डाटा एंट्री ऑपरेटर (Data Entry Operator) कैसे बनें?

नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे Data Entry Operator कैसे बनें? आज के समय में एक अच्छी नौकरी हासिल करने के लिए यह जरूरी है कि कैंडिडेट को कंप्यूटर की जानकारी हो। इसीलिए अब गवर्नमेंट या फिर प्राइवेट डिपार्टमेंट में निकलने वाली नौकरियों में काम करने के लिए कंप्यूटर की कम से कम बेसिक नॉलेज होना अनिवार्य कर दिया गया है।

लेकिन आजकल डाटा एंट्री ऑपरेटर की मांग भी बहुत ज्यादा बढ़ गई है और यह नौकरी अधिक से अधिक छात्र करना चाहते हैं जिसका कारण है कि इसे फुल टाइम के अलावा पार्ट टाइम भी भी किया जा सकता है। यदि आप भी एक ऐसे छात्र हैं जो 12वीं के बाद डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम करना चाहते हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़ें और जानें सारी प्रक्रिया के बारे में। 

डाटा एंट्री ऑपरेटर क्या है (What is Data Entry Operator  in Hindi) 

यहां आपको सर्वप्रथम हम बता दें कि डाटा एंट्री ऑपरेटर कौन होता है तो यह एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जो हर प्रकार की जानकारी को कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की सहायता से लिखने का काम करता है। बता दें कि इस क्षेत्र में केवल वही व्यक्ति काम कर सकता है जिसकी टाइपिंग स्पीड तेज होती है।

बता दें कि किसी भी कागज पर लिखी गई जानकारी को एक डाटा एंट्री ऑपरेटर एकत्रित करने के लिए कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का प्रयोग करता है और आज इसके लिए विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किए जाते हैं। 

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डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो छात्र डाटा एंट्री ऑपरेटर के तौर पर काम करने के इच्छुक हैं उन्हें जानकारी के लिए बता दें कि इसके लिए उसे कम से कम 12वीं कक्षा पास करनी होगी और उसके बाद उसे स्टेनोग्राफर या डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स करना होगा जिससे कि वह अपने काम को ठीक प्रकार से समझ कर करने में सक्षम हो सके।

यहां बता दें कि जब कैंडिडेट अपना कोर्स करें तो किसी अच्छे संस्थान से ही करें जहां पर पाठ्यक्रम श्रेष्ठ तरीके से पढ़ाया जाए क्योंकि उसे इस तरह से फिर नौकरी में भी समस्या नहीं हो सकेगी। 

योग्यता 

  • कैंडिडेट ने कम से कम 12वीं कक्षा पास की होनी चाहिए।
  • डाटा एंट्री ऑपरेटर का कोर्स किया होना चाहिए।
  • कंप्यूटर पर टाइपिंग स्पीड अच्छी होनी चाहिए। 
  • अंग्रेजी और हिंदी भाषा का ज्ञान होना चाहिए जिससे कि टाइपिंग या ट्रांसलेशन के समय किसी प्रकार की कोई गलती ना हो सके। 

आयु सीमा 

  • इच्छुक उम्मीदवार की आयु कम से कम 18 साल तक होनी चाहिए। 
  • इसके लिए कैंडिडेट की अधिकतम आयु 27 साल तक होनी चाहिए। 
  • आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को सरकार के नियम अनुसार उम्र सीमा में छूट दी गई है। 

 डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

डाटा एंट्री ऑपरेटर बन जाने के बाद किसी भी कैंडिडेट को सरकारी और निजी विभागों में काम करने के बहुत सारे मौके मिलते हैं जहां पर उसे अनेकों काम करने होते हैं जैसे कि- 

  • एक्सेल डाटा एंट्री 
  • स्पेलिंग चेकर 
  • पेपर डॉक्यूमेंटेशन 
  • जॉब पोस्टिंग 
  • डाटा कन्वर्शन इत्यादि। 

वेतन 

जब कोई कैंडिडेट डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में अपना काम शुरू करता है तो तब उसे हर महीने 10,000 से लेकर 20,000 तक की सैलरी मिल जाती है। इसके अलावा अगर कैंडिडेट की नौकरी किसी अच्छी और बड़ी कंपनी में लग जाती है तो तब उसे और भी ज्यादा वेतन मिल सकता है जो कि उसकी योग्यता और कंपनी दोनों पर ही निर्भर करता है। 

डाटा एंट्री ऑपरेटर के कार्य 

डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के बाद कोई भी व्यक्ति जो काम करता है तो उसके अंतर्गत उसे बहुत सारे कार्यों को उचित रूप से और ठीक प्रकार से करना होता है और यह ध्यान रखना होता है कि अपने काम में भी किसी भी प्रकार की कोई गलती ना करें। इस प्रकार से उसे जो कार्य करने होते हैं वह निम्नलिखित हैं- 

  • कंप्यूटर में पेपर से पढ़कर डाटा एंटर करना।
  • कंपनियों के डाटा को मैनेज करना। 
  • किसी भी डाटा को स्टोर करने के लिए एमएस ऑफिस, वर्डपैड, एक्सेल जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना। 
  • हर प्रकार के डाटा को चाहे वह टेक्स्ट हो या फिर इमेज या कोई वीडियो उसे स्टोर करना। 
  • दिए गए डेटा की स्पेलिंग चेक करना।
  • पेपर डॉक्यूमेंटेशन के साथ-साथ जॉब पोस्टिंग जैसे कामों को करना। 
  • किसी भी नई जॉब के अपडेट के लिए आर्टिकल लिखना। 
  • किसी फाइल को किसी दूसरी फाइल में कन्वर्ट करने का काम। 

निष्कर्ष

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल Data Entry Operator कैसे बनें? इस पोस्ट के द्वारा हमने आप को जानकारी दी कि डाटा एंट्री ऑपरेटर क्या होता है और इसके लिए कैंडिडेट में कितनी योग्यता होना जरूरी होता है।

इसके अलावा हमने बताया कि डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के बाद कैंडिडेट के सामने कौन-कौन सी कैरियर संभावनाएं होती हैं और वहां पर उसे कितना सैलरी पैकेज मिल सकता है। इसके साथ साथ इस पोस्ट के द्वारा हम ने यह भी बताया कि जब कोई व्यक्ति डाटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में काम करता है तो तब उसे कौन कौन से कामों को करना होता है।

वैसे अगर देखा जाए तो अगर किसी कैंडिडेट की टाइपिंग स्पीड अच्छी है और उसे कंप्यूटर की जानकारी भी है तो वह इस फील्ड में अपने लिए नौकरी के बेहतरीन अवसर हासिल कर सकता है। अंत में हमारी आप से रिक्वेस्ट है कि अगर हमारे द्वारा दी गई है सारी जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 12वीं के बाद डाटा एंट्री ऑपरेटर बनने के इच्छुक हैं।

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