नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि नैनोटेक्नोलॉजिस्ट कैसे बनें? बता दें कि नैनोटेक्नोलॉजी मौजूदा समय में एक बहुत ही उभरता हुआ क्षेत्र है जिसमें छात्र 12वीं के बाद अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। अगर आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स जैसे विषयों में रूचि है तो आप इस फील्ड में जा सकते हैं।
लेकिन सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आप किस तरह से एक Nanotechnologist बन सकते हैं। अगर आप इसके बारे में सारी जानकारी जानना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में।
नैनोटेक्नोलॉजिस्ट क्या होता है (what is Nanotechnologist in Hindi)
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि नैनोटेक्नोलॉजिस्ट ऐसा प्रोफेशनल होता है जो सूक्ष्म संसार के बारे में अध्ययन करता है। आपको बता दें कि सूक्ष्म दुनिया के बारे में अगर खोज की जाए तो वह बहुत बड़ी और व्यापक है जो कि मनुष्यों से पूरी तरह से अंजानी है क्योंकि मानव की आंखें बहुत ज्यादा सूक्ष्म चीजों को नहीं देख सकती। लेकिन नैनोटेक्नोलॉजिस्ट तकनीक के माध्यम से सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं और उनकी दुनिया को भी देख सकते हैं।
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नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
अगर कोई कैंडिडेट नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बनना चाहता है तो उसे चाहिए कि वह सबसे पहले 11वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान का विषय पढ़ें और जब उसकी 12 वीं क्लास पास हो जाए तो उसके बाद उसे चाहिए कि वह बीएससी या फिर बीटेक जैसे सब्जेक्ट में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करें।
यहां आपको जानकारी दे दें कि इसके लिए कैंडिडेट को एंट्रेंस एग्जाम पास करना होता है जिसके बाद ही उसका किसी अच्छे कॉलेज में दाखिला हो पाता है। जब छात्र का ग्रेजुएशन पूरा हो जाए तो वह अगर चाहे तो इस फील्ड में काम शुरू कर सकता है लेकिन अगर वह इस क्षेत्र में और भी ज्यादा कामयाब होना चाहता है तो उसे चाहिए कि वह एमटेक में डिग्री प्राप्त करें। इस तरह से कैंडिडेट नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बन सकते हैं।
योग्यता
- छात्र ने कम से कम बीएससी की डिग्री हासिल की हो।
- या फिर कैंडिडेट ने नैनो टेक्नोलॉजी में बीटेक किया होना चाहिए।
- या छात्र ने नैनो टेक्नोलॉजी में एमटेक किया हो।
- कैंडिडेट को इंग्लिश के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी चाहिए।
- कार्य के दौरान किसी भी स्थिति में सही फैसला लेने की क्षमता होनी चाहिए।
- तार्किक क्षमता होनी चाहिए।
आयु सीमा
- कैंडिडेट की आयु कम से कम 17 साल तक एडमिशन के समय होनी अनिवार्य है।
- अधिकतम आयु सीमा में छूट सरकारी निर्देश अनुसार निर्धारित की गई है।
नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
जो कैंडिडेट नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बन जाते हैं उनके सामने प्राइवेट सेक्टर में काम करने के अलावा गवर्नमेंट सेक्टर में भी नौकरी करने के अवसर होते हैं। इस तरह से कैंडीडेट्स नेशनल और इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन में भी काम कर सकते हैं एवं पब्लिक सेक्टर में भी नौकरी करने के बहुत सारी संभावनाएं उम्मीदवार को मिल जाती हैं। लेकिन इस क्षेत्र में केवल वही कैंडिडेट आगे बढ़ते हैं जो काफी मेहनती होते हैं और अपने काम को पूरी लगन के साथ करते हैं।
वेतन
नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बन जाने के बाद किसी भी व्यक्ति को हर महीने 35,000 रुपए से लेकर 50,000 रुपए तक का वेतन हर महीने मिल सकता है जो कि पूरी तरह से कैंडिडेट के काम करने के तरीके और उसकी योग्यता के ऊपर निर्भर करता है। साथ ही साथ जब इस क्षेत्र में उम्मीदवार को कुछ वर्षों का अनुभव हासिल हो जाता है तो उसे और भी अधिक वेतन मिल जाता है। इसी तरह से अगर किसी व्यक्ति को किसी इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन में काम करने का मौका मिल जाता है तो तब उसका सैलरी पैकेज लाखों रुपए तक हो सकता है।
नैनोटेक्नोलॉजिस्ट के कार्य
नैनोटेक्नोलॉजिस्ट के पद पर जो कैंडिडेट काम करता है उसे अनेकों प्रकार के महत्वपूर्ण कार्य करने होते हैं जिनके बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
- छोटे-छोटे अणुओं के बारे में अध्ययन करना और रिसर्च करना।
- 100 नैनोमीटर से भी कम के सूक्ष्म अणुओं पर रिसर्च करने का काम करना।
- इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिसिन, बायोसाइंस, पेट्रोलियम , फॉरेंसिक, डिफेंस इत्यादि क्षेत्रों में रिसर्च वर्क करना।
- सभी प्रकार के सूक्ष्मजीवों के ऊपर अनुसंधान करना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल नैनोटेक्नोलॉजिस्ट कैसे बनें? इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी कि आप किस प्रकार से नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बन सकते हैं और इसके लिए आप में कितनी योग्यता होनी चाहिए एवं इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी भी दी कि इसमें कैरियर बनाने के लिए क्या प्रक्रिया है।
साथ ही साथ हमने आपको यह भी बताया कि जब कोई कैंडिडेट नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बन जाता है तो उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है और इसके अलावा हमने आपको उन कार्यों के बारे में भी बताया जो इस पद पर रहते हुए कैंडिडेट को करने होते हैं। वैसे अगर देखा जाए तो अगर किसी कैंडिडेट को विज्ञान से बहुत ज्यादा रुचि है और उसे रिसर्च वर्क करना बहुत ज्यादा पसंद है तो वह इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकता है।
अंत में आप से हमारी बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद नैनोटेक्नोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।