एनसीसी की पढ़ाई करके युवा विद्यार्थी अपने आपको अनुशासित बना सकते है। यह एक ऐसा संगठन है जो देश सुरक्षा हित के लिए कार्य करता है और इच्छुक विद्यार्थियों को भर्ती किया जाता है। एनसीसी का आरम्भ सन 1948 में हुआ और इसका मुख्य संगठन दिल्ली में है। यहाँ विद्यार्थी स्वेच्छापूर्ण तरीके से भाग लेते है।
यह एक वोलंटरी संगठन है , जहाँ देश के विभिन्न कोने से जैसे हाई स्कूल , कॉलेज और विश्वविद्यालय से विद्यार्थिओं की भर्ती होती है। एनसीसी प्रशिक्षण को करने के लिए अलग से कोई इंस्टिट्यूट नहीं होता है , बल्कि यह शिक्षा संस्थानों में पढ़ाई के साथ साथ करवाई जाती है। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात नेशनल कैडेट कोर का निर्माण हुआ था।
एनसीसी का मुख्य लक्ष्य विद्यार्थियों को सैन्य स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाता है। युवा वर्ग में देश के सुरक्षा के प्रति सतर्क और जागरूक करना , एनसीसी का प्रमुख उद्देश्य है। यहाँ लड़के लड़कियों को उच्च स्तर पर ट्रेनिंग सेना में भर्ती होने के लिए दी जाती है। उन्हें मानसिक और शारीरिक तौर पर मज़बूत बनाया जाता है।
एनसीसी देश के युवा सैनिक संगठनों में से एक महत्वपूर्ण संगठन है जो भविष्य में युवा वर्ग को बेहतरीन ट्रेनिंग देता है। देश भक्ति और देश प्रेम की भावना को युवा वर्ग में कूट कूट कर भरना भी एनसीसी का प्रमुख उद्देश्य है
एनसीसी करने का मकसद क्या है?
इस कोर्स का मकसद है अनुशासित युवक और युविकाओ को तैयार करना और एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है। विद्यार्थियों के चरित्र का संपूर्ण विकास और उनमे नेतृत्व के गुणों को स्थापित करना , साहस भरना और देश , देशवासियों के प्रति निस्वार्थ सेवा जैसे विचारों को विकसित करना , एनसीसी कोर्स का लक्ष्य है। और युवाओं को सेना दलों और फ़ौज में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता है।
युवा अपने हिसाब से किसी भी सेना दल, नौ सेना, वायु सेना में भर्ती हो सकता है | इस कोर्स का लक्ष्य उन्हें सशक्त और मज़बूत बनाना है ताकि वे ज़िन्दगी के किसी भी क्षेत्र में सफल रहे। एनसीसी का गीत “ हम सब भारतीय” सभी कैडेटों को याद रखना ज़रूरी है और इस गाने को सुदर्शन फ़ाकिर ने लिखा है। यह गीत सभी के प्रति प्रेम, सम्मान और भाईचारा को उजागर करता है।
एनसीसी कैसे ज्वाइन किया जा सकता है?
- एनसीसी एकता और अनुशासन पर ज़ोर देता है। जो विद्यार्थी या युवा वर्ग एनसीसी में शामिल होते है, उन्हें एनसीसी की तरफ से सर्टिफ़िकेट दिया जाता है। यह पूर्णतः युवा पर निर्भर करता है कि वे सेना में भर्ती होना चाहते है या नहीं। आख़िरी में निर्णय युवाओं का होता है।
- राष्ट्रीय कैडेट कोर में दाख़िला पाने के लिए न्यूनतम तेरह वर्ष की आयु होनी चाहिए। छोटे उम्र के बच्चे के लिए ट्रेनिंग उनके स्कूल के हिसाब से दिया जाता है, इसे जूनियर डिविज़न कहते है। इसको समाप्त करने के बाद सीनियर डिवीज़न में शामिल हो जाते है ।
- उच्च माध्यमिक पास करने के बाद, आप ग्रेजुएशन कर सकते है, जहाँ आप एनसीसी का तीन वर्ष का ट्रेनिंग कर सकते है।
- एनसीसी को भारत में क्षेत्र के अनुसार यूनिट में विभाजित किया गया है जिसके द्वारा विद्यालय और कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को ट्रेनिंग दी जाती है। इस यूनिट में जवान रहते है जो छात्रों को प्रशिक्षण देते है।
- हर डिस्ट्रिक्ट में कई गवर्नमेंट और प्राइवेट विद्यालय एनसीसी से जुड़े होते है, अगर आप चाहे वहां से जानकारी प्राप्त कर सकते है। जहाँ एनसीसी प्रशिक्षण की सुविधा होती है | वहाँ छात्र सरलता से एनसीसी के लिए आवेदन कर सकते है। जिस विद्यालय और कॉलेज में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती है, वह पास के किसी एनसीसी कमांडिंग अफसर से अनुमति लेकर किसी दुसरे स्कूल से जिसमे एनसीसी के ट्रेनिंग होती है वहां अप्लाई कर सकते है।
- जूनियर विंग में दाखिले के लिए विद्यार्थी को हेड मास्टर को प्राप्त फ़ॉर्मेट के मुताबिक अप्लाई कर सकते है और सीनियर विंग के लिए छात्र को एनसीसी अफसर के आवेदन फॉर्मेट के अनुसार अप्लाई कर सकते है।
- उसके बाद आवेदन पत्रों को वेरिफिकेशन किया जाता। उसके बाद छात्रों द्वारा हस्ताक्षर किया हुआ डेक्लेरेशन फॉर्म लिया जाता है। यदि 18 वर्ष से कम आयु है तो अभिभावक को डिक्लेरेशन फॉर्म साइन करना पड़ता है |
एनसीसी के आवश्यक नियम और ज़रूरी जानकारी
कैडेट को हमेशा अनुशासित रहना ज़रूरी होता है और हमेशा समय पर उपस्थित होना । हमेशा मेहनत पर ज़ोर दिया जाता है और किसी भी हालत में सत्य का साथ ना छोड़ना । एनसीसी एक राष्ट्रीय स्तर की छात्र सैनिक संस्था है और एनसीसी दिवस प्रत्येक साल नम्बर महीने के चौथे इतवार को मनाया जाता है। इसकी ध्वज तीन रंगो का मिश्रण है। इसमें लाल, नीला और आसमानी रंग मौजूद है और सारे एनसीसी कैडेट इस पर नाज़ करते है। प्रत्येक कैडेट को दो वर्ष में एक कैंप में भाग लेना ज़रूरी है।
योग्यता
- इसमें भाग लेने के लिए किसी भी विद्यालय या इंस्टिट्यूट में पढ़ते रहना आवश्यक है या आप उच्च माध्यमिक या कॉलेज उत्तीर्ण करने के पश्चात भी कर सकते है।
- इसके लिए छात्र को मेडिकल ग्राउंड्स में फिट होना आवश्यक है और चरित्र अच्छा होना भी आवश्यक है ।
- जूनियर विंग में आवेदन करने के लिए छात्र की आयु सीमा 13 वर्ष से अठारह वर्ष होनी चाहिए।
- सीनियर विंग में अप्लाई करने हेतु छब्बीस वर्ष से कम आयु होना अनिवार्य है।
- एनसीसी में भाग लेने के लिए आपको भारतीय नागरिक होना आवश्यक है। यहाँ कड़े अनुशासन और नियमों का भली भाँती पालन करना होता है। यहाँ आर्मी लाइफ को करीब से देखने का मौका एनसीसी करते वक़्त प्राप्त होता है।
पाठ्यक्रम
जैसा की हम जानते है एनसीसी की पढ़ाई स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में होती है। इसकी कक्षाएं तीस से चालीस मिनट की होती है। इस कोर्स के प्रशिक्षण के द्वारा उन्हें सैन्य दल में भर्ती होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस प्रशिक्षण में विभिन्न प्रकार के ड्रिल सिखाये जाते है बहुत सारे ड्रिल शारीरिक गतिविधियों पर आधारित होते है।
इसके अलावा देश और समाज सेवा ,राइफल खोलना, जोड़ना, और उसके अंगों को विस्तार से समझाया जाता है। उसके पश्चात एनसीसी के दूसरे वार्षिक प्रशिक्षण कैंप का आयोजन किया जाता है जहाँ जूनियर और सीनियर डिविज़न के छात्र भाग लेते है।
इसका आयोजन देश भर में किया जाता है और देश भर के कैडेट इसमें हिस्सा लेते है। कैडेट को आर्मी , नेवी और एयर फाॅर्स की सेना को समझने का मौका दिया जाता है और इसके लिए भी अटैचमेंट कैंप आयोजित होते है। युथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत चुने हुए कैडेट को विदेशो में जाने का मौका दिया जाता है।
कैंप
एनुअल ट्रेनिंग कैंप, थल सेना कैंप, नौसेना कैंप, वायु सेना कैंप, रॉक स्लीपिंग कैंप, आल इंडिया ट्रेकिंग कैंप, एडवेंचर ट्रेनिंग कैंप, आल इंडिया माउंटेन ट्रेनिंग कैंप, नेवल विंग ट्रेनिंग, समाज सेवा गतिविधियाँ, करियर काउंसलिंग, पर्सनालिटी डेवलपमेंट और पैरा ट्रेनिंग कैंप छात्रों को करवाए जाते है। कैडेटों को छोटे हथियारों को संभालना और परेड प्रशिक्षण जैसे शिक्षा भी दी जाती है।
एनसीसी में तीन तरह के सर्टिफ़िकेट होते है।
- ए सर्टिफ़िकेट पंद्रह साल या उससे कम आयु के स्टूडेंट्स प्राप्त कर सकते है यह दो साल का प्रशिक्षण कोर्स होता है। कक्षा नौवीं और दसवीं के छात्र इसका प्रमाणपत्र पा सकते है।
- बी सर्टिफिकेट सत्रह वर्ष के छात्र अपनी ग्यारहवीं पढ़ाई करने के साथ, बी सर्टिफ़िकेट के लिए आवेदन कर सकते है। यह लगभग दो वर्ष का कोर्स होता है।
- सी सर्टिफ़िकेट, स्नातक कोर्स करने के साथ प्राप्त किया जा सकता है। अगर स्टूडेंट सरकारी या सैन्य दल में प्रवेश पाना चाहते है तो इस सर्टिफ़िकेट के फायदे मिलते है।
ए सर्टिफ़िकेट प्राप्त करने वालो को पाँच प्रतिशत, बी सर्टिफ़िकेट वालों को आठ प्रतिशत और सी सर्टिफ़िकेट वालो को दस प्रतिशत का फायदा एडमिशन के वक़्त होता है। इस प्रशिक्षण के पश्चात विद्यार्थी थल, वायु और नौ सेना में अपनी योग्यता के अनुसार भर्ती हो सकता है और यह सर्टिफ़िकेट बेहद अहमियत रखती है।
एनसीसी की ट्रेनिंग
एनसीसी ट्रेनिंग में कैडेटों को विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है विद्यार्थी अपने आपको बड़े बड़े मुश्किलों के लिए तैयार करते है | बहुत से लोग सोचते है एनसीसी में सिर्फ शारीरिक गतिविधियाँ होती है लेकिन इसके साथ-साथ अन्य एक्टिविटीज जैसे संगीत, नृत्य और एक्टिंग में भाग लेते है । एनसीसी अपने गतिविधियों द्वारा कैडेट्स को आत्मनिर्भर, निडर बनना सिखाती है और खुदपर विश्वास करना सिखाती है।
एनसीसी ने अपने प्रशिक्षण को विभिन्न भागों में विभाजित किया है , जो इस प्रकार है :
- कैंप ट्रेनिंग
- इंस्टिटुइशनल ट्रेनिंग
- अटैचमेंट ट्रेनिंग
- युथ एक्सचेंज प्रोग्राम
- रिपब्लिक डे कैंप
- कंडक्ट ऑफ़ एडवेंचर एक्टिविटी
- फायरिंग , ट्रैकिंग और रॉक क्लाइम्बिंग पैरा जंपिंग कैंप इत्यादि।
एनसीसी की सारी ज़रूरी व्यवस्था राज्य और केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। यह एक ऐसी प्रशिक्षण संस्था है जहाँ विद्यार्थियों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान की जाती है। एनसीसी कैंप में खाने पीने और रहने का खर्चा भी राज्य सरकार उठाती है।
एनसीसी सर्टिफिकेट के फायदे
आपको एनसीसी सर्टिफ़िकेट के विशेष फायदे मिलते है। जिसमे आपको क्लर्क, टेक्निकल और नर्सिंग का लिखित परीक्षा नहीं देनी पड़ती है। NCC सर्टिफ़िकेट ज़रिये विद्यार्थी को सीधे आर्मी में प्रवेश मिलता है जिनको सिर्फ फिटनेस और मेडिकल टेस्ट ही देने होते है।
विद्यार्थी अगर सेना में भर्ती होना चाहता है या सेना का अफसर बनना चाहता है, तो उनके लिए एनसीसी का सर्टिफ़िकेट बेहद महत्वपूर्ण योगदान होता है। एनसीसी कैडेट के लिए आर्म्ड फाॅर्स यानी सेना दल में कुछ सीटे निर्धारित होती है। एनसीसी सर्टिफ़िकेट के आधार पर आप बिना प्रवेश परीक्षा दिए सेना में शामिल हो सकते है |
भारत के बहुत सारे शिक्षा संस्थान एनसीसी सर्टिफिकेट को महत्वता देते है और एडमिशन के वक़्त छूट देती है। पुलिस या सेना की नौकरी पाने मे एनसीसी सर्टिफिकेट अहम भूमिका अदा करता है |
निष्कर्ष
हमे उम्मीद है कि एनसीसी से सम्बंधित सारी जानकारी आपने प्राप्त कर ली होगी। इसका मुख्य उद्देश्य है , देश के नौजवानों में जोश और साहस उतपन्न करना और सैन्य संगठन में भाग लेने के लिए प्रेरित करना है | इसके स्टूडेंट्स को विभिन्न सैन्य दल जैसे थल सेना, नौसेना और वायु सेना में भाग लेने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करती है। एनसीसी का सर्टिफ़िकेट शिक्षा संस्थानों में बेहद महत्वपूर्ण है।