कमांडो (Commando) कैसे बनें पूरी जानकारी

नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कमांडो कैसे बनें। इसलिए अगर आप भी कमांडो बनना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कमांडो वीआईपी या फिर वीवीआइपी की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं और इसके अंतर्गत कई श्रेणियां आती हैं।

यदि आप एक ऐसे युवा हैं जिन में देश प्रेम की भावना के साथ-साथ सेवा भाव भी है और जो 12वीं के बाद कमांडो बनना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को पूरा पढ़ें क्योंकि हम इस पोस्ट में आपको विस्तारपूर्वक बताएंगे कि आप किस प्रकार से एक कमांडो की नौकरी हासिल कर सकते हैं। 

कमांडो क्या होता है (What is Commando in Hindi)

सबसे पहले आपको बताते हैं कि कमांडो क्या होता है? तो दोस्तों कमांडो वह होता है जो टीवी कलाकार, पॉलीटिशियन, मंत्री, प्रधानमंत्री और काफी प्रसिद्ध व नामी लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करता है। इसके अंतर्गत कई श्रेणियां आती हैं जिनमें से काफी प्रमुख हैं कमांडो जेड प्लस और वाई प्लस इत्यादि। 

यहां आपको बता दें कि कमांडो ऐसे सुरक्षाकर्मी है जिन्हें विशेष ट्रेनिंग प्रदान की जाती है। लेकिन कमांडो बनना इतना आसान नहीं है क्योंकि इसके लिए कैंडिडेट को बहुत टफ ट्रेनिंग से गुजारना पड़ता है और इसके अलावा कमांडो बनने के लिए कैंडिडेट का शारीरिक रूप से फिट होने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी फिट होना अत्यंत आवश्यक है।

यहां आपको बता दें कि सिक्योरिटी के लिए जिन कमांडो का चुनाव किया जाता है वह निम्नलिखित दलों से संबंधित होते हैं जिनकी जानकारी इस प्रकार से हैं – 

  • एसपीजी-SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप 
  • एनएसजी-NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) 
  • आइटीबीपी- ITBP (इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस)
  • सीआरपीएफ– CRPF (सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स) 

शिक्षा योग्यता (education requirements)

अगर आप कमांडो बनना चाहते हैं तो इसके लिए बता दें कि आपके अंदर निम्नलिखित आवश्यकताएं व योग्यताएं होना बेहद अनिवार्य है जिनकी जानकारी इस प्रकार से है- 

  • कैंडिडेट ने किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 12वीं पास की हो।
  • उम्मीदवार शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए।
  • कैंडिडेट भारतीय सेना के किसी भी एक दल में होना चाहिए। 

शारीरिक योग्यता

कमांडो बनने के लिए किसी भी कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताओं का होना अत्यंत अनिवार्य है जो कि इस प्रकार से हैं-

आयु

  • कैंडिडेट की आयु 18 साल से लेकर 23 साल के बीच होनी चाहिए। 

पुरुष

  • उम्मीदवार की लंबाई कम से कम 157 सेंटीमीटर होनी चाहिए। 
  • आंखों की दृष्टि 6/6 और 6/9 होनी चाहिए। 
  • शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए। 

कमांडो बनने की प्रक्रिया 

यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कमांडो बनने के लिए केवल उन्हीं उम्मीदवारों का चुनाव किया जाता है जो पहले से ही इंडियन आर्मी में सक्रिय होते हैं। जानकारी दे दें कि कमांडो का चयन सीआरपीएफ, आइटीबीपी, बीएसएफ इत्यादि में से किया जाता है।

जब उम्मीदवारों का चयन कर लिया जाता है तो उसके बाद उन्हें एक बहुत ही कठिन ट्रेनिंग से होकर गुजरना पड़ता है जिसमें अधिकतर उम्मीदवार फेल हो जाते हैं लेकिन जो उम्मीदवार सफलतापूर्वक ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं उन्हें फिर कमांडो बनने का अवसर दिया जाता है। यहां बता दें कि ट्रेनिंग पीरियड में कैंडिडेट को कमांडो बनने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाती है जो कि इस प्रकार से है –

  • आतंकवादियों से उचित तरीके से निपटना।
  • अगर कहीं पर कोई आतंकवादी हमला हो जाए तो वहां पर अपनी सूझबूझ के साथ आतंकवादियों का मुकाबला करना। 
  • बम की पहचान करके उसे निष्क्रिय करना। 
  • हथियारों का प्रयोग करना।
  • बिना हथियारों के दुश्मनों का मुकाबला कैसे करें।
  • आग के गोलों के बीच में से होकर निकलना। 
  • गोलियों की बौछारों से खुद को बचाना और निकलना। 

मानसिक ट्रेनिंग 

यहां आपको बता दें कि कमांडोज की मानसिक ट्रेनिंग बेहद सख्त होती है जिसको केवल वही कैंडिडेट पूरा कर पाते हैं जिनमें देशभक्ति की भावना बहुत ज्यादा होती है। इस ट्रेनिंग के दौरान कैंडिडेट के अंदर दुश्मन से किसी भी हाल में जीत हासिल करने की महत्वाकांक्षा को भरा जाता है ताकि कमांडो बनने के बाद वह अपने कर्तव्य को भलीभांति निभा सके।

इसके अलावा कैंडिडेट में ईमानदारी की भावना को भी भरा जाता है जिसके अंतर्गत यह ट्रेनिंग दी जाती है कि चाहे कुछ भी हो जाए उसे किसी भी हाल में अपने फर्ज से मुंह नहीं मोड़ना है। 

कमांडो के कार्य 

यहां आपको बता दें कि कमांडो के कार्य बहुत सारे होते हैं जो उसे बहुत ही कुशलतापूर्वक करने होते हैं। यहां हम कुछ कमांडो द्वारा किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो कि इस प्रकार से हैं-

  • देश के अत्यधिक महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी कमांडो की ही होती है। 
  • किसी क्षेत्रीय इलाके में बम की खोज, पहचान और उसे निष्क्रिय करना।
  • आतंक के खिलाफ भी अभियान चलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 
  • किसी संवेदनशील मौके पर शीघ्रता के साथ निर्णय लेना। 

वेतन 

यहां आपको बताते हैं कि कमांडो बनने के बाद कोई भी इंसान हर महीने कितने रुपए तक का वेतन पा सकता है। जानकारी दे दें कि कमांडो को हर महीने 65 हजार रुपए का वेतन दिया जाता है जो कि समय के साथ-साथ और भी अधिक हो जाता है। इसके अलावा बता दे कि कमांडो को अन्य दूसरे प्रकार की सरकारी सुविधाएं भी दी जाती हैं।

इसके अलावा जब कमांडो इस क्षेत्र में काफी अनुभवी हो जाते हैं तो उन्हें फिर एक लाख रुपए तक का भी वेतन मिल जाता है क्योंकि इनका काम बहुत अधिक खतरनाक और जिम्मेदारी वाला होता है।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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