फ्लोरल डिजाइनर (Floral Designer) कैसे बनें?

नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि फ्लोरल डिजाइनर कैसे बनें? ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिन्हें फ्लोरल डिजाइनिंग करना पसंद होता है जिसे वह हॉबी के तौर पर करते हैं। लेकिन अब समय काफी अधिक बदल गया है जिसकी वजह से इस फील्ड में कैरियर भी बनाया जा सकता है।

इसे सीखने के लिए बहुत अधिक शिक्षा प्राप्त करने की भी आवश्यकता नहीं होती है केवल कैंडिडेट को इसमें रूचि होनी चाहिए और क्रिएटिविटी होना जरूरी है। यदि आपको भी फ्लोरल डिज़ाइनर बनना है तो हमारे आज के इस पोस्ट को पूरा पढ़ें जिससे कि आपको पता चल सके कि आप इस फील्ड में कैसे जा सकते हैं। 

फ्लोरल डिजाइनर क्या होता है ( what is Floral Designer in Hindi) 

फ्लोर डिजाइनर ऐसा प्रोफेशनल है जिनको विभिन्न प्रकार के फूलों की साज-सज्जा के बारे में काफी अधिक जानकारी होती है जिसका प्रयोग करते हुए वह अनेकों प्रकार के डिजाइनिंग से जुड़े हुए कार्य करते हैं। जैसे कि अगर किसी के घर में कोई शादी समारोह होता है तो उस समय उसकी सजावट के लिए काफी किसी प्रोफेशनल की आवश्यकता होती है जो कि उस जगह को फूलों का इस्तेमाल करते हुए खूबसूरती के साथ डेकोरेट  कर सके।

इस क्षेत्र में काम करने के लिए कैंडिडेट को फूलों की सही जानकारी होने के साथ साथ उसमें  रचनात्मकता भी होनी चाहिए। इस फील्ड में काम करने वाले कैंडिडेट को फ्लोरिस्ट के नाम से भी जाना जाता है। 

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फ्लोरल डिजाइनर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो कैंडिडेट फ्लोरल डिजाइनर बनना चाहते हैं उन्हें इसके लिए इससे संबंधित डिप्लोमा या फिर सर्टिफिकेट कोर्स करना होगा जिससे कि उनको विभिन्न प्रकार के फूलों से डेकोरेट करने का काम आ जाए ताकि जिस समय वह डिजाइन बनाएं तो तब उनको कोई समस्या ना हो। 

योग्यता 

फ्लोरल डिज़ाइनर बनने के लिए कैंडिडेट के लिए किसी प्रकार की फॉर्मल क्वालिफिकेशन की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन फिर भी कैंडिडेट अगर दसवीं कक्षा पास कर ले और उसके बाद वह फूलों की डिजाइनिंग सीखे तो उसके लिए बेहतर रहेगा। 

आयु सीमा 

इसके लिए कोई निश्चित आयु सीमा नहीं है कोई भी व्यक्ति किसी भी आयु में इस फील्ड में जा सकता है। बस केवल कैंडिडेट में क्रिएटिविटी होनी चाहिए और उसे फूलों से डिजाइनर बनाने का अनुभव हो। 

फ्लोरल डिजाइनर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

यह इंडस्ट्री उन लोगों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है जो काफी ज्यादा रचनात्मक और हुनर वाले होते हैं जिसका प्रयोग करके उन्हें तरह-तरह के सजावट के डिजाइन बनाने आते हैं। फ्लोरल प्रोफेशनल बनने के बाद कैंडिडेट विभिन्न प्रकार के फ्लोरल ऑर्गेनाइजेशन इत्यादि में इवेंट ऑर्गेनाइजर, फ्लोरल अरेन्जर्स, फ्लोरल आर्टिस्ट्स, मर्चेंडाइजर के पदों पर काम कर सकते हैं। 

वेतन 

एक फ्लोरिस्ट को जो वेतनमान मिलता है वह उसे हर इवेंट के अनुसार मिलता है जो कि निर्भर करता है कि इवेंट कितना बड़ा है। वैसे आमतौर पर फ्लोरल प्रोफेशनल एक इवेंट के लिए तकरीबन 10 से लेकर 15 हजार रुपए तक हासिल कर सकता है और अगर इवेंट बड़ा हो तो उससे भी अधिक अर्निंग कर सकता है।

फ्लोरल डिजाइनर के कार्य 

फ्लोरिस्ट का कार्य बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण और बहुत जिम्मेदारी वाला होता है क्योंकि फूलों की देखभाल और उससे जुड़े हुए कार्य को संभालना आसान नहीं है बल्कि बहुत ही ज्यादा चुनौती भरा होता है। इसलिए उसे निम्नलिखित कार्य करने होते हैं – 

  • फूल और पौधों के स्टॉक की पर्याप्त आपूर्ति के लिए थोक विक्रेताओं को ऑर्डर देने का काम। 
  • किसी भी इवेंट की तिथि, समय और स्थान के मद्देनजर डेकोरेटिंग कार्य करना।
  • किसी भी विशेष अवसर के लिए ग्राहकों को फूलों की साज-सज्जा के लिए प्रेरित करना।
  • फोन कॉल सुनना और ऑर्डर लेना। 
  • फूल कंटेनर और अन्य सामान का चुनाव करता है।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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