नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि ऑप्टोमेट्रिस्ट (Optometrist) कैसे बनें? हर छात्र की यह तमन्ना होती है कि वह पढ़ लिखकर अपनी पसंदीदा फील्ड में अपना कैरियर बनाएं। लेकिन केवल ख्वाइश करने से कुछ नहीं होता इसके लिए छात्र को परिश्रम करने के साथ-साथ पूरी योजना भी बनानी होती है जिससे कि वह सफल हो सके।
वैसे आज के समय में बहुत सारे ऐसे स्टूडेंट हैं जो ऑप्टोमेट्रिस्ट यानी कि आंखों के डॉक्टर बनना चाहते हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में सारी बातों की जानकारी नहीं होती है जिसकी वजह से कई बार कैंडिडेट अपने ख्वाब को पूरा नहीं कर पाते हैं। तो यदि आप भी आई डॉक्टर बनने के इच्छुक हैं और उसके बारे में सारी जानकारी ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में।
ऑप्टोमेट्रिस्ट क्या होता है ( what is Optometrist in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि ऑप्टोमेट्रिस्ट एक ऐसा हेल्थ केयर प्रोफेशनल होता है जो कि आंखों से संबंधित सभी प्रकार के इलाज करता है तथा हिंदी में उसे नेत्र रोग विशेषज्ञ के नाम से जाना जाता है।
मौजूदा समय में बच्चे बड़े सभी का लाइफस्टाइल बहुत ज्यादा बदल चुका है और अधिकतर समय उनका टीवी, कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल फोन पर व्यतीत होता है जिसकी वजह से उन्हें अनेकों प्रकार की आंखों की बीमारियां हो जाती हैं और उन्हीं को ठीक करने का काम ऑप्टोमेट्रिस्ट का होता है। इस तरह से लोगों की आंखों की रोशनी से लेकर आंखों के इंफेक्शन तक का इलाज आंखों के डॉक्टर के द्वारा किया जाता है।
ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के लिए सबसे पहले छात्र को इसके बारे में पूरी प्रोसेस के बारे में पता करना अनिवार्य होता है ताकि वह उसी प्रकार से इस इंडस्ट्री में जाने के लिए अपनी तैयारी कर सके। तो यहां बता दें कि इसके लिए कैंडिडेट को इससे संबंधित डिग्री कोर्स करने की आवश्यकता होती है लेकिन उससे पहले कैंडिडेट को चाहिए कि वह अपनी 12वीं कक्षा विज्ञान विषय के साथ पास करें।
उसके बाद कैंडिडेट को चाहिए कि वह किसी अच्छे से संस्थान से क्लीनिकल ऑप्टोमेट्री के डिग्री कोर्स में दाखिला ले ले। लेकिन यहां आपको बता दें कि इस कोर्स में एडमिशन लेना आसान नहीं होता है क्योंकि छात्र को उससे पहले प्रवेश प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ेगा। इस तरह से छात्र अपना कोर्स पूरा करने के बाद ऑप्टोमेट्रिस्ट बनकर इस फील्ड में काम कर सकते हैं।
योग्यता
- छात्र ने ऑप्टोमेट्री में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की होनी चाहिए।
- या फिर छात्र ने ऑप्टोमेट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हो।
- कैंडिडेट को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी के साथ साथ गणित की भी अच्छी जानकारी भी होनी चाहिए।
आयु सीमा
- कैंडिडेट की आयु कम से कम 17 वर्ष दाखिले के समय होनी चाहिए।
- अधिकतम आयु सीमा में सरकार के निर्देश अनुसार छूट दी गई है।
ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
इसमें कोई शक नहीं कि ऑप्टोमेट्रिस्ट बनने के बाद कैंडिडेट के सामने कैरियर के एक नहीं बल्कि अनेकों अवसर उपलब्ध हो जाते हैं क्योंकि आज हर इंसान आंखों की किसी ना किसी प्रकार की समस्या से पीड़ित है जिसके लिए उन्हें एक अच्छे डॉक्टर की आवश्यकता पड़ती है। तो इसलिए इस क्षेत्र में कैंडिडेट को सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर में काम करने के अवसर मिल जाते हैं। इसके अलावा बहुत सारे आंखों के डॉक्टर ऐसे भी होते हैं जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना खुद का आई केयर सेंटर खोल लेते हैं।
वेतन
ऑप्टोमेट्रिस्ट बन जाने के बाद कैंडिडेट को जो वेतनमान मिलता है वह इस बात के ऊपर निर्भर करता है कि उसमें कितनी योग्यता है और वह कौन सी जगह पर काम कर रहा है क्योंकि हर जगह पर वेतन एक जैसा नहीं होता है। लेकिन अगर हम एक एवरेज सैलेरी की बात करें तो आंखों के डॉक्टर को हर महीने 25,000 रुपए से लेकर 30,000 रुपए तक का वेतन मिल जाता है और जब उसे कुछ सालों का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब उसके सैलरी पैकेज में वृद्धि हो जाती है।
ऑप्टोमेट्रिस्ट के कार्य
एक नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर यानी कि ऑप्टोमेट्रिस्ट को जो कार्य करने होते हैं उनके बारे में जानकारी इस प्रकार से है-
- मरीजों की आंखों को चेक करना और रोग के बारे में पता लगाना।
- जिन लोगों को कलर ब्लाइंडनेस जैसी समस्या है उनका इलाज करना।
- रोगी के आंखों के इंफेक्शन का ट्रीटमेंट करना।
- एक दृष्टि सलाहकार के तौर पर काम करना।
- मरीजों के आंखों के ऑपरेशन करना और उनकी दृष्टि से संबंधित समस्याओं को दूर करना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल ऑप्टोमेट्रिस्ट (Optometrist) कैसे बनें? इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी कि ऑप्टोमेट्रिस्ट क्या होता है और उसके बनने की पूरी प्रक्रिया क्या है। इसके अलावा हमने आपको यह जानकारी भी दी कि नेत्र रोग विशेषज्ञ बनने के लिए छात्र में कितनी योग्यता होनी चाहिए और जब कोई छात्र आंखों का डॉक्टर बन जाता है तो उसे हर महीने कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है।
साथ ही साथ इस आर्टिकल में हमने आपको यह भी बताया कि eye doctor को कौन-कौन से कार्य करने होते हैं। वैसे अगर देखा जाए अगर किसी छात्र को साइंस सब्जेक्ट पसंद है और वह डॉक्टर बनना चाहता है तो वह आंखों का डॉक्टर बन सकता है।
अंत में हम आपसे यही कहेंगे कि अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद ऑप्टोमेट्रिस्ट बनना चाहते हैं।