टेस्ट या फिर इंटरव्यू की प्रक्रिया अपनाते हैं। परंतु भारत में कुछ ऐसे निजी संस्थान भी है जहां पर कैंडिडेट को बिना किसी टेस्ट या फिर इंटरव्यू के एडमिशन मिल जाता है। 

पब्लिक हेल्थ कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया क्या है (What is the admission process for diploma in public health course)

पब्लिक हेल्थ कोर्स में डिप्लोमा करने के लिए कैंडिडेट को सबसे पहले चाहिए कि वह अपनी 12वीं कक्षा किसी भी विषय में पास करें। उसके बाद वह उस कॉलेज या इंस्टिट्यूट का चुनाव करें जिसमें उसको एडमिशन लेना है और वहां के दाखिले की प्रक्रिया के बारे में जानकारी भी हासिल करे। इस तरह से जब रजिस्ट्रेशन प्रोसेस स्टार्ट हो जाए तो इच्छुक छात्रों को चाहिए कि अपना रजिस्ट्रेशन करवा दें। बता दें कि पंजीकरण के दौरान ही स्टूडेंट्स को एडमिशन प्रोसेस के बारे में जानकारी दे दी जाती है जैसे कि अगर किसी इंस्टिट्यूट में दाखिला एंट्रेंस टेस्ट के बाद मिलता है तो छात्र को उसमें शामिल होना पड़ता है और सफल होने के बाद उसे दाखिला मिल जाता है। 

पब्लिक हेल्थ कोर्स के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (What should be the qualification for diploma in public health course)

पब्लिक हेल्थ कोर्स के डिप्लोमा में दाखिला लेने के लिए छात्रों में निम्नलिखित योग्यताओं का होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है जैसे कि – 

  • कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए। 
  • छात्र के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए।
  • कैंडिडेट को संबंधित क्षेत्र में काम करने में अत्यधिक रूचि होनी चाहिए। 

फीस (fees)

पब्लिक हेल्थ के डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्रों को जो फीस देनी होती है वह पूरी तरह से इस बात के ऊपर डिपेंड करती है कि कैंडिडेट अपना कोर्स कौन से कॉलेज से करने में रुचि रखता है। साथ ही बताते चलें कि निजी संस्थानों में सरकारी संस्थानों की अपेक्षा ज्यादा फीस देनी पड़ती है। इस प्रकार से एक अनुमान के तौर पर अगर देखा जाए तो इस पाठ्यक्रम में कैंडिडेट को 50,000 से लेकर 1 लाख रुपए तक की फीस देनी पड़ सकती है। 

भारत में पब्लिक हेल्थ कोर्स करने के लिए कॉलेज (College to do public health course in India)

भारत में पब्लिक हेल्थ कोर्स मे डिप्लोमा करने के लिए बहुत सारे कॉलेज और संस्थान हैं जहां पर काफी अच्छी ट्रेनिंग छात्रों को दी जाती है जैसे कि – 

  • ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ कोलकाता (All India Institute of hygiene and public Health Kolkata) 
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर न्यू दिल्ली (National Institute of Health and Family welfare New Delhi)
  • केरला यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस थ्रेसर (Kerala University of Health science Thrissur) 
  • वीर नरमद साउथ गुजरात यूनिवर्सिटी सूरत (Veer Narmad South Gujarat University Surat) 
  • इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (Indira Gandhi National Open University) 
  • बेंगलोर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट कर्नाटक (Bangalore Medical College and research Institute Karnataka)
  • बीजे मेडिकल कॉलेज गुजरात (BJ medical college Gujarat) 
  • गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नागपुर (Government Medical College Nagpur) 
  • आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी बिहार (Aryabhatta Knowledge University Bihar) 
  • किंग जॉर्ज्स मेडिकल यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश  (King George’s Medical University Uttar Pradesh)

आर्ट एंड क्राफ्ट कोर्स का पाठ्यक्रम/ सब्जेक्ट्स क्या-क्या है (What are the syllabus / subjects of public health course)

पब्लिक हेल्थ कोर्स के तहत छात्रों को जो सिलेबस पढ़ाया जाता है उसकी जानकारी हम यहां निम्नलिखित दे रहे हैं जो कि इस तरह से है – 

  • पब्लिक हेल्थ इंट्रोडक्शन (Public health Introduction) 
  • अप्लाइड एस्पेक्ट्स ऑफ प्रीवेंटिव मेडिसिन (Applied aspects of preventing medicine) 
  • बायो स्टैटिक्स (Biostatics) 
  • एनवायरनमेंट एंड हेल्थ (Environment and health) 
  • न्यूट्रिशन एंड हेल्थ (Nutrition and health)
  • एपिडेमियोलॉजी (Epidemiology) 
  • माइक्रोबायोलॉजी (Microbiology) 
  • प्रोटेजूलॉजी (Protozoology) 
  • एंटोंमोलॉजी (Entomology) 
  • हेलमिंथोलॉजी (Helminthology) 
  • एपिडेमियोलॉजी आफ कम्युनिकेबल  डिसीजेस (Epidemiology of communicable diseases)
  • एपिडेमियोलॉजी ऑफ नॉन कम्युनिकेबल डिसीजेस (Epidemiology of non communicable diseases) 
  • मेंटल हेल्थ (Mental health) 
  • गेरियाट्रिक्स (Geriatrics) 
  • रीप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ (Reproductive and child health) 
  • सोशल साइंस (Social sciences)
  • मेडिकल एथिक्स  (Medical ethics) 
  • डेमोग्राफी एंड पापुलेशन कंट्रोल (Demography and population control) 
  • ऑक्यूपेशनल हेल्थ  (Occupational health) 
  • नेशनल हेल्थ प्रोग्राम (National health program) 
  • हेल्थ मैनेजमेंट एंड हेल्थ प्लानिंग (Health management and health planning) 
  • हेल्थ इकोनॉमिक्स (Health economics)
  • इंटरनेशनल हेल्थ एंड टेलीमेडिसिन (International health and telemedicine) 
  • पब्लिक हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन (Public Health administration)
  • हेल्थ एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन (Health education and communication) 
  • रोल ऑफ एनजीओ इन हेल्थ केयर डिलीवरी सिस्टम (Role of NGO in health care delivery system) 
  • पब्लिक हेल्थ केमिस्ट्री (Public health chemistry) 

पब्लिक हेल्थ कोर्स के बाद कैरियर संभावनाएँ क्या है (What are the career prospects after public health course)

जो छात्र पब्लिक हेल्थ का डिप्लोमा कोर्स कर लेते हैं उनके सामने कैरियर की बहुत सारी संभावनाएं आती है जहां पर वह काम कर सकते हैं जैसे कि – 

  • कॉलेजेस एंड यूनिवर्सिटीज (Colleges and universities) 
  • क्लिनिक्स (Clinics) 
  • हॉस्पिटल्स (Hospitals) 
  • कम्युनिटी हेल्थ केयर सेंटर्स (Community Health Care centres)
  • एनवायरमेंटल हेल्थ (Environmental health)
  • रूरल हेल्थ केयर सेंटर्स (Rural Health Care centres) 
  • हेल्थ इनफॉरमेशन मैनेजमेंट (Health information management) 
  • हेल्थ प्रमोशन एंड हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (Health promotion and hospital administration) 
  • गवर्नमेंट डिपार्टमेंट्स (Government departments) 

वेतन (salary)

एक पब्लिक हेल्थ डिप्लोमा होल्डर को कैरियर की शुरूआत में जो सैलरी पैकेज मिलता है वह कई फैक्टर्स के ऊपर डिपेंड करता है जैसे कि कैंडिडेट का जॉब टाइप, लोकेशन, कंपनी इत्यादि। लेकिन अगर एक एवरेज सैलेरी की बात की जाए तो कैंडिडेट को स्टार्टिंग सैलेरी 30,000 से लेकर 40,000 तक हर महीने मिल जाती है। बाद में उसकी योग्यता और अनुभव के आधार पर उसके वेतन में वृद्धि भी हो जाती है।

प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after)

पब्लिक हेल्थ मे डिप्लोमा करने के बाद कैंडिडेट को प्राइवेट सेक्टर में भी काम करने के बहुत सारे चांस मिल जाते हैं जैसे कि – 

  • टीचर (Teacher)
  • लेक्चरर (Lecturer)
  • रिसर्च एसोसिएट (Research associate)
  • क्लीनिकल कोऑर्डिनेटर (Clinical coordinator)
  • पोलियो इरेडिकेशन ऑफिसर (Polio eradication officer) 
  • रिसर्च डाटा सपोर्ट पर्सनल (Research data support personnel) 
  • इमरजेंसी रिस्पांस एंड प्रिपेयरडनेस कंसलटेंट (Emergency response and preparedness consultant) 

गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector)

जिस तरह से पब्लिक हेल्थ के डिप्लोमा धारक को प्राइवेट सेक्टर में अनेकों प्रकार की नौकरियां मिल जाती है ठीक इसी तरह से गवर्नमेंट सेक्टर में भी कैंडिडेट को उसकी योग्यता के अनुसार काम मिल जाता है। बल्कि अगर देखा जाए तो प्राइवेट से ज्यादा गवर्नमेंट सेक्टर में कैंडिडेट के लिए नौकरी के अवसर ज्यादा होते हैं। हर साल संबंधित क्षेत्र से जुड़ी हुईं अनेकों प्रकार की नौकरियां अस्पतालों, कॉलेजों, यूनिवर्सिटीज़, हेल्थ सेक्टर्स में निकलती रहती हैं जहां पर कैंडिडेट अपना आवेदन दे सकते हैं। 

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल पब्लिक हेल्थ में डिप्लोमा कोर्स (Diploma in Public Health) कैसे करें पूरी जानकारी। इस लेख में हमने आपको बताया कि पब्लिक हेल्थ कोर्स क्या है और इसकी अवधि कितनी होती है। इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी दी कि पब्लिक हेल्थ का कोर्स करने के लिए प्रवेश परीक्षा और प्रवेश प्रक्रिया क्या होती है। साथ ही साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि इस पाठ्यक्रम को करने के लिए किसी भी कैंडिडेट में कितनी योग्यता होनी चाहिए और इसके लिए उसे कितने रुपए तक की फीस देनी पड़ सकती है।

इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी भी दी कि पब्लिक हेल्थ में डिप्लोमा करने के लिए भारत में कौन कौन से कॉलेज और संस्थान हैं और वहां पर क्या सिलेबस पढ़ाया जाता है। इसके अलावा हमने आपको इस लेख में यह भी बताया कि जो छात्र इस कोर्स को पूरा कर लेते हैं उसके बाद उनके सामने प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में कैरियर की क्या-क्या संभावनाएं होती हैं। अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद पब्लिक हेल्थ में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते हैं। 

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

Leave a Reply