डॉक्टर (Doctor) कैसे बनें?

दोस्तों, आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने-अपने कामों में व्यस्त रहते है। जिसकी वजह से जिंदगी में हमारा बीमार होना आम सी बात है। तो, जिन छात्रों को लोगों के बीमारी का ईलाज करना या जो छात्र मेडिकल साइंस में रूचि रखते है वे डॉक्टर बन सकते है। 

छात्रों को डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल साइंस से जुड़े विषय की पढ़ाई करनी होती है। जिसमें, बायोलॉजी, ज़ोलोजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री और ह्यूमन बॉडी से जुड़े विषयों में अध्ययन करने होते है। आमतौर पर छात्रों को सेकेंडरी स्कूल में अपने विषयों को चुनने का अवसर मिलते है। जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, और  बायोलॉजी विषय होते है। 

डॉक्टर क्या होता है?

डॉक्टर वह व्यक्ति होता है जो लोगों के शारीरिक बीमारी का ईलाज करते है। जिसमें, कुछ दवाइयाँ और पौस्टिक आहार खाने-पीने के लिए कहे जाते है। और कुछ खाने-पीने की वस्तु से पहरेज करने के लिए कहे जाते है।

बीमार व्यक्ति को साफ़ सफाई से रहने के लिए बोले जाते है। हर रोज स्नान करने और कपडे साफ सुथरा पहने के लिए भी बोले जाते है। और खाने पीने की वस्तुएँ हाथ मुँह धो कर खाने के लिए कहे जाते है। 

डॉक्टर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है?

कोई भी छात्र जो डॉक्टर बनना चाहते है उन्हें बारवीं कक्षा के फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। इसके आलावा नीचे दिए गए निम्लिखित बिंदुओं को देखें:

  • छात्रों को डॉक्टर बनने के लिए एमबीबीएस डिग्री कोर्स करना होता है। एमबीबीएस करने के लिए छात्रों का आयु कम से कम 17 साल और अधिकतम 25 साल का होना चाहिए। 
  • छात्रों को एमबीबीएस डिग्री कोर्स में दाखिला के लिए एमबीबीएस एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना पड़ता है। 
  • एमबीबीएस डिग्री कोर्स न्यूनतम 5.5 वर्ष का होता है। 
  • डॉक्टर बनने के लिए छात्र एमबीबीएस के अलावा भी कोई दूसरा डिग्री कोर्स कर सकते है। जैसे कि बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस, बीडीएस, फार्मडी और बीवीएससी एवं एएच डिग्री कोर्स। 

योग्यता

  • बारवीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी से उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।  
  • किसी भी मेडिकल कोर्स में दाखिला के लिए छात्रों को सबसे पहले एंट्रेंस एग्जाम में शामिल होना होता है। 

आयु सीमा

डॉक्टर बनाने के लिए छात्रों का न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा नहीं है। जो छात्र 25 वर्ष की आयु पार कर लिए वो छात्र भी डॉक्टर बन सकते है। लेकिन मेडिकल डिग्री कोर्स अलग हो सकते है। 

फीस 

मेडिकल कोर्स फीस इसके एजुकेशनल सस्थान के ऊपर नर्भर करता है। सरकारी संस्थान में कोर्स की फीस कम हो सकती है। जबकि प्राइवेट सस्थान में कोर्स की फीस अधिक हो सकती है। आमतौर पर सरकारी संस्थानों में  6000 रुपए से 100000 रुपए सालाना या अधिक हो सकती है। और प्राइवेट संस्थानों में 2 लाख रुपए से 5 लाख रुपए या अधिक देने पड़ सकते है। 

डॉक्टर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है?

डॉक्टर बनने के करियर संभावनाएं कई अलग अलग विशेषज्ञता में होते है। जिसमें, क्लीनिकल प्रैक्टिस, रिसर्च, एडमिस्ट्रशन, और टीचिंग में अपना करियर बना सकते हैं। इसके आलावा छात्र पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स भी कर सकते है जैसे एमडी, एमएस, या डीएनबी, इससे करने के बाद आप सर्जरी, बाल चिकित्सा, कार्डियोलॉजी, या ऑन्कोलॉजी विभाग में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। 

वेतन

डॉक्टर बनने के बाद छात्रों की सैलरी कई मापदंड पर निर्भर करता है। जैसे अनुभव, विशेषज्ञता और स्थान (पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर)। शुरूआती औसत सालाना सैलरी 4 लाख रुपए से 30 लाख रुपए या इससे भी अधिक हो सकते हैं। 

डॉक्टर के कार्य

छात्रों के डॉक्टर बनने के बाद इनके कार्य बीमार व्यक्ति का निदान, उपचार और बिमारियों का रोकथाम करना होता है। इसके आलावा भी डॉक्टर्स के निम्लिखित कार्य होते है, नीचे दिए गए विन्दुओं को देखें:

  • रोगी के देखभाल करना होता है। 
  • निदान करना: रोगी के बीमारी का जाँच करना, बीमारी के इतिहास के समीक्षा करना, बीमारी का कारण का पता करना एवं इलाज करना होता है। 
  • इलाज: रोगी के बीमारी का दवाई लिखना, बीमारी का ब्लड चेक करना, बीमारी का ऑपरेशन करना, और चिकत्सा करना होता है। 
  • रोकथाम: रोगी को बीमारी से वचाव के लिए टीका लगाना होता है। और रोजाना बॉडी चेकउप करना भी हो सकता है। 
  • शिक्षा: रोगी को बीमारी के बारे में बताना और इसके सावधानी भी बताना होता है। 
  • संचार:  डॉक्टर को बीमारी के गार्डियन या इनके फैमिली सदस्यों से बातचीत करना और कई अलग मेडिकल प्रोफेशनल्स से बातचीत करना हो सकता है।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।