नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि Helicopter Pilot कैसे बनें? आमतौर पर बचपन में सभी बच्चे कागज के हेलीकॉप्टर को उड़ाते हैं और उनमें से कुछ बच्चे बड़े होकर हेलीकॉप्टर पायलट बनना चाहते हैं क्योंकि इस पेशे में वेतन भी अच्छा मिलता है और शोहरत भी।
यदि आप भी एक ऐसे कैंडिडेट हैं जो इस क्षेत्र में जाना पसंद करते हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को अंत तक पड़े क्योंकि इसमें हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार से 12वीं के बाद हेलीकॉप्टर पायलट बन सकते हैं।
हेलीकॉप्टर पायलट क्या होता है? (What is helicopter pilot in Hindi)
हेलीकॉप्टर पायलट वह होता है जो हेलीकॉप्टर को चलाने में एक्सपर्ट होने के साथ-साथ यात्रियों को सुविधापूर्वक उनकी मंजिल तक पहुंचाने का काम करता है। यह पद बहुत ही ज्यादा जिम्मेदारी वाला होता है इसलिए हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए कोर्स में दाखिला केवल तभी मिलता है जब कैंडिडेट प्रवेश परीक्षा में सफल हो जाता है।
यहां जानकारी दे दें कि पायलट बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट को बहुत ही ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है जिसके लिए उसे 2 वर्ष का कोर्स सफलता पूर्वक पास करना होता है।
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है?
जो उम्मीदवार हेलीकॉप्टर पायलट बनना चाहते हैं उसके लिए बता दें कि कैंडिडेट को आईजीआरयूए (IGRUA) एंट्रेंस एग्जामिनेशन को पास करना होता है जिसको इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकैडमी परीक्षा भी कहा जाता है। यह परीक्षा डीजीसीए (DGCA) यानी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन गवर्नमेंट ऑफ इंडिया (Directorate General of Civil Aviation Government of India) के द्वारा कंडक्ट करवाई जाती है।
इस लिखित परीक्षा में जब कैंडिडेट पास हो जाता है तो उसके बाद उसे मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया जाता है और उसके बाद फिर इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता है। सफलतापूर्वक परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवारों को हेलीकॉप्टर पायलट बनने के कोर्स में दाखिला मिल जाता है।
योग्यता
- उम्मीदवार ने बारहवीं कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ जैसे विषयों के साथ पास की हो।
- कैंडिडेट के 12वीं में मिनिमम 50% मार्क्स आने चाहिए।
- छात्र को अंग्रेजी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है।
आयु सीमा
- अगर कैंडिडेट स्टूडेंट पायलट लाइसेंस पाना चाहता है तो उसके लिए उसकी आयु मिनिमम 16 साल तक होनी जरूरी है।
- इसी प्रकार प्राइवेट पायलट लाइसेंस पाने के लिए कैंडिडेट की उम्र 17 साल तक होना आवश्यक है।
- कमर्शियल पायलट लाइसेंस के लिए कैंडिडेट की उम्र 18 साल तक होनी चाहिए।
शारीरिक योग्यता
- कैंडिडेट की लंबाई कम से कम 162.2 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
- उम्मीदवार की आंखों की दृष्टि भी बिल्कुल ठीक होनी चाहिए।
- कलर ब्लाइंडनेस नहीं होना चाहिए।
- कैंडिडेट मानसिक और शारीरिक रूप से फिट होना जरूरी है। उसके पास स्तर-2 का मेडिकल और मानसिक हेल्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए।
फीस
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट को लगभग 18 लाख रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक की फीस का भुगतान करना पड़ सकता है क्योंकि यह एक महंगा कोर्स है इसलिए इसकी इतनी ज्यादा फीस है। लेकिन कोर्स करने के बाद कैंडिडेट के सामने एक सुनहरा भविष्य होता है।
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए टॉप इंस्टिट्यूट के नाम
हमारे देश भारत में हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए विभिन्न प्रकार के संस्थान हैं जहां से आप हेलीकॉप्टर पायलट बन सकते हैं लेकिन अगर आप किसी अच्छे और टॉप के इंस्टीट्यूट से कोर्स करेंगे तो तब आपको नौकरी के लिए किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। भारत के कुछ प्रतिष्ठित और टॉप एशियन इंस्टिट्यूट इस प्रकार से हैं-
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकैडमी (Indira Gandhi rashtriya Uran Academi-IGRUA)
- अहमदाबाद एवियशन एंड एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Ahmedabad aviation and aeronautics Limited)
- मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब (Madhya Pradesh flying club)
- बॉम्बे फ्लाइंग क्लब (Bombay flying club)
- नेशनल फ्लाइंग ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट (National flying training institute)
- राजीव गांधी नेशनल फ्लाइट ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (Rajiv Gandhi National flight training institute)
- ओरियंट फ्लाइट स्कूल चेन्नई (Orient flight School Chennai)
- पांडुचेरी ठाकुर कॉलेज ऑफ एविएशन (Puducherry Thakur College of aviation)
- गवर्नमेंट फ्लाइंग क्लब लखनऊ (Government flying club Lucknow)
- गवर्नमेंट एवियशन ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट भुवनेश्वर (Government aviation Training Institute Bhubaneswar)
हेलीकॉप्टर पायलट के पाठ्यक्रम क्या क्या है?
जो कैंडिडेट हेलीकॉप्टर पायलट बनना चाहते हैं इसके लिए उन्हें जो कोर्स करना होगा उसमें उन्हें निम्नलिखित पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी और ट्रेनिंग दी जाएगी जो कि इस प्रकार से है-
- फ्लाइट ट्रेनिंग प्रोसेस (Flight training process)
- फ्लाइट आवर्स- सोलो फ्लाइट्स एंड डुअल फ्लाइट्स (Flight hours-solo flights and dual flights)
- बेसिक फ्लाइट इंस्ट्रूमेंट्स (Basic flight instruments)
- पावर ऑफ स्टॉल्स (Power of stalls)
- स्टेबिलिटी एंड कंट्रोल (Stability and control)
- ट्रेनिंग एयरप्लेन (Training airplane)
- गो अराउंड प्रोसीजर्स (Go around procedures)
- मन्यूवरिंग ड्यूरिंग स्लो फ्लाइट (Maneuvring during slow flight)
- ग्रेडिंग क्राइटेरिया (Grading criteria)
- पावर ऑन स्टॉल्स (Power on stalls)
- एयरफ्रेम (Airframe)
- एरो मेडिकल फैक्टर्स (Aeromedical factors)
- फोर्सिज एक्टिंग ऑन एयरप्लेन (Forces acting on airplane)
- फ्लाइट फिजियोलॉजी (Flight physiology)
- वी ओ आर नेविगेशन (VOR navigation)
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है?
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के बाद कैंडिडेट को बहुत सारे कैरियर विकल्प मिल जाते हैं जैसे कि वह प्राइवेट पायलट बन सकता है या फिर वह इंडियन एयर फोर्स पायलट के रूप में भी काम कर सकता है। उसे इस प्रकार प्राइवेट और निजी कंपनियों में काम करने का अवसर मिल जाता है जहां पर वह अपनी योग्यता के अनुसार तरक्की पा सकता है।
वेतन
हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए कैंडिडेट को शुरू में 80,000 रुपए से लेकर 1.5 लाख रुपए तक हर महीने सैलरी मिलती है। जब कैंडिडेट को इस क्षेत्र में एक्सपीरियंस हो जाता है तो तब उसे 3.5 लाख रुपए तक का वेतन मिलता है। इस प्रकार आकर्षक वेतन के साथ साथ एक हेलीकॉप्टर पायलट को कुछ अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं जो कि उसकी कंपनी के ऊपर निर्धारित करती हैं।
हेलीकॉप्टर पायलट के कार्य
हेलीकॉप्टर पायलट के कार्य जोखिम भरे और बहुत ज्यादा जिम्मेदारी वाले होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं –
- यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले ले जाने का काम।
- यात्रियों की सुरक्षा और जान की जिम्मेदारी पायलट के ऊपर ही होती है।
- हेलीकॉप्टर को टेकऑफ और लैंडिंग करने की जिम्मेदारी।
- हेलीकॉप्टर चलाते समय अपने चारों ओर नजर बनाए रखना और यह देखना कि किसी दूसरे विमान से हेलीकॉप्टर टकरा ना जाए।
- यदि कोई खतरनाक स्थिति उत्पन्न हो जाए तो उस समय बहुत ही शीघ्रता से फैसला लेना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको जानकारी दी कि आप Helicopter Pilot कैसे बनें? इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए आप में कितनी योग्यता होनी चाहिए और इसके लिए आपको कितने रुपए तक की फीस का भुगतान करना होगा।
इसके अलावा हमने यह भी जानकारी दी कि भारत में कौन-कौन से टॉप इंस्टिट्यूट है जहां से आप हेलीकॉप्टर पायलट बनने के लिए कोर्स कर सकते हैं एवं हमने आपको इससे संबंधित प्रवेश प्रक्रिया व परीक्षा के बारे में भी बताया।
हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह लेख आपके लिए काफी अधिक उपयोगी रहा होगा इसलिए इसे आप अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद हेलीकॉप्टर पायलट बनना चाहते हैं।