डीटीपी ऑपरेटर (DTP Operator) कैसे बनें?

नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे डीटीपी ऑपरेटर (DTP Operator) कैसे बनें? प्राचीन समय से ही प्रिंटिंग का काम इंसान करता चला आ रहा है। इस काम के लिए पहले वे अपने हाथों का इस्तेमाल करता था और आज के समय में कंप्यूटर के द्वारा प्रिंटिंग का काम किया जाता है।

इसके अंतर्गत बैनर, होर्डिंग्स, पर्चे, विजिटिंग कार्ड, शादी कार्ड इत्यादि जैसे छपाई के काम किए जाते हैं। आज बहुत सारे युवा ऐसे हैं जो 10वीं 12वीं के बाद डीटीपी ऑपरेटर बनना चाहते हैं तो अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो हमारे आज के इस आर्टिकल को सारा पढ़े और जानें डीटीपी ऑपरेटर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में। 

डीटीपी ऑपरेटर क्या होता है? (what is DTP Operator in Hindi) 

यहां सबसे पहले आपको डीटीपी का फुल फॉर्म बता दें क्योंकि अकसर बहुत सारे लोगों को इसका पूरा नाम पता नहीं होता है। बता दें कि डीटीपी का फुल फॉर्म डेस्कटॉप पब्लिशिंग (Desktop Publishing) है और इस प्रकार से डीटीपी ऑपरेटर के रूप में जो व्यक्ति काम करता है वह कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर की मदद से टेक्स्ट और इलस्ट्रेशन को आपस में मिलाने के बाद डिजाइन बनाता है जिसको फिर प्रिंटिंग और पब्लिशिंग यानी छपाई करने के लिए तैयार किया जाता है।

इस प्रकार से डीटीपी ऑपरेटर किसी संस्था, कंपनी या फिर किसी फर्म के अंदर काम करते हैं जहां पर वह अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल काफी अट्रैक्टिव तरीके से करते हैं ताकि ग्राहकों को बेहतरीन और सहज तरीके से जानकारी पहुंचाई जा सके। 

डीटीपी ऑपरेटर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है

जो छात्र डीटीपी ऑपरेटर बनना चाहते हैं उन्हें इसके लिए कम से कम 10 वीं कक्षा पास करनी होगी और उसके बाद उन्हें डिप्लोमा इन डेस्कटॉप पब्लिशिंग कोर्स करना होगा जिसके बाद कैंडिडेट को फोटोशॉप, कोरल ड्रा और पेजमेकर जैसे कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना आ जाता है।

इसके अलावा यह भी बता दें कि अगर कोई छात्र 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद इस फील्ड में एक ट्रेंड प्रोफेशनल के रूप में काम करना चाहता है तो तब उसे कोर्स करने के लिए एक एंट्रेंस परीक्षा में शामिल होना होगा जिसको पास करने के बाद वह डीटीपी कोर्स करके अपना कैरियर बना सकता है। 

योग्यता 

  • छात्र ने कम से कम 10 वीं कक्षा पास की हो। 
  • कैंडिडेट ने डेस्कटॉप पब्लिशिंग का कोर्स किया होना चाहिए। 
  • कंप्यूटर की अच्छी जानकारी होनी चाहिए। 
  • इंग्लिश और हिंदी लैंग्वेज की जानकारी होना अनिवार्य है। 

आयु सीमा 

  • कैंडिडेट की उम्र कम से कम 18 साल तक होनी जरूरी है। 
  • इच्छुक उम्मीदवार की उम्र अधिकतम 40 साल तक होनी जरूरी है। 

डीटीपी ऑपरेटर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है 

जब कोई कैंडिडेट डीटीपी ऑपरेटर बन जाता है तो उसके सामने कैरियर की जो संभावनाएं आती हैं वह इस प्रकार से हैं- 

  • इलेक्ट्रॉनिक इमेजर्स
  • इलेक्ट्रॉनिक पब्लिशर्स
  • डेस्कटॉप पब्लिशिंग स्पेशलिस्ट 
  • डिस्प्ले ऑपरेटर
  • डीटीपी ऑपरेटर 

वेतन 

इस क्षेत्र में काम करने वाले कैंडिडेट को डीटीपी ऑपरेटर के रूप में काम करने पर जो वेतनमान मिलता है वह निर्भर करता है कि वह किस जगह पर काम कर रहा है और उसमें कितनी ज्यादा क्रिएटिविटी है। अगर वह किसी अच्छी और बड़ी कंपनी में काम करेगा तो तब उसे ज्यादा वेतन मिलेगा लेकिन अगर शुरुआती वेतन की बात की जाए तो कैंडिडेट को 10,000 से लेकर 20,000 तक का वेतन हर महीने मिल जाता है। 

डीटीपी ऑपरेटर के कार्य 

डीटीपी ऑपरेटर के तौर पर काम करने वाले व्यक्ति को निम्नलिखित कार्य करने होते हैं जो कि इस तरह से हैं- 

  • कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के द्वारा प्रिंटिंग मैटेरियल को अट्रैक्टिव तरीके से डिजाइन करने का काम करता है ताकि डिजाइन को देखकर उसके बारे में आसानी से समझा जा सके। 
  • नए-नए डिजाइनों को तैयार करने के साथ-साथ पुराने डिजाइन को भी कंप्लीट करता है। 
  • पेज सेटअप के अलावा पेज लेआउट बनाना।
  • किसी भी डिजाइन का फॉर्मेट चेक करना।
  • रंगों का ध्यान रखते हुए सामग्री तैयार करना। 
  • अपने काम के दौरान फोटोग्राफ्स और दूसरे ग्राफिक्स को स्कैन करके उन्हें फिर एडिट करने का काम करना। 
  • जिस कंपनी में वह काम कर रहा है उसके आधार पर विभिन्न डिजाइन क्रिएट करना। 

निष्कर्ष 

दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको जानकारी दी DTP Operator कैसे बनें? इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको सबसे पहले बताया कि डीटीपी ऑपरेटर क्या होता है और उसके बनने के लिए किसी भी छात्र में कितनी योग्यता होनी आवश्यक है। इसके अलावा हमने डीटीपी ऑपरेटर बनने की पूरी प्रक्रिया भी बताई और यह जानकारी भी दी कि एक डीटीपी ऑपरेटर के रूप में काम करते हुए किसी भी कैंडिडेट को हर महीने कितने रुपए तक की सैलरी मिल सकती है।

साथ ही साथ हमने यह भी बताया कि इस पद पर जब कोई छात्र काम करता है तो उसे कौन-कौन से कार्य करने होते हैं एवं और भी अन्य महत्वपूर्ण बातें हमने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बता दी हैं जो कि आपके लिए उपयोगी साबित होंगी। वैसे अगर देखा जाए तो मौजूदा समय में अगर किसी के अंदर रचनात्मकता, सॉफ्टवेयर की जानकारी और डिजाइन क्रिएट करने की एबिलिटी है तो वह इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकता है। हमारा आपसे यही निवेदन है कि अगर आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने उन दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें जो 10वीं या 12वीं के बाद डीटीपी ऑपरेटर बनना चाहते हैं।

Deepak Kumar

मेरा नाम दीपक कुमार हैं। मैं एक ऑथर और फाउंडर हूँ जो padhaiwale.in ब्लॉग वेबसाइट को चलाते है। मैं एक SEO Expert भी हूँ और मैं 10 साल से काम कर रहे हैं। मुझे SEO में Onpage SEO, Offpage SEO और Technical SEO का अनुभव हैं।

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