आशुलिपिक (Stenographer) की नौकरी कैसे ज्वाइन करें

दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आशुलिपिक यानि स्टेनोग्राफर कैसे बना जा सकता है। अपने इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि यदि आप आशुलिपिक पद पर कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको तैयारी कैसे करनी होगी और इसके लिए एग्जाम की तैयारी करने के लिए सिलेबस भी आपको बताएंगे। 

इसके अलावा आशुलिपिक से जुड़ी हुई हर अनिवार्य जानकारी हम आपको बताएंगे इसलिए इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ें ताकि आपको स्टेनोग्राफर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में ठीक से पता चल सके। हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि  इस आर्टिकल के द्वारा हम आपको सारी जानकारी बिल्कुल सही दें ताकि आपका उचित मार्गदर्शन कर सकें।

आशुलिपिक क्या है? (What is Stenographer In Hindi)

आशुलिपि लिखने की एक विधि है जिसके माध्यम से अक्षरों को काफी तेजी से लिखा जाता है और आशुलिपि को लिखने वाले को आशुलिपिक कहते हैं। आशुलिपिक टाइपराइटर पर बोले गए शब्दों को बहुत तेजी के साथ लिखता है। एक आशुलिपिक किसी भी सरकारी संस्थान, न्यूज़ पेपर एजेंसी, न्यायालयों इत्यादि में काम करता है।

अगर कोई व्यक्ति आशुलिपिक के रूप में काम करना चाहता है तो इसके लिए उसे सर्टिफिकेट कोर्स करना होगा और साथ ही इस पद के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा को भी पास करना होगा। लिपिक में किसी भी शब्द या वर्ण के लिए एक विशेष सांकेतिक भाषा का प्रयोग किया जाता है जिसको समझ कर आशुलिपिक टाइप करता है। 

आपको यहां जानकारी के लिए यह भी बता दें कि आशुलिपिक के दो ग्रेड होते हैं सी और डी। ग्रेड सी के आशुलिपिक अधिकतर दिल्ली में केंद्र सरकार के मंत्रालयों एवं विभागों में कार्य करते हैं। इसी प्रकार ग्रेड डी के आशुलिपिक समूह एक्स और समूह वाई के अंतर्गत काम करते हैं।

यहां बता दें कि ग्रुप एक्स में स्टेनोग्राफर से केवल दिल्ली मे ही केंद्र सरकार के विभागों में कार्य करवाया जाता है। लेकिन ग्रुप वाई के अंतर्गत आने वाले आशुलिपिक से पूरे भारत में स्थित केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में कार्य करवाया जाता है। ‌

आशुलिपिक भर्तियाँ 

अगर आपका सपना केंद्र सरकार के विभिन्न सरकारी संस्थानों में कार्य करने का है तो आप आशुलिपिक पद के लिए आवेदन दे सकते हैं। इसके लिए हर साल आशुलिपिक पदों पर भर्तियां की जाती है जिन पर कोई भी उम्मीदवार आवेदन कर सकता है। यहां आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि यदि आप स्टेनोग्राफर के पद पर कार्य करना चाहते हैं तो आपको एसएससी द्वारा संचालित चयन परीक्षा को पास करना होगा। बिना चयन परीक्षा पास के आप स्टेनोग्राफर के पद पर कार्य नहीं कर सकते। 

आशुलिपिक के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (Stenographer Eligibility Criteria)

जो उम्मीदवार आशुलिपिक पद पर कार्य करना चाहते हैं उनके अंदर निम्नलिखित योग्यताएं होना अनिवार्य है- 

  • उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए। इसके अलावा नेपाल, भूटान और तिब्बत के रिफ्यूजी भी इस परीक्षा में बैठ सकते हैं।
  • ैंडिडेट को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 या उसके समकक्ष पास होना चाहिए। 
  • कैंडिडेट की न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 27 साल होनी चाहिए। 
  • सभी आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियम अनुसार आयु सीमा में छूट दी गई है। 

शुलिपिक का पाठ्यक्रम

स्टेनोग्राफर बनने के लिए आपको इसके लिए चयन परीक्षा देनी होगी और इस चयन परीक्षा में आप तभी सफलता हासिल कर सकेंगे जब आपको आशुलिपिक परीक्षा का सारा पाठ्यक्रम पता होगा। इस प्रकार से आप अपनी परीक्षा की तैयारी भी अच्छे तरीके से कर सकेंगे और जब आप सही तरीके से पाठ्यक्रम समझ कर पढ़ाई करेंगे तो आपको परीक्षा में सफलता निश्चित ही मिलेगी। निम्नलिखित हम आशुलिपिक परीक्षा के लिए संपूर्ण पाठ्यक्रम बता रहे हैं जो है –

जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग (General intelligence and reasoning)

  • एनालॉजीस, सिमिलरिटीज एंड डिफरेंसेस (Analogies, similarities and differences)
  • स्पेस विजुलाइजेशन (Space visualisation)
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग (Problem solving)
  • एनालिसिस (Analysis)
  • जजमेंट (Judgement)
  • डिसीजन मेकिंग (Decision making)
  • विजुअल मेमोरी (Visual memory)
  • डिस्क्रिमिनेटिंग ऑब्जरवेशन (Discriminating observation)
  • रिलेशनशिप कॉन्सेप्ट्स (Relationship concepts)
  • अर्थमैटिकल रीजनिंग (Arithmetical Reasoning)
  • वर्बल एंड फिगर क्लासिफिकेशन (Verbal and figure classification)
  • अर्थमैटिकल नंबर सीरीज (Arithmetical number series)
  • नॉनवर्बल सीरीज (Non-Verbal Series)

जनरल अवेयरनेस (General awareness)

  • इंडिया एंड इट्स नेबरिंग कंट्रीज (India and its neighbouring countries)
  • स्पेशली परटेनिंग टु स्पोर्ट्स (Especially pertaining to Sports)
  • हिस्ट्री, कल्चर, जोग्राफी, इकोनॉमिक्स सीन (History, culture, geography, economics scene)
  • जनरल पोलिटी इंक्लूडिंग इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन एंड साइंटिफिक रिसर्च (General polity including Indian constitution and scientific research)

इंग्लिश लैंग्वेज एंड कंप्रीहेंशन (English language and comprehension)

  • एक्टिव एंड पैसिव वॉइस (Active and passive voice)
  • सिनोनिम्स एंड एंटीनीम्स (Synonyms and antonyms)
  • होमोनिम्स (Homonyms)
  • फिल इन द ब्लैंक्स (Fill in the blanks)
  • डायरेक्ट एंड इनडायरेक्ट कन्वर्जन (Direct and indirect conversion)
  • कंप्रीहेंशन पैसेज (Comprehension passage)
  • स्पेलिंग्स (Spellings)
  • मिस स्पेल्ट वर्ड्स डिटेक्शन (Miss-spelt words detection)
  • क्लोज पैसेज (Cloze passage) 

शुलिपिक के लिए परीक्षाएँ 

आशुलिपिक के लिए दो चरणों की परीक्षाएं होती हैं एक लिखित परीक्षा और दूसरी आशुलिपि परीक्षा। निम्नलिखित हम दोनों परीक्षाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहे हैं-

लिखित परीक्षा

इस लिखित परीक्षा में कैंडिडेट से जनरल इंग्लिश, हिंदी, सामान्य गणित, रीजनिंग, जनरल नॉलेज पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां आपको बता दें कि सबसे ज्यादा प्रश्न सामान्य ज्ञान पर पूछे जाते हैं और यही वह विषय है जिसमें अधिकतर उम्मीदवारों के नंबर कम हो जाते हैं। इसलिए उम्मीदवारों को सामान्य ज्ञान विषय पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। 

जानकारी के लिए बता दें लिखित परीक्षा के अंतर्गत तीन सेक्शन होते हैं जिसमें जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग, जनरल अवेयरनेस, इंग्लिश लैंग्वेज एंड कंप्रीहेंशन जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां आपको बता दें कि जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग और जनरल अवेयरनेस में उम्मीदवार से 50 50 प्रश्न पूछे जाते हैं और और इंग्लिश लैंग्वेज एंड कंप्रीहेंशन 100 प्रश्न उम्मीदवार को करने होते हैं। इस पेपर को हल करने की समय सीमा 2 घंटे निर्धारित की गई है। 

वह उम्मीदवार जो विजुअली हैंडीकैप है उनको परीक्षा करने के लिए 40 मिनट का समय फालतू दिया जाता है। साथ ही आप यह भी जान लीजिए कि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होती है अगर आप किसी प्रश्न का गलत उत्तर देंगे तो उसके लिए आपका 0.25 अंक काट लिया जाता है। 

आशुलिपि परीक्षा

जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा को पास कर लेते हैं उन उम्मीदवारों को आशुलिपि परीक्षा के लिए आमंत्रित किया जाता है। यहां आपको यह भी बता दें कि कौशल टेस्ट के लिए किसी भी प्रकार का कोई आरक्षण नहीं है इस परीक्षा को देना अनिवार्य होता है। स्किल टेस्ट में उम्मीदवार को सबसे पहले अपनी लैंग्वेज को सिलेक्ट कर लेना होता है इंग्लिश या हिंदी। उसके बाद उम्मीदवार को 100 wpm और विजुअली हैंडीकैप को 75 wpm की स्पीड से टाइपिंग करनी होती है। यदि उम्मीदवार इन दोनों परीक्षाओं में पास हो जाते हैं तो उन्हें आशुलिपिक यानि स्टेनोग्राफर की पोस्ट पर नौकरी मिल जाती है। 

आशुलिपिक के कार्य

  • आशुलिपिक जिन भी अधिकारियों के साथ काम करते हैं उनके द्वारा दिए गए किसी भी भाषण को नोट करने का कार्य करते हैं। यह कार्य उनको अत्यधिक कुशलता पूर्ण तरीके से करना होता है क्योंकि ऐसे भाषण सरकारी रिकॉर्ड के लिए रखे जा सकते हैं।
  • आशुलिपिक जिस अधिकारी या मंत्री के साथ काम करते हैं उनके साथ उन्हें प्रेस सम्मेलन में भी भाग लेना होता है। ऐसे समय में उनको सम्मेलन का सारा विवरण और सभी भाषणों को नोट करना होता है। ‌
  • स्टेनोग्राफर का एक महत्वपूर्ण कार्य यह भी होता है कि वह जिस अधिकारी या मंत्री के अंतर्गत काम करता है उसके लिए भाषण तैयार करता है। 
  • स्टेनोग्राफर का एक कार्य यह भी है कि हर दिन वह नोट्स बनाते हैं जो कि विभिन्न सरकारी विभागों एवं मुद्दों पर आधारित होते हैं और इस जानकारी को उन्हें सार्वजनिक रूप से सब के पास पहुंचाने की आवश्यकता भी होती है। 
  • एक आशुलिपिक का कार्य यह भी होता है कि वह जिस कार्यालय या संस्थान में काम करता है वहां के गोपनीय दस्तावेजों को संभाल कर रखें और उसे अपने पद पर एक ईमानदार कार्य कर्ता के रूप में काम करना होता है।

वेतन

आशुलिपिक को बेसिक वेतन 9300 से लेकर 20,000 तक मिलता है जिसमें 2400 रुपए की ग्रेड पे भी होती है। ‌ इसके अलावा स्टेनोग्राफर को अन्य भत्ते जैसे- डियरनेस अलाउंस (DA), ट्रांसपोर्ट एलाउंस (TA), हाउस रेंट अलाउंस (HRA) आदि अन्य भत्ते भी मिलते हैं। इस प्रकार प्रतिमाह उसे 24,000 रुपए तक का वेतनमान मिलता है। लेकिन कुछ राज्यों में कहीं-कहीं पर वेतनमान में कुछ चेंज होता है। 

निष्कर्ष

फ्रेंड्स आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि आशुलिपिक क्या है और स्टेनोग्राफर की नौकरी आप कैसे कर सकते हैं। इसके साथ  ही हमने आपको यह जानकारी भी दी कि आशुलिपिक बनने के लिए आपको कौन-कौन सी परीक्षाओं को पास करना अनिवार्य है। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी भी दी कि आशुलिपिक पद के लिए आपके अंदर कौन-कौन सी योग्यताएं होनी चाहिए। 

हमें पूरी आशा है कि आप को आज का यह आर्टिकल अवश्य पसंद आएगा अगर आपको हमारा ही आर्टिकल पसंद आया हो और आपके लिए हेल्पफुल रहा हो तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर अवश्य करें। 

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

Leave a Reply