नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि मेटियोरोलॉजिस्ट कैसे बनें? अगर आपको मौसम से संबंधित जानकारियां इकट्ठा करना और उनके बारे में अध्ययन अच्छा लगता है तो आप मेटियोरोलॉजी के क्षेत्र में अपना सुनहरा भविष्य बना सकते हैं।
लेकिन साथ-साथ आप यह भी जान लीजिए कि इस फील्ड में काम करना बेहद मुश्किल है जिसके लिए आपको कठिन परिश्रम के साथ-साथ पूरी योजना बनानी होगी ताकि आपको मेटियोरोलॉजिस्ट बनने में किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े। तो यदि आप इसमें कैरियर बनाने के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा पढ़े और जाने संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में।
मेटियोरोलॉजिस्ट क्या होता है (what is Meteorologist in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको बता दें कि मेटियोरोलॉजिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल व्यक्ति होता है जिसका काम मौसम का अध्ययन करने के साथ-साथ आकाश के वायुमंडल के बारे में पूर्व अनुमान लगाना होता है। साथ ही साथ यहां जानकारी दे दें कि इस को जलवायु वैज्ञानिक और वायुमंडल वैज्ञानिक के नाम से भी जाना जाता है।
यहां यह भी जानकारी दे दें कि पर्यावरण में बदलाव होने वाली प्रक्रियाओं के बारे में भी मौसम विज्ञान के द्वारा पता लगाया जाता है जोकि केवल एक मौसम विज्ञानी ही कर सकता है।
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मेटियोरोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
जो छात्र मेटियोरोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहले छात्र को साइंस विषय के साथ अपनी इंटर यानी की 12वीं कक्षा पास करनी होती है। उसके बाद स्टूडेंट को चाहिए कि वह इस क्षेत्र से संबंधित सब्जेक्ट में डिग्री प्राप्त करें। लेकिन यहां यह भी जान लीजिए कि अगर कोई कैंडिडेट एक शोधकर्ता के तौर पर काम करना चाहता है तो तब उस स्थिति में उसे नेट एग्जाम क्वालीफाई करना पड़ेगा एवं इसके अलावा उसको पीएचडी की डिग्री भी प्राप्त करनी होती है।
योग्यता
- कैंडिडेट ने कम से कम जलवायु विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो।
- या छात्र ने कृषि मेटियोरोलॉजी में स्नातक किया हो।
- छात्र को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए और इसके साथ-साथ उसे अंग्रेजी भाषा भी आनी चाहिए।
- कैंडिडेट में आंकड़ों का विश्लेषण बेस्ट तरीके से करने की क्षमता होनी चाहिए।
- नवीनतम टेक्नोलॉजी के बारे में भी संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए।
आयु सीमा
- कैंडिडेट की आयु कम से कम कोर्स करते समय 17 वर्ष तक होनी चाहिए।
- इस फील्ड में काम करने के लिए अधिकतम आयु सीमा सरकारी नियम अनुसार रखी गई है।
मेटियोरोलॉजिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
जो छात्र मेटियोरोलॉजिस्ट बन जाते हैं उनके सामने कैरियर के एक नहीं बल्कि अनेकों अवसर आ जाते हैं क्योंकि यह इंडस्ट्री काफी व्यापक है जिसकी वजह से योग्य लोगों को नौकरी के लिए बिल्कुल भी समस्या नहीं होती है। यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि एक मौसम विज्ञानी को सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में काम करने के बहुत अवसर मिलते हैं जैसे कि-
- रेडियो और दूरदर्शन केन्द्र
- मौसम प्रसारण केंद्र
- सैन्य विभाग
- अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र
- औद्योगिक मौसम अनुसंधान संस्थाएं
- पर्यावरण से जुड़ी हुई एजेंसी
- विश्व मौसम केंद्र
- मौसम विभाग कार्यालय इत्यादि।
वेतन
मेटियोरोलॉजिस्ट जाने के बाद कैंडिडेट को शुरुआत में ही हर महीने तकरीबन 40,000 से लेकर 50,000 हजार रुपए तक का सैलरी पैकेज मिल जाता है और जैसे-जैसे कैंडिडेट इस क्षेत्र में अनुभव हासिल कर लेता है वैसे वैसे उसके वेतन में भी वृद्धि होने लगती है एवं इस तरह से हर महीने उसे 60,000 से भी ज्यादा का वेतन मिल जाता है।
मेटियोरोलॉजिस्ट के कार्य
मेटियोरोलॉजिस्ट के पद पर जो व्यक्ति काम करता है उसके अंतर्गत उसे अनेकों कार्य बहुत ही ज्यादा जिम्मेदारी के साथ पूरे करने होते हैं जिनकी जानकारी इस प्रकार से है –
- मौसम के बारे में अध्ययन करके उसमें होने वाले बदलावों के बारे में जानकारी हासिल करना।
- बवंडर, आंधी, तूफान और चक्रवात जैसी खतरनाक घटनाओं के बारे में पहले से ही सचेत करना।
- जब कोई हवाई जहाज उड़ान भरता है तो उस दौरान मौसम संबंधी पूर्व अनुमान लगाना।
- बड़े-बड़े फ्लाईओवरों, भवन निर्माण इत्यादि की डिजाइनिंग में कंसल्टेंट के तौर पर काम करना।
- टीचिंग के साथ-साथ मौसम से संबंधित रिसर्च कार्य करना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको जानकारी दी कि मेटियोरोलॉजिस्ट कैसे बनें? इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया कि मेटियोरोलॉजिस्ट क्या होता है और इसके बनने के लिए किसी छात्र में कितनी योग्यता होनी चाहिए।
साथ ही साथ इस लेख के द्वारा हमने आपको यह भी बताया कि जलवायु मंडल वैज्ञानिक बनने के लिए पूरी प्रक्रिया क्या होती है और इस पद पर काम करते हुए हर महीने कैंडिडेट को कितने रुपए तक का सैलरी पैकेज प्राप्त हो सकता है एवं हमने इसके अलावा यह भी जानकारी दी कि वायुमंडल वैज्ञानिक को कौन-कौन से कार्य करने होते हैं। वैसे अगर किसी छात्र को प्रकृति से प्रेम है और वह इस में गहरी रुचि रखता है तो वह अपना कैरियर इस फील्ड में बना सकता है।
अंत में हमारा आपसे यही निवेदन है कि अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद मेटियोरोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।