नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि जूलॉजिस्ट कैसे बनें? दुनिया में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनको जानवरों से बहुत ज्यादा प्यार होता है या फिर उन्हें कोई ना कोई जानवर बहुत पसंद होता है। इसी वजह से ऐसे बहुत सारे छात्र हैं जो 12वीं के बाद इस क्षेत्र में अपना कैरियर बनाते हैं। यदि आप भी एक ऐसे ही स्टूडेंट है जो एनिमल लवर हैं और जूलॉजिस्ट बनना चाहते हैं एवं उससे संबंधित सारी जानकारी ढूंढ रहे हैं तो हमारी आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में।
जूलॉजिस्ट क्या है (what is Zoologist in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि जूलॉजिस्ट एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो जानवरों के साथ साथ पशुओं के बारे में अध्ययन करता है। इसे जीव विज्ञानी के नाम से भी जाना जाता है। बता दें कि यह पेशेवर मुख्यत: जानवरों एवं जीव जंतुओं के व्यवहार, उनकी संरचना, उत्पत्ति, जीवन प्रक्रियाओं, स्थितियों और उन में होने वाली बीमारियों के बारे में अध्ययन करने पर फोकस करते हैं। बता दें कि जूलॉजिस्ट आपातकालीन या फिर किसी खतरनाक स्थिति में निर्णय लेने के बारे में काफी सक्षम होते हैं।
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जूलॉजिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
जो छात्र 12वीं के बाद जूलॉजिस्ट बनना चाहते हैं उन्हें चाहिए कि वह 12वीं में विज्ञान जैसे विषय में पढ़ाई करें। इस तरह से फिर उन्हें जूलॉजी में बीएससी की डिग्री हासिल करनी चाहिए। जब कैंडिडेट का ग्रेजुएशन पूरा हो जाए तो उसके बाद उसे चाहिए कि वह जूलॉजी में एमएससी की डिग्री प्राप्त करें। इस तरह से कैंडिडेट इस क्षेत्र में नौकरी करने के लिए योग्यता हासिल कर लेता है जहां पर वह किसी भी प्राइवेट या सरकारी जगह पर काम करने के लिए आवेदन दे सकता है।
योग्यता
- छात्र ने जूलॉजी में बीएससी किया होना चाहिए।
- या फिर कैंडिडेट ने जूलॉजी में एमएससी किया हो।
- अंग्रेजी भाषा के साथ साथ कंप्यूटर का भी ज्ञान होना चाहिए।
- इच्छुक उम्मीदवार को जानवरों एवं जीव जंतुओं से लगाव होना चाहिए।
- किसी भी जानवर पर एनालाइज और रिसर्च कार्य करने में सक्षम होना चाहिए।
आयु सीमा
- इच्छुक उम्मीदवार की आयु कोर्स करते समय कम से कम 17 साल तक की होनी जरूरी है।
- जो छात्र आरक्षित श्रेणी से संबंध रखते हैं उन्हें आयु सीमा में छूट सरकार के नियम अनुसार दी गई है।
जूलॉजिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
जूलॉजिस्ट बनने के बाद किसी भी व्यक्ति के सामने कैरियर की बहुत सारी संभावनाएं होती हैं जैसे कि वह प्राइवेट विभागों में काम करने के अलावा सरकारी विभागों में भी नौकरी कर सकता है। इस तरह से कैंडिडेट निम्नलिखित क्षेत्रों में काम कर सकते हैं-
- चिड़ियाघर
- बोटैनिकल गार्डन
- नेशनल पार्क
- यूनिवर्सिटी
- लैबोरेट्रीज
- म्यूजियम
- एनिमल रिहैबिलिटेशन सेंटर
वेतन
एक सफल जूलॉजिस्ट बन जाने के बाद कैंडिडेट को काफी अच्छा वेतन हर महीने मिल जाता है जो कि लगभग 40,000 से लेकर 60,000 रुपए तक हो सकता है। साथ ही साथ बता दें कि जब उसे जीव विज्ञानी के पद पर काम करते हुए कुछ सालों का एक्सपीरियंस मिल जाता है तो तब इस इंडस्ट्री में उसे और भी ज्यादा वेतन आराम से मिल जाता है।
जूलॉजिस्ट के कार्य
जूलॉजिस्ट के पद पर कार्य करने वाले व्यक्ति को अपनी नौकरी काफी जिम्मेदारी के साथ करनी होती है क्योंकि उसके ऊपर बहुत से महत्वपूर्ण कार्यों की रिस्पांसिबिलिटी होती है जिनमें से कुछ की जानकारी हम निम्नलिखित आपको बता रहे हैं-
- जानवरों के व्यवहार के बारे में अध्ययन करना।
- यह स्टडी करते हैं कि जानवर प्राकृतिक, कृत्रिम और प्रयोगशालाओं के परिवेश में किस प्रकार से रहते हैं और पनपते हैं।
- साथ ही साथ जीव विज्ञानी यह शोध भी करते हैं कि जानवर एक दूसरे से बातचीत किस तरीके से करते हैं।
- जैविक जानकारी इकट्ठा करने के साथ-साथ उसकी जांच की जिम्मेदारी थी जूलॉजिस्ट के ऊपर होती है।
- जानवरों के रहने सहने एवं उनके खाने-पीने के बारे में जानकारी इकट्ठा करना।
- पशुओं के अलावा पक्षियों के जीवन के ऊपर शोध करना।