नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि पीसीएस कैसे बनें। अगर आपका सपना किसी प्रतिष्ठित सरकारी नौकरी प्राप्त करना या सिविल सर्विस में जाने का है तो यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसके लिए आपको बहुत ज्यादा परिश्रम करने के साथ-साथ सही गाइडेंस की भी आवश्यकता होगी क्योंकि आमतौर पर बहुत सारे स्टूडेंट ऐसे होते हैं जो काफी मेहनती और इंटेलीजेंट होने के बावजूद भी अपने पीसीएस अधिकारी बनने के लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाते हैं।
अगर आप भी एक ऐसे युवा हैं जो सिविल सर्विस में जाकर सरकारी नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें क्योंकि आज के इस लेख में हम इससे संबंधित सारी जानकारी आपको देने वाले हैं।
पीसीएस क्या होता है? (What is PCS in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको बता दें कि पीसीएस क्या होता है तो दोस्तों जानकारी दे दें कि पीसीएस का फुल फॉर्म प्रोविंशियल सिविल सर्विस (Provincial Civil Services) होता है जिसको हिंदी में प्रांतीय सिविल सेवा कहा जाता है।
यहां आपको जानकारी के लिए बता दें कि पीसीएस राज्य सेवा आयोग के द्वारा आयोजित एक परीक्षा है जिसको पास करने के बाद उम्मीदवार को विभिन्न प्रकार के सरकारी पदों पर नियुक्ति मिल जाती है। यहां आप यह भी जान लीजिए कि पीसीएस के अंतर्गत किसी भी कैंडिडेट की नियुक्ति राज्य सरकार के कंट्रोल में होती है और जब एक बार कैंडिडेट की भर्ती हो जाती है तो फिर उसे किसी दूसरे अन्य राज्य में ट्रांसफर नहीं किया जाता है।
पदों के नाम
यहां आपको बता दें कि पीसीएस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार को विभिन्न पदों पर नियुक्ति मिल जाती है इसलिए यह ध्यान रखें कि जो भी उम्मीदवार पीसीएस परीक्षा को पास करते हैं उन्हें राज्य में उनकी योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी मिल जाती है। निम्नलिखित हम आपको कुछ पदों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिनके नाम इस प्रकार से हैं-
- असिस्टेंट एकाउंट ऑफिसर (Assistant account officer)
- कमर्शियल टैक्स ऑफीसर (Commercial tax officer)
- डिस्ट्रिक्ट मोनिटर वेलफेयर ऑफिसर (District monitor welfare officer)
- डिस्ट्रिक्ट फूड मार्केटिंग ऑफिसर (District food marketing officer)
- असिस्टेंट कमिश्नर कमर्शियल टेक्स (Assistant commissioner commercial tax)
- एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (Executive officer)
- नायाब तहसीलदार (Nayab Tehsildar)
- डेप्युटी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (Deputy superintendent of police)
- डेप्युटी कलेक्टर (Deputy collector)
- एग्जीक्यूटिव ऑफिसर नगर विकास (Executive officer Nagar Vikas)
- ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (Block Development Officer)
- असिस्टेंट रजिस्ट्रार कॉरपोरेट ऑफिस (Assistant registrar corporate office)
शिक्षा योग्यता (education requirements)
- कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो।
- जो उम्मीदवार अपने ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर में है वह भी इस परीक्षा के लिए आवेदन दे सकते हैं।
शारीरिक योग्यता
आयु
- उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 21 साल होनी चाहिए।
- कैंडिडेट की अधिकतम आयु 40 साल होनी चाहिए।
- जो कैंडिडेट आरक्षित वर्ग के हैं उनके लिए आयु सीमा में सरकारी निर्देशानुसार छूट दी गई है।
पुरुष
- अगर कैंडिडेट किसी पुलिस विभाग के पद पर कार्य करना चाहता है तो उसके अंतर्गत उसकी लंबाई 165 सेंटीमीटर से लेकर 167 सेंटीमीटर तक होनी चाहिए।
पीसीएस बनने के लिए परीक्षाएँ
यहां जानकारी दे दें कि जो कैंडिडेट पीसीएस के अंतर्गत सिविल सर्विस ज्वाइन करना चाहते हैं उनके लिए यह बेहद अनिवार्य है कि वह राज्य सेवा आयोग द्वारा निर्धारित की गई चयन परीक्षा को पास करें। इसके साथ-साथ आपको बता दें कि यह परीक्षा देश में होने वाली अन्य दूसरी परीक्षाओं की तरह काफी कठिन होती है जिसको क्रेक कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है।
प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Examination)
यह परीक्षा पीसीएस बनने के लिए पहली सीढ़ी है और जो उम्मीदवार इस परीक्षा में सफल हो जाते हैं उन्हें फिर अगले चरण की परीक्षा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाता है। यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह परीक्षा दो शिफ्ट में ली जाती है जिसमें कैंडिडेट से एमसीक्यूज़ प्रश्न पूछे जाते हैं।
यह 2 घंटे की परीक्षा होती है जिसमें अगर उम्मीदवार कोई गलत उत्तर देता है तो उसके लिए उसके अंक भी काटे जाते हैं। यहां बता दें कि जब कैंडिडेट प्रथम पेपर कर लेता है तो अगर उसमें उसका प्रदर्शन अच्छा रहता है तो उसे फिर द्वितीय पेपर के लिए आमंत्रित किया जाता है।
यहां आपको बता दें कि द्वितीय पेपर के लिए उम्मीदवार को 100 प्रश्न करने होते हैं जिसके लिए 200 अंक निर्धारित किए गए हैं और यह परीक्षा भी 2 घंटे तक चलती है।
पीसीएस मुख्य परीक्षा (PCS Main Exam)
जो कैंडिडेट प्रिलिमनरी परीक्षा को पास कर लेते हैं उन्हें फिर पीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता है जिसमें कैंडिडेट से एमसीक्यूज़ पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां जानकारी दे दें कि इस एग्जाम में कैंडिडेट को 6 प्रश्न पत्र हल करने होते हैं और सभी में सफलता हासिल करना कैंडिडेट के लिए बहुत आवश्यक होता है क्योंकि जो कैंडिडेट इस परीक्षा में सफलता हासिल करते हैं उन्हें ही फिर इंटरव्यू में भाग लेने के लिए बुलाया जाता है।
साक्षात्कार (Interview)
जब कैंडिडेट प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा में पास हो जाते हैं तो उसके बाद उन्हें फिर इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता है जो कि 100 नंबर का होता है और यहां जानकारी दे दें कि साक्षात्कार के बाद कैंडिडेट के मुख्य परीक्षा के अंक और इंटरव्यू के अंकों को जोड़कर एक मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है और जो कैंडिडेट तीनों परीक्षाओं में कामयाब होते हैं उन्हें पीसीएस अधिकारी बनने अवसर मिलता है।
पीसीएस बनने के लिए पुस्तकें और अध्ययन सामग्री
पीसीएस बनने के लिए किताबें बहुत ही अहम और महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि किसी भी परीक्षा की तैयारी के लिए श्रेष्ठ किताबों का होना अत्यंत आवश्यक है। लेकिन यहां यह बात भी ध्यान रखने योग्य है कि मार्केट में जब आप पुस्तकें खरीदने जाएं तो केवल चुनिंदा और फेमस किताबों का ही चयन करें।
अगर आप मार्केट से कोई भी किताब खरीद लेंगे तो वो आपकी परीक्षा की तैयारी में बिल्कुल भी सहायक नहीं हो सकेगी। निम्नलिखित हम आपको कुछ किताबों के बारे में बता रहे हैं जो आपकी पीसीएस परीक्षा की तैयारी के लिए बेहद लाभदायक रहेंगी उनके नाम इस प्रकार से है-
- हिस्ट्री ऑफ मिडिवल इंडिया बाय सतीश शर्मा (History of mediaeval India by Satish Chandra)
- इंडियाज अंसिएंट पास्ट बाय आर एस शर्मा (India’s ancient past by RS Sharma)
- सर्टिफिकेट फिजिकल एंड ह्यूमन ज्योग्राफी बाय गोह चेंग लियोंग (Certificate physical and human geography by Goh Cheng Leong)
- एनवायरमेंटल स्टडीज फ्रॉम क्राइसिस टू कर्व बाय राजगोपालन (Environmental studies from crisis to curve by rajagopalan)
- इंडियन पालिटी बाय लक्ष्मीकांत (Indian Polity by laxmikant)
- इंडियन इकोनामी बाय रमेश सिंह (Indian economy by Ramesh Singh)
- जनरल साइंस बाय लुसेंट पब्लिकेशन (General science by Lucent publication)
- ऑल इन वन इंग्लिश कोर बाय अरिहंत पब्लिकेशन (All in one English core by arihant publication)
- कंपेटिटिव रिजनिंग बाय किरण पब्लिकेशन (Competitive reasoning by Kiran publication)
- डेली न्यूज़ पेपर फॉर करंट अफेयर्स (Daily Newspaper for current affairs)
पीसीएस के कार्य
अगर आप यह जानना चाहते हैं कि एक पीसीएस के कार्य क्या क्या होते हैं तो इसके लिए आपको बता दें कि जब भी किसी पीसीएस अधिकारी का चयन होता है तो वह किसी भी संस्था या विभाग के हेड के रूप में किया जाता है।
इसलिए उस विभाग या संस्था में होने वाले सभी कार्यों की जिम्मेदारी पीसीएस ऑफिसर की होती है। इस प्रकार पीसीएस अधिकारी को उन सभी कार्यों को ठीक प्रकार से करना होता है जिनकी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाती है।
वेतन
यहां जानकारी के लिए बता दें कि पीसीएस के अंतर्गत अनेकों सरकारी पदों पर नियुक्ति की जाती है और इसीलिए हर पद के लिए अलग-अलग वेतनमान निर्धारित किया जाता है जो कि राज्य के अनुसार होता है।
लेकिन यहां आपको बता दें कि एक पीसीएस अधिकारी को शुरुआत में हर महीने 56,000 रुपए से लेकर 1,32,000 हजार रुपए तक का वेतन मिल जाता है जो कि 5 साल बाद और अधिक हो जाता है। इसके साथ साथ दूसरी अन्य सरकारी सुविधाएं जैसे घर, नौकर, कार इत्यादि भी मिलती है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको बताया कि पीसीएस अधिकारी कैसे बन सकते हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको जानकारी दी कि एक पीसीएस अधिकारी बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में क्या-क्या योग्यताएं होनी चाहिए और किस प्रकार से उम्मीदवार पीसीएस परीक्षा को पास कर सकते है।
इसके अलावा हमने आपको बताया कि पीसीएस अधिकारी बनने के बाद हर महीने उम्मीदवार को कितने रुपए तक का वेतनमान मिल जाता है। इसके अलावा पीसीएस से संबंधित सारी अनिवार्य जानकारी हमने आपके साथ शेयर की है जो कि आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगी। इसलिए अगर आपको हमारे द्वारा दी गई सारी जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें जो पीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद पीसीएस अधिकारी बनना चाहते हैं।