नमस्कार! दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सीस्मोलॉजिस्ट कैसे बनें? ऐसे बहुत सारे कैंडिडेट है जो अपने कैरियर में कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो दूसरे सभी लोगों से पूरी तरह से हटकर हो। यहां बता दें कि इसी वजह से आज बहुत सारे छात्र ऐसे हैं जो 12वीं के बाद सीस्मोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।
इसलिए अगर आप भी इस फील्ड में जाना चाहते हैं तो हमारे आज के इस पोस्ट को सारा पढ़ें और जानें कि आप किस प्रकार से इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकते हैं।
सीस्मोलॉजिस्ट क्या है (what is seismologist in Hindi)
यहां सबसे पहले आपको जानकारी के लिए बता दें कि seismologist एक ऐसा प्रोफेशनल होता है जिसका काम भूकंप से संबंधित होता है। इस तरह से अर्थक्वेक आने पर वह यह पता लगाता है और आने वाली दुर्घटना के बारे में सचेत करता है। पृथ्वी की तरंगों और भूकंप के तापमान को मापने की जानकारी केवल एक सीस्मोलॉजिस्ट को ही होती है।
यहां जानकारी के लिए बता दें कि इसको अर्थक्वेक इंजीनियर के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह से कैंडिडेट को पृथ्वी के पर्यावरण, खनिज और इतिहास के बारे में संपूर्ण जानकारी होती है जिसके आधार पर वह अपना कार्य करता है।
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सीस्मोलॉजिस्ट बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
सीस्मोलॉजिस्ट बनने के लिए छात्र को 12वीं कक्षा में फिजिक्स ,केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स जैसे विषय में पास होना होता है। जब वह अपनी बारहवीं की पढ़ाई साइंस में पूरी कर लेता है तो उसके बाद उसे चाहिए कि वह ज्योग्राफिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करें।
इसके अलावा अगर वह चाहे तो वह जियोलॉजी, फिजिक्स जैसे विषयों में भी डिग्री कोर्स कर सकता है। लेकिन यहां जानकारी दे दें कि उपरोक्त किसी भी कोर्स में दाखिला लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करना होगा। इस प्रकार से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद अगर आप चाहें तो ज्योग्राफिकस या एमटेक में पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स करके इस इंडस्ट्री में काम कर सकते हैं।
योग्यता
- कैंडिडेट ने ज्योग्राफिक्स में ग्रेजुएशन किया हो।
- या छात्र ने जियोलॉजी या फिजिक्स में स्नातक किया हो।
- या फिर कैंडिडेट ने ज्योग्राफिक्स में एमएससी किया हो
- या कैंडिडेट ने ज्योग्राफिक्स में एमटेक किया हो।
- कंप्यूटर की जानकारी होनी चाहिए।
- अकेले और टीम के साथ काम करने की क्षमता होनी चाहिए।
आयु सीमा
- छात्र की आयु कोर्स में एडमिशन के समय कम से कम 17 साल तक होनी आवश्यक है।
- छात्र को अधिकतम आयु सीमा में छूट सरकार के नियम अनुसार दी गई है।
सीस्मोलॉजिस्ट बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
सीस्मोलॉजिस्ट बन जाने के बाद कैंडिडेट के सामने नौकरी करने के काफी व्यापक मौके आ जाते हैं और वह प्राइवेट विभागों के अलावा सरकारी विभागों में भी काम कर सकता है जैसे कि इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट, नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ सीस्मोलॉजिकल रिसर्च इत्यादि।
वेतन
सीस्मोलॉजिस्ट के तौर पर काम करने वाले को हर महीने काफी आकर्षक वेतन मिल जाता है जो कि लगभग 40,000 से लेकर 50,000 रुपए तक हो सकता है। इस तरह से जब उसे अपने पद पर काम करते हुए कुछ एक्सपीरियंस प्राप्त हो जाता है तो तब उसका सैलरी पैकेज भी उसकी योग्यता और अनुभव के अनुसार बढ़ जाता है।
सीस्मोलॉजिस्ट के कार्य
जो व्यक्ति सीस्मोलॉजिस्ट के रूप में काम करता है उसे अपने पद पर रहते हुए बहुत सारे महत्वपूर्ण कार्य करने होते हैं जिनमें से कुछ कामों के बारे में जानकारी इस प्रकार से है-
- भूकंप के तापमान और तीव्रता को मापना।
- भूकंप के बाद की घटनाओं के साथ-साथ उसके आने के पहले की घटनाओं के बारे में जानकारी हासिल करना।
- भूस्खलन से बचाव के बारे में खोजबीन करना।
- भूकंपरोधी भवनों का निर्माण करना।
- ऐसी बहु-मंजिला इमारतों और घरों के बनने में सहायता करना जो भूकंप-रोधी हों।
- जब कोई भूकंप आता है तो उस समय इस बात का ध्यान रखना कि लोगों की जान माल का कम से कम नुकसान हो।
- भूमि में उपलब्ध खनिजों के बारे में पता लगाना।