दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे सेल्स मैनेजर (Sales Manager) कैसे बनें? यहां आपको बता दें कि अगर देखा जाए तो सेल्स मैनेजर की जॉब करके कोई भी कैंडिडेट अपने कैरियर में काफी आगे तक जा सकता है।
बताते चलें कि यह एक बहुत ही मुश्किल और चैलेंजिंग जॉब है जिसको करने के लिए कैंडिडेट का क्रिएटिव और आकर्षक व्यक्तित्व होना जरूरी है। जैसा कि आपको मालूम ही होगा कि हर बिजनेस को सक्सेसफुल बनाने में सेल्स मैनेजर का बहुत बड़ा हाथ होता है।
बहुत से लोग इस पोस्ट पर काम तो करना चाहते हैं लेकिन उन्हें मालूम नहीं होता कि वह किस तरह से इस नौकरी को कर सकते हैं। इसीलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको सेल्स मैनेजर कैसे बनें के बारे में सारी जानकारी देंगे।
सेल्स मैनेजर क्या होता है (What is Sales Manager in Hindi)
सबसे पहले आपको बता दें कि सेल्स मैनेजर किसी भी कंपनी का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्तियों में से है। इसका काम कंपनी की सेल को बढ़ाकर कंपनी को प्रॉफिट देना होता है। बताते चलें कि इसके लिए वह नई नई प्लानिंग और तरीके अपनाता है।
साथ ही साथ वो ग्राहकों के ऊपर भी नजर रखता है कि उन्हें कैसी चीजें ज्यादा पसंद है। वैसे तो इसके लिए किसी खास डिग्री की जरूरत नहीं होती। लेकिन अगर कैंडिडेट ने सेल्स से संबंधित कोई डिप्लोमा या सर्टिफिकेट हासिल किया हो तो उसके लिए बेस्ट रहता है। बता दें कि Sales Manager को सेल्स एग्जीक्यूटिव, सेल्स डायरेक्टर या फिर मार्केटिंग मैनेजर के नाम से भी जाना जाता है।
सेल्स मैनेजर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
सेल्स मैनेजर बनने के लिए कैंडिडेट को निम्नलिखित प्रक्रिया को फॉलो करना होता है जो कि इस प्रकार से है –
- सबसे पहले उम्मीदवार को चाहिए कि वह अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर ले। इसके साथ ही साथ कैंडिडेट सेल्स का कोई डिप्लोमा कोर्स करें।
- या फिर कैंडिडेट बीकॉम या फिर बीबीए जैसे विषयों में अपना ग्रेजुएशन पूरा करें।
- बता दें कि कैंडिडेट को सीधे सेल्स मैनेजर के पद पर अगर जॉब ना मिले तो वह सेल्समैन के तौर पर भी काम कर सकते हैं। इस तरह से उन्हें अनुभव हासिल होता है।
- फिर कैंडिडेट विभिन्न कंपनियों में सेल्स मैनेजर के पद पर काम करने के लिए आवेदन दे सकते हैं।
सेल्स मैनेजर बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए
जो कैंडिडेट सेल्स मैनेजर बनना चाहते हैं उनमें निम्नलिखित योग्यता होनी जरूरी है जैसे कि –
- इच्छुक उम्मीदवार ने किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से बीबीए या फिर बीकॉम किया हो।
- या फिर कैंडिडेट ने किसी भी रिकॉग्नाइज्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की हो और साथ ही साथ सेल्स में डिप्लोमा व सर्टिफिकेट हासिल किया हो।
- कैंडिडेट के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए।
- उम्मीदवार में दूसरों को मोटिवेट करने की एबिलिटी होनी चाहिए।
- कस्टमर सर्विस स्किल्स भी होने चाहिए।
- अंग्रेजी के साथ-साथ कंप्यूटर की जानकारी भी होनी चाहिए।
- बिजनेस को मैनेज करने की अच्छी समझ होनी चाहिए।
आयु सीमा
जो उम्मीदवार सेल्स मैनेजर के पद पर काम करना चाहते हैं उनकी उम्र 20 साल से लेकर 40 साल तक होनी चाहिए।
सेल्स मैनेजर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
सेल्स मैनेजर बनने के बाद किसी भी कैंडिडेट को नौकरी के काफी अच्छे अवसर मिल जाते हैं। यहां आपको बता दें कि कैंडिडेट को एरिया सेल्स मैनेजर, डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजर, प्रोजेक्ट मैनेजर, मार्केट रिसर्च एनालिस्ट, एडवरटाइजिंग मैनेजर और सेल्स एंड मार्केटिंग मैनेजर बन सकते हैं।
बताते चलें कि Sales Manager को बड़ी-बड़ी एमएनसी कंपनियों में नौकरी करने के काफी शानदार अवसर मिल जाते हैं। इस प्रकार से कैंडिडेट इस सेक्टर में अपना बेहतरीन कैरियर बना सकते हैं।
वेतन
जो कैंडिडेट सेल्स मैनेजर बन जाते हैं उन्हें हर महीने काफी अट्रैक्टिव सैलरी पैकेज मिल जाता है। यहां जानकारी के लिए बताते चलें कि उम्मीदवार को हर महीने 25,000 से लेकर 40,000 तक वेतन मिल जाता है।
यहां आपको बता दें कि अगर कैंडिडेट की नौकरी किसी बड़ी कंपनी में लगती है तो तब उसे इससे भी ज्यादा सैलरी मिल जाती है। इसके अलावा बता दें कि जब उसको कुछ सालों का अनुभव हो जाता है तो तब उसकी सैलरी काफी बढ़ जाती है।
सेल्स मैनेजर के कार्य
सेल्स मैनेजर के पद पर काम करने वाले कैंडिडेट को बहुत सारे कार्य करने होते हैं। बता दें कि उसके ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं जिनको उसको पूरा करना होता है जैसे कि –
- सेल्स और सर्विस को लेकर ग्राहकों की शिकायतों को सॉल्व करता है।
- बजट तैयार करता है। सेल्स स्ट्रैटेजीस बनाता है।
- यह तय करता है कि कस्टमर्स की प्रेफरेंसेस क्या है और फिर वह उसी हिसाब से सेल्स को बढ़ाने पर फोकस करता है।
- सेल्स के स्टैटिस्टिक को एनालाइज करता है।
- डिस्काउंट रेट्स को डिटरमाइन करता है और स्पेशल प्राइस भी प्लान करता है।
- इस बात को सुनिश्चित करता है कि ग्राहकों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो और उन्हें उत्तम क्वालिटी के प्रोडक्ट मिलें।
- सेल्स स्टाफ के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाता है और उसमें कोऑर्डिनेटर भी करता है।
- टीम की परफॉर्मेंस को मॉनिटर करता है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल Sales Manager कैसे बनें? इस लेख के माध्यम से हमने आपको बताया कि सेल्स मैनेजर क्या होता है। इसके अलावा हमने आपको यह भी बताया कि सेल्स मैनेजर बनने की प्रक्रिया क्या होती है।
इस पोस्ट में हमने आपको यह जानकारी भी दी कि जो कैंडिडेट इस पद पर काम करना चाहते हैं उनमें कितनी योग्यता होनी चाहिए। साथ ही साथ हमने यह भी जानकारी दी कि कैंडिडेट को हर महीने सेल्स मैनेजर के तौर पर कितना वेतन मिल सकता है और उसे इसके तहत क्या-क्या कार्य करने होते हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हमारा यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी रहा होगा।
इसलिए अंत में हमारी आपसे बस यही रिक्वेस्ट है कि हमारे इस आर्टिकल को उन लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें जो सेल्स मैनेजर बनना चाहते हैं।