दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको जानकारी देंगे मैकेनिकल इंजीनियर (Mechanical Engineer) कैसे बनें के बारे में। अगर आपको मशीनों को बनाने में काफी दिलचस्पी है और आपको इससे संबंधित दूसरे अन्य काम भी बहुत पसंद है तो आप मैकेनिकल इंजीनियर बन कर अपना कैरियर बना सकते हैं। यहां बता दें कि 12वीं के बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेकर आप इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश कर सकते हैं।
अगर आप 12वीं के बाद कोई ऐसा कोर्स ढूंढ रहे हैं जिसको करने के बाद आपको नौकरी के लिए बिल्कुल भी परेशानी नहीं उठानी पड़े और भविष्य में आगे बढ़ने के लिए भी बहुत सारे अवसर मिलें तो आप मैकेनिकल इंजीनियर बन सकते हैं। लेकिन अगर आपको इसके बारे में ठीक प्रकार से जानकारी नहीं पता है तो आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम आपको मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सारी जानकारी देने वाले हैं जो कि आपके लिए काफी लाभदायक रहेगी।
मैकेनिकल इंजीनियर क्या होता है (What is Mechanical Engineer In Hindi)
एक मैकेनिकल इंजीनियर वह होता है जो सभी प्रकार की मशीनों की डिजाइनिंग और उनका निर्माण करने का काम करता है। यहां आपको बता दें कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग की एक बहुत ही पुरानी और प्रसिद्ध शाखा है।
अगर आपको भी मशीनें और औजारों को बनाने का कार्य पसंद है तो आप इस क्षेत्र में काफी आगे तक जा सकते हैं। लेकिन यहां आपको बता दें कि एक मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए उम्मीदवार को पहले इसका कोर्स करना होता है।
साथ ही यह भी जानकारी दे दें कि जो उम्मीदवार मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाना चाहते हैं वह इसके लिए डिप्लोमा और डिग्री कोर्स कर सकते हैं। भारत में विभिन्न प्रकार के संस्थान और पॉलिटेक्निक खुले हुए हैं जहां से आप बहुत आसानी के साथ इस कोर्स को कर सकेंगे।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स लिस्ट (Mechanical Engineering Course List)
अगर आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के इच्छुक हैं तो हम आपको बता दें कि आप निम्नलिखित में से किसी एक कोर्स में दाखिला ले सकते हैं-
- बीटेक इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- बीई इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियर बनाने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए (Mechanical Engineer Eligibility)
- छात्र ने किसी पर मान्यता प्राप्त बोर्ड से विज्ञान विषय में 10+2 की होनी चाहिए।
- कैंडिडेट ने 12वीं में विज्ञान के साथ-साथ गणित विषय भी अवश्य पढ़ा हो।
- छात्र ने 12वीं में 60% अंक लिए हो।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया (Admission process for Mechanical engineering course)
अगर आप इस लोकप्रिय क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए हम बता दें कि इसके लिए हमारे देश में बहुत सारे कॉलेज और संस्थान हैं जहां से आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग के कोर्स में एडमिशन ले कर पढ़ाई कर सकते हैं।
लेकिन इंजीनियरिंग की पढ़ाई आप तभी कर सकते हैं जब आप उस में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा को पास कर लेंगे और यह सभी एंट्रेंस परीक्षाएं भारत में प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती हैं जैसे जेईई मेंस, डब्ल्यूबी जेईई, कॉमडेक, यूपीएसईई, विटजेईई, एमएचसीईटी इत्यादि। साथ ही आपको यह भी जानकारी दे दें कि अगर कोई उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल नहीं कर पाता है तो ऐसे में वह निराश ना हो क्योंकि हमारे देश में बहुत सारे निजी संस्थान भी हैं जहां पर वह 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर दाखिला ले सकता है।
भारत में टॉप 10 मैकेनिकल इंजीनियरिंग कॉलेजों (Top 10 Mechanical Engineering Colleges in India)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तिरुचिरापल्ली (National Institute of Technology, Tiruchirappalli)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मुंबई ( National Institute of Technology, Bombay)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मद्रास (National Institute of Technology, Madras)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, कानपुर (National Institute of Technology, Kanpur)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली (National Institute of Technology, Delhi)
- नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, खरगपुर (National Institute of Technology, Kharagpur)
- दिल्ली कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, दिल्ली (Delhi college of engineering,Delhi)
- मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मणिपाल (Manipal Institute of Technology, Manipal)
- बिट्स पिलानी (BITS Pilani)
- अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई (Anna Vishwavidyalay, Chennai)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स फीस (Mechanical engineering course fees)
किसी भी कोर्स की फीस इस बात के ऊपर निर्भर करती है कि आपने कौन सा कोर्स चुना है और कौन से संस्थान से आप कर रहे हैं। अगर आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कोर्स कर रहे हैं तो आपको डिग्री कोर्स के मुकाबले में कम फीस देनी होगी।
इसके अलावा यदि आप किसी प्राइवेट कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स कर रहे हैं तो तब आपको फीस थोड़ी अधिक देनी पड़ सकती है जबकि एक सरकारी कॉलेज में फीस काफी कम होती है। लेकिन अगर हम मोटे तौर पर यह जानना चाहे की एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के कोर्स की फीस कितनी होती है तो हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि इसके लिए आपको हर साल 50 हजार रुपए से लेकर दो लाख रुपए तक की फीस देनी पड़ सकती है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद प्राइवेट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in private sector after mechanical engineering course)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर आपको कोर्स करने के बाद नौकरी के लिए बिल्कुल भी भटकना नहीं पड़ेगा क्योंकि हमारे देश में तेजी से मैकेनिकल इंजीनियर्स की मांग में वृद्धि हो रही है और इसलिए आप इस कोर्स को करने के बाद किसी भी प्राइवेट सेक्टर में आसानी से नौकरी कर सकते हैं जहां पर आप मेंटेनेंस इंजीनियर, पैट्रोलियम इंजीनियर, एयरोस्पेस इंजीनियर, क्वालिटी चेक इंजीनियर जैसे पदों पर कार्य कर सकते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बाद गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स (Jobs in government sector after mechanical engineering course)
अगर आप मैकेनिकल इंजीनियर बनने के बाद किसी गवर्नमेंट सेक्टर में नौकरी करना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आपके अंदर कौशल है और आप में एक अच्छे मैकेनिकल इंजीनियर की सारी क्वालिटी है तो आप सरकारी नौकरी भी कर सकते हैं यहां आपको बता दें कि आप विभिन्न सरकारी विभागों जैसे इंडियन रेलवे, ऑयल इंडिया, एयरपोर्ट अथॉरिटी, इसरो, बेल इंडिया, कोल इंडिया इत्यादि में काम कर सकते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियर के कार्य (Mechanical engineer work)
एक मैकेनिकल इंजीनियर के कार्य बहुत ज्यादा जिम्मेदारी वाले और महत्वपूर्ण होते हैं जिनकी जानकारी निम्नलिखित है-
- एक मैकेनिकल इंजीनियर हवाई जहाज और दूसरे परिवहन के उपकरण बनाता है।
- मशीनों के इंजन और उनसे जुड़ा सारा मैकेनिकल कार्य करता है।
- इसके अलावा टरबाइन और पावर जनरेटर के डिजाइन बनाने का काम करता है और उनमें अगर कोई खराबी हो जाए तो उसको भी ठीक करता है।
- साथ ही बता दें कि मेकेनिकल इंजीनियर मोटर, थर्मल, हाइड्रोलिक मशीन व हीट एक्सचेंजर की डिजाइनिंग भी करते हैं और साथ ही उनका रखरखाव का काम भी करते हैं।
- बता दें कि एक मैकेनिकल इंजीनियर का तेल उद्योग में भी काफी महत्व होता है क्योंकि इस क्षेत्र में किसी भी प्रोजेक्ट के लीडर बन कर काम करते हैं।
- इसके साथ-साथ मैकेनिकल इंजीनियर विभिन्न प्रकार के उपकरण डिजाइन का काम भी करते हैं जैसे भार उठाने वाली क्रेन, विकलांगों के लिए कृत्रिम अंग निर्माण आदि।
- घरों के लिए पानी के पंपिंग उपकरण भी यही बनाते हैं और इसके अलावा दूसरे और भी बहुत सारे काम मैकेनिकल इंजीनियर करते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियर का वेतन कितनी होती है (What is the salary of Mechanical engineer)
जब कोई कैंडिडेट सफलतापूर्वक मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स कर लेता है तो वह मैकेनिकल इंजीनियर बन जाता है और उसके बाद उसका वेतनमान उसके कौशल के ऊपर सबसे अधिक निर्भर करता है। लेकिन हम यहां आपको बता दें कि अगर कोई उम्मीदवार किसी प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है तो उसे शुरू में हर महीने 30 हजार रुपए से लेकर 40 हजार रुपए तक का वेतन मिल जाता है।
आपको यह भी बता दें कि अगर किसी उम्मीदवार को किसी सरकारी विभाग में नौकरी मिल जाती है तो उसको हर महीने 60 हजार से भी अधिक सैलरी आराम से मिल जाती है और साथ ही दूसरी अन्य सरकारी सुविधाएं भी उसे मिलती हैं।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल मैकेनिकल इंजीनियर (Mechanical Engineer)कैसे बनें। इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको यह जानकारी दी कि आप 12वीं के बाद किस प्रकार मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं। इसके अलावा हमने आपको यह भी बताया कि मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए आपको कौन सी प्रवेश परीक्षा पास करनी होगी और भारत के किन कॉलेज में आप परीक्षा पास करने के बाद दाखिला ले सकते हैं।
इसके साथ-साथ हमने आपको यह जानकारी भी दी की मैकेनिकल इंजीनियर बनने के बाद आप हर महीना कितना वेतन पा सकते हैं और इसके अलावा इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी हमने आपको दे दी है जो कि आपके लिए काफी हेल्पफुल रहेगी।
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि अगर वह भी 12वीं के बाद मैकेनिकल इंजीनियर बनना चाहते हैं तो उन तक भी यह जानकारी पहुंच जाए।