एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) एक पोस्ट ग्रेजुएट लेवल का कोर्स है, जो छात्रों को आर्चीटेक बनने के लिए अनुमति देता है। इस डिग्री कोर्स को प्राप्त करने के लिए छात्रों को निम्लिखित चरणों का पालन करना होता है:
- योग्यता प्राप्त करें: छात्रों को सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्विद्यालय से आर्चीटेक में बैचलर डिग्री प्राप्त करनी होगी।
- एंट्रेंस एग्जाम: विश्विद्यालय में एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश लेने के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। जिसका उद्देश्य छात्रों का आर्चीटेक में ज्ञान और कौशल का मूल्यांकन करना होता है।
- विश्वविद्यालय का चयन: छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम के बाद किसी विश्विद्यालय का चयन करना होता है जो एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) प्रदान करता है।
- प्रवेश प्रक्रिया पूरी करें: छात्रों को चयनित विश्विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए विश्विद्यालय के प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करना होता है। जैसे कि आवेदन पत्र, संबंधित दस्तावेजों, अंक और अन्य प्रवेश शर्तों।
- अध्ययन शुरू करें: जब छात्र विश्विद्यालय के प्रवेश प्रक्रिया को पूरी कर लेते है तो छात्र को विश्विद्यालय में प्रवेश दे दिया जाता है।
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) कोर्स क्या है?
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) एक पप्रोफेशनल आर्चीटेक कोर्स है जो छात्रों को विशेष रूप से आर्चीटेक के क्षेत्र में ज्ञान और कौशल प्रदान करता है। यह एक 2 साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है जिसको पूरा करने के बाद छात्र आर्किटेक्चर कहलाता है।
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को वास्तुकला और डिज़ाइन के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा प्रदान करना होता है। एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) को पूरा करने के बाद छात्र सिविल इंजीनियरिंग और टाउन प्लैंनिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है।
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश के लिए प्रक्रियाएँ क्या है?
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश पाने के लिए विश्विद्यालय के निम्लिखित प्रक्रिया से होकर गुजरना पड़ता है:
- योग्यता मापदंड: एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश के लिए छात्र को किसी मान्यता प्राप्त विश्विद्यालय से बी.आर्च कोर्स डिग्री का होना आवशयक है। अधिकतम उम्र सीमा और योग्यता मापदंड संस्थाओं या विश्विद्यालय द्वारा तय किये जाते है।
- प्रवेश परीक्षा: इस कोर्स में प्रवेश के लिए छात्रों को एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। यह एग्जाम यूनिवर्सिटी या अन्य संस्थानों द्वारा आयोजित करवाया जाता है। जैसे कि गेट, सीड, पीजीसीईटी, टीएस पीजीईसीईटी और टेंसेट इत्यादि।
- इंटरव्यू: एंट्रेंस एग्जाम के बाद छात्र को यूनिवर्सिटी या संस्थानों द्वारा इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। इस इंटरव्यू में छात्रों से व्यक्तिगत विकास और करियर से सम्बंधित सवाल पूछे जाते है।
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश के लिए परीक्षाएँ कौन-कौन से है ?
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) में प्रवेश के लिए निम्लिखित परीक्षाओं में से एक देना होता है। और इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद छात्रों को यूनिवर्सिटी में प्रवेश दे दिया जाता है।
- गेट: ग्रेजुएट एप्टीटुड टेस्ट इन इंजीनियरिंग एक एंट्रेंस एग्जाम है, जो विभिन्न पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित करवाया जाता है।
- सी.ई.ई.डी: कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन फॉर डिज़ाइन एक एंट्रेंस एग्जाम है। जो पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में प्रवेश लिए आईआईटी द्वारा आयोजित करवाया जाता है।
- टीएस पीजीईसीईटी: तेलंगाना राज्य – पोस्ट ग्रेजुएट इंजीनियरिंग कॉमन एंट्रेंस टेस्ट एक एंट्रेंस एग्जाम है। जो विभिन्न इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित करवाया जाता है।
- टेंसेट: TANCET एक राज्य स्तरीय एंट्रेंस एग्जाम है। जो स्नातकोत्तर इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए आयोजित करवाया जाता है।
भारत में एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) के लिए विभिन्न कॉलेजों की सूची।
भारत में विभिन्न कॉलेज और विश्विद्यालय में एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) प्रदान करते है। नीचे निम्लिखित कॉलेज और विश्विद्यालय की सूची दिए गए है देखें:
- आईआईटी रुड़की
- एनआईटी कालीकट
- आईआईटी खड़गपुर
- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, नई दिल्ली
- सेंटर फॉर एनवायरनमेंटल प्लानिंग एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी
- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुचिरापल्ली
- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग त्रिवेंद्रम
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- बीएमएस कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
- विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान
- आर्किटेक्चर फैकल्टी, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, मणिपाल
- थियागराजार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग
- मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान
- अन्ना विश्वविद्यालय
फीस
भारत में एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) की फीस विभिन्न कॉलेजेस और विश्विद्यालय में भिन्न हो सकती है। इसकी गणना कॉलेज या विश्विद्यालय के प्रकार पर निर्भर करता है। इस कोर्स की अनुमानित फीस 1 लाख से 2 लाख रुपए तक हो सकती है। हालंकि सरकारी यूनिवर्सिटी में फीस कम होती है, जबकि निजी यूनिवर्सिटी में फीस अधिक होती है।
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) को करने के बाद कैरियर संभावनाएं क्या है?
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) को करने के बाद करियर संभावनाए काफी विस्तृत है। नीचे उन्ही कुछ करियर संभावनाए में से है:
- प्रोजेक्ट मैनेजर: वह व्यक्ति होता है जो परियोजना की योजना, खरीद, निष्पादन और पूरा करने के लिए जिम्मेदार होता है।
- प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट: वह व्यक्ति होता है जो एक डिजाइन के विकास, निर्माण योजनाओं के उत्पादन और विशिष्टताओं के वास्तुशिल्प पहलुओं की देखरेख के लिए जिम्मेदार होता है।
- लैंडस्केप आर्किटेक्ट: वह व्यक्ति होता है जो साइट विश्लेषण, साइट सूची, साइट योजना, भूमि योजना, रोपण डिजाइन, ग्रेडिंग, तूफान जल प्रबंधन के क्षेत्र में शिक्षित होता है।
- डिजाइन आर्किटेक्ट: वह व्यक्ति होता है जो आर्किटेक्ट घरों, इमारतों और अन्य संरचनाओं के समग्र रूप को डिजाइन करते हैं ।
- प्रोफ़ेसर: वह व्यक्ति होता है जो कॉलेजों और विश्विद्यालय में पढ़ाने का काम करते है।
गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स:
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) के उत्तीर्ण छात्र गवर्नमेंट सेक्टर में कई रोजगार या विकल्पों के लिए पात्र होते है। निम्लिखित कुछ जॉब्स है:
- बिल्डिंग इंस्पेक्टर
- अर्बन प्लानर
- लैंडस्केप आर्किटेक्ट
प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स:
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) को पूरा करने के बाद छात्र प्राइवेट क्षेत्र में जॉब के लिए आवेदन कर सकते है। नीचे कुछ निम्लिखित उन्ही जॉब्स में से है:
- प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट
- इंटीरियर डिज़ाइनर
- प्रोडक्शन डिज़ाइनर
वेतन
एम.आर्च कोर्स (M.Arch.Course) करने के बाद छात्र की सैलरी व्यक्ति के करियर और नौकरी के प्रकार पर भिन्न होता है। इसमें व्यक्ति की न्यूनतम और अधिकतम सैलरी का कोई आधिकारिक पैमाना नहीं होता है। यह अनुभव, ज्ञान और उन्नति के आधार पर बदलते रहता है।
इसके आलावा, कुछ लोगों के लिए इस कोर्स के करने के बाद वेतन कम हो सकता है, जबकि कुछ लोग अधिक वेतन प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, वेतन के मामले में निम्नलिखित कुछ उदाहरण हैं:
- लैंडस्केप आर्किटेक्ट: लैंडस्केप आर्किटेक्ट के रूप में काम करने वाले छात्रों को सालाना 2 लाख से 8 लाख रुपए मिलते है। यह कंपनी के पैमाने पर भी निर्भर करता है।
- बिल्डिंग इंस्पेक्टर: बिल्डिंग इस्पेक्टर के रूप में काम करने वाले छात्रों का सालाना वेतन 3 लाख से 9 लाख रुपए तक हो सकता है।
- प्रोफ़ेसर: एक प्रोफेसर के रूप में काम करने वाले व्यक्ति का सालाना वेतन 2.5 लाख से 9 लाख रुपए तक हो सकता है।