नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट (Occupational Therapist) कैसे बनें? आज के समय में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम नहीं होते हैं और ऐसे लोगों को ठीक करने का काम करना अगर आपको अच्छा लगता है तो आप ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बन सकते हैं।
यहां बता दें कि इस फील्ड में आज के अधिकतर युवा 12वीं के बाद अपना कैरियर बनाना पसंद करते हैं। तो अगर आप भी एक ऐसे छात्र हैं जो इस क्षेत्र में काम करने के इच्छुक हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें और जानें ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में।
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट क्या होता है (what is Occupational Therapist in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग लोगों की सहायता करता है जिससे कि वह एक नॉर्मल जिंदगी जी सकें। बता दें कि इसके लिए वे विभिन्न प्रकार की थैरेपीज का प्रयोग करते हैं जिससे कि पेशेंट आम लोगों की तरह अपना जीवन व्यतीत कर सकें।
आज के समय में इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों की संख्या काफी तेजी के साथ वृद्धि कर रही है जिसके अंतर्गत काबिल प्रोफेशनल थैरेपिस्ट देश के अनेकों प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में काम करते हैं।
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ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
जो छात्र ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें बारहवीं कक्षा विज्ञान विषय के साथ पास करनी होती है और उसके बाद उन्हें ऑक्यूपेशनल थेरेपी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करनी होती है जिसके लिए देशभर में अनेकों संस्थान मौजूद है लेकिन यहां आपको बता दें कि इसके लिए इच्छुक छात्रों को कोर्स में दाखिला लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना होता है।
साथ ही बता दें कि कुछ इंस्टिट्यूट ऐसे भी हैं जो बिना किसी प्रवेश परीक्षा के छात्रों को 12 वीं कक्षा के आधार पर दाखिला दे देते हैं। इस तरह से जब कैंडिडेट का डिग्री कोर्स पूरा हो जाता है तो उसके बाद कैंडिडेट ऑक्यूपेशनल थेरेपी में मास्टर कोर्स कर लेता है तो फिर उसके लिए काम करने के काफी व्यापक अवसर उपलब्ध हो जाते हैं लेकिन अगर वह चाहे तो ऑक्यूपेशनल थेरेपी में स्नातक करने के बाद भी इस क्षेत्र में काम कर सकता है।
योग्यता
- छात्र ने कम से कम ऑक्यूपेशनल थेरेपी में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो।
- या फिर छात्र ने ऑक्यूपेशनल थेरेपी में बीएससी की हो।
- कैंडिडेट को मरीज के साथ काम करना और उनको मोटिवेट करना आना चाहिए।
- उसके कम्युनिकेशन स्किल्स काफी अच्छे और इंप्रेसिव होने चाहिए।
- कंप्यूटर की जानकारी होनी आवश्यक है।
- लोगों को शारीरिक तौर पर ठीक करने के साथ-साथ उन्हें मानसिक तौर पर रिलैक्स करने की क्षमता होनी चाहिए।
आयु सीमा
- कोर्स करने के लिए छात्र की आयु कम से कम 17 वर्ष होनी चाहिए।
- इस क्षेत्र में काम करने के लिए आयु सीमा में छूट सरकारी निर्देशानुसार छात्रों को दी गई है।
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
जो कैंडिडेट सफलता पूर्वक अपना ऑक्यूपेशनल थेरेपी कोर्स पूरा कर लेते हैं उनको उसके बाद कैरियर की बहुत सारी संभावनाएं मिल जाती हैं जहां पर वह काम कर सकते हैं। बता दें कि एक ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट को देश भर के प्राइवेट अस्पतालों के साथ-साथ सरकारी अस्पतालों में भी काम करने का मौका मिलता है एवं इसके अलावा कैंडिडेट रिहैबिलिटेशन सेंटर में भी काम कर सकता है। इसके अलावा अगर वो चाहें तो अपना स्वयं का भी ऑक्यूपेशनल थेरेपी सेंटर भी खोल सकते हैं।
वेतन
अब यहां आपको बता दें कि जब कोई कैंडिडेट ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बन जाता है तो उसके बाद उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिलता है तो बता दें कि शुरू में उसे हर महीने लगभग 20,000 से लेकर 35,000 रुपए तक का सैलरी पैकेज मिल जाता है और जब उसे कुछ सालों का काम करने का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब उसके वेतन में वृद्धि हो जाती है। साथ ही साथ बता दें कि अगर किसी कैंडिडेट की नौकरी विदेश में लग जाती है तो तब उसे और भी ज्यादा सैलरी मिल सकती है।
ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट के कार्य
- जो लोग शारीरिक या मानसिक रूप से डिसएबल है उन्हें कस्टमाइज्ड ट्रीटमेंट प्रदान करना।
- पेशेंट की प्रोग्रेसिव रिपोर्ट के ऊपर नजर रखना।
- ट्रामा सेंटर में मरीजों की देखभाल करना।
- अस्पतालों के इमरजेंसी और फ्रैक्चर मैनेजमेंट डिपार्टमेंट में काम करना।
- जो लोग शारीरिक या फिर मानसिक तौर पर असक्षम है उनकी जिंदगी को सुगम बनाने के लिए उनकी मदद करना।
- जिन लोगों में मानसिक विकार आ जाते हैं उन्हें वापस डेली रूटीन की ओर लाने के लिए ट्रेनिंग देना।
- मरीजों को ठीक करने के लिए उन्हें अनेकों प्रकार की थेरेपीज और व्यायाम करवाना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट (Occupational Therapist) कैसे बनें? इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट क्या होता है और उसके बनने के लिए किसी छात्र में कितनी योग्यता की आवश्यकता होना जरूरी है।
इसके साथ-साथ हमने आपको इस पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी भी दी कि जो कैंडिडेट इस प्रोफेशन को अपनाना चाहते हैं उन्हें इसके लिए कौन सी प्रक्रिया अपनानी होगी और जब कोई कैंडिडेट ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बन जाता है तो उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है एवं हमने आपको यह भी बताया कि इस पद पर काम करने वाले लोगों को कौन-कौन से कार्य करने पड़ते हैं। अगर आपको लोगों की सेवा करना अच्छा लगता है और आप पैरामेडिकल क्षेत्र से जुड़ा हुआ कोई कोर्स करना चाहते हैं तो आप इस फील्ड में अपना कैरियर बना सकते हैं।
अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट बनना चाहते हैं।