नमस्कार! आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे काउंसलर (Counsellor) कैसे बनें? हर इंसान को अपनी जिंदगी में एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उसे प्रोफेशनल और निजी जीवन में उचित सलाह दे सके।
इसी वजह से इस फील्ड में आज ऐसे लोगों की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है इसीलिए अगर आप भी इस इंडस्ट्री में काम करना चाहते हैं तो आपके लिए जरूरी है कि पहले इस क्षेत्र में काम करने के लिए योग्यता हासिल करें जिससे कि आप एक सक्सेसफुल काउंसलर बन सकें। इसीलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि काउंसलर (Counsellor) कैसे बनें? सारी जानकारी जानने के लिए सारा पोस्ट पढ़ें और जानें पूरी प्रक्रिया के बारे में।
काउंसलर क्या होता है (what is counsellor in Hindi)
यहां सबसे पहले जानकारी दे दें कि काउंसलर एक ऐसा एक्सपर्ट होता है जो लोगों को सोशल और प्रोफेशनल लाइफ में सलाह देने का काम करता है। वैसे अगर पुराने समय की बात करें तो उस समय अगर किसी व्यक्ति को को किसी मामले में राय की आवश्यकता पड़ती थी तो वह सीधा अपने घर के बुजुर्गों के पास जाया करते थे।
लेकिन आज के टाइम में यह काम प्रोफेशनल व्यक्ति के द्वारा किया जाता है। इस प्रकार से एक काउंसलर अपने विशेष स्किल के आधार पर परेशान लोगों की सहायता करने का काम करता है।
Also read: एनिमेटर (Animator) कैसे बनें?
काउंसलर बनने के लिए प्रक्रिया क्या है
जो लोग काउंसलर बनना चाहते हैं उन्हें इस इंडस्ट्री में काम करने के लिए काउंसलिंग में मास्टर डिग्री हासिल करनी होगी या फिर कैंडिडेट को चाहिए कि वह साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन करें और इस प्रकार से वह एक प्रोफेशनल काउंसलर बन कर लोगों की एजुकेशन, कैरियर, पर्सनल लाइफ, सोशल लाइफ इत्यादि में काउंसलिंग करने के योग्य हो जाता है।
योग्यता
जो कैंडिडेट काउंसलर बनने के इच्छुक हैं उन्हें इसके लिए सबसे पहले खुद को इस योग्य बनाना होगा कि वह क्षेत्र में काम कर सकें। इस प्रकार उसमें कुछ योग्यताएं होना अनिवार्य है जिनकी जानकारी इस तरह से हैं-
- इच्छुक उम्मीदवार ने काउंसलिंग में एमए किया होना चाहिए।
- या फिर कैंडिडेट ने साइकोलॉजी मास्टर डिग्री हासिल की हो।
- या उम्मीदवार ने सोशल वर्क में पोस्ट ग्रेजुएशन किया हो।
- कैंडिडेट के कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छे होने चाहिए और उसे दूसरों की बात को ध्यान पूर्वक सुनना आना चाहिए।
- वह कई भाषाओं को जानने वाला होना चाहिए जिससे कि अनेकों आने वाले क्लाइंट की ठीक तरह से मदद कर सके।
आयु सीमा
- इच्छुक उम्मीदवार की आयु कम से कम 22 साल होनी चाहिए।
- कैंडिडेट की अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है इसलिए 22 साल के बाद वह किसी भी आयु में इस क्षेत्र में काम कर सकता है।
काउंसलर बनने के कैरियर संभावनाएं क्या है
जब कोई कैंडिडेट काउंसलर बन जाता है तो तब उसको बहुत सारी जगहो पर काम मिल जाता है। इसलिए अगर कैंडिडेट में काबिलियत है तो इस क्षेत्र में वह बहुत सफलता के साथ अपना कैरियर बना सकता है और अनेकों क्षेत्रों में काम कर सकता है जैसे कि–
- स्कूल
- कॉलेज
- मैरिज काउंसलिंग एजेंसी
- ओल्ड एज होम
- काउंसलिंग सेंटर
- रिहैबिलिटेशन सेंटर
- क्लीनिक
- सोशल एजेंसी
- एनजीओ
- अपनी स्वयं का काउंसलिंग सेंटर खोल सकता है।
- ऑनलाइन काम कर सकता है।
वेतन
इस इंडस्ट्री में काम करने वाले कैंडिडेट को हर महीने 25 हजार से लेकर 30 हजार रुपए तक का सैलरी पैकेज मिल जाता है और जब उसको इस फील्ड में काम करते हुए दो-तीन साल का अनुभव हासिल हो जाता है तो तब उसका वेतन बढ़ जाता है। इसी तरह से आज ऐसे बहुत सारे काउंसलर हैं जो अपना खुद का काम करके हर महीने लाखों रुपए कमा रहे हैं।
काउंसलर के कार्य
जो व्यक्ति काउंसलर बनकर लोगों की मदद करना चाहते हैं उन्हें इसके लिए अपने काम को बहुत ही ज्यादा मेहनत और जिम्मेदारी के साथ पूरा करना होता है जिससे कि वह लोगों की सही तरह से मदद कर सकें। इसलिए इस इंडस्ट्री में अगर कोई व्यक्ति काम करता है तो उसे निम्नलिखित कार्य करने होते हैं-
- लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मदद करता है।
- मुश्किल के समय किसी भी व्यक्ति की कॉन्फिडेंशियल तरीके से सहायता करता है।
- क्लाइंट की बात सुनकर उसे सही निर्णय लेने में मदद करता है।
- काउंसलर किसी भी इंसान को काउंसलिंग करके उन्हें इस योग्य बनाता है कि वह किसी भी टफ सिचुएशन में निर्णय लेने सक्षम बनते हैं।
- क्लाइंट की सोशल और प्रोफेशनल लाइफ के लिए गाइड करता है।
- अगर किसी क्लाइंट को कोई हेल्थ इश्यू है तो उसे भी ध्यान से सुनता है और उसका समाधान करता है साथ ही साथ रिलेशनशिप एडवाइस भी करता है।
निष्कर्ष
दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिकल जिसमें हमने आपको बताया काउंसलर (Counsellor) कैसे बनें? इस पोस्ट में हमने यह जानकारी दी कि काउंसलर क्या होता है और काउंसलर बनने के लिए कैंडिडेट में कितनी योग्यता होनी चाहिए।
इसके अलावा हमने यह जानकारी भी दी की काउंसलर बनने के लिए प्रक्रिया क्या होती है और एक काउंसलर के रूप में कौन-कौन से कार्य कैंडिडेट को करने होते हैं। साथ ही साथ हमने कैरियर संभावनाओं की जानकारी भी दी और यह भी बताया कि हर महीने एक काउंसलर को कितने रुपए तक का वेतन मिल सकता है। वैसे अगर देखा जाए तो अगर किसी कैंडिडेट में दूसरों को सुनने समझने और सलाह देने का काम करना अच्छा लगता है और उसमें यह स्किल भी है तो तब वह इस क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकता है।
अंत में हमारा आपसे यह निवेदन है कि अगर आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे दूसरे लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उनका भी काउंसलर बनने का सपना पूरा हो सके।
Bhut badiya mujeh banana hai
your expirense is very greatfull
your expirense is very greatfull