नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि केमिकल ओशनोग्राफर (Chemical Oceanographer) कैसे बनें? आज ऐसे बहुत सारे विद्यार्थी हैं जो 12वीं के बाद समुद्र से जुड़े हुए क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना पसंद करते हैं। यहां बता दें कि यह एक बेहतरीन कैरियर विकल्प है क्योंकि जो छात्र कुछ नया करना चाहते हैं उनके लिए इस में आगे बढ़ने के बहुत मौके हैं।
यदि आप भी इस इंडस्ट्री में जाना चाहते हैं और इससे संबंधित अनिवार्य जानकारी ढूंढ रहे हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें कि आप किस प्रकार से केमिकल ओशनोग्राफर बन सकते हैं।
केमिकल ओशनोग्राफर क्या होता है (what is Chemical Oceanographer in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको हम जानकारी दे दें कि केमिकल ओशनोग्राफर एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जिसका काम समुद्र के पानी की संरचना और उसकी गुणवत्ता का विश्लेषण करने का होता है। बता दें कि यह ऐसे पेशेवर हैं जो समुद्र तल पर होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं का अध्ययन करने के साथ-साथ पानी की समग्र संरचना के ऊपर भी नजर रखते हैं। इस क्षेत्र में वह लोग काफी सफल हो सकते हैं जिन्हें गहरे पानी के बारे में अध्ययन करने की उत्सुकता रहती है।
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केमिकल ओशनोग्राफर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
जो छात्र केमिकल ओशनोग्राफर और बनना चाहते हैं इसके लिए उन्हें सबसे पहले अपनी बारवी कक्षा फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स जैसे सब्जेक्ट के साथ पास करनी होगी। उसके बाद कैंडिडेट को चाहिए कि वह मरीन साइंस, जियोलॉजी, बॉटनी, केमिस्ट्री, अप्लाइड साइंस जैसे विषय में बीएससी की डिग्री हासिल करें। उसके बाद कैंडिडेट ओशनोग्राफी में पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर सकता है। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह विभिन्न प्राइवेट और गवर्नमेंट सेक्टर में केमिकल ओशनोग्राफर के तौर पर काम करने के लिए अपना आवेदन दे सकता है।
योग्यता
- कैंडिडेट ने मरीन साइंस में बीएससी की हो।
- या कैंडिडेट ने जियोलॉजी में ग्रेजुएशन किया हो।
- या फिर छात्र ने बॉटनी में डिग्री हासिल कर रखी हो।
- या कैंडिडेट ने केमिस्ट्री में या अप्लाइड साइंस में ग्रेजुएशन किया होना चाहिए।
- या फिर मरीन साइंस या ओशनोग्राफी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हो।
- या ओशनोग्राफी में एमटेक किया हो।
- छात्र को कंप्यूटर और अंग्रेजी भाषा की जानकारी होनी चाहिए।
- समुद्री जीवन और गहरे पानी से लगाव होना चाहिए।
आयु सीमा
- इच्छुक छात्र की आयु कोर्स में दाखिला लेते समय 17 साल तक होनी चाहिए।
- जो स्टूडेंट किसी रिजर्व्ड कैटेगरी से संबंध रखते हैं उन्हें आयु सीमा में सरकार के नियम अनुसार छूट प्राप्त है।
केमिकल ओशनोग्राफर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
केमिकल ओशनोग्राफर के तौर पर काम करने के लिए किसी भी छात्र के सामने नौकरी करने के व्यापक अवसर उपलब्ध है क्योंकि यह क्षेत्र आज काफी फैल चुका है। इसलिए जब छात्र अपनी पढ़ाई पूरी कर लेता है तो उसे पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर में साइंटिस्ट या फिर रिसर्चर के तौर पर काम करने का मौका मिल जाता है। इसके अलावा कैंडिडेट को डिपार्टमेंट ऑफ ओशनोग्राफी में भी नौकरी के अवसर मिल जाते हैं।
वेतन
जो कैंडिडेट केमिकल ओशनोग्राफर के पद पर काम करता है उसे शुरुआत में ही तकरीबन 40,000 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक का वेतन मिल जाता है। साथ ही साथ बता दें कि जब उसे कुछ सालों का एक्सपीरियंस हो जाता है तो उसे उसके अनुभव और उसकी योग्यता के आधार पर हर महीने 60 हजार रुपए से लेकर 80 हजार रुपए तक का सैलरी पैकेज मिल सकता है।
केमिकल ओशनोग्राफर के कार्य
अब आपको यहां जानकारी देते हैं कि इस पद पर रहते हुए कैंडिडेट को कौन-कौन से काम करने होते हैं उनकी जानकारी इस प्रकार से है-
- जियोलॉजिकल सर्वे करवाना।
- समुद्र के पानी का अध्ययन और विश्लेषण करना।
- समुद्री पानी के स्ट्रक्चर के बारे में जानकारी जमा करना।
- समुद्र के पानी के अंदर होने वाले केमिकल रिएक्शन के ऊपर नजर रखना और यह जानना कि उसका समुद्री पानी पर क्या इफेक्ट पड़ेगा।
- समुद्र के नीचे गहरे पानी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां इकट्ठा करना।
- सी-वाटर में मौजूद फिजिकल एंड केमिकल प्रॉपर्टीज के बारे में अध्ययन करना।