नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि Bus conductor कैसे बनें? मौजूदा समय में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हें सफर करना बहुत ज्यादा पसंद होता है और इसलिए वह यह चाहते हैं कि वह इसी से संबंधित कोई काम करें। तो ऐसे में कोई व्यक्ति रेलवे में जाना पसंद करता है तो कोई एविएशन इंडस्ट्री में।
इसी प्रकार बहुत सारे व्यक्ति ऐसे होते हैं जो बस कंडक्टर बनना चाहते हैं। अगर 12वीं के बाद आप की तमन्ना बस कंडक्टर बनने की है तो यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपको इसके बारे में सारी बातें पता होनी चाहिए कि आप किस प्रकार से इस क्षेत्र में जा सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि आप किस प्रकार से बस कंडक्टर बन सकते हैं। इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
बस कंडक्टर क्या है?(what is bus conductor in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको बता दें कि बस कंडक्टर क्या है तो जान लीजिए कि बस कंडक्टर वह व्यक्ति होता है जो बस में सफर कर रहे सभी यात्रियों को टिकट देता है और यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी व्यक्ति बिना टिकट के बस में यात्रा ना करें। यहां यह भी बता दें कि बस कंडक्टर को यात्रियों के टिकट से संबंधित सारा हिसाब डेपो में देना होता है।
बस कंडक्टर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है?
बस कंडक्टर बनने के लिए सबसे पहले कैंडिडेट को 12वीं कक्षा पास करनी अनिवार्य है। उसके बाद कैंडिडेट का सिलेक्शन लिखित परीक्षा के साथ-साथ इंटरव्यू पर आधारित होता है। अगर कैंडिडेट इन दोनों में ही पास हो जाता है तो तब उसे फिर कुछ दिनों की ट्रेनिंग दी जाती है जिसके बाद वह बस कंडक्टर के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है।
यहां आपको यह भी बता दें कि कुछ राज्यों में बस कंडक्टर के लिए लिखित परीक्षा नहीं होती है वहां पर केवल आवेदक का इंटरव्यू लिया जाता है जिसमें उसकी योग्यता के आधार पर उसे बस कंडक्टर के रूप में काम करने का मौका दिया जाता है।
योग्यता
कैंडिडेट में निम्नलिखित योग्यताओं का होना जरूरी है जो कि इस प्रकार से हैं-
- कैंडिडेट बारहवीं कक्षा पास होना जरूरी है।
- जिन उम्मीदवारों के पास आईटीआई सर्टिफिकेट या फिर एनसीसी सर्टिफिकेट है वह भी बस कंडक्टर बनने के लिए आवेदन दे सकते हैं।
आयु सीमा
- आवेदक की उम्र कम से कम 18 साल तक होनी चाहिए।
- उम्मीदवार की अधिक से अधिक आयु 45 साल तक हो।
शारीरिक योग्यता
- कैंडिडेट शारीरिक रूप से फिट होना चाहिए जिससे कि उसे अपना काम करने में कोई समस्या ना हो।
- उम्मीदवार को किसी प्रकार की कोई बेहद गंभीर बीमारी नहीं होनी चाहिए।
- अगर कोई कैंडिडेट शारीरिक रूप से विकलांग है तो वह 40% से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
फीस
इसके लिए आपको बता दें कि फीस इस बात के ऊपर डिपेंड करती है कि आप किस राज्य में रहते हैं और आप अपनी परीक्षा की तैयारी कितने दिन पहले करना चाहते हैं। इसके साथ-साथ आपकी फीस इसके ऊपर भी निर्भर करती है कि आप अपना कोर्स कैसे संस्थान से करना चाहते हैं। वैसे आपको बता दें कि इसके लिए आपको हर महीने 3,000 रुपए से लेकर 5,000 रुपए तक की फीस का भुगतान करना पड़ सकता है।
बस कंडक्टर बनने के लिए टॉप इंस्टिट्यूट के नाम
यहां आपको बता दें कि बस कंडक्टर बनने के लिए हमारे देश में बहुत सारे इंस्टीट्यूट या कोचिंग सेंटर हैं जहां से आप इसके लिए होने वाली परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। इसके लिए आप जिस शहर या राज्य में रहते हैं वहां पर किसी इंस्टिट्यूट से संपर्क कर सकते हैं और दाखिला लेकर अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
बस कंडक्टर के पाठ्यक्रम क्या क्या है?
यहां आपको बता दें कि बस कंडक्टर बनने के लिए कैंडिडेट को चयन परीक्षा पास करनी होती है जिसका पाठ्यक्रम इस प्रकार से है-
- जनरल नॉलेज (General knowledge)
- जनरल इंटेलिजेंस (General intelligence)
- रीजनिंग (Reasoning)
- मैथमेटिक्स (Mathematics)
- जनरल हिंदी (General Hindi)
- इंग्लिश लैंग्वेज (English language)
बस कंडक्टर के कैरियर संभावनाएं
जब कोई कैंडिडेट बस कंडक्टर बन जाता है तो उसके बाद वह किसी भी सरकारी या फिर प्राइवेट बस में काम कर सकता है। हमारे देश में बस कंडक्टर के पदों पर भारी रूप से भर्ती होती है जैसे हरियाणा रोडवेज, यूपी रोडवेज, डीटीसी इत्यादि। तो अगर ऐसे में किसी व्यक्ति में बस कंडक्टर बनने की योग्यता है तो उसे नौकरी में बिल्कुल भी समस्या नहीं हो सकेगी।
वेतन
अब कोई उम्मीदवार बस कंडक्टर के पद पर काम करने लगता है तो उसे हर महीने 25 हजार रुपए से लेकर 30 हजार रुपए तक का वेतन दिया जाता है और यदि कैंडिडेट किसी सरकारी बस में कंडक्टर है तो तब उसे सरकार की तरफ से कुछ अन्य सुविधाएं और भत्ते भी दिए जाते हैं।
बस कंडक्टर के कार्य
किसी भी बस कंडक्टर का काम बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होता है चाहे वह किसी प्राइवेट बस में काम करें या फिर सरकारी बस में। उसे अपने काम और जिम्मेदारियों को बहुत ही ठीक प्रकार से निभाना होता है जिससे कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होनी चाहिए-
- बस के सभी यात्रियों का टिकट काटना।
- यह ध्यान रखना कि कोई भी व्यक्ति बिना टिकट के बस में यात्रा ना करें।
- टिकट काटने से संबंधित सारा हिसाब किताब डिपो में देना।
- इस बात का ध्यान रखना कि बस में यात्रा करने वाले लोग पूरी तरह से सुविधा पूर्वक सफर करें।
- अगर किसी यात्री को सीट नहीं मिल पा रही है तो उसकी मदद करना।
- यदि बस में किसी प्रकार का यात्रियों के बीच मतभेद हो गया है तो उसको सुलझाना।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल Bus conductor कैसे बनें? इस लेख में हमने आपको जानकारी दी कि आप किस प्रकार से बस कंडक्टर बन कर अपना कैरियर बना सकते हैं। हमने आपको इस पोस्ट में बताया कि बस कंडक्टर बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार में कितनी योग्यता होनी जरूरी है और इसके साथ-साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी कि कोई कैंडिडेट जब बस कंडक्टर बन जाता है तो हर महीने उसे कितने रुपए तक का सैलरी पैकेज मिल सकता है।
हमें पूरी उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए काफी उपयोगी रहा होगा इसलिए इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद बस कंडक्टर बनाते हैं।