दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि रीट की तैयारी कैसे करें। कुछ छात्रों के मन में शिक्षक बनने की ख्वाइश होती है। इस वजह से वह अपनी पढ़ाई पूरा होने के बाद टीचर बनने के लिए कोशिश करते हैं। यहां बता दें कि अगर कोई कैंडिडेट रीट परीक्षा में सफलता हासिल कर लेता है तो वह शिक्षक बन जाता है। परंतु समस्या यह है कि इस एग्जाम में लाखों की तादाद में कैंडिडेट भाग लेते हैं।
इसलिए हर परीक्षार्थी का पास होना संभव नहीं है। लेकिन सही रणनीति बनाकर मेहनत करने वाले छात्रों के लिए कुछ भी असंभव नहीं होता है। अगर आप भी एक ऐसे युवा हैं जो टीचिंग लाइन में जाने के इच्छुक हैं। और इसके लिए आप रीट एग्जाम में भाग लेना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में सभी जानकारी होनी चाहिए।
आपकी हेल्प करने के लिए हम आज के इस आर्टिकल में लेकर आए हैं रीट परीक्षा से जुड़ी हुई सभी महत्वपूर्ण जानकारियां। हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़ें और जाने पूरी प्रक्रिया के बारे में।
रीट क्या है?
सबसे पहले यहां हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि रीट (Reet) का पूरा नाम राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जामिनेशन फॉर टीचर (Rajasthan eligibility examination for teacher) है। हिंदी में इसको राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा के नाम से जाना जाता है।
बताते चलें कि राजस्थान राज्य में जो तृतीय श्रेणी के शिक्षक होते हैं उनके सिलेक्शन के लिए यह परीक्षा आयोजित करवाई जाती है। जानकारी के लिए बता दें कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के द्वारा इस एग्जाम का आयोजन करवाया जाता है।
यहां बता दें कि वैसे तो यह परीक्षा साल में एक बार होती है। लेकिन कभी अगर जरूरत हो तो समय-समय पर इस परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है।
रीट में भर्ती कैसे होती है?
जो कैंडिडेट रीट परीक्षा के माध्यम से टीचर बनना चाहते हैं तो उन्हें हम यहां बता दें कि इसके लिए उन्हें पहले आवेदन देना होता है। यहां बताते चलें कि बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन राजस्थान की ऑफिशियल वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी होता है।
वहां पर इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन कर सकते हैं। इस प्रकार से फिर जब परीक्षा का आयोजन होता है तो परीक्षार्थियों को सूचना दे दी जाती है। जो कैंडिडेट परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें फिर थर्ड ग्रेड टीचर बनने का अवसर मिलता है। लेकिन साथ ही साथ हम आपको यह भी बता दें कि रीट के 2 लेवल होते है। लेवल-1 में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाने वाले परीक्षार्थी भाग लेते हैं।
इसी तरह से जो लेवल-2 होता है उसमें कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने की इच्छा रखने वाले कैंडिडेट शामिल होते हैं। इसलिए उम्मीदवार यह निश्चित कर ले कि वह कौन सी क्लास के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं। उसके बाद ही वह परीक्षा में भाग लेने का निर्णय लें।
रीट के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए
रीट परीक्षा के लिए किसी भी कैंडिडेट के अंदर निम्नलिखित योग्यता होनी जरूरी है जो कि इस प्रकार से है –
लेवल-1 प्राइमरी टीचर के लिए योग्यता
- उम्मीदवार ने 12वीं कक्षा मिनिमम 50% अंकों के साथ पास की हो। इसके अलावा कैंडिडेट ने 4 साल का बैचलर ऑफ एलिमेंट्री एजुकेशन कोर्स किया होना चाहिए।
- या फिर कैंडिडेट ने ग्रेजुएशन की हो और साथ में 2 साल का डिप्लोमा एलीमेंट्री एजुकेशन में किया हो।
- कैंडिडेट को कंप्यूटर की जानकारी होनी चाहिए।
- इस परीक्षा के लिए किसी भी प्रकार की कोई एज लिमिट नहीं रखी गई है।
लेवल-2 अपर प्राइमरी टीचर के लिए योग्यता
- कैंडिडेट ने ग्रेजुएशन कम से कम 50% अंकों के साथ पास की हो। साथ में कैंडिडेट बीएड के पहले साल में हो।
- या उम्मीदवार ने ग्रेजुएशन किया हो और उसके साथ-साथ एलिमेंट्री एजुकेशन में 2 साल का डिप्लोमा हासिल किया हो।
रीट का परीक्षा पैटर्न
जैसा कि हमने आपको ऊपर बताया कि रीट परीक्षा दो लेवल की होती है। यहां बता दें कि इसके अंतर्गत जो पेपर-1 और पेपर-2 परीक्षा होती है। निम्नलिखित हम दोनों परीक्षाओं का एग्जाम पैटर्न अलग-अलग बता रहे हैं जो कि इस प्रकार से है –
रीट लेवल-1 एग्जाम पैटर्न
यह परीक्षा 150 अंको की होती है जिसमें प्रश्नों की संख्या भी 150 ही होती है। यह एक ऑफलाइन लिखित परीक्षा होती है जो कि 2 घंटे 30 मिनट की होती है। बता दें कि परीक्षार्थियों से इसमें चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडागॉजी, लैंग्वेजेस, मैथमेटिक्स और एनवायरमेंटल स्टडीज जैसे विषयों पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
यह सभी क्वेश्चन एमसीक्यू टाइप के क्वेश्चन्स होते हैं। बताते चलें कि इस परीक्षा में किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
रीट लेवल-2 एग्जाम पैटर्न
रीट का जो पेपर-2 होता है वह ढाई घंटे की अवधि का होता है। इसमें स्टूडेंट्स को 150 अंकों का प्रश्न पत्र हल करना होता है। यह परीक्षा 150 मार्क्स की होती है और यह ऑफलाइन कंडक्ट करवाई जाती है। बताते चलें कि इसमें कैंडिडेट्स से चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडगॉजी, लैंग्वेजेस, साइंस, मैथमेटिक्स और सोशल साइंस जैसे विषयों पर आधारित सवाल पूछे जाते हैं।
बता दें कि एग्जाम में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन उम्मीदवारों से किए जाते हैं। साथ ही बता दें कि इसके लिए किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है।
रीट एग्जाम्स सिलेबस
तो अगर आप यह जानकारी ढूंढ रहे हैं कि रीट की तैयारी कैसे करें। तो उससे पहले आप के लिए जान लेना जरूरी है कि इसका सिलेबस कैसा होता है। यहां आपको जानकारी के लिए हम सिलेबस विस्तार से बता रहे हैं जो कि इस प्रकार से है –
चाइल्ड डेवलपमेंट एंड पेडगॉजी (Child development and pedagogy)
- टीचिंग एंड लर्निंग प्रोसेस (Teaching and learning process)
- लर्निंग डिफिकल्टीज (Learning difficulties)
- थ्योरी ऑफ़ लर्निंग एंड इट्स इंप्लीकेशन (Theories of learning and its implication)
- एक्शन रिसर्च (Action research)
- चाइल्ड डेवलपमेंट (Child development)
- हाउ चिल्ड्रन लर्न एंड थिंक (How children learn and think)
- इंडिविजुअल डिफरेंसेस (Individual differences)
- फैक्टर्स अफेक्टिंग लर्निंग (Factors affecting learning)
- मीनिंग एंड कॉन्सेप्ट ऑफ लर्निंग एंड इट्स प्रोसेसेस (Meaning and concept of learning and its processes)
- द राइट टू एजुकेशन एक्ट 2009 (The right to Education Act 2009)
- मीनिंग एंड परपज आफ एसेसमेंट (Meaning and purpose of assessment)
- अंडरस्टैंडिंग ड्राइवर्स लर्नर्स (Understanding diverse learners)
- मोटिवेशन एंड इंप्लीकेशंस फॉर लर्निंग (Motivation and implications for learning)
- द रोल ऑफ हेरिडिटी एंड एनवायरमेंट (The role of heredity and environment)
एनवायरमेंटल स्टडीज (Environmental studies)
- अवर कल्चर एंड सिविलाइजेशन (Our culture and civilization)
- मैटर एंड एनर्जी (Matter and energy)
- पब्लिक प्लेसेस एंड इंस्टीट्यूशंस (Public places and institutions)
- लिविंग बीइंग्स (Living beings)
- पर्सनल हाइजीन (Personal hygiene)
- फैमिली (Family)
- डिस्कशन (Discussion)
- एक्सपेरिमेंटेशन एंड प्रैक्टिकल वर्क (Experimentation and practical work)
- प्रोफेशन (Profession)
- ट्रांसपोर्ट एंड कम्युनिकेशन (Transport and communication)
- द सिग्निफिकेंट ऑफ इंटीग्रेटेड एंड एनवायरमेंट स्टडीज (The significance of integrated and environment studies)
- अप्रोचिस टू प्रेजेंटिंग कॉन्सेप्ट्स (Approaches to presenting concepts)
- कंप्रिहेंसिव एंड कंटीन्यूअस इवेलुएशन (Comprehensive and continuous evaluation)
- क्लोथ्स एंड हैबिटेट्स (Clothes and habitats)
- टीचिंग मैटेरियल्स एंड ऐड्स (Teaching material and aids)
- प्रॉब्लम ऑफ टीचिंग (Problems of teaching)
- कांसेप्ट एंड स्कोप ऑफ़ एनवायरनमेंट स्टडीज (Concept and scope of environment studies)
- एनवायरमेंटल स्टडीज एंड एनवायरमेंटल एजुकेशन लर्निंग प्रिंसिपल (Environmental studies and environmental education learning principles)
- एक्टिविटीज (Activities)
मैथमेटिक्स एंड साइंस (Mathematics and Science)
- इंडिसेस (Indices)
- अलजेब्रिक एक्सप्रेशन्स (Algebraic expressions)
- फैक्टर्स एंड परसेंटेज (Factors and percentage)
- लिविंग बीइंग (Living being)
- ह्यूमन बॉडी एंड हेल्थ (Human body and health)
- एनिमल रीप्रोडक्शन (Animal reproduction and adolescence)
- फोर्स एंड मोशन (Force and motion)
- हीट (Heat)
- लाइट एंड साउंड (Light and sound)
- सोलर सिस्टम (Solar system)
- केमिकल सब्सटेंसिस (Chemical substances)
- प्लेन फिगर्स (Plane figures)
- इक्वेशंस (Equations)
- इंटरेस्ट (Interest)
- रेशो एंड प्रोपोर्शन (Ratio and proportion)
- लाइंस एंड एंगल्स (Lines and angles)
- सर्फेस एंड वॉल्यूम (Surface area and volume)
- एरिया ऑफ़ फिगर्स (Area of plane figures)
- स्टेटिस्टिक्स (Statistics)
- ग्राफ (Graph)
- माइक्रो-ऑर्गेनिज्म (Micro-organism)
सोशल स्टडीज (Social studies)
- इंडियन सिविलाइजेशन, कल्चर एंड सोसाइटी (Indian civilization, culture and society)
- मौर्य एंड गुप्ता एंपायर एंड पोस्ट गुप्ता पीरियड (Mauryan and Gupta empires and Post-Gupta period)
- इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन एंड डेमोक्रेसी (Indian constitution and democracy)
- पेडगॉजिकल इश्यूज (Pedagogical issues)
- ज्योग्राफी एंड सोर्सेस ऑफ राजस्थान (Geography and resources of Rajasthan)
- रिसोर्सेज एंड डेवलपमेंट (Resources and development)
- मेन कंपोनेंट ऑफ द अर्थ (Main component of the earth)
- मीडिवियल एंड मॉडर्न पीरियड (Mediaeval and modern period)
- ज्योग्राफी एंड रिसोर्सेस ऑफ इंडिया (Geography and resources of India)
इंग्लिश पेपर-1 सिलेबस (English Paper-1 Syllabus)
- अनसीन प्रोस पैसेज (Unseen prose passage)
- डेवलपमेंट ऑफ़ लैंग्वेज स्किल्स, टीचिंग लर्निंग मटेरियल्स (Development of language skills, teaching learning materials)
- फ्रेमिंग (Framing questions including WH questions)
- टीचिंग लर्निंग मैटेरियल्स (Teaching learning materials)
- प्रिंसिपल्स ऑफ टीचिंग इंग्लिश (Principles of teaching English)
- कंप्रिहेंसिव एंड कंटीन्यूअस एवोल्यूशन (Comprehensive and continuous evaluation)
English Paper- 2 Syllabus
- इंग्लिश (English)
- बेसिक नॉलेज ऑफ द इंग्लिश एंड देयर फोनेटिक ट्रांसक्रिप्शन (Basic knowledge of the English sounds and their phonetic transcription)
- मॉडल ऑक्सीलरीज़,फ्रेसल वर्ब्स, इडियम्स एंड लिटरेसी टर्म्स (Modal auxiliaries, phrasal verbs, idioms and literary terms)
- अनसीन पोयम (Unseen poem)
- प्रिंसिपल्स ऑफ़ द टीचिंग इंग्लिश, कम्युनिकेटिव अप्रोच टू इंग्लिश लैंग्वेज टीचिंग, चैलेंजिस ऑफ टीचिंग (Principles of the teaching English, communicative approach to English language teaching, challenges of teaching)
रीट एग्जाम प्रिपरेशन कोचिंग सेंटर्स के नाम
रीट एग्जाम प्रिपरेशन कोचिंग उन कैंडिडेट्स के लिए बेस्ट है जो रीट की तैयारी कैसे करें के बारे में अधिक नहीं जानते। यहां हम आपको कुछ बेस्ट कोचिंग सेंटर्स के नाम बता रहे हैं जो कि इस प्रकार से हैं –
- लर्निंग अड्डा न्यू दिल्ली (Learning Adda New Delhi)
- टॉप रैंकर्स बेंगलोर (Toprankers Bangalore)
- द गुरुकुल क्लासेस अजमेर (The gurukul classes Ajmer)
- ज्ञान यूनिवर्स जयपुर (Gyan universe Jaipur)
- द कंपटीशन केंपस मुंबई (The competitive campus Mumbai)
- वी शाइन अकैडमी चेन्नई (We shine Academy Chennai)
- शिव बालाजी अकैडमी हैदराबाद (Shiva Balajee Academy Hyderabad)
- कैरियर प्लस कोलकाता (Career plus Kolkata)
- परफेक्ट करियर एजुकेशन अहमदाबाद (Perfect career education Ahmedabad)
- सक्सेस धारा गुड़गांव (Success dhara Gurgaon)
रीट परीक्षा के लिए किताबें और अध्ययन सामग्री
कुछ विद्यार्थियों को बहुत ज्यादा टेंशन रहती है कि रीट की तैयारी कैसे करें। तो यहां हम आपको कुछ बेस्ट किताबों और स्टडी मैटेरियल के बारे में जानकारी दे रहे हैं। यह सब आपकी परीक्षा की तैयारी में काफी ज्यादा सहायता करेंगे। उन किताबों के नाम इस प्रकार से हैं –
बुक्स फॉर रीट एग्जाम लेवल-1 (Books for Neet exam level-1)
- रीट हिंदी लैंग्वेज लेवल-1, लेवल-2 एंड लेवल-3 कंपलीटली बेस्ड ऑन लेटेस्ट पैटर्न बाय रे पब्लिकेशन (Reet Hindi language level-1, level-2 and level- 3 completely based on latest pattern by Ray Publication)
- रीट बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र लेवल-1 बाय रे पब्लिकेशन (Reet bal Vikas Evam shiksha shastra level 1 (class 1 to 5) by Ray Publication)
- रीड एनवायरमेंट लेवल बाय सुनीता पब्लिकेशन (Reet environment level by Sunita Publication)
- रीड एनवायरमेंट स्टडीज, मैक्स लेवल-1 विद फ्री सॉल्वड पेपर्स, प्रैक्टिस सेट्स बाय रे पब्लिकेशन (Reet environment studies, maths level-1 with free solved papers, practice sets by Ray Publication)
- लक्ष्य रीट भाषा हिंदी, संस्कृत एंड इंग्लिश एंड लक्ष्य पर्यावरण अध्ययन गणित एंड बाल विकास लेवल-1 बोर्ड क्लास 12 5 हिंदी पेपरबेक-2020 बाय लक्ष्य (Lakshya Reet bhasha Hindi, Sanskrit and English and lakshya paryavaran adhiyan ganit and bal Vikas level 1 for class 1 to 5 Hindi paperback-2020 by Lakshya)
- 15 प्रैक्टिस सेट रीट क्लास 1-5 पेपर-1 बाय अरिहंत पब्लिकेशंस (15 practice sets Reet class 1-5 paper-1 by Arihant publications)
- पेडागोजी फॉर सीटीईटी, यूपीटीईटी, एसटीइटी, रीट, यूकेटीईटी, बीटीईटी, सीजीटीईटी बाय एसडी पब्लिकेशन (Pedagogy for CTET, UPTET, HTET, REET, UKTET, BTET, CGTET by SD publications)
- लक्ष्य रीट भाषा हिंदी, संस्कृत एंड इंग्लिश लेवल-1 फोर क्लास 1-5 बाय लक्ष्य (Lakshya Reet bhasha Hindi, Sanskrit and English level-1 for class 1 to 5 by Lakshya)
- रीड क्वेश्चंस बाय अहमर करीम पब्लिकेशन (Reet questions bank by Ahmar Karim Publication)
बुक्स फॉर रीट एग्जाम लेवल-2 (Books for Neet exam level-2)
यहां आपको बताते चलें कि जो रीट लेवल 2 का एग्जाम होता है वह खासतौर से उन कैंडिडेट्स के लिए होता है जो 6-8 ग्रेट के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए जो बेस्ट बुक्स है उनके बारे में जानकारी इस प्रकार से है –
- लक्ष्य रीट सामाजिक अध्ययन भाषा हिंदी संस्कृत एंड इंग्लिश लेवल-2 फॉर क्लास 6 टू 8 बाय मनु प्रकाशन (Lakshya Reet samajik adhyayan bhasha Hindi Sanskrit and English level-2 for class 6 to 8 by Manu prakashan)
- रीट मैथ्स लेवल-2 बाय शिवास स्टोर (Reet maths level-2 by Shiva’s store)
- रीठ हिंदी लैंग्वेज लेवल-1, लेवल-2 एंड लेवल-3 कंपलीटली बेस्ड ऑन लेटेस्ट पैटर्न बाय रे पब्लिकेशन (Reet Hindi language level-1, level-2 and level-3 completely based on latest pattern by Ray Publication)
- लक्ष्य रीट सामाजिक अध्ययन बाल विकास वीए शिक्षाशास्त्र क्लास 6-8 लेवल टू बाय मनु प्रकाशन (Lakshya Reet samajik adhyayan balvikas VA shiksha shastra class 6-8 level 2 by Manu prakashan)
- रीट सामाजिक अध्ययन लेवल-2 बुक बाय रे पब्लिकेशन (Reet samajik adhyayan level-2 book by Ray Publication)
- लक्ष्य रीट सामाजिक अध्ययन भाषा हिंदी संस्कृत एंड इंग्लिश एंड लक्ष्य रीट सामाजिक अध्ययन बाल विकास और शिक्षाशास्त्र कोंबो क्लास 6-8 लेवल-2 2020 पेपरबेक बाय लक्ष्य (Lakshya Reet samajik adhyayan bhasha Hindi Sanskrit and English and Lakshya Reet samajik adhyayan balvikas VA shikshashastra (combo) class 6-8 level-2 2020 paperback by Lakshya)
- रीट/और टीईटी लेवल 2 लैंग्वेज क्लास 6-8 मनु प्रकाशन संस्कृत, इंग्लिश, हिंदी बाय मनु प्रकाशन (Reet/Rtet level 2 language class 6-8 Manu prakashan Sanskrit, English, Hindi by Manu prakashan)
- रीड गणित विज्ञान पेपर 2 हिंदी ईडीएन बाय साहित्य भवन (Reet ganit vigyan paper 2 Hindi EDN by Sahitya Bhawan)
- लक्ष्य रीट लेवल 2 साइंस, मैथ्स, बाल विकास शिक्षाशास्त्र बाय मनु प्रकाशन (Lakshya Reet level 2 science, maths, balvikas and shiksha shastra by manoo prakashan)
वेतन
यहां आपको अब हम बता दें कि रीट एग्जाम पास करने के बाद किसी भी कैंडिडेट को जो सैलरी मिलती है वह 29,800 रुपए तक हो सकती है। वेतन में उसका ग्रेड पे भी शामिल होता है जो कि 3,600 रूपए है। साथ ही आपको बता दें कि सातवें वेतन आयोग के बाद कैंडिडेट की सैलरी में बढ़ोतरी हो जाती है जो कि हर महीने 36,500 रूपए तक होती है।
रीट परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स (Reet Exam Preparation)
अब यहां आपको हम जानकारी दे दें कि रीट परीक्षा की तैयारी कैसे करें। इसके लिए हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहे हैं जिनको फॉलो करके आप इस में सफल हो सकते हैं –
- सबसे पहले आप सारे पाठ्यक्रम को जानें और उसके नोट्स बनाना शुरु कर दें।
- हर टॉपिक को कवर करें और जो भी महत्वपूर्ण टॉपिक लगे उसको अलग से लिख लें।
- हर दिन नियमित रूप से पढ़ाई करें। इसके लिए अगर आप टाइम मैनेजमेंट टेक्निक अपनाएंगे तो बेस्ट रहेगा।
- अगर कोई विषय आपको बहुत मुश्किल लगता है तो उसकी आप अलग से कोचिंग ले सकते हैं।
- जितना हो सके टेस्ट सीरीज में हिस्सा लें इससे आपके ज्ञान में वृद्धि होगी।
- ऐसे लोग जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके साथ ग्रुप बना कर पढ़ाई करें।
- स्टडी मटेरियल आप इंटरनेट से भी डाउनलोड कर सकते हैं।
- जितना हो सके पिछले साल के क्वेश्चन पेपर सॉल्व करने की कोशिश करें।
- परीक्षा के दिन शांत रहें और जिन सवालों के जवाब आपको अच्छी तरह से आते हैं उन्हें पहले हल करें।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल रीट की तैयारी कैसे करें। इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि रीट क्या है और इसकी भर्ती प्रक्रिया के बारे में भी हमने जानकारी दी। साथ ही साथ हमने आपको यह भी जानकारी दी कि इस एग्जाम में बैठने के लिए किसी भी छात्र में कितनी योग्यता होनी चाहिए।
इस पोस्ट में हमने आपको बताया कि रीट परीक्षा पैटर्न कैसा होता है और हमने आपको कुछ बेहतरीन कोचिंग सेंटर्स के नाम भी बताएं। इसके अलावा हमने पूरा सिलेबस भी आपको बताया। साथ ही साथ हमने आपको जानकारी दी कि कौन सी बेस्ट किताबें और स्टडी मैटेरियल आपकी रीट एग्जाम की तैयारी करने में सहायता कर सकती हैं। हमने आपको इस आर्टिकल में यह जानकारी भी दी कि जब आप इस एग्जाम को क्लियर कर लेंगे तो आपको शिक्षक बनकर हर महीने कितना वेतन मिलेगा। आपकी कामयाबी के लिए हमने आपको कुछ एग्जाम प्रिपरेशन टिप्स भी बताई जो आपके लिए काफी सहायक रहेंगी।
अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि अगर आपको हमारी यह सारी जानकारी उपयोगी लगी हो। तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो रीट की तैयारी कैसे करें के बारे में जानकारी ढूंढ रहे हैं।