नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे टेलर (Tailor) कैसे बनें। यह कोर्स उन छात्रों के लिए बेहद उपयुक्त है जिनको कपड़ों की सिलाई और कटिंग करने में रूचि होती है। यह इंडस्ट्री उन लोगों के लिए बहुत अच्छी है जो 12वीं के बाद टेलर बनना चाहते हैं।
अगर कोई विद्यार्थी इस कोर्स को ठीक प्रकार से करता है और उसमें हुनर है तो वह रोजगार के बहुत ही ज्यादा बेहतरीन अवसर अपने लिए पैदा कर सकता है। लेकिन जिस प्रकार से दूसरे पाठ्यक्रमों की जानकारी हासिल करनी जरूरी होती है इसी तरह से टेलर बनने के लिए भी पूरी प्रक्रिया की जानकारी होनी अत्यंत आवश्यक है। इसीलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको सारी जानकारी देने वाले हैं।
टेलर क्या होता है? (what is Tailor in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको जानकारी दे दें कि टेलर वह होता है जो ग्राहकों के नाप के अनुसार उनके कपड़ों की कटिंग करके सिलाई करता है और इसे दर्जी के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन कोई व्यक्ति कुशलता पूर्वक अपना काम केवल तभी कर सकता है जब वह कटिंग और टेलरिंग का किसी अच्छी जगह से कोर्स करें चाहे वह डिप्लोमा कोर्स हो या सर्टिफिकेट कोर्स।
इस प्रकार कोर्स करने के बाद व्यक्ति विभिन्न प्रकार के कपड़ों की सिलाई करने का काम सीख लेता है जिसके बाद उसे अच्छे क्षेत्रों में जॉब भी मिल जाती है। वहीं कुछ टेलर ऐसे भी होते हैं जो अपना स्वयं का काम शुरू करते हैं या किसी टेलर शॉप पर नौकरी करते हैं।
टेलर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
यदि कोई छात्र टेलर बनना चाहता है तो इसके लिए उसे किसी भी प्रकार के एंट्रेंस टेस्ट से गुज़रना नहीं पड़ता है बल्कि वह अपने द्वारा चुने गए किसी भी इंस्टिट्यूट में दाखिला ले सकता है। कुछ संस्थानों में यह कोर्स एक साल का होता है तो कहीं पर 6 महीने का। इसके अलावा बहुत से इंस्टिट्यूट में यह कोर्स 3 महीने का भी होता है जिसे कैंडिडेट अपनी सुविधा के अनुसार कर सकते हैं।
योग्यता
इसके लिए कैंडिडेट में कुछ योग्यता का होना बहुत ज्यादा जरूरी है जिसकी जानकारी निम्नलिखित है-
- छात्र ने 12वीं कक्षा पास की हो।
- जो छात्र अपनी 12वीं कक्षा के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं वह भी टेलर बनने के लिए कोर्स कर सकते हैं।
- इसके अलावा विद्यार्थी को टेलरिंग में रुचि भी होनी चाहिए।
आयु सीमा
जो छात्र टेलरिंग कोर्स करना चाहते हैं इसके लिए वैसे तो कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है लेकिन फिर भी कैंडिडेट की आयु कम से कम 18 साल होनी जरूरी है। लेकिन इसके लिए हर इंस्टिट्यूट में आयु अलग-अलग भी हो सकती है जो कि उस संस्थान में जाने के बाद ही पता चल पाती है।
टेलर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
टेलर बनने के बाद कैंडिडेट के सामने कई प्रकार की कैरियर संभावनाएं हो सकती हैं जहां पर वह अपने स्किल और अनुभव के आधार पर काफी आगे तक जा सकता। टेलर की डिमांड सबसे ज्यादा रेडीमेड गारमेंट फैक्ट्रियों में होने के साथ-साथ फैशन डिजाइनर फर्म में भी बहुत अधिक है। इसके अलावा आज बहुत सारे दर्जी अपनी टेलर शॉप भी खोलकर काफी ज्यादा कमाई कर रहे हैं।
वैसे लोग आज रेडीमेड कपड़े भी काफी खरीदते हैं लेकिन बात जब ट्रेडिशनल भारतीय परिधानों की आती है तो उस समय उन्हें एक टेलर की आवश्यकता होती है जो उनके शरीर के माप के अनुसार अच्छी फिटिंग के कपड़े सिल सके।
वेतन
इसके लिए वेतन सबसे पहले तो कैंडिडेट के स्किल के ऊपर निर्भर करता है और इसके अलावा जिस जगह पर वह नौकरी कर रहा है वह भी मायने रखती है। लेकिन आमतौर पर एक दर्जी शुरुआत में ही 15,000 से लेकर 20,000 रुपए तक आसानी से पा सकता है। कुछ अनुभव होने के बाद अगर वह अपना स्वयं का काम शुरू कर लेता है तो तब उसे बहुत ज्यादा अर्निंग करने का अवसर मिलता है। आज ऐसे बहुत सारे दर्जी है जो हर महीने 50,000 से भी ज्यादा की कमाई कर रहे हैं।
टेलर के कार्य
एक टेलर के रूप में कैंडिडेट को अपना काम बहुत ही ज्यादा लगन और मेहनत के साथ करना होता है। उसे कपड़ों की सिलाई और कटिंग के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है जिससे कि ग्राहकों के कपड़े खराब ना हो सके इसके लिए उसे निम्नलिखित कार्य करने होते हैं जैसे कि-
- ग्राहकों के कपड़ों की सिलाई करने के लिए उनका माप लेना।
- लोगों का मेजरमेंट लेने के बाद कपड़ों की कटिंग करना।
- अलग-अलग लोगों के अनुसार कपड़ों की सिलाई करना।
- कस्टमर का काम टाइम पर करके देना।
- ग्राहक की पसंद को ध्यान में रखते हुए कपड़े की सिलाई करना।
- टेलर कपड़ों पर कारीगरी करता है जिसकी वजह से कपड़े सुंदर और आकर्षक दिखते हैं।
- इस बात का ध्यान रखता है कि वस्त्रों की फिटिंग ग्राहकों के अनुरूप हो।
- कपड़ों की सिलाई करने के बाद उन पर इस्तरी करने के बाद उन्हें हैंगर में लटकाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको बताया टेलर (Tailor) कैसे बनें? इस पोस्ट से हमने आपको जानकारी दी कि टेलर क्या है और टेलर बनने की प्रक्रिया क्या होती है। इसके साथ-साथ हमने आपको यह भी बताया कि टेलर बनने के लिए किसी भी व्यक्ति में कितनी योग्यता की आवश्यकता होती है और टेलरिंग का कोर्स करने के बाद कोई व्यक्ति हर महीने कितने रुपए तक का वेतन पा सकता है।
साथ ही साथ हमने यह जानकारी भी दी कि टेलर के कौन-कौन से कार्य होते हैं। वैसे देखा जाए तो यह प्रोफेशन दूसरे प्रोफैशंस की तरह ही काफी अच्छा है जिसको अगर कोई व्यक्ति मेहनत से करें तो उसे रोजगार के लिए काफी उपयुक्त काम मिल जाता है। अंत में हमारा आपसे यही निवेदन है कि इस लेख को अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद टेलर बनना चाहते हैं।